होता है जो वो हो जाने दो – maa beta sex story

अब हट जा, मुझे परेशान मत कर ( इतना कहने के साथ ही अलका अपने बेटे का हाथ झटकने लगी, अपनी मां का यह व्यवहार राहुल को बिल्कुल समझ में नहीं आया और वह फिर से अपनी मां को पीछे से बांहों में भरता हुआ बोला।)

क्या हुआ मम्मी ऐसा क्यों कह रही हो?

तो और क्या कहूं। ( अलका के ब्लाउज के बटन खोल चुके हैं जिसकी वजह से उसकी बड़ी बड़ी चूचियां सामने आईने में नंगी नजर आ रही थी। राहुल की नजर सामने आईने में नजर आ रही है अपनी मां की बड़ी बड़ी चूची ऊपर पड़ी तो वह उन्हें पकड़ने से अपने आप को रोक नहीं सका और वह अपनी मां की बड़ी बड़ी चुचियों को हथेली में भरते हुए। )

मैं कुछ समझा नहीं मम्मी तुम कहना क्या चाहती हो?

तुझे जैसे मालूम ही नहीं कि मैं क्या कहना चाहती हूं मैं उसी विनीत के बारे में कह रही हूं। उसके बारे में सोच सोच कर मेरी मुसीबत बढ़ी जा रही है मेरा कहीं मन नहीं लग रहा है और तू है कि बस मुझ पर टूट पड़ता है अपनी प्यास बुझाने के लिए कुछ मेरे बारे में तो ख्याल कर कैसे छुटकारा पांऊ ऊस मुसीबत से। कहीं ऐसा ना हो कि तेरी आंखों के सामने ही हो मेरे साथ सब कुछ…..( इतना कहने के साथ ही अलका खामोश होकर राहुल को आईने मे देखने लगी। राहुल अपनी मां की बात को सुनकर और उसकी खूबसूरती को आईने में देखकर जोर से अपनी हथेलियों का दबाव चुचियों पर बढ़ाते हुए हंसने लगा उसे हंसता हुआ देखकर अलका आश्चर्य से राहुल को घुरने लगी लेकिन राहुल हंसता हुआ बोला।)

अच्छा आप विनीत को ले करके इतना चिंतित हैं तो एक बात कहूं अब तुम विनीत के बारे में बिल्कुल भी सोचना बंद कर दो।

क्या मतलब मैं तेरी बात को समझीे नहीं?

मतलब यह कि अब तुम्हारे सिर से विनीत नाम की मुसीबत बन चुकी है अब वह हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता उसे मैंने रास्ते पर ला दिया है। ( राहुल अपनी मां की तनी हुई निप्पल की उंगलियों के बीच मसलते हुए बोला।)

अलका यह सुनकर एकदम चौंक गई और खुशी के मारे राहुल की तरफ घूमते हुए बोली।

सच राहुल तू सच कह रहा है ना ।

हां मम्मी मैं बिल्कुल सच कह रहा हूं।

खा मेरी कसम कि यह सच है कि तुम मुझे उससे छुटकारा दिला दिया।

तुम्हारी कसम मम्मी ने बिल्कुल सच कह रहा हूं अब वह दिन हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता मैंने आज ही उसको अच्छी तरह से समझा दिया हूं आइंदा से वह तुम्हारे रास्ते में भी नहीं आएगा।

ओह मेरे लाल तू नहीं जानता कि तूने मुझे कितनी बड़ी मुसीबत से निजात दिला दिया। ( इतना कहने के साथ ही अलका राहुल को अपनी छाती से लगा ली ओर उसे कसके अपनी चुचियों पर दबा दी । अलका बहुत खुश नजर आने लगी वह लगातार अपने बेटे के ऊपर चुंबनों की बारिश करने लगी। राहुल तो अपनी मां की हरकत एकदम उत्तेजना के मारे गदगद हुआ जा रहा था। अलका थी की रुकने का नाम ही नहीं ले रहीे थी। आखिरकार उसके बेटे ने महीनों के बाद उसे इस मुसीबत से छुटकारा दिलाया था। जिस मुसीबत की वजह से वह महीनों से चिंताग्रस्त थी उसके बारे में सोच सोच कर वह अंदर ही अंदर टूटते जा रही थी। अलका को ऐसा महसूस हो रहा था कि वह महीनों की कैद से आज आजाद हुई है उसकी चुंबनों की बारिश राहुल के ऊपर रुक ही नहीं रही थी। राहुल तो अपनी मां की खुशी भरी कामुक हरकत की वजह से उत्तेजना के परम शिखर पर पहुंच गया उसके पेंट मै ऊसका टनटनाया हुआ लंड तंबु बनाए हुए था। अलका अपने बेटे के चेहरे पर कोई भी कोना बाकी नहीं रहने देना चाहती थी वह सब जगह पर चुंबन की बारिश कर रही थी कि तभी राहुल अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाया और उसने तेरी मां के चेहरे को दोनों हाथों में भरकर अपने होठ को उसके होठ पर रखकर चूसना शुरू कर दिया। मुसीबत से छुटकारा पाने की खुशी और अपने बेटे के रसीले चुंबन की वजह से उसके बदन में भी उत्तेजना का संचार होने लगा और वह भी अपने बेटे का साथ देते हुए उसे अपनी बाहों में भर कर अपनी जीभ को अपने बेटे के मुंह में डाल कर चूसने लगी।

थोड़ी ही देर में दोनों मां-बेटे कामोतेजना में सराबोर हो गए। अलका एक तरफ चुंबन का मजा लेते हुए अपने हाथ से अपने बेटे के पेंट के बटन को खोलना शुरू कर दी और अगले ही पल उसने पेंट के बटन खोल कर उसे नीचे घुटनों तक सरका दी । लंड को पेंट की कैद से आजाद होते हैं अलका बिना एक पल भी बनाए तुरंत खुद नीचे घुटनो के बल बैठ गई और अपने बेटे के लंड को अपने हाथों से पकड़कर उसके सुपाड़े को अपने मुंह में भर कर चूसना शुरू कर दी। इतनी तेज गति से यह सब हुआ था कि राहुल को कुछ पता ही नहीं चला लेकिन जैसे ही उसका लंड उसकी मां के मुंह में गया वैसे ही राहुल का पूरा बदन उत्तेजना के मारे झनझना गया। इस समय सबकुछ बड़ी तेजी से हो रहा था राहुल और अलका दोनों एक पल भी गवारा नहीं चाहते थे इसलिए अलका भी जल्दी जल्दी अपने बेटे के लंड को आइसक्रीम कौन की तरह मुंह के अंदर डालकर जीभ को गोल-गोल घुमाते हुए चूसने लगी। राहुल भी अपनी मां के मुंह को ही बुर की तरह अपनी कमर को आगे पीछे करके चोदने लगा। अलका को बहुत मजा आ रहा था आज अपने बेटे का लंड चूसने में। उसके मुंह से गगगगगगगगगग. की आवाजें आ रही थी। राहुल अपनी कमर को आगे पीछे हिलाता हुआ बोला।

ओहहह मम्मी बहुत मजा आ रहा है तुम बहुत सेक्सी हो तुम कितनी अच्छी तरह से मेरा लंड चूस रही हो देखो तो सही मेरे लंड का साईज और ज्यादा बढ़ गया है।

राहुल अपनी मां के द्वारा लंड चुसाई का मजा लेते हुए गंदी गंदी बातें बोले जा रहा था और उसकी मां अपना सारा ध्यान बस अपनी बेटे का लंड चूसने में लगा रही थी। कुछ देर तक दोनों मां बेटे इस तरह से मजा लेते रहें लेकिन आज अलका खुद कुछ ज्यादा मूड में नजर आने लगी थी इसलिए वह अपने बेटे के लंड को अपने मुंह में से बाहर निकालकर खड़ी हो गई और फिर से अपने बेटे के होठ को चूसते हुए उसे बिस्तर के करीब ले जाने लगी जैसे ही बिस्तर करीब आया वह राहुल को धक्का देकर बिस्तर पर पीठ के बल लिटा दी। राहुल अपनी मां की इस कामुक रूप को देखकर बहुत ही ज्यादा उत्तेजना से भर चुका था। उसका लंड भी अपनी औकात में आ चुका था। राहुल बिस्तर पर पेट के बल लेटा हुआ अपनी मां के कामुक रूप को देख रहा था और उसकी मां अपनी पेटीकोट की डोरी को खोलते हुए राहुल से बोली

आज तू नहीं बल्कि मैं तुझे चोदूंगी। (इतना कहने के साथ ही अलका अपनी पेटीकोट की डोरी को खोलकर अपनी पेटीकोट को नीचे गिरा दी। पेटीकोट के नीचे गिरते ही अलका पूरी तरह से नंगी हो गई क्योंकि आज उसने सुबह से ही पेंटी भी नहीं पहनी थी। राहुल अपनी मां के नंगे बदन को देख कर एकदम से चुदवासा हो गया और अपने हाथ से लंड को पकड़कर मुठियाने लगा। अपने बेटे को लंड हिलाते हुए देखकर अलका मुस्कुराई और खुद भी अपनी हथेली को अपनी रसीली बुर पर मसलते हुए बिस्तर पर अपने घुटनों को रखकर चढ़ते हुए बोली ।

आज बेटा मैं तेरा पूरा पानी नीचोड़ लुंगी, आज देखना मैं तुझे कैसे चोदती हूं।

( इतना कहने के साथ ही अलका अपने बेटे के ऊपर सवार हो गई उसने अपने एक पैर के घुटने को उसकी दांई कमर के करीब रखी और दूसरे घुटने को बांए।

राहुल को कुछ करने की जरूरत नहीं थी वह बस आंख फाड़े अपनी मां को देखे जा रहा था। उसके देखते ही देखते अलका ने अपनी बेटे के लंड को अपने हाथ से पकड़ कर उसके गरम सुपाड़े को अपनी बुर की गुलाबी पत्तियों के बीच टीकाई और अपने भारी भरकम गांड का दबाव लंड पर बढ़ाना शुरू कर दी। देखते ही देखते राहुल का लंड कचकचाते हुए उसकी मां की रसीली बुर में घुसने लगा।

देखते ही देखते राहुल का समुचा लंड उसकी मां की बुर की गहराई में कहां खो गया उसे पता ही नहीं चला। अलका पूरी तरह से अपनी बेटे के लंड को अपनी बुर में ले चुकी थी वह अपने बेटे की जांघो पर बैठ चुकी थी।

अलका धीरे धीरे अपने बेटे के लंड के ऊपर उठना बैठना शुरु कर दी थी। अलका को आज एक नया ही अनुभव हो रहा था आज पहली बार बार कुछ ज्यादा ही खुल कर अपने बेटे के सामने आई थी। यह निश्चित रुप से विनीता से छुटकारा दिलाने का इनाम था राहुल के लिए। और राहुल भी अपनी मां के द्वारा दिए गए इस ईनाम का पूरी तरह से लाभ उठाते हुए अपनी मां की बड़ी बड़ी चुचियों को अपने हथेली में भरकर दबाने लगा है अलका भी धीरे-धीरे अपने बेटे के लंड पर उठक बैठक करने की गति को बढ़ा रही थी। थोड़ी ही देर में अलका अपनी लय पकड़ ली और गर्म सिस्कारियों के साथ अपने बेटे को चोदने लगी। राहुल भी रह रह कर नीचे से अपनी कमर को उछाल दे रहा था।

दोनों को बेहद आनंद की प्राप्ति हो रही थी। अलका के उठने-बैठने की वजह से उसकी बड़ी बड़ी चूचियां हवा में उछल रही थी जिसे राहुल अपनी हथेलियों में दबाकर उसे जोर जोर से मसल रहा था।

ससससससहहहहहहहह आाहहहहहह राहुल आज देख मैं तुझे कैसा चोदती हु। आजा तुझे पानी पानी कर दूंगी तूने भी मुझे विनीत से छुटकारा दिला कर एक बहुत बड़ी मुसीबत से बचाया है इसलिए तू जो कहेगा वह मैं करुंगी आज तुझे मे खुश कर दुंगी।

अलका बेहद कामोतेजना से भर चुकी थी और अपने बेटे को मुसीबत से छुटकारा दिलाने के लिए आज की रात इनाम के तौर पर पेश कर रही थी। राहुल भाई मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए चुदाई का आनंद ले रहा था। थोड़ी देर तक यह घमासान चुदाई चलती रही और इसके बाद दोनों की सांसे तेज चलने लगी । दोनों के मुंह से एक गरम आह निकली और दोनों भलभला कर झड़ने लगे। दोनों एक दूसरे की बाहों में बाहें डाल कर बिस्तर पर उसी तरह से लेटे रहे। कुछ ही देर में दोनों की सांसे सामान्य होने लगी तो अलका बोली।

तूने मुझे आज बहुत खुशी दी है कि जिसके बारे में मैं बयां नहीं कर सकती इसलिए आज की रात में तुझे इनाम की दूर कर देती हूं तुझे मेरे साथ जो करना है सब कुछ कर लो आज मैं तुझे पूरी तरह से खुश कर दूंगी।

खुश तो तुमने मुझे हमेशा करती आई हो लेकिन यह इनाम में आज नहीं बल्कि परसों के दिन मेरे जन्मदिन पर लूंगा। ( राहुल अपनी मां की नंगी पीठ को सहलाते हुए बोला। ) लेकिन हम इस बात का वादा करो कि तुम मुझे उस दिन बिल्कुल भी ना इनकार करोगी ना नाराज करोगी ।

ठीक है मैं वादा करती हूं कि तुझे उस दिन बिल्कुल भी नाराज नहीं करुंगी तु जैसा चाहेगा जैसे चाहेगा वैसे मैं तुझे चोदने दुंगी।

कहीं उस दिन तुम अपने वादे से मुकर मत जाना।

नहीं नहीं पूरी तरह से अपना वादा निभाऊंगी मैं अपना वादा तोड़ुगी नहीं। ( इतना कहने के साथ अलका मुस्कुराते हुए अपने बेटे को चूमने लगी और उसके बाद वह दोनों मैं सारी रात बिस्तर पर घमासान चुदाई को जारी रखा।)

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2 Comments

  1. Harikumar Zaa

    कौन है ये बद्तमीज़? मा***द गाली फिट है इसके लिए! 😡

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