विदाउट रूल्स फैमिली लव अनलिमिटेड
तरुण आज अपनी बी.टेक ग्रॅजुयेशन कंप्लीट करके वापस
अपने घर जाने की तैयारी कर रहा था. ये बी.टेक के 4 साल
कैसे बीत गये पता ही नही चला. तरुण ने इन 4 सालो मे एक
बार भी घर की शकल नही देखी.. उसको घर की तो बहुत
याद आई थी. बट उसके डॅड ने उसे बोला था की तरुण अपनी
ग्रॅजुयेशन कंप्लीट करके ही घर वापस आ सकता है. तरुण
घर का इकलौता लड़का था.बाकी उसकी 4 बहने थी. इसलिए घर
मे सब का लाड़ला था.बट उसके डॅड एजुकेशन को ले कर बहुत
स्ट्रिक्ट थे.. अभी तरुण अपना समान पॅक करके हॉस्टिल के
बाहर आ गया ओर अपने डॅड का वेट करने लगा. वो आज उसे लेने आने वेल
थे. वो अपने डॅड से पूरे 4 साल बाद मिलने वाला था. तरुण
अपने दोस्तो को घर जाते हुए देख रहा था. तभी वहाँ एक
ब्लॅक कलर की स्कॉर्पियो आ कर रुकी..
(तरुण के डॅड का नाम मयंक कपूर है. उनकी एज 44यियर्ज़
है. बट वो 35 के आस-पास लगते है. उन्होने अपनी बॉडी को
अच्छा मैंटेन किया हुआ है. ओर हॅंडसम लगते है..वो एक
बड़े बिजनेस मैन है. उनकी खुद की कंपनी है. तरुण की
फॅमिली बहुत रिच है. उसके डॅड अक्सर टूर पर बाहर जाते
रहते है.)
तरुण ने पहचान लिया.. ये उसके डॅड की गाड़ी है.. उसमे से
डॅड बाहर आए ओर तरुण जा उनके सीने से लग गया.. ओर गाड़ी
मे झाँक कर देखने लगा. उसमे कोई नही था..
तरुण – “ डॅड, घर से ओर कोई नही आया.”
डॅड – “ नही बेटा, वो सब घर पर तुम्हारा वेट कर रहे है.”
(तरुण का मुँह उतर जाता है.. वो थोड़ा सॅड होते हुए.)
तरुण – “ मोम भी नही आई..?”
डॅड – “नही बेटा उनको कुछ काम था, इसलिए वो नही आ पाई.
अब चलो जल्दी से तुम्हारा लगेज गाड़ी मे रखो. फिर हम चलते है.”
तरुण – “ओके”
( तरुण अपना समान गाड़ी मे रखता है.. ओर गाड़ी की फ्रंट
सीट पर आ कर बैठ जाता है.. उसके डॅड भी ड्राइविंग सीट पर आ
कर बैठ ते है. और तरुण की ओर देखते है.. वो अभी भी सॅड
था..)
मयंक – ( अपने बेटे के सर पर हाथ फेरते हुए..) ” दुखी क्यो
हो बेटा.. अभी देखो हम 3अवर मे घर पहुच जाएँगे..
फिर मिल लेना सब से. “
तरुण कुछ नही बोलता है. ओर डॅड की तरफ़ एक स्माइल कर देता
है.. मयंक भी गाड़ी को ड्राइव करने लगते है.. 3 अवर के बाद
वो घर पहुच जाते है.
( उनका घर बहुत बड़ा है.. तरुण की फॅमिली
1. मयंक – तरुण के डॅड
2. कामिनी – तरुण की मोम उनकी एज 39 है बट वो भी अपनी
बॉडी को बहुत अच्छा मैंटेन किया हुआ है उनका फिगर. 32-
28-30 है, वो पढ़ी लिखी है. एंड कभी कभी ऑफीस भी जाती
है. बट ज़्यादा टाइम घर पर ही रहती है.
3. तन्नू – घर की सबसे बड़ी बेटी. अपनी ग्रेज़ूएशन कंप्लीट
करके घर ही रहती है.. अभी कोई जॉब नही करती. उसकी एज **
है. उसका फिगर बहुत मस्त है वो बिल्कुल अपनी मा पर गयी
है गोरा रंग.. बड़े बड़े बूब्स, ओर उसकी गान्ड का तो जवाब
नही.. एक झलक ही किसी भी लड़के का पानी निकाल देना.. हाइट
5’6”. ओर तन्नू अपने छोटे भाई तरुण से बहुत ज़्यादा प्यार
करती है.
4 टीना – घर की दूसरी बेटी… तन्नू से छोटी. ये बहुत ही
सिंपल है. अभी ग्रेज़ूएशन कर रही है. सिंपल सूट सलवार
मे रहती है टीना भी अपने भाई तरुण से बहुत प्यार करती
है. बट कभी दिखा नही पाती.. क्योंकि ये बहुत कम बोलती है.
सारा ध्यान अपनी स्टडी पर रखती है. ओर स्टडी मे
बहुत अच्छी है.
5. तानिया – घर की तीसरी बेटी. ये बहुत मॉर्डन है.. जीन्स
एंड टॉप पहनती है. लगभग तरुण के बराबर की एज की है. इसकी
तरुण से कभी नही बनती.. ये हमेशा तरुण से झगड़ा करती
रहती है.. ओर बहुत जिद्दी है. तानिया ने अभी कॉलेज स्टार्ट ही
किया है.. बट कॉलेज जाती नही है.. ओर लड़को की बहुत इन्सल्ट
करती है.. उसके अभी तक काफ़ी बाय्फ्रेंड रह चुके है.
6. टिया – घर की 4त बेटी.. तरुण से छोटी ये अभी बहुत स्वीट
है.. फेस ऐसा है जिसे देख कर ही प्यार आ जाए.. सभी इससे
घर मे बहुत प्यार करते है.
7 तरुण – हमारा हीरो
तरुण का घर बहुत बड़ा था.. ग्राउंड फ्लोर पर किचन एंड
एक रूम था जिसमे मयंक ओर कामिनी रहते थे. वही पर
डाइनिंग हॉल था.. एंड उसके अलावा बहुत बड़ा हाल था एंड
टीवी एंड सोफा सेट लगा हुआ था.1स्ट्रीट फ्लॉर पर 5 रूम से थे.
सबसे पहले तन्नू का उसके बिल्कुल सामने तानिया का रूम..
उसके बगल मे टीना एंड उसके सामने तन्नू का रूम… ओर
सबसे पीछे वाला सेंटर मे तरुण का रूम था… वहाँ एक
कामन बालकनी थी.. एंड ऊपर टेरेस था घर से अलग
गेरेज भी था. जहा उनके पास 3 कार थी.. एंड 1 बाइक ओर बाइक
को सिर्फ़ तरुण उसे करता था..
मयंक ने घर के सामने गाड़ी रोकी ओर तरुण की ओर देखा…
मयंक – ” बेटा उतरो.. सभी तुम्हरा वेट कर रहे है. मैं गाड़ी पार्क करके आता हू.”
तरुण लगेज ले कर उतर जाता है. तभी अंदर से एक प्यारी आवाज़ आती है. “भैया आगये. भैया आगये, भैया आगये..”ये टिया की आवाज़ थी.. वो भागती हुई तरुण की ओर आ रही थी..
उसको देख कर तरुण के फेस पर एक बहुत बड़ी स्माइल आ गयी.
वो अपने घुटनो के बल बैठ गया.. ओर टिया आ कर उसके गले
लग गयी.. तरुण ने उसे टाइट हग किया.. वो टिया को बहुत
मिस करता था.. दोनो 2-3 मिंट तक ऐसे ही गले लगे रहे..
फिर तरुण ने उसे अपने से अलग करने की कोसिस की… बट टिया
नही हटी तो.. अपने बाहें तरुण के गले में डाल कर ज़ोर से हग
किए रही.
तरुण – ” टिया “
टिया – ” ह्म “
तरुण – ” मुझे छोड़ो “
टिया – “नही… अब मैं तुम को कभी नही छोड़ूँगी.. तुम
बहुत साल बाद आए हो. फिर से कही चले गये तो.”
तरुण – ” सॉरी बाबा, अब कही नही जाउन्गा. अब छोड़ घर के
अंदर चलते है.. “
टिया फिर भी अँहि छोड़ती है.. तभी पीछे से मयंक गाड़ी
गेराज मे पार्क करके आते है. ओर देखते है.. टिया ने तरुण को
हग किया हुआ है..
मयंक – टिया बेटा, भैया को अंदर नही लेजाओगी.
इतने मे तरुण टिया को अपनी गोद मे उठा लेता है.. और अंदर
की ओर बढ़ जाता है.
मयंक भी लगेज ले कर चल देते है.
घर के गेट पर ही कामिनी पूजा की थाली ले कर तरुण का वेट कर
रही होती है. कामिनी तरुण की आरती करती है. उसके बाद सब
घर के अंदर आते है.. सभी तरुण को देख कर बहुत
खुश थे बट तानिया को देख ऐसा लग रहा था. जैसे उसे
कोई फ़र्क़ ही नही पड़ रहा है. तरुण ने सभी को हग किया.,..
ओर थोड़ी बहुत बाते की
मयंक- ” तरुण तुम तक गये होंगे जाओ. अपने कमरे मे
फ्रेश हो कर आराम कर लो.”
तरुण – ” हा डॅड,,,, मोम मुझे बहुत भूक लगी है.. प्लीज़
कुछ खाना बना दो. मैं फ्रेश हो कर आता हू. “
कामिनी- ” ओके बेटा.. तुम आओ मैं खाना लगा देती हू. “
तरुण अपने कमरे मे जा कर अपने कमरे को अच्छे से
देखता है. कैसे वो 4 साल तक अपने इस कमरे से दूर रहा
.. उसके बाद समान रख कर.. बाथरूम मे नहाने चला
जाता है.. नहा कर बाहर निकलता है.. ओर अपने कपड़े पहन कर
मिरर मेखुद को देख रहा होता है. अचानक टिया भागती
हुई अंदर आती है..- ” भैया मोम बुला रही है. चलो
खाना ख़ालो…”
तरुण टिया के साथ डाइनिंग हॉल मे चला जाता है..
डाइनिंग हॉल मे पहुच कर डाइनिंग टेबल से साइड मे चेयर पर बैठा
है. कामिनी किचन मे खाना गर्म कर रही थी. ओर तन्नू भी उनकी हेल्प
कर रही थी. तानिया टीवी देख रही थी. थोड़ी देर मे टीना भी आ कर तरुण
के बगल मे बैठ जाती है. वही पर टिया भी आ कर बैठती है.
टीना – ” भाई कैसा रहा सफ़र..? “
तरुण – ” थोड़ा अच्छा रहा .. बट अगर घर से सब लेने आते तो ज़्यादा
खुशी होती.”
(तरुण के चेहरे पर इस बात की नाराज़गी सॉफ दिखाई दे रही थी.)
टीना – ” भाई मैं तो आना चाहती थी.. बल्कि हम सभी आना चाहते थे.
बट वो डॅड ने मना कर दिया. “
तरुण – ” ओके बट मोम तो आ सकती थी ना ..? “
टीना – ” हा अब मोम के बारे मे तुम मोम से ही पूछो. ऐसे मुझसे
तो नाराज़ मत रहो ना.. इतने सालो बाद आए हो.. ओर मुझसे ऐसे बात
कर रहे हो.. “
तरुण – “हा ऐसे ही बात करूँगा. तुम ने ग़लती की है.”
टीना – ” प्लीज़ भाई “तभी कामिनी खाना ले कर आती है ओर तरुण को सर्व करती है. तरुण
खाना खाना स्टार्ट करता है. ओर टीना को इग्नोर करने लगता है. टीना की
आखे नम हो जाती है. ओर वो वहाँ से उठ कर अपने रूम में चली जाती
है. टिया भी उठ कर उसके पीछे चली जाती है.
कामिनी – “बेटा तुम इतने दिनों तक कैसे रहे हम सब के बिना..?”
तरुण – “वैसे ही जैसे आप लोग रहे.?”
कामिनी उसकी नाराज़गी का कारण जानती थी.
कामिनी – “बेटा मैं तो तुम को लेने आने वाली थी. बट ऑफीस मे एक
बहुत इम्पोर्टेंट काम आ गया था.. तो तुम्हारे डॅड या मुझमे से
किसी ना किसी को तो रुकना था ना.”तरुण – ” हा वो काम शायद मुझसे ज़्यादा इम्पोर्टेंट होगा. मैं
समझ गया “
कामिनी – “नहीं बेटा ऐसी बात नही है.. मैं तो अपने बेटे से बहुत
प्यार करती हू.”
ओर कामिनी खड़ी हो कर तरुण को अपने सीने से लगा लेती है.. और एक टाइट
हग कर लेती है.. तरुण का फेस कामिनी के बूब्स मे धँस रहा था. बट
वो ये सब नही सोच रहा था. उसने भी अपनी मा को हग किया.. ओर
बोला.. ” इट’स ओके मा.. मैं तो कुछ ज़्यादा ही रिएक्ट कर रहा था…”
कामिनी – “मेरा प्यारा बेटा.”
ओर कामिनी तरुण को माथे पर एक किस करके किचन मे चली गयी.
तभी टिया अंदर से आ कर तरुण की साइड मे बैठती है.
टिया – “भैया तुम ने ठीक नही किया टीना दीदी के साथ. एक तो इतने दिनों
बाद आए हो. ओर टीना दीदी को रुला दिया.”
तरुण – “मैने कब रुलाया.?”
टिया – ” अभी आपने उनसे इतना रूडली बात किया. वो रो रही है.”
तरुण को अपनी ग़लती का अहसास हो गया था. वो कुछ ज़्यादा ही रुड हो गया था.. उसने टीना से बात करने का मन बनाया.. ओर अपना खाना ख़त्म किया टीवी देखने लगा.
वो अभी सोच ही रहा था की कैसे टीना को खुश करे.. तभी उसे याद
आया अपनी सभी बहनो के लिए गिफ्ट्स लाया है… तरुण इतना सोच ही रहा
था की किसी ने उसके हाथो से टीवी का रिमोट छीन लिया. वो तानिया थी
तानिया – ” ओये ये किया टीवी ओं करके ड्रीम्स देख रहा है. किसी को तो टीवी
देखने दे “
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