Family Sex Story – तीन शेरनिया एक शेर

रश्मि अजय की इन सब बातो को सुन कर पानी पानी हो चुकी थी और अजय का लंड मुठियाते हुए, अजय एक काम करेगा, हाँ दीदी बोलो, रश्मि सीसियाते हुए अजय मैने ये देखा है कि मम्मी के नाम पर तेरा लंड खूब झटके खाने लगता है, लगता है तू मम्मी की चूत और गंद फाड़ देना चाहता है, मम्मी को नंगी करके खूब हुमच हुमच के चोदना चाहता है, अजय रश्मि की चूत और दूध मसल्ते हुए हाँ दीदी तुमने बिल्कुल मेरे मन की बात कह दी है, रश्मि अच्छा अजय तो फिर एक काम कर तू मुझे मम्मी समझ कर मुझे भी अपने मूह पर बैठा ले और मेरी मस्तानी भोसड़ी को अपनी मम्मी की रसीली फूली हुई भोसड़ी समझ कर उसका रस चूस डाल और रश्मि यह कह कर बेड पर नंगी ही खड़ी हो गई

अजय सीधा लेट गया तब रश्मि ने अजय के आजू बाजू दोनो टाँगे रख कर सीधी अजय के मूह मे अपनी रस से भरी चूत को रख दिया और अजय अपनी बहन की चूत को चाटने लगा, अब रश्मि ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत अजय के मूह मे दबाती हुई, ले बेटा चाट ले अपनी मम्मी की मस्तानी भोसड़ी को, चूस हा चूस ऐसे ही चूस आह ऐसे ही चूस बेटा अपनी मम्मी की चूत खा जा बेटा आह आह पूरी खा जा बेटा अपनी मा की चूत, खूब चूस अजय अपनी मम्मी की चूत चूस चूस कर लाल कर दे मेरे लाल, अजय रश्मि के मूह से इन कामुक बातो को सुन कर अपना हाथ अपनी बहन की गंद के नीचे रख कर पागलो की तरह अपनी प्यारी दीदी की चूत को चाटने लगा, वह अपनी दीदी की चूत की दोनो फांको को अपने हाथो से अच्छी तरह फैला कर ऐसे कस कस के चाट रहा था जैसे बच्चे चॉकलेट के रेपर पर लगी चॉकलेट चाटते है, उसकी इस तरह की चूत चटाई से रश्मि जल्दी ही अपने छोटे भाई के मूह मे अपनी चूत का सारा पानी छ्चोड़ने लगी और उसका भाई अपनी बहन के सारे चूत रस को चाट चाट कर पीने लगा,

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अब रश्मि से बर्दास्त नही हो रहा था और वह लुढ़क कर बेड पर गिर गई और अजय के लंड को पकड़ कर अपनी ओर खिचने लगी अजय उसका इशारा समझते ही अपनी बहन की दोनो मोटी जाँघो को फैला कर अपने लंड को अपनी बहन की चूत मे एक झटके मे अंदर तक पेल दिया जिससे रश्मि च्चटपटाने लगी अजय ने अपनी दीदी की गंद के नीचे हाथ ले जाकर उसकी चूत मे अपने लंड से जबरदस्त हमले शुरू कर उसे हचक हचक कर चोदने लगा, उसकी रफ़्तार इतनी तेज थी की पूरा बेड चरमरा उठा और पूरे कमरे मे फ़चा फ़च फ़चा फ़च की आवाज़ गूंजने लगी, रश्मि उन्ह उन्ह की आवाज़ निकाल रही थी और अजय अपनी बहन को कस कस कर चोदे जा रहा था, अजय उपर से झटका चूत मे मारता तब रश्मि नीचे से झटका लंड मे मारती, दोनो और से पूरी ताक़त से एक दूसरे की जाँघो की जड़ो मे कस कस कर ठोकर पड़ रही थी और दोनो स्वर्ग के झूले मे झूल रहे थे, एक लंबी घमासान चूत लंड की ठुकाई के बाद दोनो ने अपना अपना रस उगलना शुरू कर दिया और एक दूसर को कस कर पूरी ताक़त से जाकड़ लिया और कुछ पल के बाद दोनो शांत हो गये और एक दूसरे के होंठो को चूमते हुए एक दूसरे की ओर मुस्कुराने लगे, अजय ने घड़ी देखी तो 6:30 समय हो चुक्का था दोनो ने अपने अपने कपड़े पहने और अजय रूम से बाहर निकल गया.

आरती सुबह उठते ही सबसे पहले रश्मि के रूम मे पहुच गई, रश्मि अपने बेड पर पड़ी पड़ी पंखे की ओर देख रही थी और भाभी को देखते ही उठ बैठी और एक चुदास से थॅकी हुई मुस्कान उसके चेहरे पर बिखर गई, आरती ने आते ही अपनी प्यारी ननद के मोटे दूध को दबाते हुए क्यो मेरी ननद रानी रात भर सोई नही क्या, रश्मि अपनी भाभी के गले मे हाथ डाल कर उसका गाल चूमते हुए ओ भाभी ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी मे कभी नही मिला और ये सब आप के कारण संभव हो सका, और आरती के गालो को एक बार फिर चूम लेती है, आरती अच्छा सारी रात अजय ने तुझे चोदा है क्या, हाँ भाभी बस ये ही समझ लो अजय का लंड नही मूसल है, मेरी तो नस नस मे एक मीठा सा दर्द उठ रहा है, आरती बनते हुए क्या इतना मस्त है अजय का लंड, हाँ भाभी, उसे आप अजय का नही घोड़े का लंड कह सकती है, पूरी रात उस घोड़े ने मुझे कस कस कर चोदा है, बन्नो रानी जब एक भाई अपनी बहन को चोद्ता है तो ऐसी जबरदस्त चुदाई ही होती है, तुझे इसी लिए ज़्यादा मज़ा आया है क्यो कि तू अपने सगे भाई से जो चुद रही थी,अच्छा भाभी मैं आपको एक बात बताना चाहती हू पर आप यह बात किसी को बोलना नही, अरे पगली तेरे मेरे बीच की बात किसी को बोलने वाली होती है क्या, तू बिंदास बोल क्या बात है, भाभी अजय है ना, आरती हाँ, भाभी अजय बहुत ज़्यादा चुड़क्कड़ है वह मम्मी को भी चोदना चाहता है, आरती बनते हुए, तू ये क्या कह रही है, हाँ भाभी मुझे अजय ने ही ये बात बताई है, क्या अजय ने खुद तुमसे कहा कि वह अपनी मम्मी की चूत भी मारना चाहता है, नही भाभी उसने खुद नही कहा बल्कि मैने ही उसकी चोरी पकड़ ली थी तो आख़िर उसे मेरे सामने सच्चाई बताना ही पड़ी, आरती तूने कौन सी चोरी पकड़ ली थी अजय की , वो भाभी मैने अजय को मम्मी की पॅंटी को सूंघ सूंघ कर अपना लंड हिलाते हुए देखा था,

आरती क्या अजय अपनी मम्मी की पॅंटी सुन्घ्ता है, हाँ भाभी और ये तो कुछ भी नही वो तो मम्मी को रोज नंगी नहाते हुए भी देखता है, आरती बनते हुए तू क्या कह रही है, अजय इतना चुड़क्कड़ है कि अपनी ही मम्मी को नंगी नहाते हुए देखता है, और अपनी मम्मी की ही चूत मारना चाहता है, हाँ भाभी और मुझे तो लगता है कि वह जब मम्मी सो जाती होगी तो मम्मी की चूत भी सहला देता होगा, वैसे भी भाभी मैने देखा है वह दिन रात मम्मी की गंद के पीछे ही लगा रहता है, पहले मैं सोचती थी कि मा बेटे का प्यार है, पर अब मेरी समझ मे आया कि अजय दिन भर मम्मी से इतना चिपकता क्यो है, और जब देखो तब मम्मी के मोटे मोटे दूध मे अपना मूह क्यो छुपा लेता है, वह ज़रूर मम्मी के मोटे दूध का मज़ा लेने के इरादे से ही ऐसा करता है, और तो और दिनभर किसी ना किसी बहाने से मम्मी के गालो पे कभी हाथ फेरेगा और कभी मम्मी के गालो को चूम लेगा, ज़रूर मम्मी के गालो को चूमते हुए उसका लंड खड़ा हो जाता होगा, अच्छा और क्या क्या बताया अजय ने, भाभी वो तो बड़ा बेशर्म है, आरती क्यो, भाभी वो कह रहा था कि दीदी मैं तुम्हे और मम्मी दोनो को एक साथ नंगी करके अपने ख्यालो मे जाने कब से चोद्ता आ रहा हू, भाभी उसकी तो ये हालत है कि मम्मी की चूत और गंद के नाम पर उसका लंड तुरंत झटके मारने लगता है.

अच्छा रश्मि कही ऐसा तो नही कि तुम्हारी मम्मी भी उससे अपनी चूत मरवाना चाहती हो, रश्मि अपनी चूत अपनी सलवार के उपर से मसल्ते हुए हो सकता है भाभी, क्यो कि मम्मी भी आजकल उसको कुछ ज़्यादा ही अपनी चूचियो से चिपकाने लगी है और जब अजय मम्मी से चिपकता है तो मम्मी भी उसको अपनी बाहो मे कसे पड़ी रहती है, मुझे तो लगता है मम्मी ने ज़रूर अजय का लंड देख लिया है तभी अजय का चिपकना उसे अच्छा लगता है और उसकी चूत पानी छोड़ने लगती होगी, आरती हाँ रश्मि ये बात तू बिल्कुल सही कह रही है, एक बार मैने भी देखा था कि अजय तेरी मम्मी से चिपका उनके गालो को चूम रहा था और तेरी मम्मी अजय की जाँघो पर हाथ फेर रही थी फिर अचानक तेरा आना हुया और मम्मी उठ कर बालकनी की तरफ चली गई तब मैने देखा वह साडी के उपर से ही अपनी चूत का पानी पोछने की कोशिश कर रही थी, भाभी अजय बता रहा था कि मम्मी बहुत चुदासी है वह रोज बाथरूम मई नंगी होकर अपनी चूत रगड़ रगड़ के मूठ मारती है, रश्मि भाभी मुझे तो लगता है कि मम्मी अजय के लंड से ज़रूर चुद के रहेगी, आरती रश्मि के दूध दबाते हुए हाँ जैसे मेरी बन्नो रानी अपने भैया के लंड से चुद चुकी है और दोनो हँसने लगी,

अच्छा रश्मि अगर अजय इतना चुड़क्कड़ है तो ज़रूर मेरे बारे मे भी कुछ ना कुछ सोचता होगा, तुझे उसने मेरे बारे मे कुछ नही कहा, नही भाभी उसने आपके बारे मे कोई बात नही की, आरती तूने भी उससे कुछ नही पुंच्छा मेरे बारे मे, रश्मि नही भाभी मैने कुछ भी बात आपके बारे मे नही की, पर भाभी ये बात आपने बिल्कुल ठीक कही है, मुझे उससे आपके बारे मे पुच्छना चाहिए था, मुझे तो लगता है भाभी वो आपको भी चोदना चाहता होगा, क्योकि जो अपनी बहन चोद चुक्का हो और अपनी मा को चोदना चाहता हो वो भला अपनी भाभी को कैसे छ्चोड़ सकता है, आरती हाँ ये तो तू बिल्कुल ठीक कह रही है, जब उसकी नीयत अपनी मा और बहन पर खराब है तो भला भाभी पर क्यो नही होगी, आरती अच्छा तुझे कभी उसकी किसी बात से ऐसा लगा है कि वह मुझे भी चोदना चाहता है, नही भाभी ऐसा तो मुझे कुछ नही लगा लेकिन, आरती लेकिन क्या, लेकिन भाभी मैने हमेशा उसकी आपकी मोटी गंद को घूरते ज़रूर देखा है, शायद वह आपकी गंद को बहुत पसंद करता है, आरती हो सकता है,

रश्मि अच्छा भाभी एक बात पुंच्छू, आरती हा पुंच्छो, भाभी क्या आप अजय से चुदना चाहती हो सच सच बताना भाभी आपको मेरी कसम, आरती अब तूने कसम दे दी है तो मैं सच ही बोलूँगी दरअसल तेरे मूह से अजय के लंड की तारीफ सुन कर मेरा भी दिल चुदने को करने लगा है लेकिन डरती हू कही किसी को पता चल गया तो, अरे भाभी आप क्यो चिंता करती हो किसी को कुछ पता नही चलेगा, आरती लेकिन यह सब होगा कैसे, रश्मि आप कहे तो मैं अजय से बात करू, रश्मि ना बाबा ना ऐसे सीधे अजय से बात करना ठीक नही होगा, तो फिर कैसे क्या करे भाभी, एक काम करते है कल रात को तुम अपने रूम मे अजय को बुलाकर उससे चुदाई करवाती रहना और दरवाजा खुला रखना मैं तुम दोनो को रंगे हाथो पकड़ लूँगी, फिर अजय से हम दोनो मिलकर जो चाहेगी वो करवायगे और वो मना नही कर पाएगा, गुड आइडिया भाभी, आरती लेकिन तुम अजय से कुछ नही कहना हमारे प्लान के बारे मे. और फिर आरती रूम से बाहर आ गई.दरअसल आरती की इच्छा थी कि वह दोनो भाई बहन के साथ खुद भी नंगी होकर चुदे और अजय भी यहा चाहता था कि भाभी और बहन को एक साथ नंगी करके बारी बारी से दोनो मस्तानी घोड़ियो की चूत मारे , आरती अगर सीधे सीधे रश्मि को बोलती कि तीनो मिलकर चुदाई करे तो शायद वह हाँ नही कह पाती इसलिए आरती को यह योजना बनाना पड़ी. आरती ने अजय को अपने रूम मे बुलाया और सारी बाते समझा दी तब अजय ने अपनी भाभी के होंठो को चूम लिया, यू आर ग्रेट भाभी, भाभी तुम और दीदी दोनो एक साथ नंगी कैसी लगोगी मेरा तो अभी से लंड आकड़ा जा रहा है, अजय हमारे इस प्लान की एक कड़ी तो मैं तुमसे बताना भूल गई, वह क्या भाभी, अजय इस खेल मे हमे एक रिश्कि कदम उठना होगा तभी तुम अपनी मम्मी की चूत मार पाओगे नही तो तुमाहरी मम्मी तुमसे चुदवाने के लिए कभी खुद नही कहेगी, क्यो की भले ही वह जान चुकी है कि तुम उसको चोदना चाहते हो लेकिन उसके दिल मे बैठे डर की वजह से वो तुमसे कभी नही कह पाएगी की बेटा मेरी चूत मार दे, तो फिर हमे क्या करना होगा भाभी,

देखो अजय यह तभी हो पाएगा जब घर मे रात को तुम्हारे भैया और पापा ना हो, लेकिन ये कैसे होगा भाभी, आरती उसकी भी मैने ईक तरकीब सोच ली है, तुम्हारे भैया कल ऑफीस के काम से तीन दिनो के लिए बाहर जा रहे है, अब तुम्हे किसी तरह अपने पापा के रात के दूध मे एक दो नींद की गोलिया डालनी होगी ताकि तुम्हारे पापा आराम से सो जाए और बिल्कुल भी रिस्क ना रहेगा, भाभी ये काम आप मुझ पर छ्चोड़ दीजिए, ओके अब कल जब तुम रश्मि के रूम मे जाओगे तो दरवाजा के कुण्डी खोलकर ओर खिड़की खोल कर खिड़की मे केवक परदा लगा देना, और रूम की लाइट ऑन करके रश्मि और तुम दोनो नंगे हो कर चुदाई करना, और हाँ रश्मि को हमारी प्लॅनिंग के बारे मे पता नही चलना चाहिए ओके भाभी, बस यू समझ लो अब तुम्हारी मा की चूत तुमसे ज़्यादा दूर नही है, अजय ओह भाभी, और अजय ने अपनी भाभी के होंठो को चूम लिया और उसके मोटे दूध को अपने हाथो से दबा दिया, अजय लेकिन भाभी इन सब मे मम्मी कैसे मुझसे चुदेगि, आरती वो सब तुम वक्त पर छ्चोड़ दो, यह मेरा चलाया हुआ तीर है ग़लती से अगर तुम्हारी मम्मी की चूत पर लग गया तो समझो वह अपनी चूत का दर्द तुमसे ही मिटवाएगी. ओह भाभी आइ लव यू मेरी जान और अजय ने भाभी की चुचियो को कस कस कर मसलना शुरू कर दिया, और फिर आरती रूम से बाहर आ गई.

सुबह सुबह रश्मि, अजय, आरती और गीता चाइ पीते हुए एक दूसरे से बाते कर रहे थे, आरती ने इशारे से अजय की ओर प्रश्नावाचक तरीके से अपनी गर्देन हिलाई तो अजय ने मुस्कुरा कर हाँ मे गर्देन हिला दी तब आरती भी मुश्कुरा कर रश्मि की और देखने लगी वह बिल्कुल सुहागरात मे दुल्हन चुदने के बाद जैसी दिखाई देती है ऐसी दिख रही थी. आरती के चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान फैल गई. रश्मि नहाने के लिए बाथरूम मे जा चुकी थी और गीता बाहर सब्जी वाले से सब्जिया लेने चली गई, आरती किचन मे खड़ी होकर काम कर रही थी अजय पीछे से जाकर अपनी भाभी के मोटे चूतादो को मसल्ते हुए उसकी चूतादो की दरार मे अपना हाथो से सहलाते हुए चिपक गया..ओह भाभी रात को दीदी को चोद कर मज़ा आ गया.

आरती – रात को अपनी बहन को चोद कर मन नही भरा देवेर जी जो अपनी भाभी की गंद मसल रहे हो. ओह भाभी क्या करू मेरे घर की तीनो औरतो की गंद ने मुझे पागल कर दिया है मेरा लंड इन मोटी मोटी गंद को देख कर बैठने का नाम ही नही लेता है. आरती तो फिर देवेर जी आपने मेरी गंद क्यो नही मारी, अरे भाभी गंद तो मे अपनी मम्मी की मारूँगा उसकी गंद देख कर तो खड़े खड़े अपनी मा की गंद मे लंड फसाने का मन करता है, बात तो सही है देवेर जी सासू जी की गंद इतनी मोटी है कि कोई भी उनकी गंद ही मारना चाहेगा, पर भाभी क्या हमारा प्लान सक्सेस हो जाएगा. देवेर जी बिल्कुल सक्सेस होगा बस तुम कल की प्लानिनिग से पहले मेरे बताए अनुसार थोड़ी तैयारी और कर लो, तब सो फीसदी तुम्हारा काम हो जाएगा, वह क्या भाभी, आरती बस तुम अपनी मम्मी को थोड़ा अपनी बाहो मे लेकर उसकी चूत गीली कर दो और एक बार उसकी चूत किसी बहाने से सहला दो तो उसे भी इशारा मिल जाएगा की उसका बेटा उसे चोदना चाहता है.

और यह काम तुम्हारे लिए कोई मुश्किल नही है क्यो कि मेने देखा है तुम तो बात बात मे अपनी मम्मी के गथिले बदन को दबोच लेते हो और उसके मोटे मोटे दूध मे अपना मूह डाल देते हो और उस समय सासू जी की चूत मे भी कीड़े रेंगने लगते है क्यो कि उनके चेहरे पर चुदस पन के भाव उभर आते है, पर भाभी आपने यह कब नोटीस किया, अरे कल जब तुम सोफे पर अपनी मम्मी से चिपक कर अपना मूह उसके दूध से रगड़ रहे थे और अपना हाथ उसकी मोटी जाँघो पर फेर रहे थे और जब तुम उठ कर बाहर गये तो मेने देखा तुम्हारे जाने के बाद तुम्हारी मम्मी अपनी चूत का पानी अपनी साडी के उपर से ही पोछ रही थी. मुझे लगता है तुम्हारी मम्मी ने भी तुम्हारा लंड देख लिया है इसी लिए जब तुम उससे चिपकते हो तो तुम्हारे मर्दाना आगोश मे उसकी चूत भी गीली हो जाती है, तुम एक बार किसी बहाने से अपनी मम्मी से कुछ देर चिपक जाओ मेरी गारंटी है वह गरम हो जाएगी फिर तुम अपनी मम्मी की चूत पर कैसे भी कर के अपने हाथो से उसकी चूत पर एक थपकी मार दो, वह समझ जाएगी ऑरा आगे का रास्ता खुद ही खोल देगी.


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Achcha rashmi agar ajay itna chudakkad hai to jarur mere bare mai bhi kuch na kuch sochta hoga, tujhe usne mere bare mai kuch nahi kaha, nahi bhabhi usne aapke bare mai koi bat nahi ki, aarti tune bhi usse kuch nahi punchha mere bare mai, rashmi nahi bhabhi maine kuch bhi bat apke bare mai nahi ki, par bhabhi ye bat aapne bilkul thik kahi hai, mujhe usse aapke bare mai puchhna chahiye tha, mujhe to lagta hai bhabhi vo aapko bhi chodna chahta hoga, kyoki jo apni bahan chod chukka ho aur apni ma ko chodna chahta ho vo bhala apni bhabhi ko kaise chhod sakta hai, aarti ha ye to tu bilkul thik kah rahi hai, jab uski neeyat apni ma aur bahan par kharab hai to bhala bhabhi par kyo nahi hogi, aarti achcha tujhe kabhi uski kisi bat se aisa laga hai ki vah mujhe bhi chodna chahta hai, nahi bhabhi aisa to mujhe kuch nahi laga lekin, aarti lekin kya, lekin bhabhi maine hamesha uski aapki moti gand ko ghurte jarur dekha hai, shayad vah aapki gand ko bahut pasand karta hai, aarti ho sakta hai,Rashmi achcha bhabhi ek bat punchu, aarti ha puncho, bhabhi kya aap ajay se chudna chahti ho sach sach batana bhabhi aapko meri kasam, aarti ab tune kasam de di hai to mai sach hi bolungi darasal tere muh se ajay ke land ki tariff sun kar mera bhi dil chudne ko karne laga hai lekin darti hu kahi kisi ko pata chal gaya to, are bhabhi aap kyo chinta karti ho kisi ko kuch pata nahi chalega, aarti lekin yah sab hoga kaise, rashmi aap kahe to mai ajay se bat karu, rashmi na baba na aise seedhe ajay se bat karna theek nahi hoga, to phir kaise kya kare bhabhi, ek kam karte hai kal rat ko tum apne room mai ajay ko bulakar usse chudai karwati rahna aur darwaja khula rakhna mai tum dono ko range hantho pakad lungi, phir ajay se hum dono milkar jo chahegi vo karwayege aur vo mana nahi kar payega, good idea bhabhi, aarti lekin tum ajay se kuch nahi kahna hamare plan ke bare mai. Aur phir aarti room se bahar aa gai.

Darasal aarti ki ichcha thi ki vah dono bhai bahan ke sath khud bhi nangi hokar chude aura jay bhi yaha chahta tha ki bhabhi aur bahan ko ek sath nangi karke bari bari se dono mastani ghodiyo ki chut mare , aarti agar seedhe seedhe rashmi ko bolti ki teeno milkar chudai kare to shayad vah ha nahi kah pati isliye aarti ko yah yojana banana padi. Aarti ne ajay ko apne room mai bulaya aur sari bate samjha di tab ajay ne apni bhabhi ke hontho ko chum liya, u r great bhabhi, bhabhi tum aur didi dono ek sath nangi kaisi lagogi mera to abhi se land akda ja raha hai, ajay hamare is plan ki ek kadi to mai tumse batana bhul gai, vah kya bhabhi, ajay is khel mai ham eek rishki kadam uthana hoga tabhi tum apni mummy ki chut mar paoge nahi to tumahari mummy tumse chudwane ke liye kabhi khud nahi kahegi, kyo ki bhale hi vah jan chuki hai ki tum usko chodna chahte ho lekin uske dil mai baithe dar ki vajah se vo tumse kabhi nahi kah payegi ki beta meri chut mar de, to phir hame kya karna hoga bhabhi,

Dekho ajay yah tabhi ho payega jab ghar me rat ko tumhare bhaiya aur papa na ho, lekin ye kaise hoga bhabhi, aarti uski bhi main eek tarkeeb soch li hai, tumhare bhaiya kal office ke kam se teen dino ke liye bahar ja rahe hai, ab tumhe kisi tarah apne papa ke rat ke doodh mai ek do neend ki goliya dalni hogi taki tumhare papa aaram se so jaye aur bilkul bhi risk na rahega, bhabhi ye kam aap mujh par chhod dijiye, ok ab kal jab tum rashmi ke room me jaoge to darwaja ke kundi kholkar or khidki khol kar khidki me kewak parda laga dena, aur room ki light on karke rashmi aur tum dono nange ho kar chudai karna, aur ha rashmi ko hamari planning ke bare mai pata nahi chalna chahiye ok bhabhi, bas yu samajh lo ab tumhari ma ki chut tumse jyada dur nahi hai, ajay oh bahbhi, aura jay ne apni bhabhi ke hontho ko chum liya aur uske mote doodh ko apne hantho se daba diya, ajay lekin bhabhi in sab mai mummy kaise mujhse chudegi, aarti vo sab tum vakt par chhod do, yah mera chalaya hua teer hai galti se agar tumhari mummy ki chut par lag gaya to samjho vah apni chut ka dard tumse hi mitwayegi. Oh bhabhi I love u meri jan aur ajay ne bhabhi ki chuchiyo ko kas kas kar masalna shuru kar diya, aur phir aarti room se bahar aa gai.

Subah subah rashmi, ajay, aarti aur geeta chai peete huye ek dusre se bate kar rahe the, aarti ne ishare se ajay ki aur prashnawachak tarike se apni garden hilai to ajay ne muskura kar ha me garden hila di tab aarti bhi mushkura kar rashmi ki aur dekhne lagi vah bilkul suhagrat me dulhan chudne ke bad jaisi dikhai deti hai aisi dikh rahi thi. Aarti ke chehre par ek halki si muskan phail gai. Rashmi nahane ke liye bathroom me ja chuki thi aur geeta bahar sabji wale se sabjiya lene chali gai, aarti kichan me khadi hokar kam kar rahi thi ajay peeche se jakar apni bhabhi ke mote chutado ko masalte huye uski chutado ki darar me apna hatho se sahlate huye chipak gaya..oh bhabhi rat ko didi ko chod kar maza aa gaya.

Aarti – rat ko apni bahan ko chod kar man nahi bhara dever ji jo apni bhabhi ki gand masal rahe ho. Oh bhabhi kya karu mere ghar ki teeno aurto ki gand ne mujhe pagal kar diya hai mera land in moti moti gand ko dekh kar baithne ka nam hi nahi leta hai. Aarti to phir dever ji aapne meri gand kyo nahi mari, are bhabhi gand to me apni mummy ki marunga uski gand dekh kar to khade khade apni ma ki gand me land phasane ka man karta hai, bat to sahi hai dever ji sasu ji ki gand itni moti hai ki koi bhi unki gand hi marna chahega, par bhabhi kya hamara plan success ho jayega. Dever ji bilkul success hoga bas tum kal ki planinig se pahle mere bataye anusar thodi taiyari aur kar lo, tab so feesdi tumhara kam ho jayega, vah kya bhabhi, aarti bas tum apni mummy ko thoda apni baho me lekar uski chut geeli kar do aur ek bar uske chut kisi bahane se sahla do to use bhi ishara mil jayega ki uska beta use chodna chahta hai.

Aur yah kam tumhare liye koi mushkil nahi hai kyo ki mene dekha hai tum to bat bat me apni mummy ke gathile badan ko daboch lete ho aur uske mote mote doodh me apna muh dal dete ho aur us samay sasu ji ki chut me bhi kide rengne lagte hai kyo ki unke chehre par chudaspan ke bhav ubhar aate hai, par bhabhi aapne yah kab notice kiya, are kal jab tum sophe par apni mummy se chipak kar apna muh uske doodh se ragad rahe the aur apna hath uski moti jangho par pher rahe the aur jab tum uth kar bahar gaye to mene dekha tumhare jane ke bad tumhari mummy apni chut ka pani apni sadi ke upar se hi poch rahi thi. Mujhe lagta hai tumhari mummy ne bhi tumhara land dekh liya hai isi liye jab tum usse chipakte ho to tumhare mardana aagosh me uski chut bhi geeli ho jati hai, tum ek bar kisi bahane se apni mummy se kuch der chipak jao meri guaranty hai vah garam ho jayegi phir tum apni mummy ki chut par kaise bhi kar ke apne hatho se uski chut par ek thapki mar do, vah samajh jayegi aura age ka rashta khud hi khol degi.

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