Uske dil mei ek fantasy sex story jagane lagi. वो सोच रही थी कि अगर… अगर… अगर टॉमी की ज़ुबान उसकी नंगी चूत को चाटती तो उसे कितना मज़ा आता। ये बात ज़हन में आते ही उसके पूरे जिस्म में एक झुरझुरी सी फैल गयी और चेहरा एक हल्की सी मुस्कुराहट के साथ सुर्ख हो गया। टॉमी भी अपनी जगह पे नीचे क़लीन पर बैठा अपनी बड़ी-बड़ी आँखों के साथ अपनी मालकिन को देख रहा था… जैसे अपने काम की तारीफ़ चाहता हो… जैसे कुछ इनाम चाहता हो। अपने सामने बैठे हुए कुत्ते और अपने बारे में ऐसा सोचते हुए समीरा को थोड़ी शरम सी आ रही थी मगर कोई गलती होने की शर्मिंदगी नहीं थी। वाइन की हल्का सा नशा उसे बहोत अच्छा लग रहा था। वो मुस्कुरायी और वाइन खतम करके टॉमी की तरफ़ देखती हुई अपने बेडरूम की तरफ़ बढ़ गयी।
जैसे ही टॉमी ने अपनी खूबसूरत मालकिन को उठ कर अपने बेडरूम की तरफ़ जाते हुए देखा तो वो भी फ़ौरन अपनी जगह से उठा और उसके पीछे-पीछे चल पड़ा। समीरा ने जैसे ही अपने पीछे मुड़ कर दरवाज़ा बंद करने का इरादा किया तो टॉमी दरवाज़े के बिल्कुल सामने खड़ा था और बड़ी ही अजीब नज़रों से वो समीरा को देख रहा था। उसकी लंबी गुलाबी ज़ुबान बाहर लटक रही थी और बड़ी-बड़ी आँखें समीरा की खूबसूरत आँखों से मिली हुई थीं। टॉमी समीरा की तरफ़ ऐसे देख रहा था जैसे कि वो अपनी मालकिन से उसके कमरे के अंदर आने की इजाज़त तलब कर रहा हो। आज तक समीरा ने या अर्जुन कुमार ने टॉमी को अपने बेडरूम में आने से मना नहीं किया था… वो जैसे चाहता था अंदर आ जाता था मगर आज समीरा उसे अंदर आने देने के लिये सोच रही थी कि आने दे या नहीं। मगर फ़िर जैसे उसे इस बे-ज़ुबान पर तरस आ गया हो… वो उसे रास्ता देती हुई बोली, “ठीक है आ जाओ अंदर… लेकिन याद रखना कोई शरारत नहीं चलेगी… समझे!” टॉमी ये सुन कर जल्दी से अंदर को बढ़ा जैसे उसे अपनी मालकिन की शर्त मंज़ूर हो।
कमरे के अंदर आकर अब समीरा सोचने लगी कि वो जिस काम के लिये अपने कमरे में आयी है वो अब टॉमी के सामने करे या नहीं करे… यानी अब वो टॉमी के सामने ही अपने कपड़े उतार कर अपनी चूत में वॉयब्रेटर से खुद-लज़्ज़ती हासिल करे या फ़िर बाथरूम में जा कर ये काम करे। समीरा ने कुत्ते की तरफ़ देखा जोकि एक तरफ़ नीचे कालीन पे बैठा हुआ था बड़े ही आराम से और अपनी बड़ी-बड़ी आँखों के साथ अपनी मालकिन समीरा की तरफ़ ही देख रहा था। समीरा ने बाथरूम के अंदर जा कर ही मुठ मारने का फ़ैसला किया और अपनी अलमारी की तरफ़ जा कर लंड की शक्ल का वॉयब्रेटर निकालने लगी जो वो अर्जुन कुमार के साथ फ्रांस के टूर के दौरान पेरिस से लायी थी। जब कभी उसकी चूत में मस्ती उबाल मारती थी तो अकेले में समीरा इस वॉयब्रेटर की मदद से खुद-लज़्ज़ती हासिल कर लेती थी।
तभी समीरा को खयाल आया… एक सोच उसके अंदर पैदा हुई कि वो आखिर टॉमी के साथ ऐसा क्यों कर रही है… क्या वो उससे डर रही है… टॉमी एक जानवर ही तो है… कोई इंसान तो नहीं है ना कि वो उसके सामने अपने कपड़े भी उतार नहीं सकती… उसके सामने नंगी नहीं हो सकती… अपनी चूत में डिल्डो डाल कर मुठ नहीं मार सकती। वो खुद को समझा रही थी कि इस बेचारे बेज़ुबान जानवर के सामने नंगी होकर मुठ मारने में कोई हर्ज़ तो नहीं है… क्योंकि वो उसे कोई नुकसान तो नहीं पहुँचा सकता… क्योंकि वो एक अच्छा तरबियत-याफ़्ता जानवर है… अपने मालिकों का बहोत ज्यादा खयाल रखने वाला… और उन से बहोत ज्यादा प्यार करने वाला… और अभी कुछ देर पहले ही तो टॉमी ने अपनी मोहब्बत और वफ़ादारी का सबूत दिया था… उसके पैरों और पैरों से ऊपर उसके नंगी टाँगों और रानों को चाट-चाट कर। समीरा को याद आया कि जब टॉमी उसकी टाँगों और रानों को चाट रहा था तो उसे कितना मज़ा आ रहा था। कुछ देर पहले टॉमी के साथ गुज़रे हुए वक़्त को याद कर के समीरा के जिस्म में एक बार फ़िर से सनसनी की लहर दौड़ गयी… एक लज़्ज़त-अमेज़ लहर… और होंठों पे हल्की सी मुस्कुराहट फैल गयी। समीरा ने टॉमी के सामने ही नंगी होकर मुठ मारने का इरादा कर लिया।
समीरा ने बेड के करीब खड़ी होते हुए एक नज़र दोबारा से टॉमी पे डाली… और फ़िर उसकी तरफ़ ही देखते हुए अपनी टॉप को नीचे से पकड़ कर ऊपर को उठाना शुरू कर दिया। दोनों की नज़रें एक दूसरे से मिली हुई थीं… और अगले ही लम्हे समीरा की टॉप उसके जिस्म से उतर चुकी थी। अब समीरा अपने कमरे में अपने पालतू कुत्ते के सामने सिर्फ़ एक काले रंग की ब्रा और छोटी सी स्कर्ट और काले रंग की ऊँची पेंसिल हील के सैंडल पहने खड़ी थी। टॉमी भी बजाय इधर-उधर देखने के बड़े ही शौक से अपनी मालकिन को देख रहा था। समीरा ने जब कुत्ते को अपनी ही तरफ़ देखते हुए देखा तो मुस्कुरायी और अपने हाथ में पकड़ी हुई टॉप को गोलमोल करके ज़ोर से कुत्ते के मुँह पे फेंका और फ़िर खुद ही ज़ोर-ज़ोर से हंसने लगी।
समीरा की टॉप कुत्ते के मुँह पर टकरा कर उसके सामने गिर गयी। टॉमी ने फौरन उसे सूँघना शुरू कर दिया। समीरा भी उसकी हरकतों को देख रही थी। टॉमी ने समीरा की टॉप को अपने मुँह में उठाया और उठ कर चलता हुआ सोफ़े पर चढ़ कर बैठ गया। समीरा के जिस्म से उतरी हुई टॉप अपने अगले पैरों के बीच में रखी और उसे सूँघते हुए समीरा की तरफ़ देखने लगा। समीरा भी उसकी हरकतों को बड़ी ही दिलचस्पी से देख रही थी और मुस्कुरा रही थी। फ़िर समीरा ने अपनी नाज़ुक-नाज़ुक उंगलियाँ अपनी स्कर्ट के इलास्टिक में फंसायीं और अपनी नज़रें टॉमी की नज़रों से मिलाते हुए अपनी शॉर्ट-स्कर्ट भी उतारने लगी… और फ़िर उसे अपनी रानों से नीचे खिसकाते हुए अपने पैरों को बारी-बारी उठा कर अपने पैरों से निकाल दिया। मगर इस बार अपनी स्कर्ट को टॉमी की तरफ़ फ़ेंकने की बजाय उसे वहीं नीचे क़लीन पर पड़ा रहने दिया। अब समीरा अपने बेडरूम में सिर्फ़ छोटी सी जी-स्ट्रिंग पैंटी और ब्रा और ऊँची पेंसिल हील के सैंडल में खड़ी थी। पता नहीं क्यों अब उसे खुद भी अपने जिस्म की अपने पालतू कुत्ते के सामने इस तरह नुमाइश करने में मज़ा आ रहा था… अजीब सा भी लग रहा था और अच्छा भी। सामने सोफ़े पर अपनी टाँगें फैलाये हुए टॉमी ऐसे बैठा हुआ समीरा को देख रहा था कि जैसे उसके सामने कोई स्टेज डाँसर स्ट्रिप-टीज़ डाँस कर रही हो और वो उसके मज़े ले रहा हो।
समीरा को भी इस तरह की बेशर्मी करते हुए अच्छा लग रहा था। उसने थोड़ी देर के लिये टॉमी के सामने इसी हालत में रहने का सोचा। वो आगे बढ़ी और जा कर अपने बेडरूम का दरवाज़ा लॉक कर दिया और वापस आकर बेड की बैक से टेक लगा कर तिरछी लेट गयी। समीरा सिर्फ़ ब्रा, पैंटी और उँची पेंसिल हील के सैंडल पहने बेड पे लेटी हुई थी। टॉमी की तरफ़ देखते हुए उसका अपना हाथ खुद-ब-खुद ही अपने गोरे-गोरे चिकने जिस्म को सहलाने लगा… अपने नंगे पेट पर फिसलने लगा। उसकी काले रंग की ब्रा में से उसके खूबसूरत और गोरे-गोरे मम्मे आधे बाहर को निकल रहे थे। पेट पर से उसका हाथ फिसलता हुआ आहिस्ता-आहिस्ता अपने मम्मों की तरफ़ बढ़ने लगा और पहले अपने मम्मों को अपनी ब्रा के ऊपर से सहलाने लगा और फ़िर उस पर से सरकता हुआ अपने मम्मों के नंगे हिस्सों को सहलाने लगा।
समीरा तकरीबन रोज़ाना अपने हाथ और वॉयब्रेटर से खुद-लज़्ज़ती हासिल करती थी मगर इस वक़्त पता नहीं क्यों अपने कुत्ते के सामने ये करते हुए उसे कुछ ज्यादा ही अच्छा लग रहा था। ऐसे अपने जिस्म को सहलाते हुए भी उसकी नज़रें टॉमी को ही देख रही थीं। दोनों की आँखें पता नहीं एक दूसरे को क्या-क्या पैगाम दे रही थीं लेकिन ये बात ज़रूर थी कि दोनों में से कोई भी दूसरे को नापसंद नहीं कर रहा था… बल्कि एक दूसरे की मौजूदगी को वो इंजॉय कर रहे थे। कुत्ते की समीरा में दिलचस्पी और पसंदीदगी उसके मुँह से बाहर लटक रही गुलाबी ज़ुबान से हो रही थी जो समीरा के जिस्म की हरकत के साथ-साथ हिल रही थी… जिसे वो थोड़ी-थोड़ी देर के बाद अपने मुँह के अंदर करता और उस पर बह निकलने वाले थूक को अपने मुँह के अंदर कर लेता।दूसरी तरफ़ समीरा को अपनी कैफ़ियत का अंदाज़ा अपने जिस्म के हौले-हौले गरम होने और उसकी चूत के अंदर पैदा होने वाले गीलेपन से हो रहा था। उसे इस तरह नंगी हालत में अपने किसी दूसरे के सामने अपने खूबसूरत जिस्म की नुमाइश करना अच्छा लग रहा था। उसे इस बात से भी कोई फ़र्क़ महसूस नहीं हो रहा था कि उसके इस खूबसूरत जिस्म का नज़ारा करने वाला कोई इंसान नहीं बल्कि एक जानवर… एक कुत्ता था। उसे तो बस यही पता था कि उसे ये सब कुछ अच्छा लग रहा था… और उसका जिस्म एक बार फ़िर से टॉमी की ज़ुबान को महसूस करना चाहता था… फ़िर से उसकी ज़ुबान से मिलने वाले मज़े को हासिल करना चाहता था… मगर कैसे… कैसे वो टॉमी के दोबारा बुलाये… उसकी इस में हिम्मत नहीं पैदा हो रही थी।
लेकिन समीरा को ज्यादा देर इंतज़ार और फिक्र नहीं करनी पड़ी क्योंकि बे-ज़ुबान मगर समझदार टॉमी शायद अपनी मालकिन की ख्वाहिश और झिझक को समझ गया था। इसी लिये वो अपनी जगह पे उठ के खड़ा हुआ… सोफ़े पर ही… अपने जिस्म को खींचते हुए एक अंगड़ायी ली और फ़िर सोफ़े से नीचे उतर आया और अपनी चारों टाँगों पर आहिस्ता-आहिस्ता बेड की तरफ़ चलने लगा। ये देख कर समीरा का दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़कने लगा। उसे थोड़ी घबड़ाहट सी होने लगी मगर फ़िर भी वो बिना कोई हरकत किये बेड पर अपनी जगह लेटी रही… टॉमी की तरफ़ उसकी आँखों में देखती हुई।
समीरा सारा दिन घर पर रहते हुए अपना इंटरनेट भी इस्तेमाल करती रहती थी और अपने वक़्त गुज़ारी के लिये इंटरनेट पर नंगी फ़िल्में भी देखती थी और कईं बार तो अर्जुन भी उसके साथ ये सब कुछ देखता था। इसलिये ऐसी बात भी नहीं थी कि समीरा को इंसानों के जानवरों के साथ चुदाई करने का इल्म नहीं था बल्कि वो इंटरनेट पर कईं बार खूबसूरत लड़कियों को कुत्तों, घोड़ों, गधों, बकरों और दूसरे जानवरों से चुदते हुए और उनके लौड़े चूसते हुए देख चुकी थी। लेकिन उसे यक़ीन था कि ये कुत्ता उसके साथ वैसा कुछ नहीं करेगा और ना ही उसने खुद ऐसा कुछ करने का सोचा था कि वो कुत्ते के साथ इस हद तक जायेगी। वो तो बस अपने जिस्म पर टॉमी की लंबी और खुरदरी ज़ुबान की रगड़ का मज़ा लेना चाहती थी… और इससे आगे कुछ नहीं।
समीरा की नज़रें टॉमी की नज़रों से मिली हुई थीं और वो उसे अपनी तरफ़ आता हुआ देख रही थी। टॉमी समीरा के बेड के करीब आकर खड़ा हो गया। समीरा का पैर बेड के किनारे पर था। टॉमी ने अपना बड़ा सा मुँह आगे ला कर उसके सैंडल और पैर को अपनी नाक के साथ ज़ोर-ज़ोर से सूँघा तो समीरा के पूरे जिस्म में सनसनाहट फैल गयी। अगले ही लम्हे टॉमी ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और अपनी लंबी ज़ुबान से समीरा के सैंडल के तलवे और फिर उसके पैर के ऊपर एक बार लंबा चाटा। समीरा का पूरा जिस्म काँप सा गया। उसने अपना पैर थोड़ा पीछे खींच लिया… बेड के किनारे से दूर। जैसे ही समीरा का सैंडल पहना हुआ गोरा-गोरा पैर टॉमी के मुँह से दूर हुआ तो उसने एक बार समीरा की तरफ़ देखा। उसके मुँह से हल्की सी गुर्राहट निकली… जैसे उसे समीरा की ये हरकत पसंद नहीं आयी हो और अगले ही लम्हे टॉमी ने एक छलांग लगायी और समीरा के बेड पर चढ़ गया।
टॉमी समीरा के नरम-नरम बिस्तर पे चढ़ा हुआ था। उसका भारी भरकम जिस्म जैसे पूरे बेड को कवर कर रहा था। उसके सामने बेड पर सिर्फ़ ब्रा, पैंटी और ऊँची हील वाले सैंडल पहने लेटी हुई समीरा को अपना जिस्म उसके मुकाबले में बहोत छोटा लग रहा था। सच मनो तो समीरा को अब टॉमी से थोड़ा-थोड़ा खौफ़ सा भी महसूस होने लगा था। खौफ़ आता भी क्यों नहीं। एक तो वो जानवर था… इतने नोकीले लंबे-लंबे दाँतों वाला… और फ़िर उसका जिस्म भी समीरा के नाज़ुक जिस्म से ज्यादा ताक़तवर और वज़नी था। समीरा हौले से आवाज़ निकालती हुई कसमसायी, “ट…ट…टॉमी ये… ये… ये क्या कर रहे हो… चलो नीचे उतरो बेड से!”
समीरा की आवाज़ में अपने पालतू जानवर के लिये हुक्म नहीं था। बल्कि उसकी आवाज़ से तो ऐसा लग रहा था कि जैसे वो टॉमी की मिन्नत कर रही हो बिस्तर से नीचे उतरने के लिये। मगर वो दरिंदा तो इस वक़्त अपनी मालकिन की कोई भी बात सुनने और मानने को तैयार नहीं था। उसने दोबारा से अपना मुँह नीचे किया और अपनी ज़ुबान बाहर निकाल कर समीरा के सैंडल कि पट्टियों में से उसके पैर को चाटने लगा। कभी उसके सैंडल के तलवे को चाटता और कभी पैर के ऊपरी हिस्से को। आहिस्ता-आहिस्ता टॉमी की ज़ुबान समीरा के पैर से ऊपर को आने लगी और उसकी टाँग के निचले हिस्से को चाटने लगी। टॉमी की ज़ुबान तेज़ी के साथ उसके मुँह के अंदर-बाहर हो रही थी और वो तेज़ी से समीरा की टाँग को चाट रहा था। आहिस्ता-आहिस्ता वो और ऊपर को जाने लगा और उसके घुटने को चाटते हुए उसकी नंगी गोरी रान पर आ गया और उसकी ज़ुबान अब समीरा की रानों का चाटने लगी… कभी एक रान तो कभी दूसरी रान को चाटती। Ye Samira ki fantasy sex story ab badi rangin ho rahi hei. Padhate rahiye dosto…
Kaun leta hei kutto ka. Kuttachod sale…
Kutte se chudaai? Meri girlfriend ka kutta use bada chipkata hei aur thanno pr aur niche chaddi par bhi chatata hei. Aur uske paas ek video bhi hei, jisme wo so rahi thi to uske upar chad ke chodne ki action kar raha tha. Wo bhi kamina to nahi?