मैं अम्मी के ऊपर इसी तरहा ही थोड़ी देर लेटा रहा क्योकि मेरा दिल नही कर रहा था उठने को
तभी अम्मी ने कहा नसीर अब उठ भी जाओ मुझे वॉशरूम जाना है
मैने कहा जान मैं ले चलता हूँ आप को
अम्मी ने कहा नही बेटा मैं खुद ही चली जाउन्गि
मैने कहा अम्मी क्या आप अब भी नाराज़ हो
अम्मी ने बनावटी गुस्से से मुझे एक हल्का सा धक्का दिया और कहा अब हटो भी मेरे ऊपर से कमिने इंसान
मैने कहा नही अम्मी पहले बताओ कि आप नाराज़ तो नही हो
अम्मी ने कहा क्या मुझे खुश होना चाहिए कि आज मेरे बेटे ने ही मुझ से सेक्स किया है
अम्मी की बात पे मैं चुप रहा और कुछ देर के बाद कहा अम्मी आप बाहर भी तो करती हो अगर मैने आप के साथ कर लिया तो इस मैं बदनामी तो नही हो गी ना
लेकिन अम्मी ने मेरी बात का कोई जबाब नही दिया और उठ के वॉशरूम चली गई
वॉशरूम से आने के बाद अम्मी सीधा अपने रूम की तरफ चली गई
मैं भी उठ के वॉशरूम मे गया और सफ़ाई के बाद अम्मी के रूम मे नंगा ही चला गया
अम्मी मुझे इस तारह नंगा देखते ही समझ गई कि अभी मेरा दिल और चुदाई को कर रहा है अम्मी ने कहा नही नसीर अब और नही प्लज़्ज़्ज़्ज़
मैने कहा अम्मी आज ही तो मोका है कि हम जितना मर्ज़ी प्यार कर सके कोई रोकने वाला नही है
लेकिन अम्मी लगातार इनकार करती रही और मेरा लंड भी सहलाती रही
उस रात हम ने 2 बार और चुदाई की और फिर हम एक साथ ही सो गये
सुबह मेरी आँख खुली तो मैं अम्मी के रूम मे नंगा ही लेटा हुआ था लेकिन अम्मी वहाँ नही थी
मैने टाइम देखा तो 11 बजे का टाइम हो रहा था मैने उठ के वॉशरूम का रुख़ किया तो देखा कि अम्मी किचॅन मे नाश्ता तैयार कर रही हैं
मैं नहा धो के बाहर निकला और सीधा किचॅन मे जा के अम्मी को पीछे से लिपट गया
अम्मी ने मेरी तरफ देखे बिना ही कहा उठ गया मेरा राजा बेटा मैने कहा अम्मी आप का राजा बेटा तो अभी सो रहा है
अम्मी ने कहा नसीर हर वक़्त इस तरह की लिपटा लिपटी और डबल मीनिंग बाते हमे मरवा भी सकती हैं प्लज़्ज़्ज़्ज़ ख्याल किया करो
मैने कहा कि अम्मी घर मे कोई भी नही है फिर आप क्यो डर रही हो
अम्मी ने कहा नसीर अभी कोई नही लेकिन कभी हो भी सकता है इस लिए कह रही हूँ कि ख्याल रखा करो
मैने कहा ओके जान जैसे आप कहो और अम्मी के गालों पे एक किस भी कर दी इतनी देर मे मेरा लंड भी खड़ा हो गया था जो कि अम्मी की गांद मे चुभ रहा था
अम्मी ने कहा नसीर ये शैतान फिर खड़ा हो गया
मैने कहा अम्मी इसे भी तो नाश्ता करना है ना
अम्मी ने कहा रात को इतनी खुराक दी है अब फिर इसे भूक लग गई है
मैने कहा अम्मी वो तो इस ने सिर्फ़ टेस्ट किया था खाया तो नही था खाना तो अभी खाएगा
अम्मी ने कहा नही नसीर अभी नही तुम्हारी बहन भाई और अबू आने वाले हैं उन के आने से पहले खाना खा लो और बीमार बन जाओ
मैने कहा क्या वो अभी आ रहे हैं अम्मी ने कहा हां आने ही वाले हैं
और मैं वहाँ से चुप चाप खाना खा के अपने रूम मैं आ के लेट गया बीमारों की तरह
दिन 10 मिनट के करीब अबू और मेरी बहने भी आ गई
अपी ने आते ही मुझसे पूछा नसीर अब कैसी तबीयत है तुम्हारी
तो मैने कहा कि अपी अभी तो ठीक हूँ आप सुनाओ फुफो के घर कैसी गुज़री
अपी ने कहा भाई सच मे बड़ा मज़ा आया आप भी होते तो ज़ियादा मज़ा आता
मैने कहा हां ये तो है लेकिन मेरी तबीयत भी तो ठीक नही थी ना इतने मे अम्मी ने अपी को आवाज़ दी तो वो बाहर चली गई
बाकी का सारा दिन इसी तरहा गुज़र गया रात को खाना खाने के बाद मैने अम्मी को इशारे से पूछा कि क्या वो आएँगी लेकिन अम्मी ने कोई जबाब नही दिया
लेकिन मैं रात देर तक अम्मी का वेट करता रहा लेकिन अम्मी नही आई इंतज़ार करते हो 1 बज चुका था और मैं उठा वॉशरूम के लिए लेकिन जैसे ही अपने रूम से बाहर निकला तो सामने वॉशरूम का दरवाज़ा खुला था और ज़ीरो वाट के बल्ब की रोशनी मे अपी वॉशरूम के फर्श पे बैठी थी
अपी की क़मर क्योकि वॉशरूम के डोर की तरफ थी और शॉकिंग बात ये थी कि अपी ने अपनी शलवार उतारी हुई थी और ज़ोर से हिल रही थी
मुझे कुछ समझ नही आ रही थी कि अपी इस वक़्त ये सब क्यो कर रही है अपी अपने राइट हॅंड को रानों के बीच मे बड़े ज़ोर से रगड़ रही थी और सिसकियाँ ले रही थी अहह उंह इष्ह ओफफफफफफफफ्फ़ की हल्की आवाज़े आ रही थी अपी की
और मैं वहीं बुत बना खड़ा था और अपी को ये सब करते हो देख रहा था
फिर मैं वहाँ से अपने रूम को वापिस आ गया और आ के सोचने लगा कि इतनी रात हो गई है और अपी इतनी गरम क्यो हो रही थी
कोई 30 मिंट के बाद मेरे रूम का डोर आहिस्ता से खुला और अम्मी आ गई
अम्मी को देखते ही मेरा लंड सलामी देने लगा अम्मी ने कहा क्या बात है मेरा राजा बेटा तो बहुत उछल रहा है
मैने कहा अम्मी आप ने इतनी देर क्यो लगा दी आने मे
अम्मी ने कहा तुम्हारे बाप को भी तो ठंडा कर के आई हूँ ना
अम्मी की बात सुन के अचानक मेरे मुँह से निकला ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह इसी लिए अपी इतनी गरम हो रही थी
मेरी बात सुन के अम्मी बोखला गई और कहने लगी क्या मतलब
मैने अम्मी को सब कुछ बता दिया और कहा कि अम्मी मुझे लगता है आप को पता था कि अपी आप को और अबू को देख रही है
अम्मी पहले तो नही मानी लेकिन मेरे ज़ोर देने पेर मान ही लिया कि उन्हे अपी का पता था कि वो देख रही हैं और असल बात का तो मुझे बाद मे अपी से पता चला कि अम्मी ने खुद अपी को देखने और एंजाय करने के लिए कहा था
फिर मैं और अम्मी बेड पे लेट गये और हम ने किस शुरू कर दी मैं अम्मी को किस भी करता रहा और उन के बूब्स बी दबा रहा था
थोड़ी देर के बाद मैं उठा और अम्मी के और अपने कपड़े उतार दिए और अम्मी को सीधा लिटा दिया अम्मी की दोनो टाँगों को खोल के अपना मुँह अम्मी की मोटी और फूली होई फुद्दि पे रख दिया
अम्मी को फुद्दि चुसवाने मे बड़ा मज़ा आता था इस लिए मैने अम्मी की फुद्दि मे अपनी ज़ुबान से चुदाई करने की कोशिश शुरू कर दी
मैं जैसे ही अपनी ज़ुबान को अम्मी की फुद्दि के सुराख मे घुसाता अम्मी तो जैसे तड़प जाती और अहह नसीर नैईईईईईईईईईईईईई
की आवाज़ करने लगती कुछ देर के बाद मैं उठा और अम्मी की टाँगों को अपने कंधों पे रख के एक ही झटके मे अपना लंड अम्मी की फुद्दि मे पूरा उतार दिया
लेकिन अम्मी ने अपने होंठो को बड़ी मज़बूती से बंद कर रखा था ताकि कोई आवाज़ ना निकल सके
और मैं पूरी ताक़त से अम्मी की फुद्दि मे अपने लंड को इन आउट करने लगालग भग 10 मिंट की ज़ोर दार चुदाई के बाद मैं अम्मी की फुद्दि मे ही फारिघ् हो गया
कुछ देर के बाद अम्मी उठी और कहा नसीर जिस वक़्त सब लोग घर मे हों तो इस तरहा जानवर नही बना करो
और रूम से बाहर चली गई
अम्मी के जाने के बाद मैं सोचने लगा कि क्या अपी भी कहीं अम्मी की तरहा कहीं बाहर किसी से चुदवा तो नही चुकी
इन्ही ख्यालो मे खोया हुआ ही मैं सो गया सुबह उठ के नहा धो के नाश्ता किया और घूमने निकल गया
दुपेहर 2 के करीब घर आया तो देखा कि ज़ारा भी आई हुई है
मैं ज़रा को देख के खुश हो गया और सोचा कि ज़ारा और अपी फ्रेंड्स हैं तो अगर अपी का किसी के साथ कोई चक्कर है तो ज़ारा को भी पता हो गा
खाना खा के मैं अपने रूम मे जाते हुए ज़ारा को इशारे से रूम मे बुला लिया
ज़ारा थोड़ी देर मे ही आ गई और पूछने लगी नसीर क्या बात है रूम मे क्यो बुलाया है
तो मैने कहा ज़ारा तुम से काम था
ज़ारा ने पूछा हां बताओ क्या काम है मुझ से
मैने कहा पहले वादा करो ना तो ग़लत समझो गी और ना ही किसी को बताओ गी
ज़ारा थोड़ा परेशान हो गई और कहने लगी नसीर बात तो बताओ बात क्या है
मैने कहा नही ज़ारा पहले वादा करो तुम नाराज़ भी नही हो गी गुस्सा भी नही करो गी और जो सच है वो ही बताओ गी
ज़ारा ने कुछ देर सोचने के बाद वादा कर लिया और कहा नसीर जो भी पूछना है जल्दी पूछ लो मुझे जाना भी है
मैने कहा ज़ारा क्या नैइला अपी का भी कोई चक्कर है किसी के साथ
तो ज़ारा का जैसे रंग ही उड़ गया हो मेरी बात सुन के
ज़ारा ने उठते हुए कहा पता नही और जाने लगी लेकिन मैने उस का हाथ पकड़ लिया और कहा ज़ारा मुझ से नही छुपाओ जो भी है वो बता दो
लॅकिन ज़ारा कुछ भी बताने को तैयार नही हुई तो मैने कहा देख लो ज़ारा अगर तुम ने नही बताया तो मैं तो पूरे मुहल्ले मे बता दूँगा की तुम्हारी क्या करतूत हैं
मेरी बात पे वो बेड पे बैठ गई और कहने लगी नसीर प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मैं नही बता सकती तुम्हे मुझे कुछ भी नही पता
मैने कहा ज़ारा मुझे उल्लू मत बनाओ जो मैने पूछा है वो बताओ
ज़ारा की आँखों मे हल्के आँसू भी आ गये थे और वो आँसुओ भरी आँखों के साथ बोली नसीर अगर मैने तुम्हे कुछ बताया तो भी मैं नही बचूंगी बदनाम हो जाउन्गि
मैने कहा क्या मतलब् है खुल के बताओ मैं तुम्हारा नाम नही आने दूँगा
ज़ारा पहले कुछ सोचते रही और फिर उस ने कहा कि नैइला का अभी तक कोई चक्कर नही है लेकिन 2 3 दिन मे वो चुदवा ले गी
मुझे एक झटका लगा ज़ारा की बात से मैने कहा किस से ज़ारा ने कहा कि मेरे भाई ज़फ़र से
मैने कहा क्या तो उस ने कहा हां ये ही सच है
मैने कहा नैइला और ज़फ़र की बात चीत कैसे हुई
ज़ारा ने कहा तुम्हारी अम्मी ने नैइला को तैयार किया है ज़फ़र के लिए
ज़ारा की बातों से मुझे झटके पे झटके लग रहे थे
मुझे कुछ भी समझ नही आ रहा था मैं क्या कहू और क्या करू चाहता तो मैं भी ये ही था कि मैं नैइला को चोदू लेकिन अम्मी अपी को ज़फ़र से चुदवाना चाहती हैं ये बात समझ नही आ रही थी कि आख़िर ऐसी क्या बात है ज़फ़र मे
मैने कहा ज़ारा क्या तुम बता सकती हो कि अम्मी अपी को ज़फ़र से क्यो चुदवाना चाहती हैं
ज़रा ने कहा नसीर ज़फ़र और तुम्हारी अम्मी बहुत पहले ही से एक दूसरे से चुदाई करते हैं और तुम्हारी अम्मी ने मुझे भी अपने भाई से चुदने के लिए तैयार किया था और ज़फ़र जो भी तुम्हारी अम्मी से कहता है तुम्हारी अम्मी वो मानती हैं
मैने कहा ठीक है ज़ारा तुम जाओ और किसी को भी पता नही चलना चाहिए कि मुझे भी सब कुछ पता चल चुका है ज़ारा के जाने के बाद मैं सोच मे पड़ गया कि ये अम्मी आख़िर चाहती क्या है क्यो अपने हाथों से अपने ही घर को अग लगा रही है
लेकिन मेरी समझ मे कुछ भी नही आ रहा था कि आख़िर अम्मी चाहती क्या हैं
शाम के 5 बजे अम्मी और नेलु साथ वाली आंटी के घर गये तो मैने हिम्मत कर के अपी को अपने रूम मे बुला लिया
और कहा कि अपी मैं अगर आप से कोई बात कहू तो क्या आप मान लो गी
अपी ने कहा भाई क्या बात मनवानी है तुम ने
मैने कहा अपी आप अम्मी की बातों मे आ कर अपनी ज़िंदगी बर्बाद मत करो
मेरी बात से अपी के चेहरे का रंग उड़ गया लेकिन अपी ने फॉरन कहा क्या मतलब् है तुम्हारा क्या अम्मी मुझे कोई ग़लत काम सिखा रही हैं
मैने कहा मैने ये तो नही कहा हां ये ज़रूर कहा है कि अपी आप जो काम अम्मी का कहना मान कर 2 3 दिन मे करने वाली हो ग़लत है
अपी मेरी बात पे चुप कर गई और कहा भाई तुम इस बात मे ना पडो तुम्हे नही पता
मैने कहा अपी आप मेरी बड़ी बेहन हो और ये हमार घर है अगर यहाँ कुछ ग़लत हो रहा है तो ये हमारा पे फ़र्ज़ है कि हम इसे रोके
मेरी बात सुन के अपी उठी और वहाँ से चली गई और मुझे गुस्सा आने लगा कि आख़िर अपी मेरी बात क्यो नही सुनना चाहती
अम्मी जब घर वापिस आई तो मैं बाहर हॉल मे ही बैठा था अम्मी मेरे पास बैठ गई अभी हमारे बीच कोई बात भी नही हुई थी कि अपी ने अम्मी को बुला लिया और कहा अम्मी यहाँ आओ आप से काम है
अम्मी उठ के अपी वाले रूम मे चली गई और कोई 30 मिंट के बाद वापिस आई और मुझे कहा कि मेरे साथ अपने रूम मे चलो
मैं अम्मी के साथ अपने रूम मे आ गया और कहा जी अम्मी क्या बात है आप ने यहाँ क्यो बुलाया है
मुझे
अम्मी ने कहा तुम ने नैइला से क्या बात की है मैने कहा जो सच है
अम्मी ने कहा क्या सच है मुझे भी तो पता चले मैने कहा क्या ये सच नही है कि आप नैइला को ज़फ़र से चुदवाना चाहती हो
मेरे मुँह से ज़फ़र का नाम सुन कर अम्मी का रंग उड़ गया
और अम्मी ने कहा कोन कहता है ये सब मैं उस की ज़ुबान खींच लूँगी
मैने कहा फिर जाओ और अपने यार ज़फ़र की ज़ुबान खींच के दिखाओ क्योकि उसी ने मुझे कहा बाहर कई लड़कों के सामने
हालांके ये मैने झूठ बोला था अम्मी से
अम्मी ने कहा नही ज़फ़र ये सब नही कह सकता
मैने कहा फिर मुझे कैसे पता लगा अब अम्मी के पास मेरी बात का कोई जबाब नही था इसी लिए वो चुप हो गई
मैने फिर कहा अम्मी आप ये क्या कर रही हो एक ऐसा आदमी जो आप को हर जगह बदनाम कर रहा हो आप उस को अपनी कुँवारी बेटी चोदने के लिए दे रही हो
अम्मी ने कोई जबाब नही दिया तो मैने कहा आप को पता है कि उस दिन मैं वहाँ जहाँ आप चुदवा रही थी तो मैं वहाँ कैसे आया
अम्मी ने मेरी तरफ देखा तो मैने हां मैं सर हिलाते हुए कहा कि हां अम्मी मुझे ज़फ़र ने ही वहाँ भेजा था
मेरी इन बातों से अम्मी की आँखों मे पानी तो आ ही गया था लेकिन चहरे पे गुस्सा भी सॉफ नज़र आ रहा था मुझे
अम्मी उठी और बस इतना ही कहा कि नसीर क्या ये सब सच है
मैने कहा अम्मी आप की कसम सच है
और अम्मी वहाँ से चली गई
main ammi k opar isi tarha hi thodi der leta raha kion k mera dil nai kar raha tha uthne ko
tabi ammi ne kaha k nasir ab uth bi jao mujhe washroom jana hai
maine kaha jan main le chalta hon app ko
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maine kaha k ammi kia app ab bi naraz ho
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maine kaha nai ammi pehle btao k app naraz toh nai ho
ammi ne kaha k kia mujhe khush hona chahiye k ajj mere bete ne hi mujhe sex kia hai
ammi ki baat pe main chup raha aur kuch der k baad kaha k ammi app bahir bi toh karti ho agar maine app k sath kar liya toh is main badnami toh nai ho gi na
lakin ammi ne meri baat ka koi jwab nai diya aur uth k washroom chali gai
washroom se ane k baad ammi sedha apne room ki taraf chali gai
main bi uth k washroom main gya aur sfai k baad ammi k room main nanga hi chala gya
ammi mujhe is tarh nanga dekhte hi samjh gai k abi mera dil aur chudai ko kar raha hai ammi ne kaha k nai nasir ab aur nai plzzzz
maine kaha k ammi ajj hi toh moka hai k hum jitna marzi piyar kar sakin koi rokne wala nai hai
lakin ammi musalsal inkar karti rahi aur mera lun bi sahlati rahi
us raat hum ne 2 bar aur chudai ki aur phir hum ek sath hi gay
subah meri ankh khuli toh main ammi k room main nanga hi laita howa tha lakin ammi wahan nai thi
maine time dekha toh 11 k time ho raha tha maine uth k washroom k rokh kia toh dekha k ammi kitchan main nashta tyar kar rahi hain
main nha dho k bahir nikla aur sidha kitchan main ja k ammi ko piche se lipat gya
ammi ne meri taraf dekhe bina hi kaha k uth gya mera raja beta maine kaha k ammi app ka raja beta toh abi so raha hai
ammi ne kaha nasir har waqt is taha ki lipta lipti aur doubl meaning batain hum marwa bi sakti hain plzzzz khiyal kia karo
maine kaha k ammi ghar main koi bi nai hai phir app kion dar rahi ho
ammi ne kaha nasir abi koi nai lakin kabi ho bi sakta hai is liya keh rahi hon k khiyal rakha karo
maine kaha ok jan jaise app kaho aur ammi k galon pe ek kiss bi kar di itni der main mera lun bi khada ho gya tha jo k ammi ki gaand main chubh raha tha
ammi ne kaha k nasir ye shaitan phir khada ho gya
maine kaha k ammi ise bi toh nashta karna hai na
ammi ne kaha k raat ko itni khorak di hai ab phir ise bhook lag gai hai
maine kaha k ammi wo toh is ne sirf test kia tha khaya toh nai tha khana toh abi khaie ga
ammi ne kaha nai nasir abi nai tumhari behnain bhai abu ane wale hain un k ane se pehle khana kha lo aur bimar ban jao
maine kaha kia wo abi a rahe hain ammi ne kaha haan ane hi wale hain
aur main wahan se chup chap khana kha k apne room main a k laite gya bimaron ki tarha
din 10 k kareeb abu aur meri behnain bi a gai
appi ne ate hi mujhse pucha k nasir ab kaisi tabiyat hai tumhari
toh maine kaha k appi abi toh theek hon app sunao phupho k ghar kaisi guzri
appi ne kaha k bhai such main bada maza aya app bi hote toh ziyada maza ata
maine kaha haan ye toh hai lakin meri tabiyat bi toh theek nai thi na itne main ammi ne appi ko awaz di toh wo bahir chali gai
baki ka sara din isi tarha guzar gya raat ko khana khane k baad maine ammi ko ishare se pucha k kia wo aain gi lakin ammi ne koi jwab nai dia
lakin main raat der tak ammi ka wa8 karta raha lakin ammi nai aai intzar karte howe 1 baj chuka tha aur main utha washroom k liye lakin jaise hi apne room se bahir nikla toh samne washroom ka darwaza khula tha aur zero k bulb ki roshni main appi washroom k farsh pe bethi thi
appi ki qamar kion k washroom k door ki taraf thi aur shoking baat ye thi k appi ne apni shilwar utari hoi thi aur zor se hil rahi thi
mujhe kuch samajh nai a rahi thi k appi is waqt ye sub kion kar rahi hai appi apne right hand ko ranon k darmian main bade zor se ragad rahi thi aur siskian le rahi thi ahhhhhhhh umhhhhhhhhhhh ishhhhhhhhhhh offfffffff ki halki awazin a rahi thi appi ki
aur main wahin but bana khada tha aur appi ko ye sub karte howe dekh raha tha
phir main wahan se apne room ko wapis a gya aur a k sochne laga k itni raat ho gai hai aur appi itni garam kion ho rahi thi
koi 30 mint k baad mere room ka door ahista se khula aur ammi a gai
ammi ko dekhte hi mera lun salami dene laga ammi ne kaha k kia baat hai mere raja beta ko bauht uchal raha hai
maine kaha k ammi app ne itni der kion liga di ane main
ammi ne kaha k tumhare baap ko bi toh thanda kar k aai hon na
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maine ammi ko sub kuch bta dia aur kaha k ammi mujhe lagta hai k app ko pata tha k appi app ko aur abu ko dekh rahi hai
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ammi ko phudi chuswane main bada maza ata tha is liye maine ammi ki phudi main apni zuban se chudai karne ki koshish shoro kar di
main jaise hi apni zuban ko ammi ki phudi k sorakh main ghusata ammi toh jaise tadap jati aur ahhhhhhh nasir naiiiiiiiiiiiiii
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