Incest खूनी रिश्तों में प्यार – indian incest sex stories

में जैसे ही अंदर गया तो हवलदार ओर सिपाहियो ने सलाम ठोका में जाकर अपने सीट पेर बैठ गया

हवलदार हिम्मत सिंग- सर थोड़ी देर में डीजीपी आसिफ़ सर आनेवाले है….. अभी हम बाते कर रहे थे की डीजीपी आसिफ़ सर आ गयी

राज खड़ा हुए:- जय हिंद सर
डीजीपी आसिफ़ सर:- जय हिंद

मे खड़ा हुआ तो डीजीपी सर बैठ गये

राज :- क्या लेंगे सर चाय या पानी

डीजीपी आसिफ़ सर- पानी

मेने हिम्मत सिंग को बोल दिया वो पानी लेकर डीजीपी सर को दे दिया पानी पीने के बाद डीजीपी आसिफ़ सर:- हा तो इनस्प. राज मंगल सिंग को जल्दी निकालो कोर्ट में भी पेश करना है

राज:-एस सर

मेने मंगल सिंग को निकलवाया कोर्ट की तरफ चल दिए सबसे आगे एक बॅन में सिपाही थे उसके पीछे एक ओर बॅन था जिसमे मंगल सिंग ओर उसके साथ कुच्छ सिपाही भी थे सबसे पीछे डीजीपी सर के साथ में गाड़ी चला रहा था हम बहुत ही जल्दी में जा रहे थे रास्ते में जंगल पड़ता था हम जंगल पार कर रहे थे की अचानक एक धमाका हुआ ओर हमारे सबसे आगे वाली बॅन वन के चिथड़े उड़ गये मेने जल्दी से गाड़ी रोका ओर अपने पिस्टल को लेकर नीचे उतर गया आसिफ़ सर भी नीचे उतर गये में जल्दी से दौड़ता हुआ मंगल सिंग जिसमे बैठा हुआ था तो उसको निकालकर डीजीपी सर के पास लाया सुबी सिपाही भी हमारे पास आ गयी

हमसब कोई कुल मिलकर 7 ही थे में इनस्प. राज आसिफ़ सर ओर पाँच सिपाही हमसब कोई डीजीपी सर गाड़ी के पूरब साइड में छिपे हुए थे पछीन साइड जंगल था हमारी गाड़ी उतार- डाक्चीन डिश में खड़ी थी

खैर हम सब कोई इधर डीजीपी सर के गाड़ी के साइड में छिपे हुए थे की तभी गोलिया चलने लगी

डीजीपी आसिफ़ सर:- जबतक में नही कहूँगा कोई गोली नही चलाएगा सब कोई रेडी हो जाओ थोड़ी देर तक गोलिया चलती रही में जिस तरफ से गोलिया चल रही थी उसी तरफ देख रहा था

अचानक गोलिया चलनी बंद हो गयी.. तभी 10 आदमी जो सभी अपना चेहरा ढके हुए थे अपने हाथों में मशीन गन लिए जंगल की तरफ से आने वाले तभी आसिफ़ सर भी देख लिए

आसिफ़ सर -इनमे से कोई नही बचना चाहिए” फायर ”

ऑर्डर मिलते ही हमसब कोई अपना-अपना निसना बनाया

हमारे गन से गोलिया निकली एक बार में ही 7ढेर हो गये अब केवल 3 ही बचे थे हम फिर रुक गये तभी एक ने एक बम हमारी तरफ फेंक दिया अभी बम पास गिरता मेने बम को कैच करके उनके तरफ फेंक दिया वो तीनो भी अपने ही बम से ख़तम हो गये..

जब मेने मंगल सिंग की ओर देखा तो वो भाग रहा था अभी जंगल में प्रवेश करता की आसिफ़ सर ने उसे भी शूट कर दिया गोली सीधे उसके सिर के आरपार हो गयी……..

गोली लगते ही तुरंत ही वहाँ मीडीया वाले पहूच गये खैर आसिफ़ सर ने बता दिया की हम मंगल सिंग को कोर्ट ले जा रहे थे की रास्ते में मुठभेड़ हुई दोनो ओर से गोलिया चली उसमे सारे आतंकवादी मारे गये इसमे एक वन भी उड़ गया जिसमे 5 सिपाही भी थे………..

मीडीया वाले ओर भी कुच्छ सवाल पुच्छने लगे लेकिन डीजीपी आसिफ़ सर ने कुच्छ नही बताया खैर मेने सारे लाशों को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया हम फिर थाने में लौट आए

डीजीपी आसिफ़ सर:- तो राज में चलता हू तुम चिंता मत करना जो होगा में देखा लूँगा

राज:-वो सब तो ठीक है लेकिन क्या भाभी से नही मिलवाएगा जिस दिन भाभी का आक्सिडेंट्स हुआ उस दिन से आजतक मेने भाभी को नही देखा प्लीज़ सर मिलवाये ना

डीजीपी आसिफ़ ख़ान:- एक काम करो तुम रात को आज मेरे रूम पे ही आ जाना तुम अपने भाभी से मिल लेना

राज:- थॅंक यू सर आज रात को में ज़रूर आऊंगा

उसके बाद थोड़ी देर बात करने के बाद आसिफ़ सर निकल गये .. दिन भर ऐसे ही गुजर गया शाम को में ड्यूटी से रूम पे चल दिया में शाम 5:45 में घर लौट आया जीप को पार्क किया नीचे उतर कर जैसे ही डोर बेल बज़ाई तो डॉली ने दरवाजा खोला ओर मेरे गले से लग गयी मेने उसके गालो को सहलाते हुए धीरे से डॉली के माथे पर चूम लिया उसको बाहों में भरते हुए अंदर गया रूम में जाकर पलंग पर बैठ गया डॉली नीचे बैठी मेरे जूते निकालने लगी जूते निकालने के बाद खड़ी हुई फिर टोपी निकालकर बेड पर रख दी फिर शॉर्ट ओर बनियान निकालकर मेरे सीने पेर हाथ फिराने लगी उसके इस हरकत से मेरी मेरी साँसे तेज़ होने लगी में उसके बालो में हाथ फिराने लगा

अचानक डॉली ने मुझे बेड पर धकेला मेरे ऊपर चढ़ कर सीने पर चुंबनों का बौछार शुरू कर दी डॉली इस समय साड़ी ब्लाउज पहनी हुई थी ब्लाउज का गला बहुत ही छोटा था डॉली मेरे ऊपर झुक कर मेरे सीने पे चूमे जा रही थी उसके झुकने उसके बड़ी-बड़ी चुचिया आधे से ज़्यादा दिखाई दे रही थी

राज:- आज तुम्हारा इरादा नेक नही लगता है मेरा आज बलात्कार होने वाला है

डॉली:- हा आज में आपको नही छोड़ूँगी आज तो में आपको बलात्कार करके ही मानूँगी

इतना कहकर डॉली ने पैंट ओर मेरा अंडर वेयर दोनो ही निकाल दिया में उसके मज़ाक़ का मज़ा ले रहा था………….

में पूरी तरह जन्म जात अवस्था में लेटा हुआ था मेरे शरीर पर कपड़ा के नाम पर कुच्छ भी नही था…………

डॉली खड़ी हुई उसने भी अपने सारे कपड़े निकालकर पूरी तरह नंगी हो गयी फिर वो किसी भूके भेड़िए की तरह मेरे होंटो पर टूट पड़ी में भी उसके चुतड़ों को सहलाते हुए उसके होंटो को चूस रहा था उधर मेरा लंड खड़ा होकर डॉली के पेदूं पे गड़ रहा था जब हमारी साँसे उखड़ने लगी तब डॉली मेरे होंटो को छोड़ी मेरे सारे चेहरे को चूमते हुए नीचे जाने लगी

अचानक नीचे मेरे लंड के पास जाकर रुक गयी फिर उसने धीरे से मेरे लंड को अपने नाज़ुक हाथों में पकड़ कर सहलाने लगी मस्ती के मारे मेरी आँखे बंद हो गयी डॉली ने कुच्छ देर लंड को सहलाने के बाद अपने मूह भरकर आइस्क्रीम की तरह चूसने लगी

में तो स्वर्ग में उड़ने लगा इतना मज़ा मुझे जिंदगी में कभी नही आया था मेरा लंड 8” लंबा ओर 3” मोटा है इसलिए डॉली के मूह में मुस्किल से जा रहा था मेरे हाथ अपने आप डॉली के बालो में घूमने लगे डॉली के मूह की गर्मी को में बर्दास्त नही कर सका ओर ज़ोर से सिसकारी भरते हुए एयाया…… एयाया….हह…हह …एयेए…एम्म्म

डॉली के मूह में वीर्य की पिचकारी छोड़ने लगा.. में पूरी तरह झड़ कर शांत हो गया डॉली मेरे बगल में लेट गयी मेरी साँसे बहुत ही तेज़ चल रही थीजब में नॉर्मल हुआ तो में उठकर डॉली के दोनो टाँगों के बीच में बैठ गया ओर नीचे झुकते हुए डॉली की रसीली चूत के दोनो फांको को फैलाते हुए एकबार अपने जीभ को नीचे से फेर दिया रस छोड़ती चूत को अपने होंटो में भरते हुए ज़ोर-ज़ोर से चूसने चाटने लगा फिर अपने जीभ को नुकीला बनाया चूत के दोनो फांको को फैलाते हुए चूत के छेद में पेलने लगा डॉली ज़ोर-ज़ोर से सिसकने लगी मेरे बालो को नोचने लगी

उधर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया था अपने बिल में जाने के लिए तड़प रहा था डॉली अब काफ़ी गरम हो गयी थी तभी उसने मुझको अपने ऊपर से धकेल दी में अपने पीठ के बल लेट गया डॉली मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गयी उसने एक हाथ नीचे ले जाते हुए लंड को पकड़ी लंड को अपनी चूत के छेद पर सेट करके मेरे होंटो पे झुकने लगी

राज:- नही मत करो मेरा इज़्ज़त मत लुटो में कही का नही रहूँगा मेरी होकर मेरा इज़्ज़त लूट रही हो अब में दुनियावालो को कैसे मूह दिखाऊंगा

तभी डॉली मेरे होंटो को अपने होंटो में भरते हुए चूसने लगी मेने अपने दोनो हाथों में उसके चुचियो को भरते हुए मसलने लगा तभी डॉली ने ने ज़ोर से अपने चूतड़ पटकी नीचे से मेने भी उसके साथ ही लगातार दो धक्के लगा दिया लंड एक ही बार में चूत को चीरता हुआ पूरा का पूरा समा गया डॉली कसमसा कर रह गयी.

मेरा लंड पूरा का पूरा डॉली की चूत में समा गया डॉली की चूत अभी बहुत ही टाइट थी क्योकि डॉली को मेने एक बार ही चोदा था डॉली मेरे ऊपर से उठने की कॉसिश करने लगी लेकिन अपने हाथों से चुतड़ों को अपने ऊपर दबाए हुआ था डॉली मेरे होंटो को चूस रही थी में भी उसको पूरा रस्पान दे रहा था थोड़ी देर में डॉली की चूत अपनी रस बहाने लगी मेरे लंड को भिगोने लगी में अपना हाथ उसके चुतड़ों से हटाया दोनो चुचियो को पकड़ते हुए ज़ोर-ज़ोर मसलने लगा डॉली थोड़ी देर में ही धीरे धक्के लगाने लगी

डॉली मेरे सिर के दोनो ओर अपने हाथ लगा ली जिससे उसकी चुचिया मूह के सामने लटकने लगी मेने मूह खोला ओर डॉली के एक निपल्स को होंटो में भरते हुए चूसने लगा एक को मसलने लगा डॉली अब बहुत ही तेज़ी से धक्के लगा रही थी उसकी चूत से चूरस की बौछार हो रही थी अब बिना किसी रुकावट के लंड चूत में अंदर-बाहर हो रहा था

तभी डॉली मेरे होंटो को अपने होंटो में भरते हुए ताबड तोड़ धक्के लगाने लगी 10 मिनिट्स के बाद डॉली का शरीर अकड़ने लगा वो बहुत ही सख्ती से मेरे होंटो को चूस्ते हुए अपनी चूत से पानी छोड़ दी मेरे ऊपर गिर कर बुरी तरह हाँफने से लगी उसकी चूत ने बहुत ही पानी छोड़ा था मेरा लंड अभी पूरी तरह उसकी चूतरस से भीगा हुआ था मे डॉली को बाहों में कसते हुए पलटा ओर उसके ऊपर आ गया अपने दोनो कहनियो के बल झुकते हुए धक्को का बौछार कर दिया डॉली बुरी तरह सिसक रही थी ओर अपने चूतड़ हिला-हिला कर मेरा भरपूर साथ दे रहे थी

कमरे मे फ़च्छ..फॅक…फॅक…..फॅक…..म्म्म्मम की आवाज़ गूँज रही थी अचानक मेरा शरीर अकड़ने लगा मेने डॉली के दोनो चुचियो को मलते हुए उसके होंटो में भरते हुए एक जबरदस्त धक्का लगाया लंड को बच्चेदानी में ठेलते हुए वीर्य की पिचकारिया छोड़ने लगा जो सीधे बच्चेदानी में जा रही थी.

डॉली मेरे साथ ही अपनी पानी छोड़ दी उसकी चूत मेरे वीर्य ओर उसकी चूतरस से पूरी भर गयी

में डॉली को अपनी बाहों में कसते हुए डॉली के ऊपर गिर गया डॉली मेरे पीठ को सहलाने लगी.

थोड़ी देर बाद में डॉली के ऊपर से उठा लंड पक की आवाज़ करता हुआ चूत से निकल गया ओर में डॉली के बगल में लेट गया डॉली करवट के बल लेटते हुए मेरे सीने पे सर रखते हुए लेट गयी में अपना एक हाथ मोडते हुए डॉली के बाल में घुसा कर सहलाने लगा
राज:- एक बात कहूं डॉली मनोगी

डॉली:- हा कहिए ना आप मेरे पति है भला में आपका बात कैसे नही मानूँगी

राज:- आज हमें डीजीपी आसिफ़ सर के यहा जाना है वही से खाना खा के आएँगे

डॉली:- ये भी कोई पूछने वाली बात है चलिए

राज:- चलो फ्रेश हो जाते है
हम जल्दी से फ्रेश हुए ओर रूम में तैयार होने लगे

राज:- चलो में तुझे तैयार कर देता दूं में एक सलवार सूट ओर ब्रा-पैंटी उठा लाया

पहले पैंटी लिया डॉली की चूत पे किस किया ओर पैंटी पहना दिया फिर ब्रा उठाया उसके बाहों में फसाते हुए दोनो चुचियो को होंटो में भरकर ज़ोर से चूस लिया फिर ब्रा के कप में दोनो चुचियो को फसा दिया फिर हुक लगाते समय पीठ पे किस किया ओर ब्रा के हुक लगा दिया फिर सलवार उठाया पहना दिया ओर नाडा बाँधने से पहले उसके पेदूं पर किस किया फिर नाडा बाँध दिया डॉली धीरे से सिसक रही थी समीज़ उठाया उसके दोनो कंधो पे यानी ब्रा के स्टर्प पर किस करते हुए समीज पहना दिया फिर सैंडल उठाया उसके दोनो पैरो पेर किस करते हुए सैंडल भी पहना दिया

काजल उठाया डॉली के दोनो आँखो पे किस किया ओर काजल भी लगा दिया फिर क्रीम लिया डॉली के फूले हुए गालो को ज़ोर से चूस्ते हुए उसके गालो पे क्रीम भी लगा दिया फिर लाल रंग का होठ लाली लिया डॉली के होंठो को चूसने लगा डॉली भी मेरे बालो में हाथ फंसाते हुए ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी मेरे इस हरकत से काफ़ी गरम लग रही थी लेकिन मेने थोड़ी देर उसके होंटो को चूसने के बाद छोड़ दिया फिर हल्का होठलाली भी लगा दिया अब डॉली स्वर्ग से उतरी हुई अप्सरा लग रही थी लेकिन वो काफ़ी गरम भी लग रही थी

डॉली तो तैयार हो गयी थी लेकिन में अभी पूरा का पूरा नंगा था में भी जल्दी से एक जीन्स ओर एक टी शर्ट पहन लिया .

डॉली की ओर ध्यान दिया पूरी तरह तैयार खड़ी थी माँग में सुंदर गले में बँधा मंगल सूत्र ओर भी सोभा बढ़ा रहे थे खैर मेने दुपटटा उठाया ओर उसे डॉली के सिर पे घूँघट डाल दिया लेकिन डॉली फिर से बढ़िया से दुपटटा को रख ली

फिर हम दोनो रूम से बाहर निकले रूम को बाहर से लॉक कर दिया
आसिफ़ सर को फोन करके उनके घर का पता पूछा तो उन्होने मेसेज द्वारा बता दिया

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