Indian incest sex story – फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है

दरवाज़ा खोला तो सामने अपी और नेलु खड़ी थीं मैने उन को देख के दिल मे कहा कि क्या थोड़ी देर के बाद नही आ सकती थी

लेकिन मुँह पे तो नही कह सकता था ना

इसी लिए चुप चाप अपने रूम मे चला गया और जा के अभी कुछ देर पहले मैने अम्मी को जो किस की थी उस के बारे मे सोचने लगा

दुपेहर क खाने के बादमैने अम्मी से अली का पूछा तो अम्मी ने कहा कि वो नही आया

और मैं जा के रूम मे लेट गया और अम्मी का इंतज़ार करने लगा पता नही मुझे क्यो यक़ीन सा था कि अम्मी ज़रूर आएँगी

अम्मी कोई 3 बजे के करीब आ गई और मेरे पास बैठ कर कहने लगी कि नसीर अब बताओ तुम क्या चाहते हो पहले तो मैं चुप रहा लेकिन फिर मैने दिल बड़ा कर के कह ही दिया कि अम्मी आप मेरे लिए क्या कर सकती हो और अपने लंड जो कि उस वक़्त खड़ा हो रहा था को अम्मी के करीब हो के गांद पे लगा दिया किओं कि मैं उस वक़्त लेटा हुआ था और अम्मी बैठी थीं

मेरी इस हरक़त पे भी जब अम्मी ने कुछ नही कहा तो मेरा होसला बढ़ गया

कुछ देर के बाद अम्मी ने कहा कि बताओ ना बेटा कि तुम्हे क्या चाहिए तो मैने अम्मी को ये कहते हुए कि मैं क्या बताऊ अम्मी और ज़ियादा लिपट गया जिस मेरा लंड जो कि फुल खड़ा हो गया था उस टाइम अम्मी की गांद मे चुभने लगा

अम्मी मेरी इस हरक़त पे मेरी तरफ देखने लगीं लेकिन ना तो कुछ कहा और ना ही उठी

फिर अम्मी ने कहा कि नही नसीर ये ठीक नही है

मैने कहा कि अम्मी क्या ठीक नही है

अम्मी ने कहा कि नसीर जो तुम करना चाहते हो वो ठीक नही है

मैने कहा कि अम्मी मैं तो कुछ भी नही करना चाहता

अम्मी ने कहा तो फिर ये सब क्या कर रहे हो

उस वक़्त नज़ाने मुझे क्या हुआ कि मैने अम्मी से कह दिया कि अम्मी आप बाहर भी तो ये सब ही करती हो ना अगर मैं आप को घर मे ही ये मज़ा दे दू तो क्या बुराई है

अम्मी एक दम से खड़ी हो गई और कहने लगी कि नही नसीर ये ठीक नही है मैं ये नही कर सकती

और ये कह कर वो चली गई मैं अम्मी को जाते हुए देखता ही रहा और कुछ भी नही कर सका

मेरी समझ मे नही आ रहा था कि मैं क्या करू और अम्मी को अपने लिए कैसे मनाऊ

अम्मी के जाने के बाद मैं ये सब सोचता हुआ ही सो गया जब सो के उठा तो उस वक़्त अली भी आ गया था अपी ने पूछा कि भाई आप के लिए कोन से कपड़े निकाल दू

मैने कहा ये ही ठीक हैं तो अपी ने कहा कि भाई क्या आप इसी ड्रेस मे फ़ुपो के घर जाओ गे तो अचानक मेरे दिमाग़ मे आया कि अम्मी और फुफो की आपस मे नही बनती जिस का मतलब है कि अम्मी नही जाएँगी तो मैने कहा कि मैं नही जा रहा

अपी ने कहा भाई अब आप को क्या हुआ

मैने कहा कुछ नही मेरी बहना मेरी तबीयत कुछ खराब है इस लिए नही जा रहा और तुम लोग कब वापिस आ रहे हो

अपी ने कहा भाई हम सुबह वापिस आ जाएँगे

मैने कहा अच्छा ठीक है तुम लोग जाओ

अपी के जाते ही मैं फॉरन अपने रूम मे आ गया और आ के बेड पे लेट गया कि तभी अम्मी आ गई और कहा कि तुम्हे क्या हुआ

मैने कहा कि अम्मी पता नही क्या हुआ है मुझ से तो हिला भी नही जा रहा है

अम्मी मेरी बात सुन के परेशान हो गईं और कहने लगी अच्छा तुम आराम करो और किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो आवाज़ दे देना

मैने कहा जी अम्मी मैं बता दूँगा आप परेशान मत हों मेरी बात सुन कर अम्मी चली गई

अभी मैं सोच ही रहा था कि मैं वॉशरूम तो हो आऊ कि तभी अबू मेरे रूम मे आ गये

अबू ने आते ही कहा नसीर क्या हुआ मैने सुना है तुम्हारी तबीत ठीक नही है

मैने कहा जी अबू हिला नही जा रहा जिस्म मे दर्द हो रहा है

अबू ने कहा ठीक है तुम आराम करो मैने तुम्हारी मा को कह दिया है वो तुम्हारा ख्याल करे गी और वहाँ से चले गयेअबू के जाने के बाद मैने सोचा कि अबी ऐसे ही लेटा रहना चाहिए नही तो पॉल खुल जाय गी कि मैं बीमार नही हूँ सिर्फ़ ड्रामा कर रहा हूँ

कुछ देर तो घर मे हलचल की आवाज़ें आती रही लेकिन फिर खामोशी छा गई

फिर अम्मी मेरे रूम मे आईं और कहा कि नसीर उठो और खाना खा लो मैने कहा कि अम्मी मुझे भूक नही है

अम्मी ने कहा चलो उठो मुझे पता है कि तुम ठीक हो और सिर्फ़ ड्रामा कर रहे हो

मैने कहा नही अम्मी मुझ से वाकई हिला भी नही जा रहा

तो अम्मी ने कहा नसीर क्या तुम वाक़ई बीमार हो

मैने कहा जी अम्मी

अम्मी ने कहा चलो मैं तुम्हे डॉक्टर के पास ले चलती हूँ मैने कहा नही अम्मी आप मुझे पेनाडॉल की 2 गोलियाँ दे दो मैं ठीक हो जाउन्गा

अम्मी गई और मेरे लिए खाना और 2 गोलियाँ ले आईं मैने खाना खाया और गोलियाँ छुपा दी

फिर अम्मी ने आ के बर्तन उठा लिए तो मैने कहा अम्मी प्लज़्ज़्ज़ मुझे उठाना नही किओं कि मैं आराम करूँगा तो मेरी तबीयत ठीक हो जाएगी

अम्मी मेरी बात से कुछ खुश नज़र आने लगी और मैं भी ये ही चाहता था कि अम्मी ने जो बनी करना है खुल के करें और मुझ से ना डरे

अम्मी के जाने के बाद मैं काफ़ी देर ऐसे ही लेटा रहा और सोचता रहा क्या अम्मी किसी के साथ कुछ करेंगी आज रात कि नही

रात के करीब 11 का टाइम हो गा अम्मी मेरे रूम मे आईं और मुझे आवाज़ दी नसीर बेटा नसीर

लेकिन मैं चुप कर के लेटा रहा अम्मी मुझे कुछ देर आवाज़ देने के बाद चली गई

तभी मुझे बाहर का डोर खुलने और फिर बंद होने की आवाज़ सुनाई दी लेकिन मैं अपनी जगह से हिला भी नही क्योकि हो सकता है कि ये अम्मी की कोई चाल हो

मैं 30 मिंट तक इसी तरहा लेटा रहा लेकिन जब मुझे किसी तरफ से कोई आवाज़ नही सुनाई दी तो मैं आराम से उठा और बाहर निकल आया

बाहर आते ही मैं सीधा अम्मी के रूम की तरफ गया लेकिन रूम का डोर क्लोज़ था लाइट ऑन थी मैने आराम से डोर पे ज़ोर दिया लेकिन वो बंद था

मैं वहाँ से हटा और सीधा सीढ़ियो की तरफ गया और वहाँ से दीवार के रोशनदन को देखा लेकिन वहाँ भी मैं नही पहुच सकता था

फिर मैं विंडो की तरफ गया तो वो हल्की सी खुली हुई थी और मैं रूम मे देखने लगा रूम का पहला सीन जो मैने देखा वो बड़ा ही मस्त था

क्योकि अम्मी मेरे खलू अस्घर के लंड पे उछल रही थी और खलू बेड पे लेटे हुए थे

ये नज़ारा देख के मुझे मज़ा भी आया लेकिन अपनी गश्ती मा पे गुस्सा भी कि वो घर मे लंड को छोड़ के बाहर क्यो चुदने जाती है

ये सब सोचते ही मेरा लंड जो कि पहले ही खड़ा था बेकाबू होने लगा तबी रूम का मंज़र बदल गया अब अम्मी नीचे लेटी हुई थी और खलू ऊपर

क्योकि खलू की कमर मेरी तरफ थी इस लिए खलू तो मुझे नही देख सकते थे और देखते भी क्यो वो तो मज़े से मेरी मा चोद रहे थे

लेकिन अम्मी ने मुझे विंडो मे खड़ा हुआ देख लिया जैसे ही हमारी नज़र मिली मैने इशारे से कहा लगी रहो चुप चाप

और मैं उन दोनो की चुदाई देखने लगा खलू अम्मी की फूली हुई फुदी मे से अपना पूरा लंड निकालते और फिर पूरी ताक़त से घुसा देते मेरी मा की फुद्दि मे

कुछ देर इसी तरहा चुदाई के बाद खलू ने अपना लंड अम्मी की फुद्दि मे से बाहर निकाला और अम्मी को कहा कि चूसो

लेकिन अम्मी ने मना किया तो खलू ने कहा साली गश्ती पहली बार मुँह मे लेने के लिए तो नही कह रहा जल्दी कर मुझे जाना भी है

और फिर जैसे ही अम्मी ने खलू के लंड को अपने मुँह मे लिया पता नही मुझे क्या हुआ मेरे लंड मे से पानी निकलने लगा

पानी निकालने के बाद मैं अपने रूम मे आ गया तभी मुझे बाहर के डोर के खुलने और बंद होने की आवाज़ सुनाई दी जिस से मैं समझ गया कि खलू चले गये हैंखलू के चले जाने के कुछ ही देर के बाद अम्मी मेरे रूम मे आ गईं और मुझे आवाज़ दी नसीर

लेकिन मैने कोई जबाब नही दिया अम्मी ने कहा मुझे पता है तुम जाग रहे हो सो नही रहे लेकिन मैं फिर भी नही बोला

तो अम्मी आ के मेरे पास बैठ गईं तो मैने अम्मी की तरफ साइड ले ली जिस से मेरा खड़ा लंड अम्मी की गांद मे चुभने लगा

अम्मी ने कहा नसीर क्या अपनी माँ से बात नही करो गे मैने कहा अम्मी मैं अब आप से क्या बात करू कुछ भी तो समझ नही आ रहा है .

अम्मी ने कहा नसीर तुम्हे बुरा तो लगा हो गा ना मैने कहा क्या नही लगना चाहिए

अम्मी कुछ देर चुप रहने के बाद बोलीं अब क्या कहना चाहते हो लेकिन मैने ज़ुबान से कुछ नही कहा लेकिन अम्मी से लिपट गया और उन्हे अपने ऊपर लिटा लिया और अपना एक हाथ अम्मी के बूब्स पे रखा ही था कि अम्मी तडप के उठी और कहने लगी नही नसीर ये नही प्लज़्ज़्ज़्ज़

मुझे भी अम्मी की बात पे गुस्सा आने लगा और मैने कहा और लोगों से तो किसी गश्ती की तरह चुदवाती हो लेकिन मुझे कहती हो कि नही

अम्मी मुझे इस तरह बोलते हुए देख के हेरान रह गई और कहने लगी नसीर मैं तुम्हारी मा हूँ क्या हो गया है तुम्हे

मैने कहा पता है आप मेरी मा हो लेकिन ये भी पता है कि आप एक आवारा कुतिया की तरह गली के कुत्तो से भी चुदाई कर लेती हो आने दो सुबह सब को मैं बताउन्गा कि हमारी मा कितनी बड़ी रंडी है

मेरी बात सुन के अम्मी रोने लगी और कहने लगी नसीर प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मैं तुम्हारी मा हूँ ऐसा मत करो और मेरे पेरो मैं गिर गईं

लेकिन मेरा गुस्सा कम नही हो रहा था मैने कहा जाओ अपने रूम मे और सुबह तक जितने भी यार हैं उन्हे बुला लो और जितना भी चुदना है चुदवा लो क्योकि मैं सुबह सब को बता दूँगा .

अम्मी अपना सर मेरे पेरो पे ही रखे हुए रोती रहीं और कहने लगी नसीर मान जाओ बेटा क्या मिलेगा तुम्हे मुझ को ज़लील कर के

मैने कहा आप अब जाओ सुबह बात हो गी सब के सामने और पता नही क्यो अम्मी अचानक ही उठी और बाहर चली गई

और फिर कुछ देर मैं ऐसे ही बेड पे बैठा रहा और फिर उठ कर बाहर आया देखा तो अम्मी अपने रूम मे नही हैं

मैने किचॅन मे देखा अम्मी वहाँ भी नही थीं कि तभी मुझे वॉशरूम मे से पानी गिरने की आवाज़ आई और मैं समझ गया अम्मी वॉशरूम मे हैं.

और फिर मैं पानी पी के अपने रूम मे आ गया और लाइट बंद कर के लेट गया

तकरीबन 30 मिंट बाद रूम का डोर ओपन हुआ तो मैं समझ गया कि अम्मी ही आई हैं

अम्मी आ के मेरे पास बेड पे बैठ गई लेकिन बोली कुछ नही

मैने कहा अब क्या हुआ तो अम्मी ने कहा मैं तैयार हूँ मुझे अपने कानो पे यक़ीन नही आ रहा था कि मैने जो सुना वो सच है

मेरे मुँह से बस इतना ही निकला क क्य्ाआआआआ

अम्मी ने कहा हां तुम जो भी करना चाहते हो कर लो मैं तैयार हूँ

और मैने फॉरन अम्मी की तरफ साइड बदली और अम्मी से लिपट गया लेकिन ये क्या अम्मी के जिस्म पे तो कोई कपड़ा नही था

मैं समझ गया कि अम्मी पूरी तरहा तैयार हो के आई हैं

और मैं उठ के बैठा और अम्मी को किस करने लगा और एक हाथ से अम्मी के बूब्स को दबाने लगा अहह क्या बताऊ दोस्तो कितना मज़ा आ रहा था उस वक़्त

लेकिन अम्मी मुझे किस का कोई जबाब नही दे रही थी लेकिन मैने इस बात की कोई परवाह नही की और लगा रहा अपने काम मे

कुछ देर के बाद मैं पीछे हटा और लेट के अम्मी को कहा कि अम्मी इसे चूसो ना

अम्मी ने कोई जबाब नही दिया

मैने फिर कहा अम्मी प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ तो अम्मी ने पहली बार मेरे लंड को हाथ लगाया और फिर तो जैसे हम दोनो को एक झटका लगा

मुझे मज़े की वजह से झटका लगा क्योकि मैं जिस औरत का बेटा था आज उसी के हाथ मे अपना लंड देख रहा थालेकिन अम्मी ने जब देखा तो उन्हे जैसे यक़ीन ही ना हो कि मेरा लंड इतना बड़ा भी हो सकता है और वो मेरे लंड को ऊपर से नीचे तक हाथ फेर के नापने की कोशिश कर रही थी

मैने कहा अम्मी क्या लाइट जला दूं तो अम्मी ने कहा नही

और मेरे लंड को अपने मुँह मे ले कर चूसने लगी अहह अम्म्म्मिईीईईईई उमन्ह की आवाज़े निकालने लगी

अम्मी बड़े प्यार से मेरे लंड को चूस रही थी

कुछ देर इसी तरहा चूसने के बाद अम्मी उठी और मेरे मुँह पे बैठ गई और झुक कर मेरे लंड को चूसने लगी मैं समझ गया वो क्या चाहती हैं और मैने अपने होन्ट अम्मी की फुद्दि पे रख दिए और चूसने लगा मुझे एक अजीब सा मज़ा मिल रहा था अम्मी की फुद्दि को चूसने मे

हम कोई 10 मिंट तक इसी तरहा 69 की पोजीसन मैं एक दूसरे को चूस्ते रहे फिर अम्मी उठी और मुँह को मेरी तरफ कर के थोड़ा पीछे हुई और अपनी फुद्दि को मेरे लंड पे सेट कर के आराम से बैठने लगी मैने नीचे से एक तेज़ झटका दिया

अम्मी के मुँह से एक हल्की चीख निकल गई और अम्मी ने मुझे एक थप्पड़ मार दिया

मैने कहा अम्मी क्या हुआ तो अम्मी ने कहा मैं कर रही हूँ ना फिर तुम ने क्यो झटका दिया

मैने कहा अम्मी फिर क्या हुआ अगर मैने झटका लगा दिया तो अम्मी ने कहा पता भी है कि ये तुम्हारा कितना बड़ा है

मैं चुप रहा तो अम्मी ने कहा नसीर जब मैं कहू तब जो मर्ज़ी हो करना और इस के साथ अम्मी ऊपर नीचे भी होने लगी

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था उस वक़्त क्योकि मैं जिस फुद्दि मे से निकला था आज उस मे ही लंड डाल के मज़े ले रहा था

कोई 5 मिंट बाद अम्मी उठी और कहा नसीर अब तुम मेरे ऊपर आ जाओ और जो करना है करो

मैने फॉरन ही अम्मी की टाँगे अपने कंधों पे रखी और एक ही झटके मैं अपना पूरा 8 का लंड अम्मी की फुद्दि मे उतार दिया

अम्मी के मुँह से एक घुटि सी आह निकली और अम्मी ने कहा हाँ मेरे शेर ज़ोर से आज अपनी मा को पूरा मज़ा दे दो

मैने झटके लगाते हुए कहा हां मा आज मैं तुझे इतना मज़ा दूँगा कि आप कभी भी किसी और से नही चुदवाओगि

अम्मी अहह नसीर्र्र्र्र्र्ररर मज़ाआआअ आआआ रहााआ है हान्ंननणणन् मेरे शेर्र्र्र्र्र्र्र्ररर आईसीईए हीईीईईईईईई मुझे किय्ाआआ पताआअ था कि मेरा बेताआआअ तो शेर हाईईईईईईईई नही तो मैं कब कााआ चुदवाआआआआआआआआआ लेती अपने बेटे सीईईई

मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि क्या बताऊ

तभी मुझे लगा कि मैं फारिघ् होने वाला हूँ तो मैने कहा अम्मिईीईईईईई अहह मैं गियाआआअ अम्मी ने कहा बेटा मेरा भी होने वाला है तुम अंदर ही पानी छोड़े दो

और मैं 4 5 ज़ोर के झटको के साथ ही पानी छोड़ गया अपनी मा की फुद्दि मे मैं आज इतना खुश था क्या बताऊ

आज मैने अपनी पैदा करने और पाल पोस के बड़ा करने वाली मा को ही चोद लिया था


darwaza khola toh samne appi aur nelu khadi theen maine un ko dekh k dil main kaha k kia thodi der k baad nai a sakti thi

lakin moun pe toh nai keh sakta tha na

isi liye chup chap apne room main chala gya aur ja k abi kuch der pehle maine ammi ko jo kiss ki thi us k bare main sochne laga

dupehar k khane k baadmaine ammi se ali ka pucha toh ammi ne kaha k wo nai aya

aur main ja k room main laite gya aur ammi ka intzar karne laga pata nai mujhe kion yaqeen sa tha k ammi zaroor aain gi

ammi koim 3 k kreeb a gai aur mere pass beth k kehne lagi k nasir ab btao k tum kia chahte ho pehle toh main chup raha lakin phir maine dil bada kar k keh hi diya k ammi app mere liye kia kar sakti ho aur apne lun jo k us waqt khada ho raha tha ko ammi k kareeb ho k gaand pe liga diya kion k main us waqt laita howa tha aur ammi bethi theen

meri is harqat pe bi jub ammi ne kuch nai kaha toh mera hosla bad gya

kuch der k baad ammi ne kaha k btao na beta k tumhain kia chahiye toh maine ammi ko ye kahte howe k main kia btaon ammi aur ziyada lipat gya jis mera lun jo k full khada ho gya tha us time ammi ki gaand maine chubhne laga

ammi meri is harqat pe meri taraf dekhne lagin lakin na toh kuch kaha aur na hi uthi

phir ammi ne kaha k nai nasir ye theek nai hai

maine kaha k ammi kia theek nai hai

ammi ne kaha k nasir jo tum karna chahte ho wo theek nai hai

maine kaha k ammi main toh kuch bi nai karna chahta

ammi ne kaha toh phir ye sub kia kar rahe ho

us waqt najane mujhe kia howa k maine ammi se keh diya k ammi app bahir bi toh ye sub hi karti ho na agar main app ko ghar main hi ye maza de don toh kia burai hai

ammi ek dam se khadi ho gai aur kehne lagi k nai nasir ye theek nai hai main ye nai kar sakti

aur ye keh k wo chali gai main ammi ko jate howe dekhta hi raha aur kuch bi nai kar saka

meri samajh main nai a raha tha k main kia karon aur ammi ko apne liye kaise mnaon

ammi k jane k baad main ye sub sohta howa hi so gya jub so k utha toh us waqt ali bi a gya tha appi ne pucha k bhai app k liye kon se kapre nikal don

maine kaha k ye hi theek hain toh appi ne kaha k bhai kia app isi dress main phupo k ghar jao ge toh achanak mere dimadh main aya k ammi aur phupho ki apis main nai banti jis ka matlb hai k ammi nai jain gi toh maine kaha k main nai ja raha

appi ne kaha k bhai ab app ko kia howa

maine kaha k kuch nai meri behna meri tabeeat kuch kharab hai is liye nai ja raha aur tum log kub wapis a rahe ho

appi ne kaha k bhai hum subah wapis a jain ge

maine kaha k acha theek hai tum log jao

appi k jate hi main foran apne room main a gya aur a k bed pe laite gya k tabi ammi a gai aur kaha k tumhain kia howa

maine kaha k ammi pata nai kia howa hai k mujh se toh hila bi nai ja raha

ammi meri baat sun k pereshanho gain aur kehne lagi k acha tum aram karo aur kisi bi cheez ki zaroorat ho toh awaz de laina

maine kaha jee ammi main bta doon ga app pereshan maat hon meri baat sun k ammi chali gai

abi main soch hi raha tha k main washroom se toh ho aaon k tabi abu mere room main a gay

abu ne ate hi kaha k nasir kia howa maine suna hai k tumhari tabeet theek nai hai

maine kaha l jee abu hila nai ja raha jism main dard ho raha hai

abu ne kaha k theek hai tum aram karo maine tumhari maa ko keh diya hai wo tumhara khiyal kare gi aur wahan se chale gay

abu k jane k baad maine socha k abi aise hi laita rehna chahiye nai toh pol khul jay gi k main bimar nai hon sirf drama kar raha hon

kuch der toh ghar main halchal ki awazein ati rahi lakin phir khamoshi cha gai

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aur main un dono ki chudai dekhne laga khalu ammi ki phuli hoi phudi main se apna pora lun nikalte aur phir pori taqat se ghusa dete meri maa ki phudi main

kuch der isi tarha chudai k baad khalu ne apna lun ammi ki phudi main se bahir nikala aur ammi ko kaha k choso

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aur phir jaise hi ammi ne khalu k lun ko apne moun main liya pata nai mujhe kia howa k mere lun main se pani nikalne laga

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ammi ne kaha k nasir kia apni se baat nai karo ge maine kaha k ammi main ab app se kia baat karon kuch bi toh samjh nai a rahi

ammi ne kaha k nasir tumhain bura toh laga ho ga na maine kaha kia nai lagna chahiye

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mujhe bi ammi ki baat pe gussa ane laga aur maine kaha k aur logon se toh kisi gashti ki tarha chudwati ho lakin mujhe kehti ho k nai

ammi mujhe is tarha bolte howe dekh k heran reh gai aur kehne lagi k nasir main tumhari maa hon kia ho gia hai tumhain

maine kaha pata hai k app meri maa ho lakin ye bi pata hai k app ek awara kutya ki tarha gali k kuton se bi chudai kar lati ho ane do subah sub ko main btaon ga k humari maa kitni badi randi hai

meri baat sun k ammi rone lagi aur kehne lagi k nasir plzzzzz main tumhari maa hon aisa mat karo aur mere paron main gir gain

lakin mera gussa kam nai ho raha tha maine kaha k jao apne room main aur subah tak jitne bi yar hain unhain bula lo aur jitna bi chudna hai chudwa lo kion k main subah sub ko bta don ga

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aur phir kuch der main aise hi bed pe betha raha aur phir uth k bahir aya dekha toh ammi apne room main nai hain

maine kitchan main dekaha ammi wahan bi nai theen k abi mujhe washroom main se pani girne ki awaz aai aur main samajh gya k ammi washroom main hain

aur phir main pani pi k apne room main a gya aur light band kar k late gya

takreeban 30 mint baad room ka door open howa toh main samjh gya k ammi hi aai hain

ammi a k mere pass bed pe beth gai lakin boli kuch nai

maine kaha k ab kia howa toh ammi ne kaha k main tyar hon mujhe apne kano pe yaqeen nai a raha tha k maine jo suna wo sach hai

mere moun se bus itna hi nikla k kiaaaaaa

ammi ne kaha k haan tum jo bi karna chahte ho kar lo main tyar hon

aur maine foran ammi ki taraf side badli aur ammi se lipat gya lakin ye kia ammi k jism pe toh koi kapda nai tha

main samjh gya k ammi puri tarha tyar ho k aai hain

aur main uth k betha aur ammi ko kiss karne laga aur ek hathse ammi k boobs ko dbane laga ahhhhhh kia btaon dosto kitna maza a raha tha us waqt

lakin ammi mujhe kiss ka koi jwab nai de rahi thee lakin maine is baat ki koi parwa nai ki aur laga raha apne kaam main

kuch der k bad main piche hta aur late k ammi ko kaha k ammi ise choso na

ammi ne koi jwab nai diya

maine phir kaha k ammi plzzzzzz toh ammi ne pehli bar mere lun ko hath ligaya aur phir toh jaise hum dono ko ek jhtka laga

mujhe maze ki waja se jhtka laga kion k main jis aurat ka beta tha ajj usi k hath main apna lun dekh raha tha

lakin ammi ne jub pada toh unhain jaise yaqeen hi na ho k mera lun itna bada bi ho sakta hai aur wo mere lun ko opar se niche tak hath pher k napne ki koshish kar rahi thee

maine kaha k ammi kia light gla don toh ammi ne kaha k nai

aur mere lun ko apne moun mai le k chusne lagi ahhhhhhh ammmmiiiiiiii umnhhhhh ki awazin nikalne lagi

ammi bade pyar se mere lun ko chus rahi thee

kuch der isi tarha chusne k baad ammi uthi aur mere moun pe beth gai aur jhuk k mere lun ko chusne lagi main samjh gya k wo kia chahti hain aur maine apne hont ammi ki phudi pe rakh diye aur chusne laga mujhe ek ajeeb sa maza mil raha tha ammi ki phudi ko chusne main

hum koi 10 mint tak isi tarha 69 ki positon main ek dusre ko chuste rahe phir ammi uthi aur moun ko meri taraf kar k thoda piche hoin aur apni phudi ko mere lun pe set kar k aram se bethne lagi k maine niche se ek tez jhtka diya

ammi k moun se ek halki chiekh nikal gai aur ammi ne mujhe ek thapad mar diya

maine kaha k ammi kia howa toh ammi ne kaha k main kar rahi hon na phir tum ne kion jhtka diya

maine kaha k ammi phir kia howa agar maine jhtka liga diya toh ammi ne kaha k pata bi hai k ye tumhara kitna bada hai

main chup raha toh ammi ne kaha k nasir jub main kahon tub jo marzi karna aur is k sath ammi opar niche bi hone lagi

mujhe baouhat maza a raha tha us waqt kion k main jis phudi main se nikla tha ajj us main hi lun dal k maze le raha tha

koi 5 mint baad ammi uthi aur kaha k nasir ab tum mere opar a jao aur jo karna hai karo

maine foran hi ammi ki tangain apne kandhon pe rakhi aur ek hi jhtke main apna pura 8 ka lund ammi ki phudi main utar diya

ammi k moun se ek ghuti si ahhh nikli aur ammi ne kaha k haam mere sher zor se ajj apni maa ko pura maza de do

maine jhtke ligate howe kaha k haan maa ajj main tujhe itna maza don ga k app kabi bi kisi aur se nai chudwao gi

ammi ahhhhhhh nasirrrrrrrrr mazaaaaaaa aaaaaa rahaaaaaa hai haannnnnnn mere sherrrrrrrrrrr aiseeeee hiiiiiiiiii mujhe kiaaaaaa pataaaaa tha k mera betaaaaaaa toh sher haiiiiiiiii nai toh main kab kaaaaaa chudwaaaa lati apne bete seeeeeeee

mujhe itna maza a raha tha k kia btaon

tabi mujhe laga k main farigh hone wala hon toh maine kaha k ammiiiiiiiii ahhhhhhhhhhhhh main giyaaaaaaa ammi ne kaha k beta mera bi hone wala hai tum andar hi pani chode do

aur main 4 5 zor k jhtkon k sath hi pani chode gya apni maa ki phudi main main ajj itna khush tha k kia btaon

ajj maine apni paida karne aur pal pos k bada karne wali maa ko hi chod liya tha

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