करीना कपूर की चिकनी चूत की चुदाई
बात कुछ समय पहले की है।
चूंकि मेरे प्रदेश में ज्यादा रोजगार तो है नहीं.. तो मैंने तय किया कि मैं बम्बई जाकर कुछ रोज़गार ढूंढ लूँगा।
मैं कद-काठी में अच्छा हूँ क्योंकि भैंस का दूध पीकर ही बड़ा हुआ हूँ.. तो बलिष्ठ हूँ। बहुत नौकरी ढूँढने के बाद मेरी नौकरी रसोइए के तौर पर करीना कपूर के घर लग गई।
शुरुआत में तो इन बड़े लोगों को देखता ही रह गया, बाद में आदत पड़ गई।
करीना मैडम तो घर पर केवल टी-शर्ट ही पहनती थीं.. नीचे कुछ भी नहीं।
उनकी मांसल जांघें देखते ही मेरा लण्ड कड़क हो जाता था।
वो अक्सर किचन में आकर कुछ न कुछ खाती रहती थीं।
एक दिन वो मुझसे कहने लगीं- तुम्हारा शरीर इतना हट्टा-कट्टा है.. क्या खाते हो?
मैं शरमा गया, कुछ बोल भी नहीं पाया।
वो हल्का सा मुस्कुराकर चली गईं।
उस दिन मैंने उसके नाम की मुठ मार ली क्योंकि चोद तो सकता ही नहीं था।
दिन बीतते गए।
एक दिन घर के सभी लोग लन्दन गए थे, करीना मैडम शूटिंग करके रात को 9 बजे आईं।
किचन में आकर वे मुझसे बोलीं- मैं थक गई हूँ.. तुम मेरे कमरे में आओ।
मैं उनके कमरे में गया.. तो दंग रह गया कि करीना बिस्तर पर चादर लपेटे हुए लेटी थीं।
वो मुझसे बोलीं- दरवाज़ा बंद कर दो और मेरी मालिश करो।
इतना बोलते ही उन्होंने अपनी चादर भी अलग कर दी करीना कपूर पूरी नंगी होकर बिस्तर पर लेटी थी।
मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया।
जैसे ही मैं उनके पास गया उन्होंने कहा- तुम सिर्फ अंडरवियर में रहो।
मैंने कहा- जी मैडम।
अब मैं उनकी मालिश करने लगा।
पहले पीठ की मालिश की.. फिर घुटनों.. फिर जांघों तक हाथ पहुँच गए।
फिर आई बारी उनके नितंबों पर हाथ फेरने की… माँ कसम क्या बदन है उनका.. मानो पूरा बदन केवल चाटने के लिए ही बना हो।
काफी देर तक मालिश के बाद वो सीधे पलट गई।
मेरी तो गांड ही फट गई।
दूध क्या मस्त थे एकदम गोल.. उन पर छोटे-छोटे से कड़क निप्पल चिपके थे।
क्या गजब का सीन लग रहा था।
मैंने उसके दूधों की खूब मालिश की।
उसके बाद में उनके पेट पर आया। संगमरमर सा एकदम चिकना पेट…
अब बारी थी चूत की.. क्या गजब की खुशबू आ रही थी।
मैंने बातों-बातों में अपनी उंगली उनकी चूत में डाल दी।
वो चिहुँक उठीं, बोलीं- क्या कर रहे हो.. धीरे..
इतने मैं उनकी नज़र मेरे लंड पर गई.. तो तपाक से बोलीं- अच्छा तेरा इतना बड़ा हथियार है.. तभी तूने उंगली डाल दी। इधर आ.. मैं भी तो देखूँ कितना बड़ा है ये।
जैसे ही उन्होंने मेरे लंड पर हाथ रखा, मेरा लंड एकदम लौकी सा लंबा हो गया।
वो उसे बड़े प्यार से सहलाने लगीं और अपने होंठों के करीब लेकर मुँह में लेने लगीं।
मेरे तन-बदन में आग सी लग गई।
मैंने तुरंत उनको अपनी बांहों में ले लिया, उनको चुम्बन करने लगा।
उनके होंठ इतने रसीले थे कि क्या बताऊँ।
मैं उसका रस पीने लगा।
उसके बाद वो ‘आह.. आह..’ करने लगीं।
फिर मैंने उनके दूध को खूब दबाया और जी भर के पिया।
दूध इतने कड़े हो गए कि उन पर मेरे दांतों के निशान दिखने लगे।
जब मैं उनके दूध पी रहा था.. तो वो मस्ती में मेरे सर को हाथों से सहलाने लगीं, कहने लगीं- पियो.. जितना पीना है।
मैं कभी दांया.. कभी बांया चूचा पीता.. दोनों दूध खूब चूसे।
अब करीना मैम अपने हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगीं, कहने लगीं- दूध ही पियोगे या जूस भी पीना है?
मैं समझ गया कि वो अपनी चूत चटवाने की कह रही हैं।
मैंने उनकी दोनों टांगों को ऊपर किया और खुद नीचे बैठकर उनकी चूत पर हल्का सा चुम्बन लेकर चूत को रगड़ दिया।
दोस्तो करीना कपूर की चूत पर एक भी बाल नहीं था..
वो सिहर उठीं और कहने लगीं- आह्ह.. क्या कर रहे हो.. खा जाओगे क्या… आराम से चाटो ना!
मैं अहिस्ता-अहिस्ता उनकी चूत को चाटता गया।
जैसे-जैसे उनकी चूत चाटता.. वो अपने हाथ मेरे सर पर घुमाती रहीं, कहती रहीं- आज मेरी चूत को पूरा पी जाओ।
मैंने अपनी पूरी जीभ उनकी चूत के अन्दर डाल दी।
वो बड़े प्यार से अपनी पूरी नंगी चूत को मेरे मुँह के अन्दर डालती रहीं।
‘आह.. आह..’ कहते हुए वो अपनी चूत मेरे होंठों से चिपका कर मेरे सर को सहलाती रहीं।
वो बार-बार कह रही थीं- पूरा रस आज तुम पी जाना।
मैंने भी ‘हाँ’ करते हुए अपनी मुंडी हिला दी।
उनकी चूत का रस जैसे-जैसे मेरे मुँह में जा रहा था.. मुझको नशा छाने लगा।
अब मैंने और जोर-जोर से उनकी चूत को चाटना और चूसना शुरू किया।
अचानक करीना ने अपनी चूत मेरे सर पर बुरी तरह चिपका ली और कहने लगीं- प्लीज पूरा रस जोर से पियो.. कुछ भी नहीं छोड़ना।
‘आह.. आह..’ करते हुए करीना अपनी दोनों जांघें आगे-पीछे करते हुए मेरे सर को हाथों से सहलाते हुए अपना रस मेरे मुँह में छोड़ बैठीं।
मैंने भी उनके रस की एक-एक बूँद को पी लिया।
पूरा रस पीने के बाद करीना मुझे कहने लगीं- कैसा लगा मेरा रस।
मैंने ध्यान ही नहीं दिया.. क्योंकि मैं तो अब भी उसकी चूत को चूसने-चाटने में लगा हुआ था।
मैं दिल ओ जान से करीना की चूत में मस्त था। अपने दोनों हाथों से उनकी जांघों को मसल रहा था और रस को चूत में से निकाल-निकाल कर पी रहा था।
अब करीना बोलीं- रस ही पियोगे कि कुछ और भी करोगे.. ऐसे तो मैं प्यासी ही रह जाऊँगी। प्लीज अब मुझे चोदो भी तो।
मैंने कहा- पहले आप सोफे पर बैठो।
वो सोफे पर जा बैठीं.. तो मैंने उनके दूध को पीना शुरू किया। उन्होंने बड़े प्यार से मेरे मुँह में अपने दूध लगा दिए और बोलीं- लो पी लो जितना पीना है।
मैं दबा-दबा कर उनकी मुसम्मियाँ पीने लगा।
‘अहह.. क्या कर रहे हो.. काटो मत प्लीज.. धीरे-धीरे पियो.. मैं पागल हो रही हूँ.. आह.. आह..’
करीना के मुँह से ‘आह..’ की आवाज़ सुनकर मैं और जोश में आ गया, मैंने तुरंत अपना लंड करीना के मुँह में दे दिया।
वो बड़े मज़े से लौड़े को चूसने लगीं.. और कहने लगीं- वाओ.. क्या मस्त है तुम्हारा।
इतने में मैंने अपना लंड वापस उनके मुँह से निकाल कर उनकी चूत में डाल दिया। वो एकदम से पागल हो गईं.. अपनी जांघों को मेरे कमर में लपेट लिया और मुझे किस करने लगीं।
उनके किस से मैं जोश में आ गया, मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी।
करीना पूरी नंगी मेरे जिस्म से बेल की तरह लिपटी हुई थीं।
यही सोच-सोच कर मेरे लंड में कसावट बनी हुई थी।
करीना ने अपनी जांघों को मेरे बदन में इतने जोर से लिपटा लिया कि मुझे दर्द होने लगा।
चुदाई करते काफी देर हो गई थी करीना शायद दो बार झड़ चुकी थीं। करीना आखिर में मुझे कहने लगीं- आह्ह.. तेज करो प्लीज प्लीज.. नहीं तो मैं मर जाऊँगी।
ये कहते हुए वो एक बार फिर स झड़ गईं।
अब करीना की चूत में मेरे लंड ने भी पिचकारी छोड़ दी।
माल झड़ने के बाद करीना पूरी मेरी कमर से लिपटी रहीं। उनके दूध बुरी तरह से लाल हो गए थे। उनकी चूत का रस मेरे लंड से चिपका हुआ था।
करीना मुझसे चिपकी ही रहीं।
जब जोश ठंडा हुआ तो करीना ने अपनी चूत को मेरे होंठ से साफ़ करवाया।
मुझे अपनी टांगों के बीच में फंसा लिया और मैं बैठा ही रहा, वो खड़े-खड़े अपनी चूत को मुझसे साफ़ करवाती रहीं।
फिर वो मस्त चुदाई के बाद सुबह शूटिंग पर चली गईं।
यह थी करीना को चुदने की काल्पनिक कहानी।
माधुरी दीक्षित के साथ चुदाई
मधुरी दीक्षित को कौन नही जानता.बॉलीवुड की रानी है वो.मैं उसका सेक्रेटरी
राज हूँ.एकदिन मधुरी शूट से लौटी तो खुश दिखी.मैने कहा आप खुश दिख रही
है..क्या बात है.मधुरी ने कहा…उस दिन तुमने सुभाष घई से 1 करोड़ की
डिमॅंड की थी वो मान गया.आइ एम रियली सो हॅपी टू गेट आ सेक्रेटरी लाइक यू . .यू
रियली डू वर्क हार्ड.
मैने कहा…आप की ख़ुसी और सक्सेस के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ.वो
हँसने लगी.उसकी मुस्कराहट देख कर मेरे लंड मे गुदगुदी हेने लगी.
मधुरी के बंगले मे सिर्फ़ वो ही अकेले रहती थी.सर्वेंट्स सारे अपने क्वार्टर मे
चले जाते थे.उस वक़्क रात के दस बज रहे थे..मैं भी घर जाने लगा तो वो
बोली..राज!आज काफ़ी बारिश हो रही है और बाहर ठंड है..मुझे डर लग रहा
है…प्लीज़ रुक जाओ.
मैं मन ही मन खुस हो गया.हुश्न की रानी के साथ कुच्छ देर रहना ही शान की
बात थी फिर पूरी रात…मैं सोफे पे बैठ गया.
मधुरी बाथरूम की तरफ जाते हुए बोली…मैं फ्रेश हो कर आती हूँ.तुम कुछ
खाने का ऑर्डर कर दो.मैने पिज़्ज़ाहट को फोन कर पिज़्ज़ा का ऑर्डर दे दिया.मैं
पहली बार इतनी देर रात मधुरी के साथ था.
मधुरी जब बाथरूम से लौटी तो पिंक रंग की गाउन मे थी.उसके बाल खुले थे
और होटो पर गहरे रेड कलर की लिपस्टिक थी.वो सोफे पे मेरी बगल मे आ
बैठी.मैने नोटीस किया…उसने ब्रा नही पहनी थी और उसकी चूचियाँ पतले
गाउन मे थोड़ी थोड़ी विज़िबल थी.वो दो पके हुए अनार की तरह दिख रही थी..और
उसके निपल अंगूर के दानो की तरह उनसे चिपके थे.मैं उन्हे तिरछी निगाहो से
देख ही रहा था कि कॉल्लबेल बजी.
पिज़्ज़ा वाले को मैने पे किया और डोर दरवाजा लगा दिया.मधूरी ने कहा…अभी
भूक नही…कुछ देर टीवी देखते है.मैं भी बैठ गया.तभी उसने कहा…हॅव
यू सीन छोटी सी लव स्टोरी?
मैं चौंक गया.वो एक अडल्ट फिल्म थी.मैने कहा..नही
.मधुरी ने कहा…मैनेएक सीडी ली है…हम फिल्म ही देखते हैं.
मैं भला क्या कह सकता था.मैने वीसीडी मे कॅसेट डाली और सोफे पे बैठ गया.
फिल्म मे अचानक मनीषा अपने बाय्फ्रेंड से अपनी टाँगे उठाकर चुदवा रही है…
मधुरी का चेहरा लाल हो उठा…उसे फिल्म अच्छी लग रही थी..मैने कहा
मॅम…..क्या मैं सीन आगे कर दूँ…
वो बोली…भला क्यों? हम लोग बच्चे थोड़ी ही हैं..और हँसने लगी.मेरा लंड
गन्गना उठा.उसने कहा…फ्रिज से थोड़ी बियर ले आओ…मैने हुकुम पूरा
किया.वो पहली बार मेरे सामने बियर पी रही थी हालाकी मैने उसके सेक्रेटरी के
रूप मे हाल ही मे जाय्न किया था क्योंकि उसके पहले उसकी माँ ही सेक्रेटरी का काम
देखती थी.वो मेरे साथ काफ़ी अच्छा महसूस करती थी..मेरे उसके सेक्रेटरी बन ने
के बाद उसे काफ़ी सक्सेस मिली थी और काफ़ी हद तक मैं भी उसके लिए ज़िम्मेदार
था.
मधुरी पे बियर का नशा छाने लगा.उसने मुझसे कहा…कोई और इस तरहा की मूवी
नही है?मैने कहा…मॅम मैं तो सिर्फ़ ट्रिपलएक्स फ़िल्मे ही देखता हूँ.ऐसी अडल्ट फिल्म
मुझे अधूरी लगती है.
माधुरी ने कहा…मैं भी देख सकती हूँ..क्या तुम कॅसेट ला सकते हो.
मैं तो जैसे सातवें आसमान पे जा पहुचा.मैने कहा..खाली समय मे मैं यहाँ
बैठ कुछ सीडी देखता हूँ.बुरा ना माने तो मैं वो लगाऊ??
मधुरी ने कहा..हाँ.
स्क्रीन पे एक सेक्सी औरत नंगी सोई थी और एक मर्द उसकी चुचियों को चूम रहा
था.माधुरी शरमा कर हँसने लगी.उसने कहा..मेरी चुचियाँ इस से अच्छी
है…देखोगे?
मैने सर हिलाया..
.उसने लूस गाउन के बटन खोले और दोनो चुचियाँ दोनो
हाथों मे थाम कर गाउन से बाहर निकाला.अगले ही पल मैं उसकी चूचियों के
बीच था.मेरी साँसे चूचियों मे क़ैद हो गयीं.एक हाथ से मैने उसके गाउन के
अंदर उसकी पैंटी को टटोलने लगा.मैं अवाक रह गया..उसने पैंटी नही पहनी थी
और उसकी चूत के बड़े बड़े होठ मेरी उंगलियों के बीच थे.उसकी चूत से पानी
निकल कर मेरी हथेली पे जमा होने लगा.मैने उसकी चुचियों से मुँह हटाया और
होठ उसके होठों पे रख दिए.माधुरी ना जाने कब मेरी पॅंट की ज़िप खोल मेरे
लंड के साथ खेल रही थी.अचानक मैने उसे सोफे पे पटक दिया और उसकी गाउन
फाड़ डाली…
उसकी नंगी चूत मेरे सामने…चुदवाने को बेक़रार थी..मैं भी झटपट नंगा हो
गया.
मेरा मोटा और 8 इंच लंबा लंड माधुरी की चूत को सूंघ रहा था.मैने झटके
से सुपाडा माधुरी की चूत मे घुसेड़ा…….ओउुुुउऊचह…….गॅप
से लंड अंदर चला गया.मैने उसकी चूचियों को दोनो हाथों से मसलना शुरू
किया.वो और बड़ी हो गयीं…
मैने उसकी मस्त गान्ड को पकड़ करसोफे पे चढ़ गया…और उसकी चूत मे कस कस
के धक्के मारने लगा…
..ओह………एशह….छोड़ूऊऊऊओ…कस केचोदो….माधुरी सिसक रही थी.
उसकी चूत से फ़च फ़च की आवाज़ आने लगी…
मेरे लंड को उसकी चूत ने पानी ने पूरी तरहा भिगो दिया था..
उसकी चूत की महक पूरे रूम मे फैल गयी…
माधुरी ने कहा…राज प्लीज़ रूको…लंड निकालो…
मैने अपना लंड बाहर खींच लिया…क्या हुआ मॅम…
माधुरी…मेरी चूत खाओ…
मैं ने कहा…क्या मॅम…पहले कहना था ना..
वो हँसने लगी…
वो सोफे पे नंगी टाँगे फैला कर बैठ गयी…
मैं उसकी बड़ी गदराई चूत को सूंघने लगा.. मस्त चूत थी,रूम मे उसकी चूत
की खुसबू फैल रही थी… मैने जीभ से उसकी चूत को सहलाया…
अहह……………च्तत्तटटटटटतततूऊऊओ…. माधुरी ने कहा..
.मैं जीभ से उसे चोद रहा था…वो मेरी ओर देख मुस्करा रही थी… गान्ड
उछाल उछाल के वो चूत चटा रही थी… अब मैं 69 पोज़ मे..उसके सेक्सी मूह मे
अपना लंड देते हुए चूत चाटने लगा… वो मेरे लंड को जीभ से फ्लिक कर रही
थी… मैने उसका मुँह चोदना शुरू कर दिया…और तेज़ी से उसकी चूत चाटने
लगा.. वो तड़पने लगी…. “आइ एम कमिनग्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज” वो चिल्लाई.. कस के
घुसा के चाटो.. मैने जीब पूरी घुसा दी और उसके मूह मे अपनना लंड भी. मैं
जैसे स्वर्ग मे था…माधुरी झाड़ रही थी… मेरा लंड भी बेक़ाबू होकर
उसके मूह मे झड़ने लगा… मैने लंड निकालना चाहा लेकिन उसने मेरी कमर कस के
पकड़ ली…फिर क्या था..मेरा वीर्य(कम)उसके मूह मे गिरने लगा….मैने लंड
बाहर किया..तो उसपे थोड़ा कम बचा था… मधुरी मुस्कराते हुए मेरा चुदाई से
खुश लंड चाटने लगी…”‘ऊ ला ला….क्या लंड है…मेरा दिल धक धक कर
रहा है..”वो चाट ती गयी… आखरी वीर्य(कम)की बूँद तक्क्क….
समाप्त
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