Fantasy बॉलीवुड की मस्त सेक्सी कहानियाँ – Bollywood sex

बिपाशा के साथ थ्रीसम

दोस्तो जैसा कि आप जानते है की मेने श्रद्धा कपूर की चुदाई कैसे की। उसके बाद मझे सेक्स करने का मन बहुत करता था, इस लिए मेने जो बार मे लाडिया आती उनपर ट्राय किया, पर कोई काम नही बना उल्टा मेरे हाथ से मेरा जॉब छूट गया। बहुत कोशिश करने पर एक होटेल में काम मिल गया रूम सर्विसेस के तौर पर।

मैं अपना काम मन लगा कर करने लगा कोई कंप्लेन नही आने दी। और ऐसे ही किस्मत ने मेरा फिर से साथ दिया। मैं रूम क्लीनिंग के लिए जारहा था, रूम का बेल्ल बजाते ही मैं शॉक हो गया। क्यों कि मेरे सामने बिपाशा बासु खड़ी थी वो भी बाथ रॉब में उसके बाल गीले थे। शायद वो अभी नहा रही थी।

में:- रूम क्लीनिंग…
मेने मुह से निकला…

वो साइड हो गई और मैं अंदर जाकर साफ सफाई करने लग। वो एक कोने में पड़े चेयर पर बेठ कर मुझे साफ कसरते हुए देख रही थी।

बिपाशा अचानक से उठी और टेबल पर पड़े अपने पर्स में से कुछ ढूंढने लगी। उसकी पीठ मेरी तरफ थी। उसके हाथ से पर्स छूट कर नीचे गिर गया…. और जैसे ही वो पर्स उठाने के लिए नीचे झुकी… उसका बाथ रॉब पीछे से ऊपर हो गया और उसकी गोल मटोल गांड मेरी आँखों के सामने आगई…

उसने नीचे पैंटी पहनी हुई थी जो कि ना के बराबर थी क्योंकि, वो उसकी गांड की दरार में घुसी हुई थी… और झुकने के कारण वो पैंटी चूत के दरार में भी अटक गई थी।

मेरा तो मुह खुला रहा गया ये नज़ारा देख कर…

वो कुछ ज्यादा ही देर तक झुकी हुई थी… उसकी हरकते देख कर मुझे कुछ-2 समझ मे आरहा था।

मेरी नजर तो उसकी गांड से हट ही नही रही थी… उसने मुझे अपनी तरफ देखते हुए देख लिया था… मेरा लंड खड़ा हो चुका था जो पैंट के ऊपर से आसानी से देखा जासकता था।

इसलिए मैंने अपना काम जल्दी-2 खत्म किया और जाने लगा…

बिपाशा:- रुको….

उसकी आवाज सुन कर मैं अपनी जगह पर ही खड़ा रहा… मुझे अपनी जगह से न हिलता देख वो मेरे सामने आई… उसकी नजर मेरे पैंट में बने तम्बू पर ही थी।

कुछ देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद… मेने उसकी तरफ देखा तो वो अपने हाथ घड़ी कर के मेरी तरफ ही देख रही थी…

बिपाशा:- ये क्या है ?

उसने मेरी पैंट में बने तम्बू की तरफ देख कर बोला…

मैं:- वो…… वो….

मुझे कुछ समझ नही आरहा था कि क्या बोलू… इसलये मेने अपने हाथों से उस तम्बू को छिपा लिया।

बिपाशा:- ये वो…. वो…. क्या कर रहे हो…. रुको अभी तुम्हारे मैनेजर से कंप्लेन करती हूं।

उसकी बात सुन कर में डर गया था… कही ये जॉब भी हाथ से न चले जाए।

में:- सॉरी मेम गलती से हो गया… प्लीज कंप्लेन मत करो…

बिपाशा:- नही रुको अभी तुम्हारे मैनेजर को कॉल करती हूं…

बिपाशा फ़ोन कसरने ही वाली थी कि मैं बोला….

में:- प्लीज मेम कंप्लेन मत करो…. आप जो बोलोगी मैं वो करूँगा…. आप चाहे तो मुझे कोई भी सज़ा देदो… पर कंप्लेन मत करो….

बिपाशा:- जो बोलूंगी वो करोगे ?

में:- हा कुछ भी जो आप बोलो…

बिपाशा:- ठीक है तो फिर… यहा बेठो…
उसने बेड की तरफ इशारा कर के कहा…

में चुप चाप जाकर बेड पर बैठ गया और वो मेरे सामने आकर खड़ी हुई और अपने घुटनों पर बैठ कर मेरे पैंट को खोलने लगी…

अब तो सब कुछ क्लियर होगया था वो क्या चाहती है… वैसे तो में उसे रोकना नही चाहता था पर थोड़ा नाटक करना तो बंता था…

तो मैने उसका हाथ पकड़ कर रोक दिया…

में:- ये आप क्या कर रही हो…

भिपश:- तुम ने कहा था की, जो में बोलूंगी वो तुम करोगे… तो अब नाटक करना बंद करो और मज़े लो…

उसने मेरी पैंट के साथ अंडर वेयर भी उतार दिया और मेरा अधखडा लंड उसकी आँखों के सामने आगया…

हालांकि मेरा लंड अधखडी हालात में था पर एक्ससाइटमेंट के कारण वो एक दम से पूरी तरह खड़ा होगया…

ये सब बिपाशा ही आंखों के सामने हुआ था और ये नजर देख कर उसकी आँखें चमक उठी थी…

उसने झट से मेरा लंड अपने मुलायम ठंडे हाथ से पकड़ कर लंड की खाल को नीचे सरका कर उसके टोपे को अपने नर्म होठो से चुम कर अपने होठों से रगड़ दिया…

उसके ठंडे हाथ और मुलायम होठो की स्पर्श से मेरी मस्ती में “आह” निकल गई…

मेरी आवाज सुन कर उसने मुझसे पूछा “कैसा लगा…”

मैं:- आप मुझे पागल कर दोगी…

मेरी बात सुन कर बिपाशा खड़ी होगई और अपना बाथ रॉब खोल कर एक ही झटके में अपने बदन से अलग कर दिया… उसने ब्रा नही पहनी थी… उसके गोलमटोल चुचे खुली हवामें लहरा रहे थे… वो अपने सीने को ऊपर नीचे करके उन गोल मटोल पानी के गुब्बारे जैसे बूब्स को हवे में लहराने लगी… उसके बूब्स जैसे नाच रहे थे…

ये नजर देख कर मुझसे रहा नही गया और मैने अपने हाथ उसके बूब्स की तरफ बड़ा दिए…

पर उसने मेरा हाथ पकड़ कर रोक लिया… तो में उसकी तरफ देखने लगा…

बिपाशा:- इतनी भी क्या जल्दी है… थोड़ा सब्र करो…

में:- मेरे पास ज्यादा टाइम नही है… मुझे और भी काम करने है…

बिपाशा:- में तुम्हे जल्दी फ्री कर दूंगी मेरी जान… चलो अब जल्दी से बेड पर अछे से लेट जाओ…

में बेड पर चित लेट गया और बिपाशा ने झट से अपनी पैंटी उतार दी… मुझे तो उसकी चूत की एक झलक तक नही मिली वो सीधा मेरे पैरों के बीच आगई और मेरी पैंट के साथ ही चड्डी भी उतार दी… अब में नीचे से पूरी तरह से नंगा था और मेरा लंड बिपाशा के नंगे बदन को देख कर झटके मार रहा था…

मेरे झटके खाते हुए लंड को देख कर बिपाशा के चेहरे पर मुस्कान आगई और उसने अपने हाथ बड़ा कर मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर मुठ मारने लगी और मेरे टट्टो को किस्स कर के अपनी जीभ निकाल के चाट ने लगी…

मेरे लंड की नोक पर प्रिकाम की बूंद जमा हो गई थी जो उसने अपनी उंगलियों से लंड के टोपे पर फैला दिया और लंड के टोपे को सूंघ लिया…

जैसे ही उसके नथुने में मेरे लंड की मधहक कुशभु आई तो वो अपने आप को उसे मुह में लेने से रोक नही पाई… और यहा पर मेरी हालत खराब होगई… ऐसे लग रहा था कि बस अब पानी छूटने ही वाला है पर मैने अपने आप को कन्ट्रोल किया और अपने लंड की चुआई का मज़ा लेने लगा…

उसके मुह का गीलापन और लपलपाती हुई जीभ मुझे अलग ही दुनिया मे ले गई… धीरे-2 उसने मेरे लंड को पूरा अपने मुह में भर के चूसने लगी…

मेरा मोटा लंड उसके मुह में नही आरहा था पर फिर भी वो लंड के टोपे को अपने मुह में भर कर चूस रही थी… उसने अपने होठो को ज़ोर से बीच लिया…

इस तरह की चुसाई से मेरा मज़ा दुगना होगया और मेरी आँखें अपने आप बंद होगई… बिपाशा मेरे टट्टो के साथ खेलते हुए लंड को अपने मुह में दबा कर चूस रही थी… मेरा लंड पूरा उड़की लार से सरोबार को गया था और उसकी चिकनाई से उसे मुठ मारने में भी आसानी होरही थी…

अब और कन्ट्रोल करना मुश्किल था… “बस अब मेरा होने वाला है” मेने उसके चेहरे को पकड़ कर धक्के मरते हुए कहा…

तो उसने और ज़ोर लगा कर अपबे होठो को बीच लिया और एक के बाद एक धक्के लगा कर मेरे लंड ने उसके मुह में ही पानी छोड़ दिया… उसने सारा वीर्या अपने मुह में पहले जमा किया और जब मेरे लैंड ने सारा पानी उसके मुह में उड़ेल दिया तो उसने अपना मुह मेरे लंड से अलग किया और घुट-2 कर के मेरा सारा पानी पी गई…

मेरा वीर्या थोड़ा सा उड़की थुड़ी पर लगा हुआ था… मेने इशारे से उसे बताया… तो वो सीधा मेरे पेट पर आकर बैठ गई और मेरे होठो को चूसने लगी…

मुझे मेरे वीर्या का टेस्ट भी आरहा था पर मैने उसको नज़र अंदाज़ करते हुए उसके मुलायम होठो का स्वाद लेने लगा और उसके मुलायम चुचो को ज़ोर से दबा दिया…

मेरी जीभ उसके मुह में जाकर गोल-2 घूम रही थी… थोड़ी देर किस्स करने के बाद हम दोनो अलग हुए और एक दूसरे को देख कर हाँफने लगे… मेने एक बार फिर उसके दोनों बूब्स को ज़ोर से दबा दिया और अपनी पैंट पहने लसग…

बिपाशा:- रात में आओ गे…

मैं:- हा… ज़रूर… (में खिशी से बोला)

बिपाशा:- 12:30 बजे मैं तुम्हारा इंतज़ार करूँगी…

मैं:- ठीक है…

और मैं अपने काम मे लग गया… स्टोर रूम मेसे कुछ सामान लेने जारहा तो मेरी मैनेजर लीना मिल गई…

लीना मेम:- कहा थे इतनी देर से… पता है ना लॉन्ड्री का कितना सारा काम पड़ा है…

में:- मेम वो रूम नम्बर *** में कोन है आप को पता है…
में खुश होते हुए बोला..

लीना मेम:- टॉपिक मत चेंज करो जो पूछा है उसका जवाब दो…

में:- वही तो बता रहा हु मेम वो रूम में सेलेब्रेटी बिपाशा बसु है… और उनका रूम ठीक से साफ भी नही किया था… तो मुझे ही जाकर साफ करना पड़ा..

लीना मेम:- ठीक है… जाओ काम करो…

“हाश… जान बची” में मन मे बोला…

अब तो बस रात का इंतजार है…

मेने अपना सारा काम 11:30 तक निपटा दिया सीधा अपने रूम में नहाने चला गया… नहाकर एक दम फ्रेश लग रहा था… अब तो चुदाई करने में मज़ा आ जाएगा… में बाथ रूम से बाहर निकला तो मेरे दोस्त किसी से फ़ोन पर बात कर रहे थे… उनका बात कर के हो गया तो वो मुझे बताने लगे कि उनलोग ने एक रात के लिए कोई कॉल गर्ल को बुलाया है…

तीन लोग से साथ चुदाई करने के पैसे भी उसे देदिये… वो दो और एक मैं… पर मेरा प्लान तो कुछ और था इसलिए मैंने कोई बहाना बना कर मना कर दिया और दस मिनट पहले की बिपाशा के पास जाने के लिए निकल गया…

पर रास्ते मे मुझे फिर से लीना मेम (मेरी मैनेजर) मिल गई…

लीना मेम:- इतनी रात में कहा जारहे हो…
उन्होंने मुझे देखते ही सवाल किया…

मैं:- आइस क्रीम खाने आप चलोगी मेरे साथ आइस क्रीम खाने…

लीना मेम:- नही तुम जाओ
बोल कर वो वहा से चली गई… शायद वो अपने बॉय फ्रेंड से मिलने गई होगी… वो हमेशा यही टाइम पर अपने बॉय फ्रेंड से मिलने जाती है… मेने कही बार उसे देखा है… क्यों कि मैं भी इसी तरह रोज़ आइस क्रीम खाने जाता हूं और वह हर बार मुझ से पूछती है कि, “कहा जा रहे हो” और मेरा हर बार यही जवाब होता है “आइस क्रीम खाने आप भी चलो मेरे साथ” और वह भी कहती “नही तुम जाओ”…

काश वो मेरे साथ चलने के लिए हा कह देती… लीना मेम भी बहुत कड़क माल है… उनकी वो गोल मटोल सी मोटी सी भारी भरकम गांड तो मेरी फेवरेट है… मुझे तो लगता है उनका बॉय फ्रेंड सिर्फ उनकी गांड ही मरता होगा…

खेर में तेज कदमो के साथ बिपाशा की रूम में घुस गया क्यों कि डोर खुला था… अंदर का नज़ारा भी बहुत सेक्सी था… बिपाशा पिंक कलर के छोटे से लिंगरी में एक दम हॉट लग रही थी…
मेरा तो मन किया की उसके ऊपर कूद कर उसके पूरे बदन को चूम लू… मैं धिरे-2 उसकी तरफ कदम बढ़ाए और जब में उसके करीब पहुचा तो उसने आगे से अपनी लिंगरी ऊपर करदी… उसकी फूली हुई चूत मेरी आँखों के सामने आगई जो कि पिंक कलर के पैंटी में कैद थी…

में जल्दी से अपने घुटनों पर बैठ गया और उसकी प्यारी सी मुनिया को और करीब से देखने लगा…

उसके चूत के होंठ पैंटी के ऊपर से ही दिख रहे थे… मुझ से रहा नही गया और मैने ऊनी उंगलिया पैंटी की इलास्टिक में अटकाया और एक ही झटके में पैंटी उसके पैरों में गिरादी… अब उसकी डबल रोटी जैसी चूत मेरी आँखों के सामने थी… उसने पैरों से पैंटी निकल कर अपने तांग फैला दिए ताकि मुझे उसकी चूत आराम से दिखे…

ऐसे लग रहा था कि उसने अभी-2 अपनी चूत के बाल साफ किये है… मेने उसके चूत के होठो कर तीन चार चुमियाँ देदी… उसके चूत से पानी बह रहा था और वो चिपचिपा पानी मेरे होठो पर भी लग गया… में उसकी चूत को चूमते ही जारहा था… उसने मेरा सिर पकड़ कर मुझे रोक दिया और अपने पैरों के पास पैंटी की तरफ इशारा कर के बोला “मेरी निशानी अपने पास रख लो”

मेने पैंटी उठा कर जेब मे दाल दी… और फिर से उसकी चूत को चाटने लगा… अपनी जीभ को नुकीला करके उसकी चूत के अंदर दाल कर चूत को जीभ से चोदने लगा… मस्ती में उसने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबा दिया और अपने पैर भी फैला दिए… उसके मुह से लगातार सिसकारियां निकल रही थी…

इसी तरह लगातार उसकी चुत चाटने की वजह से उसके पैर कप रहे थे… तो मैने उसे अपने गोद मे उठा कर बेड पर चित्त लेटा दिया और खुद भी बेड पर चढ़ कर उसके पैरों के बीच मे आकर उसके चुत के होठो को फैला कर अंदर का गुलाबी भाग देखने लगा… उसके चुत के छेद में से पानी बह रहा था…

बिपाशा ने मेरे हाथ चुत से हटा कर खुद ही अपने चुत के होठो को फैला दिया…

“प्लीज सक्क मि… बेबी प्लीज…” उसने अपनी उंगलियों से चुत के होठो को फैला कर बोला…

मेने उसकी बात मानते हुए उसकी चुत के गुलाबी छेद को अपनी खुरदरी जीभ से चाटने लगा… चुत से चिपचिपा सफेद पानी बह रहा था जिसका स्वाद कुछ नमकीन और खटा सा था…

जब मैने उसकी चुत के होठो को अपने मुह में भर कर जोर की चुस्की ली तो उसने बेड शीट को अपने हाथों से बीच लिया और अपने पैरों से मेरे चेहरे को जोर से चुत पर दबा दिया…

“ओहहह… मय्य्य्य….. गोड़ड़ड़ड़….. ओऊहहह… एससस… एससस… एससस… बेबी सक्क मय पुसी…” ऐसे ही बिपाशा की सिसकारियां और तेज़ चलती साँसों की आवाज पुरे रूम में गूंज रही थी…

जब वो झादने वाली थी तो उसने मेरा चेहरा अपनी चुत पर दबाकर अपनी कमर जोर-2 से हिलाने लगी जैसे कि वो मेरे मुह को चोद रही हो और मैने भी अपने दांतों से और जीभ से वॉर करते हुए उसकी चुत को जोर-2 से चूसने लगा…

“ओहहह फक्कककक… आहहहहह… डोंट बाईट…” तेज़ सिसकारियां भरते हुए वो झाद गई…

में उसका सारा पानी पी गया और उसकी चुत से मुह हटा कर हफ्ते हुए उससे देखने लगा….

वो भी आँखे बंद करके लंबी-2 साँसे भर्ती हुए अपने ओर्गास्म को एन्जॉय कर रही थी… बिपाशा का बदन पसीने से पूरी तरह भीग चुका था और चमक रहा था… उसकी चुत मेरे दातो की वार के वजह से लाल हो चुकी थी…

उसके नंगे बदन को देख कर मुझ से राह नही गया और अपने सारे कपड़े एक-2 कर के उतार दिए… मेरा लंड तो पहले से ही लोहे की रॉड की तरह तन कर खड़ा था…

मेने उसे संभालने का कोई मौका नही दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसके गाल और गर्दन को चूमने लगा… मेरे इस हरकत पर उसके चेहरे पर मुस्कान आगई और उसने भी मेरा साथ देते हुए मेरी पीठ को सहलाने लगी और अपना चेहरा एक तरफ करके मज़ा लेने लगी…

पर चेहरा उस तरफ करते ही उसकी सिसकियाँ बंद होगई थी इसलिए मैंने अपनी जीभ से उसके गर्दन और कान को चाटा तो उसकी सिसकारियां फिर से सुरु होगई…

“आहहहह…. उममममम… ओहहह”

पर अचानक एक झटके के साथ वो मेरे ऊपर आगई और वो मेरे गाल और कान के पास किस्स करने लगी…

उसने मेरे कान को अपनी गीली जीभ से चाटा तो मेरे बदन में झुर-झूरी सी उठने लगी जो उसने भी महसूस किया…

“सोनो जो अब में बोलने वाली हु उस पर रियेक्ट मत करना” उसने मेरे कान में फुस-फसते हुए कहा…

मेने “ह्म्म्म” में उसकी बात का जवाब दिया…

“दरवाजे पर कोई लड़की खड़ी है… तुमने डोर लॉक नही लिया था क्या” उसने मेरे कान को अपने दातो से काट कर कहा…

उसके काटने की वजह से मैने अपने लंड को उसकी चुत पर दबा दिया पर चुत के बहते पानी की वजह से वो फिसल कर उसकी झंगो के बीच घुस गया और सीधा गांड की दरार में फस गया…

मेने दरवाजे की तरफ तिरछी नज़र कर के देखा तो वहा पर सच मे कोई था और उसे में अछि तरह से जनता था…

उसकी आंखें हमारे सेक्सी सिन देख कर वासना के कारण गुलाबी हो गई थी और माथे पर पसीना भी जम गया था..

वो दरवाजे पर खड़ी लड़की कोई और नही बल्कि लीना मेम थी मेरी मैनेजर… इस वक्त उन्हीने लाइट ब्लू कलर का नाईट ड्रेस पहना था… उस ब्लू कलर के सांडो टाइप टॉप में उनके कड़क निप्पल्स आसानी से दिख रहे थे…

उसके पाजामे के ऊपर भी एक ढबा सा बन गया था जो बता रहा था कि उसकी चुत भी बहुत टाइम से पानी छोड़ रही है… इसका मतलब की वह हमारी रास लीला बहुत टाइम से देख रही है…

मेरे मन मे पता नही क्या आया और में बहुत सारी हिम्मत इकट्ठा कर बिपाशा को अपने ऊपर से हटाया और अपने कदम लीना मेम की तरफ बड़ा दिए…

उनकी नज़र मेरे लंड पर ही थी जो कि चलने के कारण उछल रहा रहा था…

उनके करब पहुचते की मेने उनका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया… उनके हाथ बहुत ही ज्यादा ठंडे थे और उनके हाथ ने सीधा मेरे लंड के टोपे को ही पकडा था…

“ओहहह…आहहहह…” उनके ठंडे हाथो के कारण मेरे मुह से सिसकारियां निकल गई…

उन्होंने मेरे एक दम करीब आकर अपने पैरो के पंजों पर खड़े हो कर मेरे होठो पर एक किस्स दे कर मेरे लंड के टोपे को जोर से दबा दिया और इस बात का प्रमाण दिया कि वो भी हमारे साथ है…

उसने घूम कर डोर को लॉक किया और फिर से मेरे लंड को पकड़ कर मुझे सोफे तक लेजाकर उसपर बिठा दिया…

मेरे बैठते ही मेम ने टॉप को उतार दिया और उनके पिंक कलर के निप्पल्स जिसका अरेओला काफी फैला हुआ था जो एक दम कमाल लग रहा था…

मेरे मुह से तो लार टपकना सुरु होगई थी मन कर रहा था कि अभी पूरा निप्पल अरेओला समेत मुह में भर है चूस लू…

पर उसके बूब्स ज्यादा समय तक मेरे सामने नही रहे वो घूम गई और जुक कर अपना पैजामा पैंटी के साथ उतार दिया…

मेम की मोटी सी भारी भरकम गांड मेरी आँखों के सामने थी जिस का दरार काफी गहरा लग रहा था… वी अपनी मोती गांड को मेरी आँखों के सामने हिलाने लगी और तब मुझे उसकी चुत की झलक भी मिल गई जो काफी फूली हुई लग रही थी…

मैं जैसे ही उसकी गांड को हाथ लगाने गया तो वो घूम गई और उसकी डबल रोटी जैसी फूली हुई चुत सामने आगई… चुत पे बाल का नामोनिशान नही था…
मैं चुत को और करीब से देखने के लिए उठा तो उसने मुझे धक्का दे कर वापिस बिठा दिया और खुद मेरे बाजू में बैठ गई…

उसने अपने हाथ पर थूक लगाया और मेरे लंड की मुठ मारने लगी…

ये सारा नज़ारा बिपाशा बेड पर बैठ कर मुस्कुराते हुए देख रही थी… जब मेरी नज़र बिपाशा से मिली तो मैने उसे अपने पास आने का इशारा किया… वो झट से उठके मेरे दूसरी तरफ बेठ गई और एक हाथ मेरी झांग पर रख कर सहलाने लगी…

मेने लीना मेम का सिर पकड़ कर अपने लंड की तरफ झुकने लगा तो उन्होंने मेरा हाथ हटा दिया और ना में सिर हिलाया… शायद उनको लंड चूसना अच्छा नही लगता था इसलिए मेरे भी उनके साथ जबरदस्ती नही की…

पर बिपाशा से रह नही गया और उसने मेरे लंड की तरफ झुक कर उसे मुह में भर कर धीरे-2 चूसने लगी… उसे चुसाई में इतना मज़ा आरहा था कि वो मेरे लंड को जड़ तक मुह में लेती और फिर अपने लार से गिला कर देती…

में अपने सिर लीना मेम के सिने में दबा कर आँखे बंद कर के मेरे लंड की चुसाई का मज़ा लेने लगा… मेरी नज़र जब लीना मेम के बूब्स की तरफ गई तो उनका बड़ा सा अरेओला वाला निप्पल मुझे अपनी तरफ चूसने के लिए बुला रहा था…. मेने देर ना करते हुए उन के एक चुचे को मुह में भर कर चूसने लगा और एक हाथ से दूसरे चुचे को सहलाने लगा…

उनके बूब्स एक दम कड़क थे जैसे कोई पहली बार दबा रहा हो…

हम तीनो एक दूसरे को मज़ा देने में लसगे हुए थे… इतने में लीना मेम उठी और अपने पैजामे में से कोई दवाई का स्ट्रिप निकल कर ले आई और मुझे खाने के लिए बोला…

मैं:- ये किस लिए…

लीना मेम:- इसे तुम्हारा स्टैमिना बढेगा और तुम ज्यादा देर तक तिकोगे…

बिपाशा:- खालो हम दो है और मेरे चुत में तो बहुत आग लगी है में तुम्हे जल्दी छोड़ने वाली नही हु…

लीना मेम:- में भी तुम्हे जल्दी नही छोडूंगी…

उन दोनों की बात मानते हुए मैं गोली खाने के लिए तैयार हो गया और लीना मेम के हाथ से गोली ले कर पानी लेने के लिए उठा ही था कि…

“कहा जारहे हो” मुझे बिपाशा ने उठते देख कहा…

में:- पानी लेने… बिना पानी के ये गोली कैसे खाऊंगा…

बिपाशा:- रोको में हेल्प करती हूं…

उसने मेरे हाथ से गोली ले कर कहा “मुह खोलो”

मेने अपना मुह खोला तो उसने गोली मेरे मुह में एक दम अंदर तक रख दी और अपने होठ मेरे होठो से मिला कर अपने मुह का सारा थूक मेरे मुह में डालने लगी…

उसने कसके मेरा चेहरा पकड़ा हुआ था ताकि में अपने आप को छुड़ा ना सकू और हुआ भी ऐसे ही… उसका सारा थूक मुझे ना चाहते हुए भी गोली के साथ निगलना ही पड़ा…

वैसे किस्स करते हुए भी थूक मुह में जाता है पर इतना सारा थूक एक साथ… और टेस्ट भी बहुत अजीब लग रहा था… बिपाशा तो रुकने का नाम ही नही ले रही थी वो लगातार अपना थूक मेरे मुह में उड़ेलते जारही थी…

मेने अपनी पूरी ताकत लगा कर बिपाशा को अपने से अलग किया… उसका पूरा थूक मेरे होठो से बहते हुए मेरे थुड़ी तक आने लगा…

बिपाशा ने सारा थूक चाट-2 कर साफ कर दिया…

मैं:- गंदी कही की…

मेरी बात सुन के वो मुस्कुराने लगी…

बिपाशा ने मेरे होठो पर किस्स कर के सॉरी कहा…

मेने दोनो का हाथ पकड़ा और बेड पर लेआया…

“तो पहले किस की बारी” मेने दोनो को एक दूसरे के बाजू में चित लेटा कर पूछा…

“पहले मैं” बिपाशा झट से बोली…

तो फिर क्या था में बिपाशा के पैरो के बीच मे आकर उसकी चुत पर एक किस्स दिया और अपने लंड के टोपे को उसकी गर्म चुत के छेद पर रख कर धीरे से धक्का दिया तो मेरा टॉप उसकी चुत में चला गया और बिपाशा के मुह से हल्की सी चीख निकल गई…

मुझ पे गोली का असर हो रहा था… आंखे भी लाल हो गई थी… अब और कंट्रोल नही हो रहा था… मेने सीधा दो धक्के में लंड को चुत के अंदर की…

“आहहहह…. ओहहहहहह…. फ़क…. कुत्ते…. धीरे कर… आहहह… दर्द हो रहा…. है….” बिपाशा चीखते हुए बोली…

“अब मुह से और कंट्रोल नही हो रहा” मेने उसकी चुत में धीरे-2 लंड को अंदर बाहर करना सुरु करदिया था…

में पूरे लंड को टोपे तक बाहर निकालता और उसकी चुत के जड़ तक अंदर दाल देता…

जब भी मेरा लंड उसके बच्चे दानी से टकराता उसके मुह से हल्की दी चीख निकल जाती… उसकी चुत का गिला पन और गर्माहट में अपने लंड पर महसूस कर सकता था… मेने उसके पैरों को अपने कंधों पर ले कर अपनी धक्कों की रफ्तार बड़ा दी और उसके हिलते हुए बूब्स देख कर में और तेज़ चोदने लगा…

बिपाशा मज़े में अपनी आंखें बंद कर के अपनी चुत चुदाई का मज़ा ले रही थी… मेरे झांग उसकी गांड से टकरा कर थाप-2 की आवाज कर रहे थे…

अचानक बिपाशा ने मुझे कसके अपनी बाहों में भर लिया और अपने पैरों से मेरी कमर दबा कर जोर-2 से सिसकारियां भरने लगी…

“ओहहह…. येससस…. येससस…. येससस…. आई एम कमिंग…. आई एम कमिंग…. आई एम कमिंग…. यस… ओहहह… फक्क में बेबी… मेक में कम…. यु आर सो गुड….” बिपाशा की सिसकारियां पूरे रूम में गूंज रही थी…

मेने और तेज़ धक्के लगाए और बिपाशा “ओहहह… आहहहह…” करते हुए झाड़ गई…

उसके आंखों में से पानी भी निकल रहा था… उसने अभी तक अपनी आंखें बंद कर के मुझे कस कर अपनी बाहों में जकड़ा हुआ था…

मेने उसकी आँखों से पानी पोछ कर पूछा “इतनी जल्दी क्यों झाड़ गई”

बिपाशा:- इतना तेज चोदोगे तो किसी का भी पानी निकल जाएगा बेबी…
उसने मेरे होठो को चूम कर कहा… वो अभी तक हाफ रही थी…

मेने फिर से उसकी चुत में धक्के लगाने शुरू किए…

“छोड़ा मुझे… अब उसकी बारी है” उसने मुझे अपने ऊपर से हटाते हुए कहा…

मैं लीना मेम के पास गया तो वो भी अपने पैर फैला कर लेट गए… पर मैं भी उनके बाजू में लेट गया और उनको इशारा किया… वो मेरा इशारा समझ गई और वो अपनी भारी भरकम गांड उठा कर मेरे ऊपर आगई…

मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपने चुत पर सेट किया और धिरे-2 कर के वो लंड पर बैठ गई… वो अपनी आँखें बंद करके मेरे लंड को अपनी चुत के गहराई तक महसूस करने लगी…

उनकी चुत किसी भट्टी की तरह गर्म थी… मेरा लंड उनकी चुत में ही झटके मार रहा था… मेने उसके बूब्स दबा कर उन्हें कूदने का इशारा किया…

वो मेरे सीने पर हाथ रख कर धिरे-2 अपनी गांड को ऊपर नीचे करने लगी… और कुछ ही देर में वो धक्के तेज़ होगए… उसकी गांड मेरे झंगो से टकरा कर थाप-2 की आवाज करने लगी…

उनकी चुत से सफेद पानी निकल रहा था जिसके वजह से चुत पर झाग बन रहा था…

बिपाशा भी हमारी चुदाई देख कर फिर से गर्म हो गई थी उसकी चुत फिर से पानी छोड़ रही थी… वो उठी और मेरे चेहरे पर अपनी गांड रख कर बैठ गई और ऊनी चुत चटवाने लगी…

मैं भी चुत से बहता हुआ पानी चाटने लगा… वो अपनी चुत के दाने को रंगने लगी…

उसका चेहरा लीना मेम की तरफ था… उनदोनो की आँखे एक दूसरे से मिली और दोनों में किस्स शुरू होगया…

अब बिपाशा मेरे चेहरे पर बैठ कर अपनी चुत चटवा रही थी और लीना मेम मेरे लंड पर बैठ कर अपनी चुत चुदवा रही थी और दोनों ही एक दुदरे को किस्स कर रहे थे…

लीना मेम मेरे लंड पर कूद-2 कर थक गई थी तो वो मेरे साइड में ही चित लेट गई… मेने बिपाशा को अपने चेहरे पर से हटाया और उसे लीना मेम के ऊपर ही घोड़ी बना दिया…

मेने एक ही झटके में लंड को लीना मेम की चुत में डाला और तेज़ धक्के मारने लगा और कुछ ही देर में वो बिपाशा को किस्स करते और गु… गु… की आवाज निकालते हुए झाद गई…

मेने झट से अपनी लंड बिपाशा की चुत में डाल दिया… बिपाशा को इस वॉर की उमीद नही थी… उसके मुह से चीख निकल गई और मेरी तरफ देखने लगी…

मेरे धक्कों की वजह से बिपाशा के बूब्स लीना मेम के बूब्स से रगड़ रहे थे और वो दोनों फिर से किस्स करने लगे थे…

लंड को बिपाशा की चुत से निकाला और लीना मेम की चुत में दाल दिया… कुछ देर उनको चोदने के बाद बिपाशा को चोदने लगा… इसी तरह में दोनो को बारी-2 से चोदने लगा…

और वहा पर दोनों कभी किस्स करते तो कभी एक दूसरे के बूब्स दबाते और चूसते… दोनो के बूब्स पूरे लाल हो चुके थे…
मेने बिपाशा की गांड के छेद पर थूक लगाया और उसके छेद को उंगली से खुरेदने लगा…

“ओहहह…. वह पर नही… प्लीज….” बिपाशा ने मेरा हाथ हटा कर बोला…

तो मैने लीना मेम की चुत से लंड निकल कर बिपाश की चुत में दाल दिया और लीना मेम के गांड के छेद को छेड़ने लगा तो उन्होंने भी मन कर दिया…

मुझे गांड मारने का बहुत मन कर रहा था पर क्या कर सकते है… और वैसे भी मैं दो-2 चुत एक साथ पहली बार चोद रहा था जो मेने कभी सोचा भी नही था…

बिपाशा फिर से झाद गई और लीन मेम के ऊपर से हट कर एक तरफ लेट कर हाँफने लगी… मेने लीना मेम को घोडी बनाया और उनकी गांड पर थपड मरते हुए चुत चोदने लगा…

लीना मेम भी अपन गांड मज़े में आगे पीछे कर के खुद चुद रागी थी… उनकी गोरी गांड एक दम लाल हो गई थी…

इस पोजीशन में लीना मेम को उनकंफेर्टेबले फील हो रहा था… तो मैने उनको बेड पर एक करवट ले कर लेटा दिया और खुद उनके पीछे जाकर चुत में लंड डाला उनकी चुत को ज़ोर-2 से रगड़ ते हुए में लीना मेम को चोदने लगा… वो एक पेर हवे में लहराते हुए मस्ती में चुद रही थी…

“ओहहह यससस… केविन… आई… एम कमिंग्गगग…. फक्क में हार्ड… हार्डर… मय्य्य्य पुसी इस… सोऊ वेट… यु लाइक फैकिंग मय पुसी… हाँ… यस… यस… यस… आई एम कमिंग्गगग…” चीखते, चिल्लाते और सिसकारियां भरते हुए वो झाद गई…

मेरा अभी तक पानी नही निकला था… मेने लीना मेम को आराम करने दिया और बिपाशा को खड़ा किया और उसे दीवार का सहारा दे कर झुका दिया और लंड को उसकी चुत में पेल दिया… फिर से रूम में थाप-2 की आवाज गूँजने लगी…

लीना मेम फिर से गर्म हो गई थी और अपनी चुत को रगते हुए हमारी चुदाई देख रही थी…

अचानक बिपाशा ने मेरा लंड अपनी चुत से बाहर निकल दिया और मेरा लंड पकड़ कर मुझे बाथ रूम ले आई…

बाथ रूम की दीवार पर अपने हाथ रख मेरे लंड को फिर अपनी चुत में लेलिया… मेरे शुरू से ही तेज़ धक्के लगाने शुरू कर दिए…

और कुछ ही देर में बिपाशा झादने लगी उसकी चुत से चुत रस के साथ-2 पेशाब भी निकलने लगा और एक मधुर सिटी की आवाज आने लगी…

वो अपनी चुत को रगड़-2 कर मूत रही थी…

उसने अपना निशाना कमोड को बना रखा था पर फिर भी उसका थोड़ा पेशाब इधर उधर गिर रहा था…

लीना मेम बाथ रूम के दरवाजे पर खड़े रह कर अपनी चुत को रगड़ते हुए ये सारा नज़ारा देख रही थी… उनको तो दरवझे से ही देखने की आदत है… इस बार भी में उनका हाथ पकड़ कर बाथ रूम में ले आया…

उनको दीवार से टिका कर किस्स किया और नीचे झुक कर अपने लंड को उनकी चुत पर सेट किया और मेरे सीधा खड़े होते ही मेरा लंड उनकी चुत में चला गया… मेने उनको दीवार से पूरा चिपका दिया और उनके दोनों पैसो को पकड़ कर हवे में उठा लिया… मेरा लंड अपनी चुत में एक दम अंदर तक मोहसूस कर के लीना मेम का मुह खुला राह गया…

मेने उनकी चुत में धक्के देना सुरु कर दिए… उन्होंने एक हाथ मेरे गले मे दाल दिया और मज़े से सिसकारियां लेने लगी…

“ओहहह… केविन यु… आर से स्ट्रांग… फक्क… मि… फक्क में हार्ड… मेरा निकलने वाला है… आई एम कनिंगगग…” बोलते हुए वो झादने लगी…

मेरा भी अब बहुत देर की चुदाई की वजह से पानी छूटने ही वाला था… “आई एम कमिंग टू लीना डार्लिंग” मैं झादते हुए बोला…

एक के बाद एक वीर्या कि पिचकारी मेरे लंड ने छोड़ना सुरु किया और लीन मेम की चुत मेरे वीर्या से भर गया… उनकी चुत ने मेरे लंड को पूरा निचोड़ दिया…

लीना मेम की चुत से मेरा लंड बाहर आते ही उनकी चुत से उनका चुत रस और मेरा वीर्या मिक्स हो कर टपकने लगा…

बिपाशा झट से आई और अपने घुटनो पर बैठ कर लीना मेम की चुत को चाट-2 कर वो सारा पानी पीगई…

उसने तो मेरे लंड को पकड़ कर आखरी बून्द तक निचोड़ कर वो चाट गई…

इस धुआंदार चुदाई के बाद हम तीनों थक गए थे… बिपाशा बाथ रूम में नहाने लगी तो मैने उसके होठो पर किस्स किया और उससे अलविदा कह कर फिर मिलने का वादा करके… लीना मेम के साथ अपने कपड़े पहन कर बाहर आगया…

“गुड नाईट मेम” लीना मेम का रूम आगया तो में बोला…

“अब लीना मेम नही लीना डार्लिंग कहो बेबी” उन्होंनेे मेरे होठ चुम कर कहा “गुड नाईट” उन्होंने मेरे पूरे चेहरे पर चुमियाँ दी और वो अपने रूम में चली गई…

में भी अपने रूम में आगया… अब तो बस सोने का मन कर रहा था…

मेरे पास रूम की दूसरी चाबी थी उसे मेने रूम खोला और सीधा बाथ रूम में घुस गया… मेने अपने लंड को अछे से साफ किया… इतनी चुदाई के वजह से पूरा चिपचिपा सा होगया था…

नाहा धो कर में सिर्फ शॉट्स में बाहर आया और बेड पर सोने के लिए गया ही था पर ये क्या बेड पर पहले से ही कोई सो रहा था…. शायद मेरा दोस्त सो रहा होगा… साला पूरा चादर ओढ़ कर अंधे मुह सो रहा था…

मेने चादर हटा कर उसके गांड पर लात मारने के लिए गया ही था कि मैं उसकी गांड देखता ही रह गया… अब मैं कोई गे तो था नही जो किसी लड़के की गांड को देखता… हा दोस्तो वो लड़की ही थी…

एक लड़की मेरे बेड पर अंधे मुह सो रही थी… उसकी गांड देख कर मेरा लंड शर्ट्स के अंदर तम्बू बनाने लगा… रूम की लाइट जली हुई थी और उस लाइट में उसकी गोरी और गोल मटोल मुलायम गांड चमक रही थी…

जब उसने करवट बदली तो उसकी चुत की झलक भी मिल गई… शायद ये वही कॉल गर्ल है… क्या मस्त माल है… मेरा तो मन कर सहा था कि अभी इसकी गांड में लंड पेल दु…

उस कॉल गर्ल के बदन पर ठंडी हवा पड़ने की वजह से उसकी नींद खुल गई और उसने मुझे अपने गांड को घुरते हुए पाया तो उसने एक हाथ अपने गांड पर रख कर फैला दिया…

उसकी गांड का भूरा रंग का छेद मेरी आंखों के सामने आगया… अब तो मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो कर कड़क हो गया था और शॉर्ट्स में ही बड़ा सा तम्बू बन गया था…

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