Fantasy बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ – Bollywood sex

श्रद्धा कपूर के साथ रंगरेलियाँ-3

अब आगे….

श्रद्धा के चुत का पानी पीने के बाद में उसके बाजू में लेट गया और उसके ऊपर नीचे होते हुए ममो को देखने लगा। बहुत ही मस्त नजारा था। उसके बूब्स को इस तरह ऊपर नीचे देखकर बड़ा मजा आरहा था और मेरा लंड नीचे उसके झागों के ऊपर झटके मार रहा था।

पता नही मेरे मन मे क्या आया और मैने उसके सॉफ्ट बूब्स पर चेहरा रख दिया और उसके सॉफ्टनेस को अपने गालो पर फील करने लगा। फिर थोड़ा ऊपर आकर उसके गर्दन पर अपने होठ रगड़ने लगा।
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“प्लीज… फ़क…. मि केविन…. प्लीज….” श्रद्धा तड़पते हुए बोली।

मेने ड्रेसिंग टेबल से कोल्ड क्रीम उठाई और उनके चुत के मुँह पर लगाने लगा और अपनी उंगली उसके चुत में डाल-डाल कर चुत के अंदर तक क्रीम लगा दी। ठंडी क्रीम उसके चुत पर लगते ही श्रद्धा के मुँह से मस्ती भारी “आह” निकल गई। अछि तरफ से उसकी चुत को चिकन करने के बाद उनकी फूली हुए गोरी चुत चमकने लगी।

“सो स्वीट ऑफ यु” मेरे अचे से क्रीम लगाने के बाद वो बोली।

“और नही तो क्या मैं आपको ज्यादा दर्द नही देना चाहता” मैं अब भी उसकी चुत को सहला रहा था। बहुत ही सॉफ्ट सा एहसास था उसकी नरम चुत का जो में अपने उंगलियों पर फील कर रहा था।

“अब बस भी करो, नही तो ऐसे ही पानी छूट जाएगा और अब ये क्रीम मुझे दो में तुम्हारे उस पर लगती हु” अब श्रद्धा ने मुझे रोक दिया।

“उस पर किस पर” मैने उसकी टांग खीचते हुए बोला।

“तुम्हारे लंड पर, यही सुन्ना चाहते थे ना तुम” बोल कर उंसने मेरे हाथ से क्रीम छीन लिया।

श्रध्दा ने थोड़ा सा क्रीम अपने हाथों में लिया और अपने उंगलियों से मेरे लंड के टोपे पर लगाने लगी। और उसके हाथो का नरम स्पर्श मेरे लंड पर बहुत ही मज़ा दे रहा था उसके कारण मेरे लंड के मुँह पर प्रि काम की एक मोटी बून्द आगई थी जो मोती के जैसे चमक रही थी।

शायद उसे क्रीम लगाने में मजा नही आरहा था इसलिए उंसने ड्रेसिंग टेबल से बॉडी लोशन की बोतल उठाई और मुझे धक्का दे कर बेड पर गिर दिया और मेरे टैंगो के बीच मे आकर मेरे लंड को एक हाथ से मुठी में भर कर और दूसरे हाथ से लोशन को मेरे लंड पे दाल कर मुठ मारने लगी।

अछि तरीके से मेरे लंड को चिकना करने के बाद श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे खीचते हुए उठाया। मैं तो मजे में अपनी आंखें बंद कियेहुए था। मुझे उठाने के बाद वो खुद बेड पर लेट गई और मेरे लंड को अपने चुत के मुँह पर रगड़ने लगी।

“ओह्ह फ़क…. योर डिक…. इस सो हार्ड….” मेने लंड को अपनी चुत पर महसूस करते ही श्रद्धा बोली।

उसकी नरम चुत का स्पर्श अपने लंड के टोपे पर महसूस कर के मुझे अलग ही मजा मिल रहा था। अब हम दोनों से बर्दाश करना मुश्किल था इसलिए मैंने अपने लंड को उसकी चुत पर टिकाया और अंदर डालने की कोशीश करने लगा पर मुझे चुत का सही रास्ता नही पता था।
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इसलिए उंसने खुद ही मेरे लंड को अपनी चुत के मुँह पर लगा दिया और मुझे धक्का मारने का इशारा किया। मेने भी अपने लंड को पकड़ कर उसकी चुत में पल्ता चला गया। मेने ये भी नही देखा कि उसे मेने एक ही बार मे और वो भी धीरे-धीरे लंड डालने की वजह से कितना दर्द हो रहा है।

जब मैने उसकी तरफ देखा तब उसका मुँह खुला हुआ था और आंखे भी थोड़ी नम थी।

उसका दर्द कम करने के लिए में उसके बूब्स दबाने लगा और उसके निप्पल्स के साथ खेलने लगे।

मेने अपने दोनों हाथों का इस्तेमाल करते हुए उसके बूब्स को अपने हाथों में पकड़ा और अपने अंगूठे का इस्तेमाल करते हुए निप्पल्स के एलोरा को सहलाने लगा।

धीरे-धीरे उसका दर्द कम होने लगा और वो नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी।

जब मेरे उसकी तरफ देखा तो उसने मेरा चेहरा पकड़ कर अपने होठ मेरे होठो से मिला दिए और जोरसे चूसने लगी।

श्रद्धा को किस्स करते हुए मैं अपनी कमर भी हिलाने लगा, अब हैम दोनों को बराबर मजा आने लगा था।

श्रद्धा के मुह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल रही थी।

“ओह्ह… यस…. फ़क…. फ़क…. यस… फ़क मि… फ़क मि हार्ड…. ओह्ह माई गॉड…. यस… यु अरे सो गुड……”

वो जोर-जोर से चीख कर सिसकारियां भर रही थी।

बहुत देर तक इस पोजीशन में चुदाई करने से मैं थक गया था। रूम में AC चल रहा था फिर भी हम दोनों के बदन पसीने से भीग चुके थे।

अब मेने उसकी चुत से लंड बाहर निकाला।

तो श्रद्धा मुझ पर चीख पड़ी… “क्यों निकाला कितना मजा आरहा था… अंदर करो… वापिस अंदर करो…”

श्रद्धा ने मुझे धक्का दे कर बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और एक ही झटके में मेरा लंड अपनी चुत में लेलिया और लंड पर कूदने लगी।

उसका चेहरा मेरे चेहरे के एक दम करीब था। वो अपनी गरम-गरम सासे मेरे चेहरे पर छोड़ रही थी।

फिर उसने मेरे सीने पर हाथ रख कर लंड पर जोर-जोर से कूदने लगी उसके मोटे मामे मेरी आँखों के सामने ऊपर-नीचे होरहे थे।

श्रद्धा की चुत का रस मेरे लंड से बहता हुआ मेरे टट्टो पर जमा हो गए थे।

थोड़ी देर मेरे लंड पर इस पोजीशन में कूदने के बाद वो गांड मेरी तरफ करके फिर से मेरे लंड पर बैठ गई और कूदने लगी। उसके गांड का पिंक कलर का छेद मेरे आंखों के सामने खुल और बंद हो रहा था।

मेने श्रद्धा की कमर पकड़ कर उसे पीछे की तरफ खीचते हुए अपनी पीठ बेड पर टिका कर बैठ गया और श्रद्धा के कूदने का सिलसिला बदस्तूर जारी था। कुछ देर बाद उसके कूदने की रफ्तार तेज हो गई और एक जोरदार सिस्कार के साथ वो झाड़ गई।

झड़ने के बाद वो मेरे सीने पर अपना सिर टिका कर मेरे लंड पर ही बेठ गई और लंबी-२ सांस भरने लसगी।

फिर मेने एक हाथ नीचे ले जाकर उसके चुत के दाने को अपने उंगलियो से सहलाने लगा और दूसरे हाथ से उसके एक बूब्स को दबाने लगा।

“अब मुझ से और नही होगा तुम खुद ही धक्के मार लो” वो लंबी-२ सांस लेते हुए बोली।

मेने उसकी कमर पकड़ कर उसे आगे की तरफ झुका कर घोड़ी बना दिया और पीछे से उसकी मोटी गांड पर एक थपड मार कर अपना लंड उसकी चुत में पेल कर धक्के लगाने लगा।
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उसकी गांड और मेरी झांग के टकराने की वजह से पूरे रूम में थाप-२ की आवाज आरही थी और लंड के गीली चुत में अंदर-बाहर होने की वजह से फच-२ की आवाज आरही थी।

मेरे ज़बरदस्त धक्कों की वजह से वो पूरी आगे की तरफ सिर टिका कर लेट गए।

अब मेरा भी बस होने ही वाला था, इसलिए मैंने श्रद्धा से पूछा “मेरा निकलने वाला है”।

“अहह… यस… मेरे अंदर ही निकल… दो… फ़क यस…” वो मस्ती में सिसकारियां भरते हुए बोली।

कुछ ७-८ धक्कों के बाद में श्रद्धा की टाइट चुत में ही झाड़ गया, मेरे लंड ने लगातार ५-६ वीर्या की पिचकारी उसकी चुत में मेरी होगी।

उसकी चुत वीर्या से पूरी भर गई थी और थोड़ा पानी साइड से बहता हुआ उसकी चुत से बाहर आने लगा।

मेने जब अपना लंड उसकी चुत से बहत निकाला तो उसकी चुत और मेरे लंड का मिला झूला पानी बाहर आने लगा।

हम दोनों ही बहुत थक गए थे लंड बाहर निकाल ने के बाद में बेड पर लेट कर लंबी-२ सांसे लेन लगा और श्रद्धा भी मेरे सीने पर सिर रख कर लेट गए और लंबी-२ सांसे भरने लगी।

मेने श्रद्धा को अपने बहो में भर लिया और हम दोनों ही सपनो की दुनिया मे डूब गए।

श्रद्धा कपूर के साथ रंगरेलियाँ-4

अब आगे….

मैं तो सपने में भी सोच नही सकता था कि मेरे लाइफ का सबसे पहला सेक्स किसी सेलेब्रिटी के साथ होगा। मैं नींद में भी श्रद्धा को चोदने के सपने देख रहा था। उसकी बदन की गर्माहट मैं अपने बदन पर फील कर सकता था।

जब सुबह को मेरी आँख खुली तो श्रद्धा बेड पर नही थी। बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आरही थी। मेने कमरे की हालत देखी तो हमारे कपड़े यहा-वहा बिखरे हुए थे और बेड पर भी हल्का खून और हमारे प्रेम रस के दाग थे।

मैं बाथरूम गया तब श्रद्धा बाथटब में लेटी थी उसका बदन साबुन से बने झाग के नीचे छुपा हुआ था।

जब उसकी नजर मुझ पर पड़ी तो उसने अपने एक उंगली से इशारा करते हुए अपने पास बुलाया।

उंसने मुझे अपने पीछे जगह दिया तो मैं भी बाथटब में उसके साथ लेट गया।

ठंडे-२ पानी मे श्रद्धा का गर्म बदन का एहसास ही मदहोश करदेने वाला था। मेने उसके कमर से होते हुए उसके पेट पर हाथ लेजाते हुए उसको अपने गोद मे बिठा दिया।

मेरा लंड उसकी गांड की दरार के बीच मे फस कर झटके मारने लगा। श्रद्धा की हालत भी कुछ इस तरह ही थी। उंसने अपनी गांड की दरार में मेरा लंड महसूस करके अपनी गांड को मेरे लंड पर दबा दी। उंसने मेरे सीने पर लुढ़क कर लंबी-२ सासे भरने शुरू कर दिए।

मैं अपना हाथ नीचे लेजाकर उसकी चुत को सहलाने लगा तो श्रद्धा के मुह से दर्द और मस्ती की मिली-झूली “आह” निकल गई।

मैं:- क्या हुआ।

श्रद्धा:- दर्द हो रहा है, आह धीरे।

मैं:- कहा पर दर्द हो रहा है।

उंसने मेरा हाथ अपनी चुत के ऊपर दबा दिया।
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श्रद्धा:- यहा पर, धीरे-२ करो ना अच्छा लग रहा है।

मेने उसके एक कंधे से उसके बाल हटा कर उसके नंगे कंधे को चूमते हुए गर्दन तक आया और चूमने लगा। उंसने अपना पूरा बदन ढीला छोड़ किया। मैं अब एक हाथ से उसकी चुत को और दूसरे हाथ से उसके नरम मामे को सहलाने लगा।

“आह… आह… ओह्ह… अंदर मत करो दर्द हो रहा है”

जब मैने अपने उंगली उसके चुत में डालने की कोशिश की तो उंसने मेरा हाथ पकड़ लिया।

उंसने घूम कर मेरा चेहरा अपने हाथों में थमा और मेरी आंखों में देखते हुए मेरे होठ अपने होठो में भर कर चूसने लगी।

इस बार उसके किस्स करने का अंदाज बिल्कुल अलग था, एक दम सॉफ्ट और प्यार भरा। मैं भी उसका बराबर साथ दे रहा यह।

कुछ देर किस्स करने के बाद हम दोनों शावर के नीचे आगए और एक दूसरे के बदन को रगड़ कर साबुन को निकालने लगे।

नहाने के बाद एक दूसरे के बदन को टॉवेल से पोच दिया। जब मैं बाथरूम से बाहर आने को हुआ तो श्रद्धा ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे सामने अपने घुटने के बल बेठ कर मेरे लंड को पकड़ कर ऊपर कर दिया और मेरे टट्टो को अपने मुह में भर कर चूसने लगी।

उंसने पूरे गोटे एक ही बार में अपने मुह में लेलिये जिस वजह से उसके गाल पूरे फूल गए।

“पुटुक” की आवाज के साथ मेरे गोटो को उंसने अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे लंड के टोपे के ऊपर अपनी जीभ फेरने लगी।

देखते ही देखते वो मेरा लंड पूरा अपने मुह में भर कर चूसने लगी। उसकी मुह की गर्मी और गीले पैन को मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया।

मैं:- आह…. श्रद्धा…. मेरा निकल ने…. वाला है….

मेरे इतना बोलते ही श्रद्धा ने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकल दिया और मेरे खड़े लंड पे धोका हो गया।

मैं:- क्या हुआ ? रुक क्यों गई ? फिर से चुसो ना मेरा निकलने ही वाला है।

मेने अपना लंड वापिस उसके मुह में डालने की कोशिश की तो वो उठा गई।

श्रद्धा:- इतनी भी क्या जल्दी है…

श्रद्धा मेरा हाथ पकड़ कर वॉश बेसिन के पास ले गई और वहा से क्रीम उठा कर मेरे लंड पर लगाने लगी।

“आह” उसके नरम हाथ का स्पर्श और क्रीम के ठंडे एहसास से मेरे मुह से आह निकल गई।

“क्या हुआ” वो मेरे लंड के ऊपर अछे से क्रीम लगा रही थी।

“आप का हाथ बहुत ठंडा है” मेरी आँखें अब बंद हो गई थी और श्रद्धा मेरे सीने को चूमते हुआ मेरे लंड पर क्रीम लगा रही तंगी।

क्रीम लगाने के बाद वो मेरी तरफ अपनी गांड करके थोड़ी झुकी और अपनी गांड हाथो से फैला कर बोली “प्लीज केविन… फ़क मय एस्स…” उंसने एक दम सेक्सी अंदाज में बोला।
उसके गांड का टाइट होल देख कर मेरी आँखों मे चमक आगई। मेने अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर टिका के थोड़ा दबाव डाला तो मेरा लंड का टॉप थोड़ा अंदर गया।

धीरे-२ मैं और दबाव डालता गया और मेरा लंड और अंदर फिसलता गया। अब तक मेरा आधा लंड अंदर चला गया था और श्रद्धा की हालत खराब होगई थी।

मैं थोड़ी देर रुक गया और श्रद्धा के बूब्स को दबाने लगा और उसकी चिकनी गर्दन पर किस्स करने लगा।

श्रद्धा का दर्द धीरे-२ काम होने लगा तो उसने अपना हाथ पीछे लेजाकर मेरे लंड को पकड़ कर देखा कि कितना बाकी है। जैसे ही उंसने अपना चेहरा पीछे कर के देखा तो मैने उसके गाल पर किस्स कर दिया और उसे सामने लगे आईने की तरफ इशारा किया।

इस वक्त वो आगे की तरफ झुकी थी अपनी गांड को बाहर निकले हुए और जब उसने हम दोनों को इस पोजीशन में देखा तो वो शर्मा गई और अपनी आंखें झुका ली।

मेने उसके निप्पल्स को पिंच किया तो उसके मुह से “आह” निकल गई। मेरा लंड अब भी उसकी टाइट गांड में फसा हुआ झटके मार रहा था और उसके गांड की गर्मी पल-२ बढ़ते ही जा रही थी।

अब उंसने भी अपनी कमर को हिलाना शुरू कर दिया और मैं भी आधे लंड से उसकी गांड मारने लगा।

उसका चेहरा पूरा लाल होगया था। धीरे-२ उसकी गांड मेरा पूरा लंड खा गई और श्रद्धा भी मज़े से अपनी गांड मरवाने लगी। अब मेने तेज़ धक्के लगाना शुरू कर दिए थे और श्रद्धा के मोटे बूब्स ज़ोर-२ से उछल रहे थे तो मैने उन्हें पकड़ लिया और दबाने लगा।

श्रद्धा:- यस यस यस… बेबी… फ़क… फ़क मय एस्स…. फ़क मय एस्स होल… हार्डर… डीपर…. ओह्ह यह… आई एम कम्मिनग… कम्मिनग…. अहह… ओह्ह…. आहहह….

उसके टाइट गांड की गर्मी मैं ज्यादा देर तक झेल नही पाया और कुछ ही धक्कों के बाद उसकी गांड में ही झड़ने लगा और उसकी सूजी हुई चुत ने भी पानी छोड़ दिया।
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कुछ देर युही खड़े रह कर हम लंबी-२ सासे भरने लगे और जब मैने अपना लंड उसकी गांड से निकाला तो पॉप की आवाज के साथ मेरा लंड बाहर आगया और उसके मुह से आह निकल गई।

श्रद्धा घूम कर मेरे बहो में गिर गई उसके गांड से मेरा वीर्या बहता हुआ झांगो तक आगया। मेरे उसको पकड़ कर शॉवर के नीचे लाया और उसकी चुत और गांड को साफ करने लगा और वो भी मेरे लंड को साफ करने लगी।

एक दूसरे को साफ करने के बाद हम दोनों बाथरूम से बाहर आगए श्रद्धा को चलने में तकलीफ होरीही थी तो मैने उसे अपनी गोद मे उठा कर बेड पर लिटा दिया।

“अब आप आराम करो, मैं कुछ खाने को आर्डर करता हु।” मेरे श्रद्धा के ऊपर चादर डालते हुए कहा।

वो पूरा दिन मैं श्रद्धा से साथ रह और उसका धियान भी रखा। उसकी चुत और गांड दोनों सूज गई थी। में उसके लिए दवाई लाया और उसकी चुत और गांड पर लगाया, जिस वजह से अगले दिन उसका सूजन और दर्द दोनों चला गया। दवाई लगते वक्त कई बार मेरा लंड भी खड़ा होजाता था, पर श्रद्धा उसे मुह में लेकर ठंडा कर दिया करती थी।

इस ही तरफ अगले दिन वो ठीक से चल पारहि थी तो मैने उससे विदा लिया। उंसने मेरा नंबर भी लिया और कहा की जब उसे समय मिलेगा या वो फिर कभी गोआ आई तो मुझे कॉल करेगी और हम अपना चुदाई प्रोग्राम बनाएगे।

श्रद्धा कपूर के जाने के बाद मेरे लाइफ मैं और कोई लड़की नही आई जिसके साथ मे चुदाई कर सकू। पर जल्द ही कोई मिल जाएगी।

तो दोस्तो आप को मेरी ये कहानी केसी लगी मुझे रिप्लाई कर के जरूर बताइयेगा।

अनुष्का शर्मा की चूत की सर्विस

नमस्कार दोस्तो, बॉलीवुड की हिरोइन के लाखों दीवाने लंड उनकी चूचियों की दरार, उनकी गोल-गोल गांड और उनकी मखमली चूत के बारे में सोचकर मुट्ठ मारते रहते होंगे.
आप में से भी बहुत से लोगों ने हिन्दी फिल्मों की हिरोइन के किस सीन को देखकर ही मुट्ठ मार ली होगी. उनके सीन होते ही इतने जबरदस्त हैं कि लंड जब तक हाथ में रगड़ा न जाए उसको चैन नहीं आता. मगर क्या आपने सोचा कि यदि कोई आपकी पसंदीदा हिरोइऩ किसी दिन आपके सामने ऐसे लिबास में आ जाए, जिसमें से उसका मलाई बदन करीब से निहारा जा सके तो आप पर क्या गुजरेगी. जाहिर सी बात है कि आप खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाएंगे. इसलिए आपकी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए मैं आपको आज एक ऐसी ही हिन्दी फिल्मों की हिरोइन की कहानी बताने जा रहा हूँ.
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आपने एम.एम.एस. तो बहुत देखे होंगे मगर आज मैं आपको पूरी पिक्चर दिखाने की कोशिश करूंगा. जिस हिरोइन की मैं बात करने जा रहा हूँ वह क्रिकेट प्लेयर की गर्लफ्रेंड भी है. उसने तो पता नहीं उसके कितने मजे लिए होंगे मगर हम और आप तो कहानी के जरिए उसके पूरे मजे ले सकते हैं. इसलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए मैं आज की कहानी शुरू करता हूँ. आप भी अपने लंड को पकड़ कर रखिए, कहीं कहानी के बीच में ही आपका लंड आपका साथ न छोड़ दे.

हिन्दी फिल्मों की हिरोइनों की बात ही कुछ अलग होती है. उनको चोदने के लिए लंड हमेशा तैयार मालूम पड़ता है. मैं भी आज आपको अनुष्का शर्मा की चुदाई की कहानी सुनाना चाहता हूँ.

मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको यह कपोल कल्पित गर्म कहानी पसंद आएगी. मेरा नाम कवि पाठक है और मैं अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की वेनिटी वैन का ड्राइवर हूँ. मुझे ज्वाइन किए हुए अभी दो महीने ही हुए थे. अनुष्का की स्माइल को देखकर तो अच्छे अच्छों के लंड मचल जाते हैं मैं तो फिर भी एक ड्राइवर था.
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यह बात तब की है जब वह एन.एच-10 नामक फिल्म की शूटिंग कर रही थी. वह दिल की बहुत अच्छी है. उनका व्यवहार मेरे साथ भी काफी बढ़िया था. मुझे उनसे एक मोटी तनख्वाह मिलती थी. मुझे उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में काफी कुछ पता था.

मुझे ये भी पता था कि वह वैनिटी वैन में हीरो के साथ अपनी चूत भी चुदवाती थी. मैं अक्सर उनकी आवाज सुनकर मुट्ठ भी मारा करता था. वैन पर मेरे साथ एक गार्ड भी रहता था. गार्ड का काम यह देखना था कि कोई अंदर न आ पाए. अंदर क्या हो रहा है किसी को कुछ नहीं पता चलता था. एन.एच-10 की शूटिंग में एक दिन उनका बिकनी सीन शूट किया जाना था. उस दिन अनुष्का ने बिकनी पहनी हुई थी.
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जब वह शूटिंग करके वैन में आई तो मैं अंदर का सामान ठीक कर रहा था. मुझे देखकर अनुष्का ने एक स्टॉल अपने ऊपर डाल लिया. मगर वह इतना छोटा था कि उसके चूचों की क्लीवेज साफ-साफ दिखाई दे रही थी. नीचे उसकी बिकनी में उसकी गोरी टांगें देखकर मेरे मुंह से लार टपकने लगी.

अनुष्का ने पूछा- क्या देख रहे हो? मैं अच्छी नहीं लग रही क्या?

मैंने कहा- आज तो आप कमाल लग रही हो मैडम.

उसकी चूत का फूलापन देखकर मेरे लंड ने मेरी पैंट में तंबू बना दिया था. मेरा तंबू मेरी पैंट में अब साफ-साफ देखा जा सकता था.
उसने पूछा- इससे पहले तुमने कभी किसी को बिकनी में देखा है क्या?

मैंने कहा- बस फिल्मों में ही देखा है मैडम.

अनुष्का बोली- तभी तो तुम्हारे लंड की हालत खराब हो रही है.

मैंने नीचे की तरफ देखा तो मेरा लंड मेरी पैंट में उछल रहा था.
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मैंने कहा- सॉरी मैडम, मुझसे गलती हो गई. आप मुझे माफ कर दीजिए. आप मुझे मेरी इस हरकत पर नौकरी से मत निकालना. मैं आपसे रिक्वेस्ट कर रहा हूँ.

वह बोली- कोई बात नहीं, मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगी. मगर उसके लिए तुम्हें मेरी एक बात माननी पड़ेगी.

मैंने कहा- मैं आपके लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ मैडम मगर आप मुझे नौकरी से मत निकालना. नहीं तो मेरे बच्चे भूखे मर जाएंगे.

वह बोली- ठीक है, मगर अभी तुम गार्ड से कह दो कि कोई भी अंदर न आने पाए.

मैं गार्ड को बोलकर आ गया कि अंदर किसी को न आने दे. उसके बाद मैं अनुष्का के पास दोबारा आकर खड़ा हो गया. अब तक मेरा लंड वापस बैठने लगा था. मगर पूरी तरह से नहीं बैठा था. जब मैं अनुष्का के पास जाकर खड़ा हुआ तो मेरा लंड फिर से तन गया. मेरी पैंट में उछलने लगा.

मैंने अपनी शर्ट से उसको छिपाने की कोशिश की. मगर वह फिर भी तनकर दिखाई दे रहा था. उसके बाद अनुष्का उठ कर खड़ी हो गई. मैंने सोचा कि अब मैडम सच में गुस्सा हो गई है.

मैंने अपनी नजरें नीचे झुका लीं.
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अगले ही पल अनुष्का मेरे पास आई और मेरी पैंट के ऊपर से मेरे खड़े लंड को छूकर हाथ फिराते हुए बोली- बहुत उछल रहा है ये. क्या बात है?

मैंने डर के मारे कुछ नहीं बोला और उसके बाद अनुष्का ने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया. वह मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी. मेरा लंड पूरी तरह से तन कर अनुष्का के हाथ में भर गया.
मगर मैं डर के मारे कुछ नहीं बोल रहा था.

अनुष्का बोली- तुम्हारा यह औजार तो बहुत ही मस्त है. मैंने तो कभी ध्यान ही नहीं दिया कि मेरी वैनिटी वैन के ड्राइवर पास इतना लंबा, मोटा और तगड़ा औजार है.

उसके बाद अनुष्का ने मेरी पैंट की चेन खोल दी और मेरी पैंट की चेन के अंदर से हाथ डालकर मेरे कच्छे के ऊपर से मेरे लंड को सहलाने लगी. अब मेरी आंखें बंद होने लगी थीं. अनुष्का मैडम के हाथों की छुअन से मेरे लंड में बिजली सी दौड़ पड़ी और वह एकदम टाइट होकर किसी रॉड की तरह हो गया बिल्कुल सख्त.

उसके बाद अनुष्का ने मेरी पैंट को खोल दिया और मेरी पैंट नीचे गिर गई. मैं अब शर्ट और कच्छे में खड़ा था और मेरा लम्बा, मोटा लंड मेरे कच्छे में तना हुआ था.

उसके बाद अनुष्का ने मेरे कच्छे को भी उतार दिया और मुझे नीचे से पूरा नंगा कर दिया. मैंने अनुष्का की आंखों में देखा तो उसने मुझे आंख मार दी. मेरी नजर अनुष्का की छाती पर गई तो उसकी क्लीवेज देखकर मेरे लंड ने एक जोर का झटका दे दिया. उसके बाद अनुष्का ने मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया और मेरे लंड के टोपे को पीछे खींचकर उसको सहलाने लगी.

मैं तो पागल सा हो गया. उसने मेरे टट्टों को छेड़ दिया और मैंने अनुष्का की कमर पर हाथ रख दिये. उसके मलाई जैसे मखमली कोमल बदन को छूकर तो ऐसा लगा कि यह स्वर्ग की कोई अप्सरा है.

अचानक से अनुष्का ने मेरे हाथ हटा दिए और मैंने सोचा कि जोश में आकर मैंने गलती कर दी. इतनी बड़ी हिरोइन को छू लेना बहुत ही गुस्ताखी भरा काम है. इसलिए मैडम गुस्सा हो गई है.

अगले ही पल अनुष्का अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरे लंड को हाथ में लेकर अपने मुंह के सामने कर लिया और फिर एकदम से अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. मैं तो उसके होंठों की चुम्मी से सांतवें आसमान पर पहुंच गया. मुझे लगा कि मैं तो 2 मिनट में ही झड़ जाऊंगा.

वह मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी और मैंने उसके सिर को पकड़ लिया और उसको लंड अच्छे तरीके से चुसवाने लगा. मेरा तो जैसे बहुत बड़ा सपना पूरा हो गया था. मैंने कई बार अनुष्का की कामुक आवाजें वैन में सुनी थी मगर आज तो मैं खुद अपने मुंह से कामुक आवाजें निकालने पर मजबूर हो गया. आह्ह्ह … वह मेरे लंड को जोर से चूस रही थी.
कुछ देर तक लंड चूसने के बाद वह बोली- तुम कुछ नहीं करोगे क्या?

उनका इतना कहने की देर थी कि मैंने उसको अपनी बांहों में उठा लिया और सोफे पर ले जाकर आराम से प्यार से लेटा दिया. उसके चूचे उसकी बिकनी से बाहर आने वाले थे. मैंने उसकी बिकनी के ऊपर से उसके चूचों को किस किया. फिर उसने मेरी शर्ट उतरवा दी और मैं पूरा का पूरा नंगा हो गया.

उसके बाद अनुष्का ने खुद ही अपनी बिकनी खोल दी और उसके दूध जैसे चूचे मेरे सामने खुलकर आ गये. उसके चूचे बिल्कुल तनकर खड़े हो गए लग रहे थे. उसके गुलाबी रंग के निप्पल उसके गोरे चूचों के बीच में बहुत ही सुंदर दिखाई दे रहे थे.

क्रमशः ,,,,,,,,,,,,,,,,,,

अनुष्का शर्मा की चूत की सर्विस-2

गतान्क से आगे….

उसके बाद मैंने उसके चूचों को दबाना शुरू कर दिया. बहुत ही मुलायम और मस्त चूचे थे उसके. उसके बाद मैं धीरे-धीरे उसके चूचों को चूसने लगा और फिर उसके पेट पर किस करते हुए नीचे की तरफ आने लगा. मैंने कुछ देर तक उसकी नाभि में जीभ को घुसाकर उसको और ज्यादा उत्तेजित कर दिया. उसके बाद मैंने धीरे से मैंने उसकी पैंटी को किस कर दिया. उसकी फूली हुई चूत पैंटी के अंदर से ही उठी हुई दिख रही थी. अब मुझसे कंट्रोल करना बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो गया था.

मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया और उसकी चूत के दर्शन मुझे हो गए. जो चूत बड़े-बड़े अरबपतियों को नहीं देखने को मिलती वह चूत अब मेरे सामने नंगी थी. उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी. एकदम प्यारी सी. मैंने हल्के से उसकी चूत को किस किया. अनुष्का ने खुद ही अपनी टांगें फैला दीं और अपनी चूत को खोलकर मेरे सामने अच्छी तरीके से लेट गई. मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.

धीरे-धीरे उसकी चूत में गर्मी आने लगी और उसके मुंह से कामुक सिसकारियाँ निकलने लगी. वह मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी पड़ी थी और अपनी चूत को मेरी जीभ से चटवाने का मजा ले रही थी. मैंने तो कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अनुष्का शर्मा की चूत को देख पाऊंगा. मगर आज तो उसकी चूत को मैं अपने होंठों से चूस रहा था. मैंने जरूर कुछ अच्छे कर्म किए होंगे पिछले जन्म में जो उसकी चूत के दर्शन मुझे हुए.

हम दोनों पूरे नंगे थे और दोनों ही सेक्स की आग में जल रहे थे. अनुष्का की चूत से अब पानी टपकना शुरू हो गया था जिसका हर के एक कतरा मैं उसकी चूत से बाहर नहीं जाने देता था. जैसे ही उसकी चूत से रस बाहर आता मैं उसको अपने होंठों से चूसकर पी जाता था. ऐसा अमृत पीकर तो मैं अमर ही हो जाऊं.

मैंने उसकी चूत को अच्छी तरह से चूसना और चाटना जारी रखा और मैडम की आवाजें तेज होती जा रही थी.

वह बोली- आह्ह … बहुत मजा आ रहा है. जल्दी-जल्दी चूसो. इसमें बहुत दिन से खुजली हो रही थी. आह्ह … ओह्ह … चूसो मेरी चूत को मेरे ड्राइवर.

अनुष्का अपनी गांड को उठाकर अपनी चूत को मेरे होंठों पर धकेल रही थी. थोड़ी देर के बाद उसने अपनी चूत में मेरे सिर को दबा लिया और मेरी नाक भी उसकी चूत में जा घुसी. अगले ही पल उसकी चूत से कामरस का झरना सा बह गया. मैं उस झरने की एक-एक बूंद का रस पी गया.

उसके बाद अनुष्का ने मेरे लंड को दोबारा से मुंह में ले लिया और उसको तेजी के साथ चूसने लगी. 2 मिनट में ही मेरे लंड ने उसके मुंह में वीर्य छोड़ दिया. जिसको अनुष्का ने नीचे फर्श पर थूक दिया. उसने टिश्यू पेपर से अपने मुंह को साफ किया और अपने होंठों को पौंछ लिया.

इतनी देर में ही अनुष्का दोबारा से गर्म हो गई थी. उसने मुझे अपने ऊपर लेटा लिया और मेरी गांड को दबाने लगी. मेरा लंड उसकी चूत में जाकर टच होने लगा. धीरे-धीरे मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. उसके बाद अनुष्का ने वैनिटी के ड्राअर से एक कंडोम का पैकेट निकाला.

उसने मेरे हाथ में कंडोम का पैकेट थमा दिया और बोली- पहन लो और तैयार हो जाओ मेरी सवारी करने के लिए.

मैंने जल्दी से कंडोम का पैकेट फाड़ कर एक कंडोम निकाला और अपने लंड पर पहन लिया. कंडोम पहनते ही मैडम ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मेरा लंड अपने हाथ से चूत पर सेट कर लिया. मैंने भी मैडम की इच्छा को भांप कर अपना लंड अनुष्का की चूत में धकेल दिया.

पल भर की देर किए बिना ही मैंने अनुष्का की चूत को चोदना शुरू कर दिया. उसकी टांगें फैल गई और वह चुदाई का मजा लेने लगी. मैं अनुष्का की चूत चोदने में लगा हुआ था.
उसके बाद अनुष्का ने मेरा लंड अपनी चूत से निकलवा दिया और अपनी गांड को उठाकर मेरे मुंह की तरफ कर दिया. मैंने उसकी पीठ को चूमते हुए उसकी चूतड़ों को दबाना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे मैं नीचे की तरफ बढ़ रहा था और अनुष्का मेरे चूमने से अपनी गांड को और ऊपर उठाती जा रही थी.
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मेरे होंठ उसकी गांड के छेद तक पहुंच गए और मैंने उसकी गांड को चाटना शुरू कर दिया.

वह बोली- गांड में डालने का इरादा है क्या?

मैंने कहा- जैसा आपका हुक्म मैडम, मैं तो आपका सेवक हूँ. आप जहाँ पर बोलोगी मैं वहाँ पर डाल दूंगा.

वह बोली- तो फिर रुके क्यों हो, डाल दो.

मैंने उसकी गांड की दरार को अपने हाथ से चौड़ी किया और अपना लंड उसकी गांड में धकेल दिया. उसके गोरे चूतड़ों ने मेरे लंड को निगल लिया. मैं तो सोच रहा था कि इसको दर्द होगा मगर यह तो आराम से पूरा लंड ले गई. लगता है इसका यार भी इसकी गांड को चोदता है. इसलिए इसको मेरा लंड लेने में परेशानी नहीं हो रही है.

मेरे धक्कों के साथ ही उसके मुंह से फिर से कामुक आवाजें निकलना शुरू हो गई. उसकी आवाजों से माहौल और ज्यादा गर्म होने लग गया. पहले से ज्यादा मदहोशी छा गई. मैं उसकी गांड को चोदते हुए आनंद ले रहा था.

उसके बाद वह फिर से सीधी हो गई और अपनी चूत को मेरे मुंह की तरफ कर दिया. मैं उसकी चूत को चाटने लगा तो उसने मेरे मुंह को अपनी चूत में दबा लिया और फिर दोबारा से मुझे नीचे लेटा दिया. अबकी बार उसने खुद ही अपनी चूत में लंड ले लिया और मेरे ऊपर लेट कर चूत को मेरे लंड पर धकेलने लगी. ऐसा लग रहा था कि वह मुझे चोद रही है. मैंने उसके चूचों को जोर से दबाना शुरू कर दिया.

कुछ ही देर के बाद उसका बदन अकड़ना शुरू हो गया. उसकी चूत से पानी निकल गया और साथ ही मेरा वीर्य भी निकल गया. हम दोनों एक साथ ही झड़ गए और शान्त होने लगे. हमारी सांसें अभी धीरे-धीरे धीमी हो रही थी तभी अनुष्का मैडम को कोई बुलाने आ गया.
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मैडम ने जल्दी से अपनी चूत को टिश्यू पेपर से पोंछ लिया और मुझे आगे की तरफ ड्राइविंग सीट की तरफ धकेल दिया. उसने अपनी बिकनी पहनी और तभी गार्ड को अंदर आने के लिए कहा.
गार्ड के कहने पर टीम मेंबर अंदर आया और बोला- मैडम अगला सीन रेडी है.

अनुष्का बोली- आज की शूटिंग कैंसल. मेरी तबीयत ठीक नहीं है. मैं आराम करना चाहती हूँ.

उसने उस आदमी को वापस भेज दिया और दरवाजा फिर से बंद हो गया. फिर मैडम ने मुझे उनके बंगले पर छोड़ने के लिए कहा.

जब मैं वैन लेकर उनके बंगले पर पहुंचा तो मैडम ने मुझे भी अंदर आने के लिए कहा.
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मैं अंदर गया तो उनका बंगला देखकर मेरी आंखें फटी रही गई. बंगला नहीं वह तो महल था.
अनुष्का मैडम मुझे अपने रूम में ले गई और जल्दी से मेरे कपड़े उतरवा दिये.

अनुष्का बोली- तुमने मेरी चूत तो चोद दी थी, मगर गांड की चुदाई अभी अधूरी ही रह गयी थी. मैडम ने जल्दी से अपना गाउन निकाल फेंका और मेरे सामने घोड़ी बनकर बेड पर झुक गई. मैंने जेब से दूसरा कंडोम निकाला और मैडम की गांड चुदाई शुरू कर दी. उसके बाद मैंने अनुष्का की गांड चोद-चोद कर उसको थका दिया. तीस मिनट की चुदाई के बाद अनुष्का मैडम की गांड को मैंने चोद-चोद कर उसकी ठुकाई कर डाली.
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अनुष्का शर्मा की गांड फिल्मों में ज्यादा बड़ी दिखाई नहीं देती मगर वह मेरे मोटे लंड को आराम से खा गई. उसकी गांड मारकर मुझे इतना मजा आया कि मैं समझ गया कि हिरोइनों की गांड इतनी मस्त क्यों होती है.

मैडम मेरी सर्विस से बहुत खुश हो गया. अब मैडम ने मेरी तनख्वाह भी बढ़ा दी है. अनुष्का शर्मा की चूत चोद कर मैं तो धन्य हो गया. अब मुझे किसी और की चूत पसंद ही नहीं आती.
आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी आप मुझे बताएँ

dosto kaise lagi bollywood sex ki kahaniyan comments me jarur bataye

aur asie isexstories ke liye indisexstories padhte rahiye

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