तन्नू पानी का गिलास ले कर तरुण के पास आती है. तरुण पानी के
गिलास पर ही तन्नू का हाथ पकड़ लेता है.. तन्नू कामिनी की ओर
देखते हुए.. खुद को छुड़ाने की कोशिश करती है.. कामिनी का फेस
दूसरी ओर था.. इसलिए कामिनी को कुछ दिखाई नही दे रहा था..
थोड़ी देर मे तरुण तन्नू का हाथ छोड़ देता है. ओर पानी पीने
लगता है. तरुण तन्नू से फुसफुसाते हुए पूछता है
तरुण – “दी आज नाइट मे मिलने आओगी ना..? ”
तन्नू गुस्से मे पानी का गिलास वापस लेती है ओर किचन मे
चली जाती है.तरुण के साथ फिर से वही हो जाता है.. जो पहले
हुआ था. ओर उसका कोई जवाब नही मिलता है.. तरुण लगातार टीवी के
चॅनेल चेंज कर रहा है.. लेकिन उसका टीवी पर कोई ध्यान नही
है. वो बस अपने सवाल का जवाब पाने के बारे मे सोच रहा
है. तभी कामिनी वहाँ अपने रूम मे जाती हुई
कामिनी – “ तन्नू मैं थोड़ा आराम करने जा रही हू. तुम सब्जीया
काट कर रखना लंच के लिए.”
तन्नू – “ ओके मोम”
इतना कह कर कामिनी अपने रूम मे चली जाती है… तरुण को भी अब
एक चान्स मिल गया, ओर वो ये चान्स खोना नही चाहता था.
वो तुरंत भाग कर किचन मे गया.. ओर तन्नू को पीछे से टाइट
हग कर लिया… तन्नू को इस हरकत का पहले से ही अनुमान था..
इसलिए वो इससे चोकी नही. तरुण ने तन्नू की गर्दन पर किस करते
हुए.. फिर से वही सवाल किया..
तरुण – “बताओ ना दी… आओगी या नही.”
तन्नू तेज साँसे लेती हुई
तन्नू – “तुम को क्या लगता है.??”
तरुण – “ मुझे तो लगता है की आप आओगी.”
तन्नू- “तो पूछ क्यो रहे हो.”
इतने मे तन्नू पीछे घूम जाती है. ओर फुसफुसाते हुए
तन्नू – “ 10 बजे. ”
तरुण ये सुन कर बहुत खुश हो जाता है. ओर खुशी से तन्नू के
लिप्स पर किस करने की कोशिश करता है. लेकिन तन्नू उसे पीछे
धकेल देती है
तन्नू – “ अभी नही नाइट मे.. मुझे अभी काम करने दो.”
तरुण तन्नू को फिर से हग कर लेता है…
तरुण – “ नही ……. बिना किस किए मैं नही जाउन्गा”
तन्नू – “भाई तुम भी ना. बिल्कुल छोटे बच्चो की तरह ज़िद्द
करते हो.”
तन्नू पीछे घूमती है. ओर तरुण के होंठो पर एक किस दे देती है.
किस ज़्यादा लंबा नही था.. तन्नू तरुण को फिर से पीछे धकेल
कर जाने को कहती है..
तरुण एक बड़ी स्माइल ले कर वहाँ से चला
जाता है… तरुण का आज का दिन बहुत अच्छा है.. वो खुश होते
हुए अपने रूम की ओर जाता है. तभी उसकी नज़र टीना के रूम पर
पड़ती है.. वो अंदर देखता है. वहाँ कोई नही था.. वो सोचने
लगता है. आज मॉर्निंग से टीना को नही देखा.. पता नही कहा
है.. उसे कुछ अजीब लगता है की टीना आज सुबह से उसे नही मिली..
वो वापस नीचे जाता है.. ओर कामिनी के रूम मे एंटर होता है.
वहाँ कामिनी नही थी.. बाथरूम से शवर की आवाज़ आ रही थी.
वो समझ जाता है की कामिनी शवर ले रही है. वो वही बेड पर
बैठ जाता है..
तरुण – (थोड़ा ज़ोर से छिलते हुए) “ मोम “
कामिनी – (कामिनी शवर के अंदर से ही) “ तरुण बेटा.. तुम यहा
क्या रहे हो.. कुछ काम था क्या..?”
तरुण – “ कुछ नही मोम मैं पूछने आया था की टीना दी कहा पर
है. मैने उन्हे मॉर्निंग से नही देखा.”
कामिनी – “ अरे बेटा वो तो कॉलेज गयी है. मॉर्निंग मे जल्दी
निकल जाती है. ओर तू तो कुम्भ्करन है इतना लेट उठता है.. तो कैसे मिलेगी”
तरुण – “ कहा मोम.. .. ओर टीना वापस कब आएगी..?”
कामिनी – “ अभी बस लंच के टाइम पर आती ही होगी.”
तरुण – “ ठीक है मोम”
तरुण वही पर बैठा हुआ. टेबल पर सामना को चेक कर रहा था..
तभी एक ड्रॉयर मे उसे एक वाइट डिब्बा मिलता है. वो उसे
देखता है.. .. ये फर्स्ट आड्स बॉक्स जैसा लग रहा था. तरुण डिब्बे
को खोलता है. ओर अंदर जो है उसे देख कर उसका सर हिल जाता है.
उसमे बहुत सारे कॉनडम्स पड़े थे. वो भी अलग अल्ग
कंपनी के.. वो जब देखता है . उसे ज़्यादा टाइम नही लगता
समझने मे की ये यहा क्यो है.. ना चाहते हुए भी उसके दिमाग़
मे कामिनी की चुदाई फिल्म की तरहा चलने लगती है.
उसकी आखो के सामने एक परदा पड़ जाता है.. जिसमे वो मयंक ओर कामिनी की
चुदाई को साफ देख पा रहा है…. उसकी पेंट मे तंबू बनन्ना
स्टार्ट हो जाता है… पहली बार वो अपनी मोम के बारे मे सोच कर
एग्ज़ाइटेड हो रहा था.. अचानक शवर की आवाज़ बंद होती है..
इससे तरुण होश मे आता है.. वो समझ गया था की मोम
बाथरूम से बाहर आने वाली है.. वो तुर्रंत बॉक्स को बंद करता
है ओर वापस उस ड्रॉयर मे रख देता है.. तरुण वहाँ से जाने
ही वाला होता है की उसके दिमाग़ मे कुछ हलचल होती है.. वो
वापस उस बॉक्स को ओपन करता है ओर एक कॉंडम निकाल कर अपनी
पॉकेट मे रख लेता है.. ओर वहाँ से निकल जाता है.
कामिनी बाथरूम से बाहर आती है. . तरुण जल्दी मे ड्रॉयर बंद करना
भूल गया था.. कामिनी खुले ड्रॉयर को नोटीस कर लेती है.. ओर
ड्रॉयर के पास आ कर देखती है.. उसे ये अहसास हो जाता है की
तरुण ने शायद इस बॉक्स को देख लिया है.. लेकिन वो इस बात पर
ज़्यादा रेएक्ट नही करती.. ओर ड्रॉयर बंद करके अपने काम मे
लग जाती है..
वही तरुण भागता हुआ. अपने रूम मे पहुचता
है. वो उस कॉंडम को जल्दी से अपने गद्दे के नीचे छुपा
देता है.. ओर कामिनी के बारे मे सोचने लगता है.. इससे पहले
तरुण के दिल मे अपनी मोम के बारे मे कोई ख़याल नही आया था..
लेकिन आज पता नही क्यो.. वो ऐसा सोचने पर मजबूर हो रहा था
की.. इतने सारे कॉंडम मोम के रूम मे.. शायद मोम एंड डॅड सेक्स करते होंगे..
मोम डॅड से कैसे चुदती होगी.. ये सब
सोचते हुए… तरुण को दिमाग़ सुन्न होने लगा.. ऐसे ही उसने अपना
लॅपटॉप निकाला ओर ओर कुछ मूवीस देखने बारे मे सोचने लगा.
तरुण को इससे अच्छा तरीका नही मिला अपने दिमाग़ को डाइवर्ट
करने का. वो एक मूवी देखते देखते ही सो गया… वहाँ
किचन मे तन्नू ने भी अपना किचन का काम ख़त्म करके
अपने रूम मे चली जाती है.. वो भी अब तरुण के बारे मे सोच
रही है.. उसे याद आता है. की . उसे तरुण ने अभी तक “ आई लव
यू ” नही कहा है.. ये बात अलग थी की तन्नू ने भी अभी तक
अपने प्यार का इज़ हार नही किया था.. लेकिन लड़किया हमेशा यही
चाहती है की लड़का ही पहले स्टार्ट करे. वो डिसाइड करती है की..
नाइट जब तक तरुण उसको प्रपोज नही करेगा.. वो कुछ नही
करने देगी. तन्नू इस बात को ले कर इतनी एग्ज़ाइटेड होती है की वो
तभी तरुण के रूम की ओर चली जाती है.. ओर धीरे से डोर पर नॉक
करती है.. लेकिन तरुण तो गहरी नींद मे सोया हुआ था.. उसकी नींद
नही खुलती है.. तन्नू भी समझ जाती है.. की तरुण सो रहा है..
वो वहाँ से धीरे धीरे अपने रूम की ओर जाते हुए सोच रही है.
है.
“ तरुण इतनी गहरी नींद मे तो कभी नही सोता. शायद मेरे ही
सपने देख रहा होगा……(एक छोटी सी स्माइल के साथ) .. पता
नही सपने मे मेरे साथ क्या कर रहा होगा..”
इतना सोचते ही. तन्नू के चेहरे पर एक बड़ी नॉटी स्माइल आ जाती
है. ओर वो अपने रूम की ओर भाग जाती है..
( लेकिन सच बात तो ये है दोस्तो की….खुद राइटर को भी नही
पता.. की तरुण किसके सपने देख रहा है.. तन्नू के या कामिनी
के.. ओर पता नही किसके साथ क्या हरकते कर रहा होगा सपने मे. )
अभी 1 बजा है.. कुछ देर बाद डोर बेल बजती है. कामिनी की नींद
इससे खुल जाती है.. ओर वो जा कर डोर ओपन करती है. बाहर टीना
खड़ी थी.. वो पसीने मे भीगी हुई थी.. इस हालत मे देख कर
कामिनी
कामिनी – “ अरे टीना बेटा, ये क्या हालत बना रखी है.. पैदल आई
हो क्या.?”
टीना – “ नो मोम टॅक्सी से आई हू.. मेरी कार खराब हो गयी थी.उसे मे वही कॉलेज मे ही छोड़ आई हू”
कामिनी टीना को एक गिलास वॉटर देती है. ओर टवल से उसका फेस
पोछती है
कामिनी – “ तू ने किसी मकेनिक को कॉल किया,..? ”
टीना – “ नो मोम. मैं इन सब पछडे मे नही पड़ती. आप किसी को
बोल दो वो कार ठीक करके घर पहुचा देगा.”
टीना इतना कह कर अपने रूम मे चली जाती है. ओर कामिनी अपने
रूम मे जा कर अपना मोबाइल निकालती है ओर मयंक को कॉल करके सब
बात बताती है..
मयंक – “ ठीक है.. मैं किसी को भेज देता हू.. वो शाम तक गाड़ी
घर पहुचा देगा. “
ओर कामिनी कॉल कट कर देती है.. कामिनी बाहर आ कर किचन मे
लंच रेडी करने मे बिज़ी हो जाती है.. कुछ देर मे कुछ देर
मे कामिनी का मोबाइल बजता है.. ये कॉल मयंक का था.. कामिनी
कॉल उठाती है
कामिनी – “ हा मयंक बोलो.”
मयंक – “ कामिनी मेरी अभी एक बहुत इम्पोर्टेंट मीटिंग है..
मैं टिया को लेने नही जा पाउन्गा..तुम तरुण को भेज दो.. वो टिया
को स्कूल से ले आएगा..”
कामिनी – “ ओके मैं भेज देती हू. आप लंच के लिए घर नही
आएँगे क्या..?”
मयंक – “ नही.. मैं नही आ पाउन्गा.. नाइट मे भी लेट
आउन्गा. बहुत काम है ओके बाइ टेक केयर”
कामिनी भी बाइ बोल कर कॉल कट देती है.. ओर तरुण के रूम की ओर जाती
है.. रूम अंदर से लॉक था.. कामिनी डोर पर नॉक करती है. ओर
ज़ोर से आवाज़ लगाती है
कामिनी – “ तरुण बेटा.. उठ. तुमसे कुछ काम था.”
तरुण अंदर से नींद मे बोलता है..
तरुण – “ क्या है मोम. मैं सो रहा हू.”
कामिनी – “ अरे बेटा बहुत इंपॉर्टेंट काम है. जल्दी उठ.”
थोड़ी देर मे तरुण डोर ओपन करता है.
तररूण- “ क्या है मोम”
कामिनी – “ तरुण जल्दी से रेडी हो ओर टिया को स्कूल से ले आ. वो बेचारी वहाँ वेट कर रही होगी.. आज तेरे डॅड को कुछ ज़रूरी काम की वजह से वो नही जा सकते.”
इतना सुन कर तरुण को अपनी छोटी बहन की फिकर होती है.ओर वो हा बोल
कर बाथरूम मे चला जाता है. कामिनी भी किचन मे चली जाती
है 15 मिंट बाद तरुण हॉल मे आता है..
कामिनी – “ बेटा मेरी कार ले जाना. बाहर बहुत गर्मी होगी ना…”
तरुण – “ नो मोम. मैं बाइक ले कर जा रहा हू.. ”
कामिनी – “ ठीक है बेटा.. लेकिन ठीक से चलाना.”
तरुण घर से बाइक ले कर निकल जाता है….. कुछ आधे घंटे मे
वो टिया के स्कूल पहुचता है. वहाँ टिया अपनी कुछ फ्रेंड्स के
साथ बाते कर रही थी. वो तरुण को देख कर भाग कर उसके पास
आ जाती है.
वहाँ टिया अपनी कुछ फ्रेंड्स के साथ बाते कर रही थी. वो
तरुण को देख कर भाग कर उसके पास आ जाती है.. उसके फेस
को देख कर लग रहा था की वो तरुण को यहा देख कर बहुत
खुश है.
टिया – “भाई आज तुम आए.. डॅड कहा है..? ”
तरुण टिया के फेस पर स्माइल देख कर उसे थोड़ा भी कम नही
चाहता था. इसलिए
तरुण – “ हा आज डॅड को मैने बोला टिया को मैं ले आता हू..
इसलिए मैं आ गया. तुम को बुरा तो नही लगा “
टिया – “ नही भैया.. मैं तो आप को यहा देख कर बहुत
खुश हू.. की तुम आए हो. ”
तरुण – “ अच्छा ”
इतने मे टिया की सहेलिया (फ्रेंड्स) जिनसे टिया बात कर रही थी.
वो भी वहाँ आती है ओर तरुण को देख कर वो सभी अट्रॅक्ट
होती है. इन सभी 10त – 11त क्लास की गर्ल को इम्परेस्स करने
के लिए तरुण को कुछ करने की ज़रूरत नही थी.. वो काफ़ी
हॅंडसम है ओर उसकी बॉडी बिल्कुल फिट है. 6 पॅक्स है. टिया की
सहेलिया तरुण को देख कर…
सहेली 1 – टिया ये कौन है.?
टिया – “ ये मेरा बड़ा भाई है तरुण ”
सहेली 2 – “ ये बाहर रहता है क्या.? इसको पहले तो कभीनही देखा. ?
टिया – “ हा ये 4 साल बाद लोटे है अपने इंजिनियरिंग ख़त्म करके.”
वो लड़किया इंजिनियरिंग के नाम से ओर ज़्यादा इम्परेस्स हो
गयी.
टिया – “ भाई ये मेरी सहेलिया है. नेहा , प्रीति सोनम , मोना
,
”
ऑल गर्ल्स – “ हीईिइ ”
तरुण – “ हेलो गर्ल्स…”
तरुण – “ टिया चलो हम लेट हो रहे है..”
नेहा – “ तरुण आप कल भी आएँगे टिया को लेने.”
तरुण – “ पता नही..”
सोनम – “ तरुण रूको. मेरे घर से अभी कोई आया नही है.
आप मुझे मेरे घर छोड़ देंगे.”
टिया को अपनी फ्रेंड्स की इन सब बातो से बहुत ज़लिस फील हो
रहा था. लेकिन वो सोच रही थी की तरुण उसे मना कर
देगा. इसलिए वो कुछ नही बोली.