घर जाकर मुझे आज बड़ा अजीब सा लग रहा था। क्योंकी दो दिन जो मस्ती में गुजरे थे, और आज कितना अकेलापन लग रहा था। मैंने विस्की का सहारा लिया और तीन-चार पेग लगाकर सो गया। अगले दिन मैं ऋतु को शापिंग करवाने ले गया। मैंने उसको दिल से शापिंग करवाई। अत ने कभी इतने बड़े शोरूम में शापिंग नहीं की थी।
उसका प्राइस दिखा-दिखाकर शापिंग करवाते हुए मैं बोला- “तुम मेरे साथ आई हा घबराओ नहीं..”
फिर भी उसने ज्यादा कुछ नहीं लिया। तीन-चार ड्रेस ही ली।
मैंने अत से कहा- “अपने लिए ब्रा पैटी भी तो ले लो…”
सुनते ही वो शर्मा गई। मैं उसको शाप में ले गया। वहां मैंने उसको लेटेस्ट स्टाइल की एक दर्जन ब्रा-पैंटी लेकर दी। मैंने ऋतु को उसके घर के बाहर ही छोड़ दिया और मैं वापस आ गया। इसी तरह दिन बीत रहें थे। मैं कभी आफिस में, कभी अपने घर लेजाकर ऋत का आफिस टाइम में चोद लेता था। पर वो दो रातें, जो मैंने ऋत के घर बिताई थी उनका मजा कुछ और ही था।
फिर एक दिन ऋतु आफिस में ही थी की शोभा का फोन आया की अन (ऋतु की बड़ी बहन) का बेटा हुआ है। हमको आज ही वहां जाना होगा। तू आफिस से छुट्टी लेकर आ जा।
ऋतु ने मुझे बेमन से कहा- “सर में जाऊँ क्या?”
मुझे सब बात पता लग गई थी। मैंने अत् को कहा- “क्या हआ, उदास क्यों हो रही हो?”
ऋतु बोली- “मेरा जाने का मन नहीं कर रहा है….
मैंने उसको कहा- “तुम कोई बहाना बनाकर देख लो.”
ऋतु घर चली गई। रात को करीब 8:00 बजे ऋतु का फोन आया- “आप मेरे घर आ जाओ..”
मैंने कहा- “तुम वहां नहीं गई?”
ऋतु ने कहा- “पहले आप आ तो जाओ..”
में फटाफट ऋतु के घर पहुंचा। ऋतु मुझसे छिपट गई। मैंने कहा- “तुम क्यों नहीं गई?”
ऋतु बोली- “मैंने घर आकर मम्मी से कहा- “मेरी तबीयत ठीक नहीं लग रही। कहीं रास्ते में ज्यादा खराब ना हो जाए.
मम्मी ने कहा- “फिर तू घर ही रुक जा। हम चले जाते है..”
मैंने हँसते हुए कहा- “इतना नाटक किसलिए किया?”
ऋतु बोली- “आपके साथ पूरी रात मस्ती करने के लिए.”
मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और गाद में उठाकर अंदर ले गया। मैंने ऋतु को बैंड पर लेजाकर लिटा दिया और मैं भी उसके ऊपर लेट गया। मैंने ऋतु से कहा- “जान सच में तुमने आज मुझे खुश कर दिया है.”
मत ने मेरे हाथ को चूमते हए कहा- “आपको छोड़कर जाने का मन नहीं कर रहा था सा कैसे जाती?”
मैंने ऋतु से कहा- “तुमने मुझे आज जो साइज दिया है वो मैं जीवन भर याद र गा.”
ऋतु बोली- “मुझे नहीं पता था की आप इतनी जल्दी से आ जाओंगे में तो नहाने जा रही थी। अब अगर आप कहाँ तो मैं नहाने जाऊँ…”
मैंने उसको कहा- “मैं भी तुम्हारे साथ चलता है दोनों एक साथ नहाते हैं…
ऋत ने शरारत भरी आवाज से कहा- “मैं जानती थी आप ऐसे ही कहोगे..” फिर ऋतु ने अपने सब कपड़े उतार दिए और मुझसे कहा- “आप क्या कपड़ों में नहाते हो?”
मैंने भी हँसते हुए अपने सच कपड़े उतार दिए। हम दोनों नंगे थे।
ऋतु ने मुझसे कहा- “मेरे प्यारे पिया जी, अब मुझे अपनी गोदी में उठाकर बाथरुम तक के चलो..”
मैं ऋतु के मुँह से ये सुनकर दंग भी हो गया और खुश भी मैंने कहा- “फिर से कहो..”
ऋतु ने अबकी बार मेरे गले में अपनी बाहों को डालकर मेरी आँखों में देखते हए कहा- “पियाजी मुझे बाथरूम में
ले चलिए ना..
मैंने उसको चमते हए अपनी गोद में उठा लिया हम बाथरूम में आ गये। वहां मैंने ऋत को शावर के नीचे खड़ा कर दिया। शाबर से ठंडा-ठंडा पानी उसके जिम को भिगोने लगा। ऋतु ने मुझे अपने जिम से चिपका लिया। हम दोनों शाबर के नीचे खड़े हए होंठों पे होंठ रखकर शावर ले रहे थे। मेरे दोनों हाथ ऋतु के चूतड़ों पर थे और उसके मेरी कमर पर। मैं हल्के-हल्के नीचे झुकता गया और अब मेरा मुँह ऋतु की चूत के पास था। मैंने अत की चत पर नीचे से ऊपर तक अपनी जीभ फिरा दी।
ऋतु में अपनी जांघों को सिकोड़ लिया। मैंने ऋतु की दोनों जांघों को अपने हाथ से चौड़ा किया और फिर से उसकी चत पर मैंह लगा दिया। ऋत ने मादक सिसकियां लेनी शरू कर दी। मैं इतने में कहां मान जाता। मैंने अत को घमा दिया। अब उसकी गाण्ड मेरे सामने थी। मैंने ऋत की गाण्ड पर एक काट लिया ऋत ने उद्दई की आवाज निकाली। मैंने अब उसके दूसरे चूतड़ पर हल्के से काटा।
ऋतु ने फिर से- “उईईई आह्ह…” किया।
मैंने ऋतु को कहा- “जान तुम्हारी गाण्ड बड़ी मस्त है.”
ऋतु भी आज पूरे मूड में थी। वो मुझसे बोली- “आपका लण्ड भी कितना मस्त है..”
मैंने कहा- “मेरे लण्ड का क्या करोगी?”
उसने कहा- “देखते जाइए…’ कहकर उसने मेरे लण्ड पर साबुन लगा दिया और फिर मेरे लण्ड को रगड़-रगड़कर धोने लगी।
अब मेरा लण्ड बिल्कुल खड़ा हो गया था।
ऋतु ने अपना मुँह मेरे लण्ड पा रखा और बोली- “आप मेरे मुँह में अपना लण्ड जितना डाल सकते हैं डाल दीजिए…
मैंने कहा- “पागल हो क्या?”
ऋत बोली- “आप डालिए तो…”
मैंने उसके मुँह में अपना लण्ड आधा डाल दिया और उसके मुँह में धक्के मारने लगा। धीरे-धीरे मेरा लण्ड ऋतु के गले तक जाने लगा
Mera boss bhi muze dekh badi jibh laplapata hei, soch rahi hun lelu sale ko andar…