राहुल की बात सुनकर विनीत की भाभी को अजीब लगा उसे समझ में नहीं आया कि खुलकर चुदाई का मजा लेने का मतलब क्या होता है। लेकिन गरीब की थाली राहुल की कामुक हरकतों की वजह से एक बार फिर से एक दम से चुदवासी हो चुकी थी। क्योंकि राहुल की हरकत ही कुछ ऐसी थी कि विनीत की भाभी खुद-ब-खुद उत्तेजना के महा सागर में गोते लगाने को तैयार हो गई। राहुल अच्छी तरह से जानता था कि दिनेश की नजरें खिड़की के पल्ले से अंदर की तरफ बराबर बनी हुई है। इसलिए वह उसे दिखाने के लिए अपने लंड कै सुपाड़े को उसकी भाभी की रसीली बुर के गुलाबी पत्तियों के बीच रगड़ रहा था। जिससे विनीत की भाभी बिस्तर पर नागिन की तरह छटपटा रही थी। वह अपनी बड़ी बड़ी नंगी चूचियों को अपने हाथों से मसलते हुए राहुल से बोली।
ओह राहुल मैं तुम्हारा मतलब नहीं समझ पा रही हूं खुलकर मतलब क्या?
भाभी तुम इतनी समझदार होकर भी इतनी सी बात नहीं समझ पा रही हो खुलकर मतलब कि तुम मुझसे चुदवाते समय मुझे कुछ भी बोल सकती हो और मैं तुम्हें कुछ भी बोल सकता हूं गाली भी दे सकती हो ।
( राहुल की बात सुनते ही विनती भाभी के बदन में रोमांच से उठने लगा, उसे भी इस तरह का अनुभव लेने का कुछ ज्यादा ही मन कर रहा था लेकिन वह चाहे जितनी भी खुली हुई थी लेकिन इस तरह की गंदी बातें और गालियों के साथ चुदाई करने में अजीब प्रकार की झिझक उसके मन में होती थी लेकिन आज राहुल के द्वारा खुलकर चुदाई का मजा लेने का सुनकर उसका भी मयुर मन नाचने लगा। वह पूरी तरह से तैयार थी इसलिए वह खुद ही शुरुआत करते हुए बोली।)
तो चलना इंतजार किस बात का कर रहा है। चल शुरू हो जा हरामजादे मैं भी देखूं तेरे में कितना दम है।
( विनीत की भाभी शुरुआत करते हुए अपनी चुचियों को दबाते हुए बोली, राहुल को विनीत की भाभी की ऐसी बातें सुनकर मन ही मन प्रसन्न हो रहा था लेकिन खिड़की पर खड़ा वीनीत अपनी भाभी की यह सब बातें सुनकर अंदर ही अंदर जल भुन जा रहा था। तभी राहुल ने अपने लंड के मोटे सुपाड़े को हल्के से गुलाबी फांकों के बीच प्रवेश कराते हुए बोला।
हां साली आज मैं भी तुझे दिखाऊंगा कि जब असली मर्द का लंड बुर में जाता है तो औरत को कैसा लगता है अब तक तो तू अपने हरामजादे देवर से चुदते आई है पता नहीं तुझे उसके लंड से मजा आता भी था कि नहीं आज मैं तुझे दिखाऊंगा कि मैं कैसे चोदता हूं। मेरा मोटा लंड तेरीे बुर में जाएगा तो तेरी बुर फट जाएगी साली
( राहुल विनीत की भाभी को बोलते हुए दो चार बार अपने लंड कै सुपाड़े को गुलाबी बुर के अंदर घुसा घुसा कर बाहर निकाल लिया जिससे विनीत की भाभी एकदम चुदवासी हो गई और वह अपनी चुचियों को जोर-जोर से मसलती हुए बोली।
सससससहहहहहह….. कुत्ते तो एैसे तड़पा क्यों रहा है हरामजादे डाल देना पूरा लंड मेरी बुर में फाड़ दे मेरी बुर को । मैं तो कब से तैयार बैठी हूं तुझ से चुदवाने के लिए बस अब बिल्कुल भी देर मत कर डाल दे एकदम जड़ तक । आहहहहहहहहह….
( राहुल भाई भाभी की बातों से एक दम मस्त हो गया वह जानबूझकर ऐसी बातें करके विनीत को जला रहा था उससे बदला ले रहा था बाहर खड़ा विनीत कभी सपने में भी नहीं सोच सकता था कि उसकी भाभी उसके ही दोस्त के साथ इस तरह से संबंध बना रही होगी। विनीत को यह समझते देर नहीं लगा कि राहुल भी उसके साथ यह सब करके बदला ले रहा है। उसे गुस्सा तो बहुत आ रहा था लेकिन कुछ कर सकने की स्थिति में बिल्कुल भी नहीं था उसे डर था कि अगर वह इन दोनों को ऐसा काम करते हुए रोकेगा तो शायद राहुल उसकी बातों को यह बता देती वीनीत उसकी मां के साथ गलत करना चाहता है ‘ घर में बवाल खड़ा हो जाए वह नहीं चाहता था कि किसी भी बात का बखेड़ा खड़ा हो लेकिन जो हो रहा था कमरे के अंदर उसे देख कर वह अंदर ही अंदर जल भून जा रहा था। विनीत की भाभी की गंदी बातों को सुनकर राहुल से रहा नहीं जा रहा था और उसने अपने लंड को सुपाड़े के साथ अंदर की तरफ एक झटके मे ं सरका दिया। जैसे ही पूरा लंड बुर की गहराई में अंदर तक धंसा वैसे ही वीनीत की भाभी के मुख से चीख निकल गई।
आहहहहहहहहह… हरामजादी कुत्तिया समझ के रखा है क्या थोड़ा आराम से कर इतनी जल्दी बाजी किस बात की है तुझे मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूं बस आराम से कर’ साले भोंसड़ी वाले अब धीरे-धीरे करना।
( विनीत तो यह सब देख कर और इन सब बातों को सुनकर उसका क्रोध बढ़ता ही जा रहा था साथ ही वह राहुल की ताकत को देखकर भी अचंभित था। और राहुल तो जैसे आनंद के सागर में गोते लगा रहा हो उसका प्लान पूरी तरह से सफलता की ओर बढ़ रहा था जो वह चाह रहा था वैसा बिलकुल होता जा रहा था। वह तो अब बस विनीत की भाभी को गाली देते हुए उसे जमकर चोदना शुरू कर दिया वह विनीत की भाभी को चोद जरूर रहा था लेकिन वह बाहर खड़े विनीत को दिखाना चाहता था, के जो वह मजबूरी का फायदा उठाते हुए कर सकता है वह उसकी भाभी को आनंद प्रदान करने के लिए कर रहा है जिसमें उसकी पूरी तरह से संमती है। राहुल विनीत की भाभी को चोदता हुआ उसे गाली देते हुए बोला।)
साली हरामजादी कुत्तिया ले मेरा पूरा लंड ले भोसड़ी की । ले माधरचोद, विनीत की रंडी भाभी ले पूरा लंड लेकर लेकर चुदवा साली। ( राहुल की कमर बड़ी तीव्र गति से विनीत की भाभी की बुर पर आगे पीछे हो रही थी। दोनों को बेहद आनंद आ रहा था राहुल को पता था कि बाहर उसका देवर खड़ा होकर के सब कुछ देख रहा है इस बात से वीनीत की भाभी बिल्कुल अनजान थी। उसे इस बात का बिल्कुल भी पता नहीं था कि उसका देवर बाहर खड़ा होकर के खिड़की से सब कुछ ऊसकी काली करतूतों को देख रहा है। )
साली रंडी आज तेरी बुर को चोद चोद कर भोसड़ा कर दुंगा । साली हरामजादी विनीत की रंडी भाभी उसका लंड ले लेकर मजा नहीं आया तो मेरे लंड से चुदवा रही है भोसड़ी की। साली हरामजादी विनीत की माधरचोद छिनाल रंडी भाभी।
( राहुल गंदी से गंदी गाली दे देकर विनीत की भाभी की चुदाई कर रहा था। सुबह गाली तो विनीत की भाभी को दे रहा था लेकिन उसका सीधा असर विनीत को हो रहा था क्योंकि वह उसे सुनाने के लिए ही उसे जलाने के लिए ईतनी गंदी गंदी बातें बोलकर उसकी भाभी को उसकी आंखों के सामने चोद रहा था। इस तरह से गाली सुनकर चुदवाने का आनंद विनीत की भाभी पूरी तरह से उठा रहीे थेी उसे आज बेहद आनंद की प्राप्ति हो रही थी उसने आज तक इस तरह की चुदाई कभी भी नहीं करवाई थी। जो मजा आज राहुल उसे अपनी हरकतों से अपनी जबरदस्त चुदाई से और अपनी गंदी गंदी गालियों से उसे दे रहा था उससे वह पूरी तरह से तृप्त हुए जा रही थी। वह कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह इस तरह का आनंद लेते हुए चुदाई का पूरी तरह से लुत्फ उठाएगी। विनीता तो यह सब देखकर पूरी तरह से सदमे में था लेकिन एक बात उसको यह भी खटक रही थी कि उसने भी दिन-रात अपनी भाभी पर मेहनत किया था उसे हर तरह से चुदाई का सुख दिया था लेकिन जिस तरह से वह राहुल के साथ चुदाई का आनंद ले रही थी उस तरह का आनंद वह कभी भी उसके साथ ना ले सकी या शायद उसे मिला ही नहीं।
राहुल का लंड बड़ी तेजी से वीनीत की भाभी की बुर में अंदर बाहर हो रहा था। विनीत की नजर मन में बुरी तरह से ग्लानी होते हुए भी राहुल के मोटे और लंबे लंड पर टिकी हुई थी वह कभी सोचा भी नहीं था कि राहुल को हथियार इतना तगड़ा होगा। राहुल उसे जलाने के लिए जानबूझकर बार-बार विनीत की भाभी की बुर में से लंड को बाहर निकालकर उसके सुपाड़े को बुर की फांकों के बीच थपथपाते हुए बोलता।)
ओ मेरी प्यारी रंडी भाभी साली यह तो बता तुझे विनीत के साथ ज्यादा मजा आता है या मेरे साथ चुद़वाने मे।
( राहुल के लिए गंदी गंदी बातें विनीत को बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी उसने आज तक अपनी भाभी से इसी भाषा में कभी भी बात नहीं किया था पहले चाहे उसके साथ शारीरिक संबंध रखता हो। उसे राहुल से ज्यादा अपनी भाभी पर गुस्सा आ रहा था तो उसके साथ इस तरह की गंदी गंदी बातें करते हुए चुदवा रही थी। राहुल के सवाल का जवाब अपनी भाभी के मुंह से सुनकर वीनीतअंदर ही अंदर से टूटता चला गया उसे बहुत बुरा लग रहा था लेकिन कर भी क्या सकता था।)
सससससहहहहहह….मेरे राज्जा …आहहहहहहहह…. तेरे साथ चुदने का मजा ही कुछ ओर है। तू इस तरह से चोदता है विनीत तो कभी सोच भी नहीं सकता सच में तू बहुत ही कमाल का चोदता है। ( विनीत की भाभी की बातें जले पर नमक छिड़कने जैसी लग रही थी वीनीत को, कभी राहुल ने विनीत की भाभी से कुछ ऐसा पूछ लिया जिसे सुनकर विनीत शर्म से पानी पानी हो गया उसे अपने आप पर ग्लानी होने लगी।)
ओहहहहहह मेरी रानी ,लंड की प्यासी मेरी जान मेरी भाभी सच-सच बताना तुम्हें विनीत का लंड कैसा लगता है और मेरा लंड कैसा लगता है? ( राहुल जोर-जोर से अपने लंड को उसकी बुरमें पेलते हुए बोला ।। राहुल का यह सवाल सुनकर वीनीत की हालत खराब होने लगी उसे अंदेशा हो गया था कि उसकी भाभी क्या कहने वाली है वह उन शब्दों को सुनना नहीं चाहता था लेकिन क्या करें वह भी सुनना चाहता था कि आखिककार उसकी भाभी क्या कहती है। राहुल खूब जमकर उसकी कमर अपने दोनों हाथों से पकड़े हुए जोर जोर से चोद रहा था और उसकी भाभी अपने हाथों से ही अपनी बड़ी बड़ी चुचियों को दबाते हुए बोली।)
ससससससससहहहहहहहह….. अब क्या बताऊं राहुल तुझे….आहहहहहहह…..आहहहहहहहहह….
(वीनीत की भाभी कुछ कह पाती इससे पहले उसने जबरजस्त दो धक्के और लगा दिया जिससे उसके मुंह से आह निकल गई।) ओहहह मेरे राजा तेरे लंड के सामने तो विनीत का लंड जैसे बच्चे का हो इस तरह से लगता है। वह जब मेरी बुर में अपना लंड डालता है तो पता ही नहीं चलता कि अंदर क्या गया है। और जब तेरा लंड मेरी बुर में जाता है तो ऐसा लगता है कि किसी सांड का लंड मेरी बुर में चला गया है।
( विनीत की भाभी का यह जवाब सुनकर राहुल अंदर ही अंदर प्रसन्न होने लगा वह खुशी से गदगद हो गया वह खिड़की के बाहर खड़ा भी नहीं अपनी भाभी का यह जवाब सुनकर शर्मसार हो गया। )
राहुल उसे और ज्यादा शर्मसार करते हुए अपनी आंखे बड़ी-बड़ी करके खिड़की में से अंदर झांक रहे विनीत को देखा विनीत और राहुल दोनों की नजरें आपस में मिली तो विनीत शर्मिंदा होकर अपनी नज़रें नीचे झुका लिया। वीनीत की भाभी ने जिसमें सबसे ज्यादा मर्दानगी भरी हुई थी उसके ऊपर अपनी सहमति का ठप्पा लगा चुकी थी। विनीत भी इस बात से अनजान नहीं था उसे तो उसने ऐसा लग रहा था कि वह मर्द ही नहीं है वह एकदम से शर्मसार हुआ जा रहा था लेकिन उसकी शर्मिंदगी कम होने की बजाए बढ़ती जा रही थी क्योंकि अभी भी वह बेशर्म बना अपनी भाभी को अपने दोस्त राहुल के साथ चुदते हुए देख रहा था। शायद उसने भी राहुल के मर्दानगी का लोहा मान लिया था क्योंकि जिस तरह से वह ठाप पर ठाप लगाकर उसकी भाभी को चोद रहा था उस तरह से चोद पाना उसके बस की बात नहीं थी। राहुल के हर धक्के पर विनीत की भाभी आगे की तरफ सऱक जा रही थी। ऐसे जबरदस्त धक्कों को देखकर विनीत की भी आंखें फटी की फटी रह जा रही थी।
राहुल अपने प्लान में पूरी तरह से सफल हो चुका था अब बस विनीत को जला रहा था। राहुल रह-रहकर उसकी भाभी की बड़ी-बड़ी पके हुए आम की तरह गोल गोल चुचियों को अपने हथेली में भरकर दबाते हुए उसके ऊपर झुक कर मुंह में भर लेता था , जिसे देख कर भी नहीं सकते क्रोध का पारा बढ़ जाता था लेकिन कुछ कर नहीं पा रहा था।
राहुल था कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था उसकी कमर किसी मशीन की तरह आगे पीछे हो रही थी। विनीत की भाभी आज मस्ती के महासागर में गोते लगा रही थी। कुछ देर तक राहुल उसे ऐसे ही बिस्तर पर चित लीटाकर चोदता रहा । उसकी कमर के दर्द करने लगी थी इसलिए वह झटके से अपने लंड को भाभी की बुर से बाहर निकाल लिया, विनीत की भाभी को बेहद आनंद मिल रहा था इसलिए लंड को बाहर निकलते ही वह प्यासी नजरों से राहुल की तरफ देखने लगी। प्यासी नजरों से अपनी तरफ देखता हुआ पाकर राहुल बोला।
वह मेरी रानी मेरी जान मेरी जाने बाहर आ जरा सा कुतिया की तरह बन जा रंडी मैं तुझे पीछे से चोदूंगा।
राहुल की बातें सुनकर वह कुछ बोली नहीं बस गरमा गरम सिसकारी अपने मुंह से छोड़े जा रही थी उसकी सांसे बड़ी तीव्र गति से चल रही थी भारी-भारी चलती सांसो के साथ साथ उसकी बड़ी बड़ी चूचियां भी ऊपर नीचे हो रही थी। उसकी हालत देख कर लग रहा था कि वह कुछ ज्यादा ही चुदवासी हो चुकी थी उसके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहे थे पंखा चालू होने के बावजूद भी उसके बदन से पसीना टप टप करके नीचे चु रहा था। वह बिना एक पल भी गम आए तुरंत घोड़ी बन गई और अपना सारा भार अपने हाथ की कोहनी पर लाते हुए अपनी बड़ी-बड़ी भरावदार गांड को हवा में ऊपर उठा दी। राहुल उसकी मातवाली गांड देखकर बदहवास हो गया उससे रहा नहीं गया और उसने तुरंत दो चपत उसकी गांड पर लगा दिया’, राहुल ने यह दो चपत लगाई तो थी विनीत की भाभी की गांड पर लेकिन यह दो चपत विनीत के गाल पर लगी थी, हर पल राहुल विनीत को शर्मसार किया जा रहा था उसकी बेज्जती करने का एक भी मौका वह अपने हाथ से गवाना नहीं चाहता था। इसीलिए वह विनीत की तरफ देखता हुआ फिर से लगातार दो चार चपत उसकी भाभी की गांड पर लगा दिया। विनीत की भाभी की गांड चोट लगने की वजह से कश्मीरी सेब की तरह लाल लाल हो गई थी। गोरी गोरी गांड लाल लाल हो जाने की वजह से राहुल को बहुत ही आनंद प्राप्त हो रहा था इसलिए वह तुरंत भाभी की बड़ी-बड़ी गांड को अपनी हथेली में भरते हुए
थाम लिया और अपने टनटनाए हुए लंड को भाभी की रसीली बुर पर टिका कर अंदर की तरफ घुसेड़ दिया। लंड को बुर में जाते ही राहुल बिना रुके उसको चोदना शुरू कर दिया।ठाप पर ठाप पढ़ने लगी इस तरह की जबरदस्त चुदाई को देखकर के वीनीत का लंड भी खड़ा हुए बिना नहीं रह सका , उसे ऐसा लग रहा था कि जैसे कि वह कोई पॉर्न मूवी देख रहा हो। जब उसे इस बात का एहसास हुआ कि अंदर अपनी भाभी की अपने दोस्त के द्वारा चुदाई होता हुआ देखकर उसका लंड खड़ा हो गया है तो वह एक बार फिर से शर्मसार हो गया। उसे अपने आप पर ग्लानी होने लगी। लेकिन कर भी क्या सकता था हालात उसके हाथ में नहीं थे सबकुछ राहुल के कंट्रोल में था और राहुल था कि उसकी भाभी को चोदे जा रहा था कभी उसकी चिकनी पीठ को सहलाता तो कभी आगे बढ़कर उसकी बड़ी बड़ी चुचियों को अपनी हथेलियों में भरकर दबाते हुए चोदना शुरू कर देता। विनीत की भाभी की गरम सिसकारी पूरे कमरे में गूंज रही थी। कंमरे मे गुंज रही शिसकारियों को ऊन दोनों के अलावा बाहर खड़ा विनीत भी सुन रहा था जिसकी आवाज उसके कानों में गर्म शीशे की तरह पड़ रही थी। राहुल था कि उसे जलाने के लिए बार-बार उसकी भाभी की गांड पर चपत लगाते हुए उसे चोद रहा था। विनीत की भाभी कुछ ही घंटों में कितनी बार झड़ी थी कि वह थक चुकी थी उसका रोम रोम मीठा-मीठा दर्द करने लगा था लेकिन आज जिस तरह की चुदाई वह करवाई थी वह अपनी जिंदगी में न कभी देखी थी ना करवाई थी। एक बार फिर से वह अपने चरमोत्कर्ष की तरफ आगे बढ़ रही थी। कुछ देर बाद विनीत की भाभी की सिसकारियां बढ़ने लगी वह जोर जोर से अपनी गांड को पीछे की तरफ ठेलते हुए राहुल को गंदी-गंदी गालियां देते हुए उसे और जोर से चोदने के लिए ऊकसा रही थी।
हरामजादे कुत्ते ऐसे ही जोर जोर से चोद मुझे फाड़ दे मेरी बुर को भोंसड़ी के। और जोर जोर से च** अंदर तक घुस जा मेरे मेरी बुर को चोद चोद कर भोसड़ा कर दे। हरामजादे माधरचोद।
( राहुल को विनीत की भाभी की दी हुई है सब गालियां
सुनने में बड़ी ही आनंद दायक लग रही थी। राहुल जोर जोर से धक्के लगा कर छोड़ देना शुरु कर दिया था वह समझ चुका था की विनीत की भाभी चरमोत्कर्ष की तरफ बढ़ रही है। और कुछ ही देर बाद दोनों गरम सिसकारी लेते हुए झड़ना शुरु हो कर दीए । वीनीत की भाभी तो निढाल होकर बिस्तर पर ही लेट गई और उसके ऊपर राहुल कुछ देर तक युं ही पड़ा रहा । राहुल का काम बन चुका था वह जो चाहता था ठीक वैसा ही हो गया था। विनीत की भाभी थक कर चूर हो गई थी वह बेसुध होकर बिस्तर पर लेटी हुई थी कुछ देर बाद राहुल बिस्तर से उठा और अपने कपड़े पहनने लगा कपड़े पहनते हुए लगातार विनीत की तरफ ही देख रहा था। वह जाते-जाते वीनीत की भाभी की तरफ देखा तो वह थक कर सो चुकी थी। वह जाते जाते एक बार उसको झकझोर कर जगाने की कोशिश करने लगा लेकिन वह एकदम बेशुध हो चुकी थी। वह नींद के आगोश में चली गई। राहुल कमरे से बाहर निकला और वीनीत की तरफ गुस्से में देखते हुए बोला।
इसे कहते हैं चुदाई। ( और इतना कहकर वह चला गया विनीत उसे जाते हुए देखता रहा लेकिन कुछ भी कर पाने जितनी हिम्मत उसमे नहीं थी।)
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कौन है ये बद्तमीज़? मा***द गाली फिट है इसके लिए! 😡