मैंने उसे स्टेज पर मुर्गा बना दिया। स्पार्टा के गाल पर तमाचे जड़वाए। मैंने उसके शागिर्द के मुँह पर थूकने के लिए उसे मजबूर कर दिया। मैंने उसे कुत्ते की तरह भौंकने का आदेश दिया। वह अलग-अलग मुद्राओं में कुत्तों की हरकतें करता हुआ स्टेज पर भौंकता फिरता रहा। फिर वह बिल्ली की तरह म्याऊँ-म्याऊँ बोला। उसने ऊपरी वस्त्र उतार दिए। मेरे संकेत पर जोर-ज़ोर से रोने लगा।
उस रात क्या-क्या न हुआ। कमबख्त स्पार्टा मुझे कई बार परेशान कर चुका था। उसे कर्जा तो चुकाना ही था। जीन बुरी तरह प्रभावित हो गयी थी।
मैंने सुलेमान को हुक्म दिया कि वह उसके पैरों में पड़कर माफ़ी माँगे और यह स्वीकार करें कि उसने हार स्वीकार कर ली है।
बूढ़ा सुलेमान जीन के क़दमों में जाकर झुक गया और गिड़गिड़ाकर माफ़ी माँगने लगा।
जब वह स्टेज पर वापस पहुँचा तो मैं नीचे उतर आया। उसी वक्त पर्दा गिरा दिया गया। दर्शक तालियाँ बजाते और शोर मचाते हुए उठे।
मेरे गिर्द तमाम लोगों का जमघट लग गया। मैं बड़ी मुश्किल से रास्ता बनाते हुए वहाँ से निकला। जीन ने मजबूती से मेरा बाज़ू पकड़ लिया था। सारा की आँखों में ख़ुशी के आँसू थे। हम लोग जब बाहर आए तो ऑटोग्राफ का सिलसिला शुरू हो गया।
जिम मुझे तुरंत गाड़ी में ले गया। मुझे याद है कि उस वक्त एक हिन्दुस्तान नौजवान मसूद मेरे पास आया था। मैंने उसे जल्दी में अपने होटल का पता दिया था। बड़ी मुश्किल से हमारी गाड़ी वहाँ से खिसकी।
हम लोग सारा के घर की तरफ़ रवाना हो गये। रास्ते भर जीन मेरी शक्ल देखती रही जैसे मैं कोई अजूबा हूँ।हम लोग सारा के घर की तरफ़ रवाना हो गये। रास्ते भर जीन मेरी शक्ल देखती रही जैसे मैं कोई अजूबा हूँ।
मैं यही चाहता था। यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा प्रदर्शन था। जीन को मोहिनी के जरिए प्राप्त किया जा सकता था मगर इसमें कोई मज़ा नहीं था। क्योंकि ऐसी सूरत में हमेशा ऐसा मालूम होता था जैसे किसी सोई हुई लड़की से सपने में बातें हो रही हों या बेहोश लड़की दीवानगी में हरकतें कर ही हो।
वह लुफ्त जो होश में था, वह मदहोश में कहाँ।
दुर्भाग्य से सारा और जिम की उपस्थिति में इस शोला बदन जीन से कोई बातचीत नहीं हो पा रही थी। मेरा मन उससे दिल की दो बातें करने के लिए मचला जा रहा था।
सारा के घर मैंने हल्का सा डिनर किया और जल्दी ही लंदन के अमीरों के क्लब की तरफ़ रवाना हो गए।