उधर अजय ने अपनी दीदी को अपने लंड के आगे कर लिया और दोनो भाई बहन अपनी मा और भाभी का नंगा नाच देखने लगे, अजय पीछे खड़ा खड़ा अपनी दीदी की एक हाथ से बुर मसल रहा था और एक हाथ से उसकी मोटी मोटी चुचियो को दबाता जा रहा था और दीदी कैसा लग रहा है रश्मि ने भी अपने भाई का मोटा लंड अपने हाथ मे लेकर दबोचते हुए कहा ओह भैया बहुत मज़ा आ रहा है तुम अपनी प्यारी दीदी को नंगी कर दो मैं यही पर नंगी होकर अपनी मम्मी को चूत चुस्वाते और भाभी की चूत चूस्ते देखना चाहती हू, भैया अपनी मम्मी कितनी चुदासी है और उसकी गदराई जवानी कितनी मस्त लग रही है मुझे तो समझ नही आ रहा है कि तुम मम्मी की ऐसी नंगी जवानी देख कर उसे दिन रात क्यो नही चोद्ते हो, वह तो इतनी चुदासी है कि दिन रात तुम्हारे मोटे लंड पर बैठी रहेगी, अरे दीदी आज मैं तुम्हारी, भाभी की और मम्मी की ऐसी चूत मारूँगा कि तुम देखती रह जाओगी,
उधर गीता बहू तेरी चुचिया पहले से कितनी मोटी हो गई है, लगता है जैसे इनमे दूध भर गया हो, अरे मा जी यह तो आपके बेटे ने इन्हे मसल मसल कर इतना बड़ा कर दिया है, गीता अपनी बहू की मोटी चुचिया मसल्ते हुए बहू बड़े बेटे ने की छ्होटे बेटे ने, आरती मा जी उसी बेटे ने जिसने आपकी ये गंद मार मार कर इतनी मोटी और चौड़ी कर दी है और आरती ने अपनी सास के मोटे मोटे चूतादो के बीच अपनी उंगली घुसा दी गीता ने भी अपनी बहू की चूत मे अपनी उंगली घुसाते हुए हाँ बहू तू ठीक कहती है जब से मेरे बेटे ने मेरी गंद मारना शुरू की है तब से मेरे चूतड़ और फैल गये है, बहू मेरा तो भोसड़ा भी अजय का लंड खा खा कर खूब चोडा हो गया है, आरती अपनी सास की फूली चूत को अपने हाथो से दबोचते हुए माजी थोड़ा ध्यान रख कर अपने बेटे से अपनी चूत मरवाया कीजिए कही आपको चोद चोद कर अपने बच्चे की मा ना बना दे मुझे तो दो बार ठहरा चुका है वो तो मैने टाइम से गोलिया खा ली नही तो अब तक तुम दादी बन चुकी होती और अजय चाचा और पापा दोनो बन गया होता, फिर आरती ने कहा माजी अब मैं आपकी गंद और चूत का रस पीछे से पीना चाहती हू, और दो तकिये बेड पर लगाकर अपनी सास को पेट के बल तकिया उसकी कमर के नीचे लगा कर लिटा दिया जिससे गीता की मोटी गंद और चूत की बड़ी बड़ी फूली हुई गदराई फांके अलग हो गई , आरती माजी अब अपनी आँखे बंद कर लो मैं तुम्हे जन्नत की सेर करवाती हू और अपनी सास की दोनो जाँघो को फैला दिया, रश्मि और अजय अपनी मा को अपने मोटे मोटे चूतड़ फैलाए देख रहे थे उन्हे अपनी मा की फटी हुई गदराई चूत की खुली हुई फांके और बड़ा सा चूत और गंद का गुलाबी छेद नज़र आ रहा था, अजय अपनी दीदी की चुचियो और मोटी गंद को कस कस कर दबा रहा था और रश्मि अपने भाई के मोटे लंड को सहला रही थी,
आरतीअपनी सास की दोनो जाँघो को और फैलाते हुए उसकी चूत और गंद के छेद को अपना मूह खोल कर अपनी जीभ से चाटने लगती है और गीता सिसकिया लेने लग जाती है तभी अजय अपनी दीदी को चूमते हुए चलो अब चुपचाप हम मम्मी के पैरो के पास चलते है, और रश्मि जो की पूरी नंगी हो चुकी थी और अजय ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे अब दोनो अपनी भाभी के पास चले गये तो आरती ने चुपचाप अपना मूह अपनी सास की फूली हुई चूत से हटाया और रश्मि को अपनी मा की चूत के पास बैठा कर उसे अपनी मम्मी की फटी हुई चूत चाटने का कहने लगी रश्मि थोड़ा घबराते हुए झुक कर अपनी मा की मस्त भोसड़ी का रस पीने लगी तभी आरती रश्मि की गंद के पीछे आ गई और झुक कर अपनी ननद की मोटी गंद और चूत को चाटने लगी, और अपनी भाभी की मोटी और गदराई गंद के पीछे अजय खड़ा होकर अपनी भाभी की चूत मे अपना लंड पीछे से फँसा कर अपनी भाभी की चूत मे धक्के मारने लगा अब सभी एक दूसरे को मज़ा दे रहे थे और कमरे मे आह आह सी सी ओह आह आह जैसी मादक सिसकारिया गूंजने लगी, गीता अरे बहू थोड़ा अपनी जीभ को मेरी चूत के छेद मे अंदर तक पेल ना तब रश्मि ने अपनी मा की चूत को अपने हाथो से खूब फैला लिया जिससे उसका बड़ा सा गुलानी छेद पूरा रस से लपलपाने लगा और रश्मि ने अपनी मम्मी की बुर को पूरा अपने मूह मे भर कर खा जाने के अंदाज मे अपनी मम्मी की रसीली चूत को चाटने लगी गीता आह आह आह हाँ हाँ हाँ बहू ऐसे ही आ सी सी आह रश्मि को खूब मज़ा आने लगा तब उसने थोड़ा अपनी गंद को और हिलाया तो आरती उसका इशारा समझ कर आरती ने भी अपनी ननद की कुवारि चूत को और फैला कर खूब कस कस कर चाटना शुरू कर दिया, जिससे रश्मि को खूब मज़ा आने लगा और उसने अपने मूह की पकड़ अपनी मा की फूली चूत पर और कस कर जमा ली गीता आह आह वाह बहू आज तो तू अलग ही ढंग से मेरी चूत चाट रही है आज तो बहुत ही मज़ा आ रहा है और चाट बेटी और चाट तू तो मेरी बेटी जैसी है, और अगर तेरी जगह मेरी बेटी भी मेरी चूत चाट्ती तो मैं उसे भी बड़े प्यार से अपनी चूत चुस्वा चुस्वा कर लाल कर लेती आह आह शाबाश बेटी आह, तभी अजय ने अपनी भाभी की गंद मे एक कस कर धक्का मारा जिससे आरती अपनी ननद की गंद के उपर गिर गई और रश्मि अपनी मा की मोटी गंद के उपर पूरी नंगी होकर पसर गई तब आरती ने रश्मि को और उपर धकेल कर उसे अपनी नंगी मा के उपर चढ़ा दिया और खुद भी रश्मि की पीठ और मोटे मोटे चूतादो पर सो गई और अजय अपनी भाभी की चूत मे लंड पेलने लगा तभी अजय ने अपना मोटा लंड अपनी भाभी की चूत से निकाल कर सीधे अपनी मा की चूत मे ठोक दिया,
गीता ने पलट कर नही देखा क्यो कि उसके उपर पड़े भार और अपनी चूत मे घुसे लंड से वह समझ गई कि यह अजय का लंड है और उसकी मस्ती अपने बेटे के खड़े लंड को अपनी चूत मे पाकर मस्त होने लगी इधर आरती ने अपने हाथो को रश्मि के नीचे लेजा कर उसकी मोटी मोटी चुचिया दबोचने लगी तब रश्मि से भी नही रहा गया जो अपनी नंगी मा और भाभी के बीच दबी पड़ी हुई थी उसने भी अपना हाथ अपनी मा की चूचियो पर ले जाकर अपनी मा की मोटी मोटी चुचियो को पकड़ कर कस कस कर दबाने लगी तभी अजय ने एक करारा झटका अपनी मा की चूत मे मारा तो गीता कराह उठी और फिर अजय ने अपना लंड निकाल कर अपनी बहन की चूत मे कस कर पेल दिया जिससे रश्मि पूरी तरह नंगी अपनी मा से चिपक गई, तभी अजय ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और पास मे रखी वेस लीन की शीशी उठा लाया और उसने खूब सारा विस्लीन अपनी मा की अपनी बहन की और अपनी भाभी की गुदा मे लगाने लगा तीनो जवान मस्तानी घोड़िया अपनी गंद फैलाए बड़े प्यार से अपनी अपनी गंद मे वेस्लीन लगवा रही थी अजय ने वेस्लीन लगाते लगाते तीन घोड़ियो की चूत भी बारी बारी से चाटना शुरू कर दी एक साथ तीन तीन चूत और गंद की मादक महक ने अजाय को पागल कर दिया और उसका लंड झटके मारने लगा और वह कस कस कर अपनी मा बहन और भाभी की नंगी चुतो को चाट चाट कर उनका पानी चूसने लगा. उसने उन तीनो बुरो की चूत को इस कदर चूसा कि तीनो घोड़ियो ने अपने होश हवाश खो दिए और उन्हे अब अपनी चूत चुसवाना उनके बस मे नही रहा तभी गीता ने झटके से पलते हुए अपनी बेटी रश्मि और बहू को पूरी नंगी ही अपने नंगे बदन से चिपका लिया और पागलो की तरह अपनी नंगी बेटी और बहू के नंगे बदन को चूमने लगी यही हाल रश्मि और आरती का था वह दोनो भी एक दूसरे को खूब चूसने लगी किसी को भी यह समझ नही आ रहा था कि कॉन कहाँ और किसको चूम चाट रहा है तभी अजय भी तीनो नंगी घोड़ियो के साथ चिपक कर जहाँ मन हो रहा था वहाँ हाथ लगा कर मसल रहा था वह जहा हाथ लगाता उसके हाथ मे कभी बोबे कभी मोटी गंद कभी मोटे मोटे दूध आ जाते थे चारो ने एक दूसरे के नंगे जिस्म को इस कदर सहलाना शुरू कर दिया कि उन चारो को यह नही समझ आ रहा था कि किसकी चूत है किसकी गंद है और किसके बोबे है, और उन पर ऐसी मस्ती चढ़ रही थी कि पूरा डबल बेड उनकी मस्तियो से चरमरा उठा और पूरे कमरे मे आह ओह आह हाँ ऐसे ही सी सी आह आह हाय मार दिया रे और जोरे से हाँ ऐसे ही खूब कस के आह आह की भयानक आवाज़ गूँज उठी अजय बिकुल पागल हो गया और कस कस कर उनके चूतादो पर थप्पड़ मारने लगा और तीनो घोड़िया बेड पर नंगी घोड़ियो की तरह लोटने लगी
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