राहुल के द्वारा एक बार फिर से संतुष्टि भरा संभोग सुख पाकर नीलू अति प्रसन्न हो गई थी। उसे क्या मालूम था कि उसके संभोग का सीधा प्रसारण विनीत देख रहा था वह देख क्या रहा था राहुल उसे दिखा रहा था। राहुल के चेहरे पर भी संतुष्टि भरा अहसास साफ झलक रहा था।
चुदाई की गरमा-गरम संतुष्टि के साथ उसके चेहरे पर विजयी मुस्कान भी तैर रही थी। उसे अपने ऊपर और अपने प्लांट पर पूरा विश्वास था जो कि उसे लगने लगा था कि उसका प्लान पूरी तरह से सफल हो चुका है और ऐसा था भी विनीत की हालत को देख कर यह तय हो चुका था कि राहुल अपने मकसद में कामयाब हो चुका था।
राहुल और नीलू भी अपने क्लास में आ गए राहुल नीलू के साथ जो किया सो किया लेकिन उसे विनीत के सामने प्रदर्शित करना नहीं चाहता था लेकिन वह भी मजबूर हो चुका था वह जानता था कि विनीत उसकी इस चाल से एक दम मात हो जाएगा। राहुल के सामने बड़ी ही संकट की घड़ी थी उसे अपनी मां को ही प्रमुखता देनी थी। राहुल यह अच्छी तरह से जानता था कि नीलू चाहे जितना भी वादे कसमे खा ले लेकिन उसकी शादी राहुल के साथ नहीं हो सकती क्योंकि उसकी मम्मी पापा कभी भी यह नहीं चाहेंगे कि उसकी लड़की ऐसे घर में ब्याह कर जाए जहां उनके खुद का ठिकाना ना हो। देर-सबेर नीलू भी इस वास्तविकता को समझ जाती की उसके मम्मी पापा भी उसकी शादी राहुल के साथ नहीं होने देंगे, कहां वह अमीर घराने की नीलू और कहां राहुल जो ढंग से उसे अपने घर में रख भी नहीं सकता था ।वह ऊन सुख सुविधा मुहैया नहीं करा सकता था जो सुख सुविधा वह अपने घर में भोगती थी।
राहुल कीसी भी हाल मे अपनी मां की ईज्जत को बचाना चाहता था विनीत को उसके गंदे इरादे में कामयाब नहीं होने देना चाहता था बरसों से कमाई हुई इज्जत को वह ऐसे ही गंवा दे ये ऊसके लिए नामुमकीन था। इसलिए उसे अपनी मां की इज्जत और घर की बदनामी से बचाने के लिए ऐसे कठोर कदम उठाएं क्योंकि इसी तरह से ही वीनीत की अकल ठिकाने आ सकती थी, क्योंकि समझाने से वह समझने वाला नहीं था उनका के कामुक बदन का नशा उसके सिर पर सवार हो चुका था इसलिए वह नशा उतारने के लिए यह कदम उठाना राहुल के लिए बेहद जरूरी था। राहुल के लिए यह बर्दाश्त कर पाना बड़ा मुश्किल था कि उसकी मां के संबंध उसके ही दोस्त वीनींत के साथ बन चुके थे । लेकिन किसी तरह से वह इस कड़वे घूंट को पीकर अपने आप को संभाल ले गया था। उसे अपनी मां के इस बात से थोड़ी तसल्ली मिली थी कि जो कुछ भी हुआ था वह अनजाने में हुआ था जिस का पछतावा उसे हो रहा था।
वैसे भी राहुल यह अच्छी तरह से जानता ही था कि उसकी मां बेहद खूबसूरत और खूबसूरत बदन वाली महिला थी जिसके आगे नीलू और विनीत की भाभी उसके पास बराबर भी नहीं थी इसलिए वह अपनी मां से नाराज ना हो करके बल्कि उसे इस मुसीबत से छुटकारा दिलाने के लिए अपनी चहीती नीलू और खूबसूरत विनीत की भाभी के साथ ऐसा खेल खेलना पड़ा।
अलका राहुल की मां ही नहीं बल्कि उसकी सब कुछ उसकी प्रेमिका तक हो चुकी थी। ऐसे में वह अपनी बेहद खूबसूरत बहुत ही कामुक और भरे हुए बदन की हुस्न की मल्लिका अलका को अपनी आंखों के सामने किसी और के हाथों में जाते हुए कैसे देख सकता था इसलिए उसने सारा प्लांन रचाया। और अपने पलान में लगभग कामयाब हो चुका था।
क्लास में छुट्टी होने तक विनीत अपना मुंह लटकाए बैठा रहा उसके गरम-गरम अरमानों पर राहुल ने ठंडा पानी दो डाल दिया था। राहुल अंदर ही अंदर बेहद खुश नजर आ रहा था क्योंकि उसने निश्चित तौर पर अपनी मां को दुष्ट विनीत के हाथों से बचा लिया था। विनीत के मन में ढेर सारे सवाल चल रहे थे जिनका जवाब सिर्फ राहुल ही दे सकता था इसलिए वह राहुल से मिलकर सारी बातें करना चाहता था । उसके मन से अलका का ख्याल लगभग पूरी तरह से निकल चुका था। लेकिन कुछ यादें जो राहुल की मां से जुड़ी हुई थी वह शायद जिंदगी भर उसके जेहन से कभी नहीं मिट पाती। राहुल की मां की खूबसूरत कामुक बदन की कसक उसके तन-बदन में अभी तक झनझनाहट पैदा कर दे रही थी। उसकी मंन की आखिरी इच्छा यही थी कि वह एक बार फिर से राहुल की मां को भोग पाता लेकिन उसकी मन की इच्छा उसके मन में ही दब के रह गई। विनीत के मन की इच्छा लगभग पूरी होने वाली थी अलका भी तैयार हो चुकी थी कि एक बार फिर से विनीत के साथ सोकर शायद वह इस मुसीबत से छुटकारा पाने लेकिन एक मौके पर राहुल ने पूरी बाजी पलट दिया था। विनीत राहुल से चोट खाकर मुंह के बल गिर पड़ा था।ं तभी छुट्टी होने की घंटी बज गई राहुल पहले ही क्लास के बाहर निकल गया पीछे-पीछे विनीत भी क्लास के बाहर आ गया राहुल पैदल ही सड़क पर चला जा रहा था कि पीछे से राहुल उसे आवाज देकर रुकने को कहा। राहुल रुक गया वह देखना चाहता था कि विनीत का मिजाज अभी भी वैसा ही है या बदल गया है।
तूने यह अच्छा नहीं किया राहुल , दोस्त होकर तूने दोस्त के पीठ पर छुरा भोंका है। ( विनीत अपनी हार के कारण बौखलाया हुआ था इसलिए वह गुस्से में राहुल से इस तरह की बातें करता हुआ बोला।)
तेरे मुंह से यह सब बातें अच्छी नहीं लगती वीनीत । तूने भी तो वही किया जो मुझे मजबूरन करना पड़ा। ( राहुल विनीत को जवाब देते हुए बोला।) मैं कभी भी नहीं चाहता था कि मैं ऐसा करूं लेकिन तूने मुझे मजबूर कर दिया है सब करने के लिए।
तू सब कुछ जानते हुए भी कि वह मेरी भाभी है उसके साथ भी तूने गंदा काम किया और तो और यह भी तुझे अच्छी तरह से पता था की नीलू मेरी प्रेमिका है और मेरी होने वाली पत्नी भी फिर भी तूने उसके साथ भी गंदा काम किया।
लेकिन तू भी तो अच्छी तरह से जानता ही था कि जिसके साथ तुने गलत काम किया और जिसके साथ तू अभी भी गलत काम करने के लिए इस कदर पागल हुआ था वह मेरी मां है। ( राहुल की बात सुनकर विनीत के पास कहने के लिए कोई शब्द नहीं बचे फिर भी वह अपने बचाव में बोला।)
तेरी मां भी यही चाहती थी , तेरी मां की ही मंजूरी पाकर हम दोनों आगे बढ़ें।
झूठ बिल्कुल झूठ हरामजादे, वह तो मजबूर थी । तूने उसकी मजबूरी का फायदा उठा कर उसके साथ गलत काम किया और आगे भी यही करना चाहता था। वह तो अच्छा हुआ कि आगे कुछ और गलत होता इससे पहले ही मुझे मेरी मां ने तेरे बारे में सारी सच्चाई बता दी।
( राहुल की बात सुनकर विनीत एकदम से हड़बड़ा गया और शक पकाते हुए बोला।)
ततततत… तू भी तो वही कर रहा है और मुझे इल्जाम देता है।
( राहुल विनीत की यह बात सुनकर हंसने लगा उसे हंसता हुआ देखकर विनीत को अजीब सा लगा लेकिन फिर वह हंसते हुए ही बोला।)
साले तेरी भाभी तो मेरी दीवानी है और तेरी गर्लफ्रेंड नीलू भी मेरी दीवानी है। तो यह जानने के लिए उत्सुक होगा कि यह सब कब से चल रहा है और तो और लड़कियों औरतों से दूर भागने वाला राहुल आज उनके इतने करीब केसे पहुंच गया। और हां जो यह तू मुझे और मेरे परिवार को समाज में बदनाम करने की धमकी देता फिरता है ना मैं चाहता तो ना जाने कब से पूरे स्कूल में तेरे और तेरी भाभी के बीच कैसा रिश्ता है सब कुछ बता देगा तब तु यहां मुंह दिखाने के भी लायक नहीं रह जाता। ( राहुल की बात सुनते ही वीनीत एकदम सन्न हो गया, उसे यह समझ में नहीं आ रहा था कि उसकी भाभी और उसके बीच क्या चल रहा है यह उसे कैसे पता चल गया। उसका भी खुलासा करते हुए राहुल बोला।) बड़ा दुहाई दे रहा था ना तु कि मेरी भाभी मेरी मां के समान है उसी ने मुझे बचपन से पाल पोस कर बड़ा किया मेरा इतना ज्यादा ख्याल रखती है यह सब तू ही कह रहा था। साले यह सब मुझे भी नहीं पता चलता कि तेरे और तेरे भाभी के बीच में कैसा रिश्ता है अगर मैं उस दिन अपनी इंग्लिश की नोट लेने तेरे घर ना आया होता। तेरे घर पहुंचते ही मैंने देखा कि दरवाजा खुला हुआ था मैं अंदर चला गया और मैंने कमरे में तुझे तेरी भाभी को चोदता पाया। मैं तो यह सब देखकर एकदम दंग रह गया क्योंकि तू अपनी बड़ी भाभी को मां के समान मानता था और तू खुद अपनी मां समान भाभी को चोद रहा था। तेरी नंगी भाभी को तुझसे ही चुदवाते देख कर मुझे बड़ा अजीब लगा। तूने तो मुझे नहीं देखा लेकिन तेरी भाभी मुझे देख ली थी कि मैं खिड़की से सब कुछ देख चुका हूं लेकिन तेरी भाभी बिना शर्माए मुझे देखते हुए जमकर तेरे लंड पर कूदने लगी। मुझसे यह नजारा बर्दाश्त नहीं हो रहा था और मैं वहां से बिना कुछ बोले चला गया। लेकिन तेरी भाभी का नंगा बदन और उसकी मदमस्त कर देने वाली अदा बार बार मेरी आंखो के सामने तैर जा रही थी। मुझसे रहा नहीं गया और मैं फिर से नोट मांगने के बहाने तेरे घर पहुंच गया। ( विनीत राहुल की बातों को बड़े ध्यान से सुन रहा था और उसे गुस्सा भी आ रहा था लेकिन सुनने के सिवा और कुछ कर भी नहीं सकता था। ) तेरे घर पहुंचा तो तू घर पर मौजूद नहीं था, और तेरी भाभी मौका देख कर मुझ ऊकसाने लगी और सच कहूं तो मुझे भी बेहद आनंद आने लगा था तेरी भाभी का मदमस्त बदन देख-देख कर मेरा भी लंड हिचकोले खाने लगा था। ( राहुल की बात सुनकर वीनीत क्रोध से भरा जा रहा था लेकिन कर भी क्या सकता था, राहुल उसको और ज्यादा जलाते हुए अपनी बात को बढ़ाने लगा।)
मुझे तो यकीन ही नहीं आ रहा था कि ऐसा कुछ हो जाएगा तेरी भाभी ने मुझ पर अपने बदन का अपने कामुक हुस्न का ऐसा जाल बिछाया की जो नहीं होना था वही हो गया तेरी भाभी ने मुझसे उस दिन चुदाई का पूरा मजा ली और सही बताऊ तो चुदाई का मजा क्या होता है मैंने भी उसी दिन जाना( राहुल विनीत को और ज्यादा जलाते हुए बोला ।) तेरी भाभी ने मेरा कुंवारा पन उसी दिन तोड़ दि थी।
( राहुल अपने चेहरे पर विजयी मुस्कान बिखेरते हुए बोल रहा था और विनीत उसकी मुस्कुराहट और उसकी बातें सुनकर जलभुन जा रहा था। )
और हां वींनीत मैं नहीं जाता था तेरी भाभी को चोदने बल्की तेरी भाभी खुद मुझे फोन करके जब भी उसका मन मोटा लंबा लंड लेने को करता तो मुझे बुलाती थी। इसलिए उसने देख मुझे (अपनी जेब में हाथ डालकर मोबाइल निकालते हुए) यह उसका मोबाइल भी दी है।
राहुल के हाथ में मोबाइल देखते ही विनीत दंग रह गया। क्योंकि वाकई मे वह उसकी भाभी का ही मोबाइल था। वाह मोबाइल देखते ही उसे झपटने के लिए हाथ बढ़ाते हुए बोला।
यह मोबाइल तो मेरी भाभी का है।
( राहुल ने अपना हाथ पीछे लेते हुए और मुस्कुराते हुए बोला। )
हां
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कौन है ये बद्तमीज़? मा***द गाली फिट है इसके लिए! 😡