अपडेट ३७ :
यहाँ रामपुर में तूफ़ान शांत हुआ था तो वहाँ खेत के झोपड़े में भूचाल आया हुआ था. गोलू कम्मो पर पूरी तरह से चढ़ा हुआ था और अपना मोटा लंड उसकी बूर में पेले जा रहा था. भुट्टे से भी मजेदार चीज़ मर्द का लंड होता है ये बात कम्मो की अब समझ में आ गई थी. अब वो भी पूरी तरह गोलू से चुदवाने का मजा लेने लगी थी.
कम्मो: आह्ह्ह्ह….! गोलू….! बहुत मजा आ रहा है…और जोर से गोलू…और जोर से….!!
गोलू: हाँ दीदी…!! आपकी बूर बहुत गर्म है. देखिये मेरा लंड कैसे सटा-सट जा रहा है.
कम्मो: हाँ गोलू, इतनी तेज़ी से तो मैं भुट्टा भी अन्दर-बाहर नहीं कर पाती हूँ…
तभी गोलू ने अपनी कमर उठा के कम्मो की जाँघों के बीच एक जोरदार ठाप मार दी. गोलू का लंड कम्मो की बूर से होता हुआ बच्चेदानी तक अन्दर घुस गया. कम्मो कसमसा उठी.
कम्मो: हाय री मैय्याsssss…!! ये क्या कर रहा है गोलू….? आह्ह्हह्ह्ह्ह……! मार डालेगा क्या?
गोलू: मुझे माफ़ कर दो दीदी. आज मैं अपने आप को रोक नहीं पाउँगा….! अपनी दीदी की बूर का प्यासा हूँ मैं….बहुत प्यासा…!!
गोलू कम्मो की चींखे अनसुनी करता हुआ उसे पटक-पटक कर चोदने लगता है. जैसे-जैसे गोलू का लंड कम्मो की बूर की गहराई में जाने लगता है, कम्मो को और भी मजा आने लगता है.
कम्मो: आह्ह्हह्हssss…गोलू…!! बहुत मजा आ रहा है. मैं तुझसे ही शादी करुँगी गोलू….!!
कम्मो की ये बात सुन कर गोलू पूरे जोश में आ जाता है. जब कोई बहन अपने ही सगे भाई से शादी की बात करे तो भाई के बदन की सारी गर्मी उसके लंड में उतर जाती है. गोलू का भी यही हाल हुआ था. कम्मो की इस बात में गोलू को जोश और आनंद दोनों की प्राप्ति हो रही थी. वो कम्मो की चुदाई करते हुए उसके कान में कहता है.
गोलू: दीदी…आप मुझसे शादी करोगी ?
कम्मो: हाँ गोलू….आह…! मैं तुझसे शादी करुँगी….
कम्मो की बात सुनकर गोलू जोश में १०-१५ ठाप लगा देता है. झोपड़े में जोर-जोर से ‘ठप्प-ठप्प’ की आवाज़ें गूंजने लगती है. फिर गोलू रुकता है और धीरे से कम्मो से कहता है.
गोलू: आप अपने सगे भाई से शादी करोगी दीदी?
कम्मो: हाँ गोलू….मैं अपने छोटे सगे भाई से शादी करुँगी….
गोलू के कानो में कम्मो के ये शब्द पड़ते ही गोलू के मुहँ से ‘ओह मेरी प्यारी दीदी’ निकल जाता है और वो कम्मो को कस के दबोच लेता है. गोलू की कमर किसी राजधानी की तरह गति से कम्मो की जांघो के बीच ऊपर-निचे होने लगती है. कुछ ही क्षण में २०-२५ ठाप लगाने के बाद गोलू फिर से रुक जाता है और कहता है.
गोलू: दीदी….आप मुझसे शादी करोगी तो सुहागरात भी मनाना पड़ेगा ना…?
कम्मो: हाँ गोलू…..हम दोनों हर रात सुहागरात मनाएंगे….
कम्मो की बातें गोलू को पागल किये जा रही थी. गोलू पूरे जोश में अपना मोटा लंड कम्मो की बूर में उठा-उठा के पेलने लगा था. जैसे ही लंड बूर में धंसता, बूर से पानी के छींटे ‘फ़च्छ’ की आवाज़ करते हुए हवा में उड़ जाते. अब गोलू कम्मो से वो सवाल करता है जिसे सोचकर खुद एक बार उसका दिल भी धडकना बंद कर दे.
गोलू: दीदी….आप मेरे साथ सुहागरात मनाओगे और एक दिन आप मेरे बच्चे की माँ बन गई तो?
कम्मो: लड़की जिसके साथ सुहागरात मनाती है उसके बच्चे के ही तो माँ बनती हैं ना गोलू?
गोलू: तो आप मेरे बच्चे की माँ बनोगी ना दीदी?
कम्मो: हाँ गोलू…मैं तेरे बच्चे की माँ बनूँगी….
अब तो गोलू पूरी तरह से पागल हो जाता है. कम्मो को पाहालों की तरह चूमने, चाटने लगता है. कभी उसके रसीले ओंठों को चूस लेता है तो कभी उसके बड़े-बड़े दूधों के निप्पल को. निचे अपने मोटे लंड से कम्मो की बूर पर जोरदार प्रहार करते हुए गोलू बोल पड़ता है.
गोलू: आपके साथ दिन-रात सुहागरात मनाऊँगा दीदी. जब भी मौका मिलेगा आपको पटक कर चुदाई कर दूंगा. आपको अपने बच्चे की माँ बना दूंगा दीदी….ओह्ह्ह्ह….!! मेरी प्यारी कम्मो दीदीsssss….!!
गोलू अपने आप को अब रोक नहीं पाता है. अपनी ही सगी बहन को माँ बनाने का सोचते ही गोलू का लंड एकदम सक्त हो जाता है और एक झटके के साथ ही अपना पानी कम्मो की बूर में खाली करने लगता है. कम्मो भी अपनी टाँगे गोलू की कमर में फ़साये गोलू के लंड का पानी अपनी बूर में गिरता महसूस करती है. गोलू का लंड कम्मो की बूर में पूरा धंसा हुआ हलके झटके खाता हुआ सफ़ेद गाढ़े पानी की एक-एक बूँद अन्दर गिरा देता है. पसीने से लथपथ दोनों भाई-बहन एक दुसरे से लिपटे हुए आँखे बंद किये पड़े रहते है. वहीँ ऊपर मचान पर भी सोनू का लंड उर्मिला की बूर में अपना सारा रूस उढ़ेल चूका था. थक कर चूर हुआ सोनू का बदन उर्मिला पर गिर जाता है. उर्मिला भी उसे अपनी आगोश में लिए आँखे बंद कर लेती है. भूचाल आ कर जा चूका था और धीरे-धीरे रात और गहरी होती जा रही थी.
सुबह ४ बजते ही उर्मिला की आँखे अचानक खुल जाती है. आँखे खुलते ही उसकी नज़र सोनू पर पड़ती है जो उसके ऊपर पड़ा खर्राटे मार रहा था. उर्मिला उसे देखकर मुस्कुरा देती है और धीरे से उसे एक तरफ पलटा देती है. सोनू का लंड फिसलता हुआ उर्मिला की बूर से निकल जाता है. उर्मिला उसके आधे खड़े लंड को देखकर हँस देती है. ‘अच्छा…!! तो अपनी भाभी की बूर की गर्मी से रात भर महाशय का लंड जागता रहा है’, उर्मिला मन में सोचती है.
उर्मिला: सोनू….सोनू….चल उठ जा. ४ बज गए है. सबके उठने के पहले हमे घर भी पहुँचना है.
अपनी आँखे मलता हुआ सोनू उठता है.
सोनू: रात में अच्छी नींद आयी भाभी..
उर्मिला: भाभी की जम के चुदाई करेगा तो नींद तो अच्छी आएगी ही ना. अब जल्दी से कपडे पहन और चलने के लिए तैयार हो जा. मैं गोलू और कम्मो को जगा कर आती हूँ.उर्मिला अपनी साड़ी ठीक करके मचान से निचे उतरती है. धीरे-धीरे वो झोपड़े की तरफ बढ़ने लगती है. तभी उसे झोपड़े से कुछ आवाज़े सुनाई देती है. उसका दिल जोरो से धडकने लगता है. पास पहुँचकर वो धीरे से अन्दर झाँक कर देखती है तो उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है. अन्दर गोलू और कम्मो पसीने से भरे हुए थे. कामो अपनी टाँगे खोले खाट पर लेटी हुई थी और गोलू उस पर चढ़ा हुआ था. गोलू का मोटा लंड कम्मो की बूर में ‘फ़च्छ-फ़च्छ’ की आवाज़ करता हुआ जोरो से अंदर-बाहर हो रहा था. कम्मो गोलू को बाहों में भरे अपनी कमर उठा-उठा के गोलू से चुदवा रही थी. उर्मिला ये नज़ारा देख कर कुछ क्षण के लिए सन्न रह जाती है. फिर धीरे से अन्दर पहुँचकर वो काँपते हुए स्वर में कहती है.
उर्मिला: क…क…कम्मो…! तुम लोग सो कर कब उठ गए…?
कम्मो उर्मिला की तरफ देख कर अपने ओंठ काटते हुए कहती है.
कम्मो: भ…भाभी…आह्ह..!! गोलू ने रातभर सोने ही कहाँ दिया….
उर्मिला: मतलब तुम दोनों रातभर….ये चू….चुदाई करते रहे….
कम्मो: हाँ भाभी…..रात से गोलू मेरी चुदाई ही कर रहा है.
ये सुनकर उर्मिला का सर चकरा जाता है. सुबह हो चुकी थी और अब भी दोनों की चुदाई खत्म नहीं हुई थी. उर्मिला डर जाती है. वो एक हाथ से गोलू को कम्मो से अलग करने की कोशिश करती है.
उर्मिला: गोलू…गोलू हट कम्मो के ऊपर से. पागल हो गया है क्या? सुबह हो गई है और किसी ने हमे खेत में देख लिया तो गड़बड़ हो जायेगी…..
गोलू कम्मो की चुदाई में खोया हुआ था. उर्मिला की बात को अनसुना कर देता है. तभी कम्मो बोल पड़ती ही.
कम्मो: रुक जाईये ना भाभी….इसे कर लेने दीजिये. हम दोनों ने रात में ही तय कर लिया है.
उर्मिला: (बड़ी-बड़ी आँखे करते हुए) क..क्या तय कर लिया है?
कम्मो: यही की भाभी गोलू दिन-रात मेरी चुदाई करके अपने बच्चे की माँ बना देगा और फिर बाद में हम दोनों शादी कर लेंगे.
कम्मो की बात सुनकर उर्मिला अपने सर पर हाथ रखे निचे बैठ जाती है. ‘हे भगवान…!! गोलू तो पहले से ही बहनचोद था और अब कम्मो भी भाई का लंड बूर में डलवा के पागल हो गई है’, उर्मिला सोचती है. फिर वो झट से खड़ी हो कर गोलू की पीठ पर एक जोरदार चपत लगाते हुए कहती है.
उर्मिला: उठ जा बहनचोद….!! और कितना चोदेगा अपनी दीदी को? रातभर चुदाई करने के बाद भी तेरा दिल नहीं भरा? आज ही अपनी बहन के पेट में बच्चा दे देगा क्या?
उर्मिला के मारने से गोलू को होश आता है. वो हांफते हुए उर्मिला की ओर देखते हुए कहता है.
गोलू: बस भाभी ५ मिनट और. मैं बस झड़ने ही वाला हूँ.
कम्मो: हाँ भाभी….रुक जाइये ना ५ मिनट….!!
उर्मिला गहरी सांस लेते हुए कहती है, “ठीक है…लेकिन सिर्फ ५ मिनट”. ये कहकर उर्मिला पसीना पोंछते हुए झोपड़े से बाहर आती है. सोनू भी तब तक मचान से उतर चूका था. उर्मिला को परेशान देखकर वो कहता है.
सोनू: क्या हुआ भाभी? आप परेशान लग रहे हो?
उर्मिला: क्या बताऊँ सोनू…..ये दोनों भाई-बहन तो पागल हो गए है. पता नहीं और क्या-क्या गुल खिलाएंगे. जरा अपने आस-पास ध्यान रख. कोई आ गया तो गड़बड़ हो जायेगी.
उर्मिला और सोनू खेत के आस-पास नज़रे दौडाने लगते है. सुबह की लाली धीरे-धीरे फीकी होने लगती है. कुछ ही देर में गोलू और कम्मो झोपड़े से बाहर निकलते है. दोनों पसीने से भीगे हुए और काफी थके हुए लग रहे थे.
उर्मिला: तुम दोनों ऐसे लग रहे हो जैसे की रातभर खेतो में काम किया हो. अब चुपचाप घर चलो, और हाँ कम्मो, तू अपना मुहँ बिलकुल बंद रखेगी. घर में कुछ भी नहीं बोलेगी…समझी.
कम्मो उर्मिला को देखकर सर हिला देती है. उर्मिला गोलू का कान पकड़ते हुए कहती है.
उर्मिला: और गोलू तू… एक नंबर का बदमाश है. क्या समझता है अपने आप को? इतना बड़ा बहनचोद हो गया है की अपनी दीदी को माँ बनाएगा? बोल…..?
गोलू: आह भाभी….!! मुझे माफ़ कर दीजिये….
उर्मिला: (मुस्कुराते हुए) बदमाश कहीं का. मैं तुझे कम्मो की चुदाई करने के लिए मनानहीं कर रही हूँ पर हर चीज़ का एक समय होता है. अभी कम्मो को माँ बनाने का सोचना भी मत, समझा??
गोलू: हाँ भाभी…समझ गया.
उर्मिला: चलो अब सब घर. और घर में ऐसा बर्ताव करना है की खेत में हम सब अराम से सो कर आ रहे है. कोई ज्यादा बात नहीं करेगा.
उर्मिला की बात पर सभी सर हिला देते है. चारों धीरे-धीरे बातें करते हुए घर की ओर चल देते है. रास्ते में चलते हुए सोनू गोलू की ओर देखकर मुस्कुरा देता है. गोलू भी मुसकुरात देता है. सोनू अपने हाथ की दो ऊँगली, तर्जनी और मध्यमा (index & middle) को मिला देता है और फिर उन्हें बीच से थोडा खोलकर बूर जैसा आकार बनाकर गोलू को दिखाते हुए कम्मो की तरफ इशारा करता है. गोलू भी मुस्कुराते हुए अपने हाथ की ऊँगली, तर्जनी और मध्यमा (index & middle) को मिला देता है और फिर उन्हें बीच से थोडा खोलकर बूर जैसा आकार बनाकर दुसरे हाथ की ऊँगली को बीच में घुसा देता है. गोलू अपनी ऊँगली को अन्दर-बाहर करता है और फिर तर्जनी और मध्यमा के बीच की बूर के आकर की जगह को बड़ा कर देता है. सोनू गोलू का इशारा समझ जाता है की रात में गोलू ने कम्मो की बूर पूरी फैला दी है.
उर्मिला और कम्मो बातें करते हुए आगे चल रहे थे. पीछे सोनू और गोलू उर्मिला और कम्मो की रात की चुदाई की बातें करते हुए, दोनों की बड़ी चूतड़ों को घूरते हुए घर की तरफ चल देते हैं.