चेतावनी : हमारे समाज में माँ-बेटा, बाप-बेटी, भाई-बहन इन रिश्तो को पवित्र रिश्ता मन जाता है। परन्तु यह कहानी इन मान्यताओंके विरुद्ध और सामाजिक रिश्तो को तोड़ मरोड़ कर पेश कराती है। यह एक पारिवारिक सम्भोग कहानी(Family sex story) है, इसलिए पाठक से अनुरोध है की यदि आपको इस प्रकार की कहानी पढ़ने से अरुचि है तो आप यह कहानी न पढ़े।
सुबह सुबह गीता ने अजय को बिस्तेर से जगाते हुए कहा बेटा उठ सुबह के 9 बज रहे है तू अभी तक सो रहा है आज तेरे भैया की शादी की शापिंग के लिए भी जाना है …अजय कसमसाते हुए उठता हू मा आप भी ना सोने भी नही देती क्या मा और अपनी आँखे मलते हुए अजय उठ बैठा और सीधा बाथरूम मे घुस गया. तभी रश्मि नेकिचन से मा को पुकारा मा पापा का बॅग दे दो वो ऑफीस जा रहे है गीता अभी लाई तभी अजय बाथरूम से मूह पोछते हुए सीधे किचन मे दीदी चाइ दे दो, दीदी उठ गये लाड़ साहिब 9-9 बजे तक पड़े रहते हो विजय भैया की शादी के लिए शापिंग करने नही चलेगा क्या तू अरे दीदी मे क्यो नही चलूँगा मेरे बिना शापिंग हो सकती है क्या पर विजय भैया को देखो उनकी शादी है फिर भी उन्हे ऑफीस के काम से फ़ुर्सत ही नही मिलती है. 8 दिन बाद उनकी शादी है और वो ऑफीस के काम से देल्ही गये है 3 दिनो के लिए. उधर गीता ने राजेश को बॅग देते हुए लो जी आपका बॅग और हम लोग आज शापिंग करने जा रहे है ठीक है भाई जाओ मुझे तो मेरी डूटी बजानी पड़ेगी अच्छा मे चला.
दरअसल राजेश उम्र 48एक प्राइवेट कंपनी मे मॅनेजर है और काम के बोझ मे समय से पहले ही बूढ़ा हो गया है जब की उसकी बीबी गीता उम्र 45 साल एक भरे और गदराए बदन की औरत है उसके दूध और गंद का साइज़ 40, 42 है और काफ़ी गोरी मजबूत कद काठी की लगती है उसके बड़े बेटे की मार्केटिंग मे जॉब है और उसकी उम्र लगभग 25 साल की है दूसरे नंबर पर उसकी बेटी रश्मि बिल्कुल मा पर गयी है 23 की हो चुकी है पर अगर साडी पहना दो तो अपनी मा की बहन नज़र आती है क्यो कि उसके भी दूध और चूतड़ उसकी मा पर ही गये है. इस घर का सब से सीधा दिखने वाला बेटा अजय 21 साल सब से चुड़क्कड़ किस्म का लड़का है और दिन रात उसके दिमाग़ मे सिर्फ़ औरतो के नंगे जिस्म की ही कल्पना रहती है. अजय 18 साल की उम्र से ही अपनी मा और बहन के नाम की मूठ मारता आ रहा है उसे अपनी मा गीता और बहन रश्मि के मोटे मोटे चूतड़ और दूध की कल्पना से ही लंड खड़ा हो जाता है और वह दिन रात अपनी मा और बहन को चोदने के सपने देखा करता है. वह उपर से घर के लोगो के सामने काफ़ी भोला बन कर बच्चा होने का एहसास कराता है और अपनी मा और बहन की मस्त भरी हुई जवानी का रस पान करता रहता है.
अजय चाइ पीते पीते अपनी मा गीता को झाड़ू लगाते हुए नशीली और कामुक नज़रो से उसके मोटे मोटे चूतड़ देख देख कर अपना लंड पाजामे के उपर से मसल रहा था. गीता झाड़ू लगाने के बाद सोफे पर बैठते हुए अजय तू क्या खरीदेगा शापिंग पर. अजय अपनी मा के पास सोफे पर बैठते हुए मा के गले मे बाहे डालकर, मा इस बार तो मे बहुत सारी शापिंग करूँगा आख़िर मेरे भाई की शादी जो है और मा के मोटे दूध मे अपना मूह लगा कर मा से चिपक कर मस्त मोटे दूध को महसूस करने लगा और अपना हाथ अपनी मा की मोटी जाँघो पर रख कर सहलाने लगा. गीता ने उसका गाल अपने हाथो से खिचते हुए अरे सारी शापिंग अभी कर लेगा तो अपनी शादी मे क्या खरीदेगा. अजय मा से और चिपकटे हुए मा मेरी शादी की शापिंग तो आप करना. गीता क्यो अपनी दुल्हन के लिए तू कुछ नही खरीदेगा, अजय मा मुझे क्या पता उसे क्या पसंद होगा. दूसरी और से रश्मि आते हुए क्या बाते हो रही है दोनो मा बेटे मे और सोफे पर अजय से सॅट कर बैठ गई. रश्मि ने केवल टी शर्ट पहना हुआ था और अंदर ब्रा नही पहनी थी और अजय की पीठ से चिपकते हुए मेरे प्यारे भाई की शादी मे तो मैं ढेर सारी शापिंग करूँगी और दोनो मा बेटी ने अजय को दोनो और से दबोच लिया. इस सब से अजय का लंड डंडे की तरह खड़ा हो गया और दोनो मा बेटी के गदराते जिस्म की मादक गंध ने उसे पागल कर दिया. यही वजह थी कि अजय दिन भर अपनी मा और बहन के गदराए बदन के संपर्क मे रहता था और उसका लंड अपनी मा और बहन को चोदने के लिए पागल रहता था. वह रात को जब सोता तो बस यही कल्पना करता था कि दोनो मस्त रंडियो को नंगी करके, दोनो से नंगा होकर खूब चिपक रहा है, एक के उपर चढ़ कर चोद रहा है और दूसरी की गंद और चूत को चाट रहा है.
इधर रश्मि भी भरपूर जवानी की स्टेज पर थी अपने कमरे मे पूरी नंगी होकर लंड याद करके मूठ मारती थी यह उसका रोज का रुटिन था लेकिन वह ये नही जानती थी कि अजय दरवाजे के छेद से रोज उसको नंगी देख कर मूठ मारता है और ना ही ये बात गीता को मालूम थी कि जब वह अपने पति से चुद्ती है तो उसका अपना बेटा उसके नंगे बदन को देख कर अपना लंड हिलाता है. अजय ने बाथरूम के दरवाजे पर भी एक सुराख कर रखा था और मोका मिलने पर अपनी मा और बहन को नहाने देखने से नही चुकता था. उसे अपनी मम्मी की और अपनी दीदी की पैंटी देखने और सुघने मे बहुत मज़ा आता था जब वह अपनी मा और बहन की पैंटी सुन्घ्ता तो उसे ऐसा लगता था कि वह अपनी मा और दीदी दोनो की चूत को एक साथ सूंघ रहा है और पैंटी सूंघते सूंघते अपनी मा और बहन की मस्त फूली हुई चूत की कल्पना करके पागल हो जाता था और फिर मूठ मार कर मस्त हो जाता था.
इधर राजेश काम से थका हरा आता था और हमेशा खा पी कर सो जाता था, कभी गीता के कहने पर ही उसका चोदने का मूड होता था लेकिन वह चुदाई भी 5-7 मिनिट की होती थी जब कि यह कोई नही जानता था कि गीता कितनी चुदासी है जैसे जैसे उसकी उमर बढ़ रही थी वैसे वैसे वह और चुदासी होती जा रही थी उसे एक मोटे तगड़े लंड से चुदवाने की बहुत तमन्ना होती थी लेकिन अपनी उमर का लिहाज कर के मन मार कर रह जाती थी. और अपने हाथ से अपनी चूत रगड़ कर सो जाती थी.
सभी लोग तैयार होकर शापिंग करने चल दिए दिनभर शापिंग करने के बाद घर लोटे तो गीता बोली मैं तो बहुत थक गई हू मेरे तो पैरो मे दर्द और सूजन महसूस हो रहा है, रश्मि से बोलते हुए देख तो बेटी पाँव मे सूजन आ गई है क्या रश्मि मा मे नहाने जा रही हू अजय से बोलकर तेल से मालिश करवा लो आराम मिलेगा. अजय मा के बगल मे बेड पर लेट कर मा के मोटे दूध से चिपकता हुया… क्या हुआ मा थक गई क्या. मा हा बेटा लगता है पूरे पैरो मे सूजन आ गया है. अजय दिखाओ ज़रा और झट से मा के पैरो की तरफ जाकर साडी घुटनो तक कर देता है और मा की गोरी पिंदलियो पर हाथ फेरते हुए झूठे ही बोला हाँ मा बहुत ज़्यादा सूजन लग रही है आपके पैरो मे गीता पड़े पड़े हाँ बेटा ज़रा पैर दबा दे. अजय ..अरे मा दबाने से सूजन नही जाएगा मे आप के पैर मे तेल लगाके मालिश कर देता हू और तेल लेने के लिए अलमारी की तरफ जाता है. और मन ही मन खुश होता है कि आज मा की मोटी जाँघो को खूब मसलेगा. अजय फटाफट तेल लेकर बिस्तेर पर चढ़ गया और मा की नंगी टांगो को अपनी जाँघ पर रख कर बोला मा मे तैल लगा रहा हू तुम पैर सीधे रखना नही तो कपड़े खराब हो जाएगे गीता ठीक है बेटा अच्छी मालिश कर्दे बहुत दर्द हो रहा है.अजय मन ही मंसोचता हुआ मा आज तेरी ऐसी मालिश करूँगा कि तेरी चूत से पानी बहने लगेगा और अपने हाथो मे तेल लेकर अपनी मा के पैर के पंजो से तेल लगाना शुरू किया, पंजो पर तेल लगाते लगाते धीरे धीरे अपनी मा की गोरी गोरी पिंडलीओ पर तेल लगाकर तेज़ी से मालिश करने लगा फिर धीरे धीरे हाथ उपर बढ़ा कर घुटनो के उपर तक मालिश करने लगा और पैरो को थोड़ा मोड़ दिया जिससे गीता की लाल कलर की पॅंटी नज़र आने लगी, अब अजय का लंड खड़ा होने लगा अजय ने थोड़ा साडी को धीरे से और उपर किया तो गीता की चिकनी और मोटी गुदज झांगे चमकने लगी ऐसी मस्त झंगो को सहलाने से अजय का लंड फंफनाने लगा और वह मा की मोटी गदराई जाँघो को दोनो हाथो से दबोचने लगा गीता ने अपनी आँखे बंद कर ली और धीरे धीरे कराहने लगी अजय मा कैसा लग रहा है, गीता बहुत अच्छा लग रहा है बेटा ऐसे ही मालिश करते रहो, अजय ने मा की मोटी जाँघो को नीचे से हाथ डाल कर कस कर दबोचा, गीता आह.. आह.. बेटा ऐसे ही आह.. बहुत आराम मिल रहा है. अजय ने दूसरे पैर को भी मोड़ दिया जिससे गीता की साडी पॅंटी की झाड़ तक सरक गई गीता ने झट से साडी को उपर चढ़ने का प्रयास किया अजय मा तुम लेटी रहो मे ठीक कर देता हू नही तो तेल लग जाएगा और मा को दिखाने के लिए थोड़ा साडी को उपर घुटनो तक कर दिया लेकिन मा की दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिया जिससे गीता का पैर अजय के खड़े लंड पर लगा और गीता को अचानक अहसास हो गया कि अजय का लंड खड़ा है और उसने धीरे से आँखे खोल कर अजय के पाजामे की ओर देखा तो काफ़ी बड़ा तंबू बना हुया था और अजय का लंड काफ़ी बड़ा महसूस हो रहा था गीता यह देखकर सिहर गई और उसने चुपके से अजय की तरफ देखा तो वह बड़ी गोर से मा की जाँघो की मालिश करते हुए उसकी दोनो जाँघो की जड़ो को बहुत वासना भरी नज़रो से देख रहा था और मालिश के नाम पर उसकी मोटी गुदाज जाँघो को सहला रहा था गीता समझ गई कि उसका बेटा उसकी मदमस्त फूली हुई कचोरी सी बुर को पैंटी के उपर से बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है, गीता ने सोचा उसका बेटा अपनी मा की ही नंगी जवानी को बड़े प्यार से देख और सहला रहा है, इन सब से गीता की चूत भी फूलने लगी और उसे अपने बेटे को अपना मदमस्त योवन दिखाने का मन करने लगा और उसकी फूली हुई चूत मे कीड़े रेंगने लगे और वह ना चाह कर भी सोचने लगी कि मेरे बेटे का लंड कितना बड़ा नज़र आ रहा है अगर ये मुझे नंगी कर के मेरी चूत मे अपना लंड पेले तो कैसा लगेगा यह सोचते ही उसकी चूत से पानी रिसना शुरू हो गया उसकी सोई भावना जाग चुकी थी और उसे अपना बेटा एक जवान मर्द लगने लगा था वह अपनी मोटी गुदाज जाँघो पर अपने बêते के हाथ के स्पर्श से मस्ताने लगी और अपनी आँख बंद कर के अपने बेटे के मोटे लंड की कल्पना करने लगी और उसका मन अपने बेटे को अपनी जवानी दिखाने का होने लगा और उसने जनभुज कर अपनी जंघे और चौड़ी कर ली जिससे अजय का अपनी मा की पॅंटी मे कसी हुई मस्त फूली चूत का उभार देख कर लंड झटके मारने लगा और उसका मन हुआ की अभी अपना मूह मा की दोनो जाँघो के भिच घुसा कर दबोच ले लेकिन वह ऐसा नही कर सकता था उसका लंड झटके मार रहा था गीता ने धीरे से अपने बेटे की ओर देखा तो वह अपना लंड पाजामे मे मसलता हुआ आँखे फाड़ फाड़ के मा की चूत देख रहा था और जाँघो को सहला रहा था तभी बाहर से किसी की आहट सुनाई दी अजय समझ गया दीदी नाहकार इधर ही आ रही है उसने झट से मा की साडी घुटने के नीचे पिंडालीओ तक कर दी और मा की पिंडलीओ के नीचे मालिश करने लगा. रश्मि अरे मा सो गई क्या नही बेटा जाग रही हू अजय बेटा अब रहने दे तेरी मालिश से बड़ा आराम मिला है चल अब बस कर बेटा अजय अच्छा मा .
अजय मा के रूम से बाहर आ कर जल्दी से बाथरूम मे गया और अपनी बहन की उतरी हुई पॅंटी को हाथ मे लेकर सूंघने लगा और मदहोश हो गया और पैंटी देख कर सोचने लगा कैसे ये पॅंटी दीदी की मोटी जाँघो और चूत पर कसी होती होगी वह कभी मा की फूली हुई चूत कभी बहन की चूत की कल्पना कर के मूठ मारने लगा और बहुत ही मस्त तरीके से झाड़ा. रश्मि ने नहाने के बाद छोटी सी टी-शर्ट और स्कर्ट डाल के बाहर आ गई अजय सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था रश्मि अजय से सॅट कर बैठ गई और वह भी टीवी देखने लगी उधर गीता पड़े पड़े सोचने लगी क्या अजय सचमुच मुझे चोदने की नज़र से देखता है क्या वह मेरे नाम की मूठ भी मारता होगा, वह बीते दिनो को सोचने लगी कैसे अजय उससे आकर चिपक जाता था उसके मोटे मोटे दूध मे अपना मूह दबा कर उससे लिपट जाता था कभी कभी मा मा कहकर पीछे से उसकी मोटी गंद से अपना लंड चिपका कर लिपट जाता था, तो क्या अजय मुझे चोदना चाहता है, क्या अपनी मा को नंगी देखना और उसको चोदना चाहता है यह सब सोच कर वह बहुत ज़्यादा पनिया गई और उसकी चूत अपने बेटे के लंड की कल्पना से पूरी चिकनी हो गई और उसने अपनी चूत मे उंगली डाल कर आँखे बंद करके बेटे के मोटे लंड से चुदवाने की कल्पना करने लगी और उसकी प्यास बढ़ने लगी. तभी फोन की घंटी बजी रश्मि ने दौड़ कर फोन उठाया दूसरी ओर से विजय की आवाज़ आई अरे रश्मि कैसी है तू… रश्मि मे ठीक हू भैया आप कब आ रहे हो आज हमने शापिंग भी कर ली है..विजय मेरा काम हो चुक्का है आज रात तक आ जाउन्गा. अच्छा मा और पापा कैसे है और अजय कहाँ है .. रश्मि सब ठीक है भैया ,, विजय चल ठीक है रखता हू ओके भैया. तब तक गीता भी उठ कर बाहर आ चुकी थी .. गीता क्या कह रहा था विजय .. रश्मि मा वो आज रात तक आ जाएँगे.
मा अच्छा चल मे चाइ बना लाती हू अजय दीदी चलो भैया की एंगेज्मेंट की तस्वीरे देखते है रश्मि चल ठीक है और दोनो बही बहन फोटो आल्बम देखने लगे. जैसे ही आरती का फोटो दिखा …रश्मि देख अजय भाभी कितनी सुंदर है अजय ललचाई नज़रो से आरती के गुलाबी होठ और गाल देखने लगा और सोचने लगा क्या मस्त पटका है मेरी होनेवाली भाभी. दरअसल आरती भी 24 साल की एक गदराई हुई बहुत ही कामुक लड़की थी उसकी गंद और चुचिया रश्मि से थोड़े भारी लेकिन गीता से कम थे लेकिन थी वह बिल्कुल रश्मि और गीता जैसी गदराई और भरे बदन की मालकिन हलकी वह खूबशुर्ती मे गीता और रश्मि से थोडा ज़्यादा सुंदर थी लेकिन गंद के मामले मे गीता रश्मि और आरती दोनो को मात देती थी अगर गीता की नंगी गंद देख ले तो किसी का भी पानी छूट सकता था. अजय मन ही मन सोचने लगा ये तीनो गीता, रश्मि और आरती एक साथ नंगी हो जाए तो यही जन्नत नज़र आ जाएगी.
रात को विजय भी घर आ चुक्का था. अगले दिन से शादी की भी तैयारिया शुरू हो गई फिर वह दिन भी आ गया जब अजय आरती को ब्याह कर घर ले आया रश्मि और अजय बारात मे खूब नाचे, शादी के महॉल के बहाने अजय ने भी अपनी दीदी को खूब दबोचा लेकिन रश्मि ने कोई ध्यान नही दिया क्यो की अजय से उसका चिपकना और एक दूसरे को छूना नॉर्मल था यहा तक कि कई बार तो दोनो अपने घर पर एक दूसरे से चिपक कर भी सो जाते थे तब अजय अपनी बहन के मोटे दूध को अपनी छाती से कई बार दबा चुक्का था और उसके मोटे मोटे चुतदो पर भी हाथ फेर चुक्का था. रात को सभी विजय की सुहागरात की तैयारी कर के विजय को उसके कमरे मे भेज दिया. गीता राजेश के साथ पलंग पर पड़ी हुई. राजेश आज विजय की सुहागरात है तुम्हे अपनी सुहागरात याद है राजेश हा जानेमन वह मे कैसे भूल सकता हू. तो चलो हम भी आज फिर से सुहागरात मना लेते है राजेश अरे डार्लिंग आज तो शादी की काफ़ी थकावट है हम कल अपनी सुहागरात मना लेंगे लेकिन गीता की चूत बहुत दिन से ना चुदने के कारण जल रही थी वह नही मानी और राजेश का लंड निकाल कर चूसने लगी राजेश भी गीता के दूध दबाने लगा फिर गीता ने जल्दी से सारे कपड़े उतार दिए राजेश भी अल्साता हुआ गीता के उपर आ गया और उसे चोदने लगा लेकिन जब गीता ने अपनी मस्त चूत से उसके लंड को दबोचना शुरू किया तो राजेश ज़्यादा नही ठहर सका और झरने लगा. गीता कस कस के लंड चाह रही थी लेकिन राजेश का लंड सिकुड चुक्का था और राजेश एक तरफ होकर लेट गया गीता कुछ ना बोली लेकिन उसकी चूत बहुत फदाक रही थी वह चुप चाप पड़ी रही और राजेश सो चुक्का था.रश्मि अपने कमरे मे पड़ी पड़ी बोर होने लगी तो उसने सोचा की चलो अजय से बाते करेगे और वह अजय के कमरे की तरफ जाने लगी तभी उसने सोचा धीरे से देखती हू अजय क्या कर रहा है जब उसने खिड़की देखा तो दंग रह गई अजय उसकी पिंक कलर की और उसकी मम्मी की रेड कलर की पैंटी अपने हाथ मे लेकर बिस्तेर पर पड़ा पड़ा बुरी तरह से चूम रहा था और बारी बारी से दोनो की पैंटी को सूंघ रहा था रश्मि का दिमाग़ यह देख कर चकरा गया तभी अजय ने अपना पाजामा निकाला और पूरा नंगा हो गया उसका लॅंड 8 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा बिल्कुल मोटे डंडे की तरह तन कर खड़ा था रश्मि अपने छोटे भाई का इतना मोटा लंड देख कर चकित रह गई और उसकी चूत मे सुरसूराहट होने लगी उसने पहली बार अजय का लंड देखा था उसे यकीन नही आ रहा था कि अजय का लंड इतना तगड़ा और मोटा होगा वह यह सोच कर सिहर गई कि अगर यह लंड मुझे चोदे तो मस्त कर देगा उसने अपनी चूत मे हाथ फैरना शुरू कर दिया इधर अजय ने दोनो पैंटी को हाथ मे लेकर सूंघते हुए लंड मुठियाना शुरू कर दिया.
गीता बिस्तर पर पड़ी पड़ी सोच रही थी कि विजय आज बहू की चूत मार रहा होगा तभी उसे अजय के उस दिन के तंबू बने लंड का ख्याल आ गया और वह सोचने लगी कि अजय का लंड भी काफ़ी बड़ा दिखाई दे रहा था और मे तो उसे बच्चा ही समझ रही थी वह तो पूरा मर्द बन चुक्का है , कितना मोटा लंड लग रहा था उसका. गीता की चूत पनिया चुकी थी उससे रहा नही जा रहा था उसने सोचा चलो बाथरूम मे जा कर थोड़ा चूत रगड़ ले तो थोड़ी शांति मिलेगी यह सोच कर वह धीरे से बाहर आई तभी उसकी नज़र रश्मि पर अजय के कमरे की खिड़की से अंदर झाँकते हुए पड़ी और उसके कदम वही रुक गये और वह छुप कर देखने लगी, रश्मि अजय का मोटा लंड देख कर पानी पानी हो चुकी थी उसके पैर काँपने लगे थे उससे अब रहा नही जा रहा था उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसका अपना भाई उसकी पैंटी नही उसकी चूत सूंघ सूंघ कर अपना लंड हिला रहा है अपने भाई का लंड अपनी चूत मे लेने की कल्पना से वह सिहर उठी और उसकी चूत ने ढेर सारा रस छोड़ दिया, अब उससे खड़ा नही रहा जा रहा था और वह चुपचाप लोट कर अपने कमरे मे आ गई और दरवाजा बंद करके पूरी नंगी हो गई और मूतने के अंदाज मे बैठ कर अपनी चूत मे तेज़ी से उंगली डालने लगी और अपने भाई के लंड से चुदने की कल्पना कर के झड़ने लगी.
Subah subah geeta ne ajay ko bister se jagate huye kaha beta uth subah ke 9 baj rahe hai tu abhi tak so raha hai aaj tere bhaiya ki shadi ki shoping ke liye bhi jana hai …ajay kasmasate huye uthta hu ma aap bhi na sone bhi nahi deti kya ma aur apni aankhe malte huye ajay uth baitha aur seedha bathroom me ghus gaya. Tabhi rashmi nekichan se ma ko pukara ma papa ka bag de do vo office ja rahe hai geeta abhi lai tabhi ajay bathroom se muh pochte huye seedhe kichan me didi chai de do, didi uth gaye lad sahib 9-9 baje tak pade rahte ho vijay bhaiya ki shadi ke liye shoping karne nahi chalega kya tu are didi me kyo nahi chalunga mere bina shoping ho sakti hai kya par vijay bhaiya ko dekho unki shadi hai phir bhi unhe office ke kam se phursat hi nahi milti hai. 8 din bad unki shadi hai aur vo office ke kam se delhi gaye hai 3 dino ke liye. Udhar gita ne rajesh ko bag dete huye lo gi aapka bag aur hum log aaj shoping karne ja rahe hai thik hai bhai jao mujhe to meri deuty bajani padegi achcha me chala.
Darasal rajesh umra 48ek private company me manager hai aur kam ke bhoj me samay se pahle hi budha ho gaya hai jab ki uski bibi geeta umra 45 sal ek bhare aur gadraye badan ki aurat hai uske dhoodh aur gand ka size 40, 42 hai aur kaphi gori majboot kad kathi ki lagti hai uske bade bête ki marketing me job hai aur uski umra lagbhag 25 sal ki hai dusre no per uski beti rashmi bilkul ma par gayee hai 23 ki ho chuki hai par agar sadi pahna do to apni ma ki bahan najar aati hai kyo ki uske bhi doodh aur chutad uski ma par hi gaye hai. Is ghar ka sab se seedha dikhne wala beta ajay 21 sal sab se chudakkd kism ka ladka hai aur din rat uske dimag me sirph aurto ke nange jism ki hi kalpna rahti hai. Ajay 18 sal ki umra se hi apni ma aur bahan ke nam ki muth marta aa raha hai use apni ma geeta aur bahan rashmi ke mote mote chutad aur doodh ki kalpna se hi land khada ho jata hai aur vah din rat apni ma aur bahan ko chodne ke sapne dekha karta hai. Vah upar se ghar ke logo ke samne kaphi bhola ban kar bachcha hone ka ehsas karata hai aur apni ma aur bahan ki mast bhari hui jawani ka ras pan karta rahta hai.
Ajay chai pite pite apni ma geeta ko jhadu lagate huye nashilee aur kamuk najro se uske mote mote chutad dekh dekh kar apna land pajame ke upar se masal raha tha. Geeta jhadu lagane ke bad sophe par baithte huye ajay tu kya kharidega shoping par. ajay apni ma ke pas sophe par baithte huye ma ke gale me bahe dalkar, ma is bar to me bahut sari shoping karunga aakhir mere bhai ki shadi jo hai aur ma ke mote doodh me apna muh laga kar ma se chipak kar mast mote doodh ko mehsus karne laga aur apna hath apni ma ki moti jangho par rakh kar sahlane laga. Geeta ne uska gal apne hatho se khichte huye are sari shoping abhi kar lega to apni shadi me kya kharidega. Ajay ma se aur chipkte huye ma meri shadi ki shoping to aap karna. Geeta kyo apni dulhan ke liye tu kuch nahi kharidega, ajay ma mujhe kya pata use kya pasand hoga. Dusri aur se rashmi aate huye kya bate ho rahi hai dono ma bête me aur sophe par ajay se sat kar baith gai. Rashmi ne keval t shirt pahna hua tha aur ander bra nahi pahni thi aur ajay ki pith se chipakte huye mere pyare bhai ki shadi me to mai dher sari shoping karungi aur dono ma beti ne ajay ko dono aur se daboch liya. Is sab se ajay ka land dande ki tarah khda ho gaya aur dono ma beti ke gadraye jism ki madak gandh ne use pagal kar diya. Yahi vajah thi ki ajay din bhar apni ma aur bahan ke gadraye badan ke sampark me rahta tha aur uska land apni ma aur bahan ko chodne ke liye pagal rahta tha. Vah rat ko jab sota to bas yahi kalpna karta tha ki dono mast randiyo ko nangi karke, dono se nanga hokar khub chipak raha hai, ek ke upar chadh kar chod raha hai aur dusri ki gand aur chut ko chat raha hai.
Idhar rashmi bhi bharpur jawani ki stage par thi apne kamre me puri nangi hokar land yaad karke muth marti thi yeh uska roj ka routin tha lekin vah ye nahi janti thi ki ajay darwaje ke ched se roj usko nangi dekh kar muth marta hai aur na hi ye bat geeta ko malum thi ki jab vah apne pati se chudti hai to uska apna beta uske nange badan ko dekh kar apna land hilata hai. Ajay ne bathroom ke darwaje par bhi ek surakh kar rakha tha aur moka milne par apni ma aur bahan ko nahane dekhne se nahi chukta tha. Use apni mummy ki aur apni didi ki painty dekhne aur sughne me bahut maja aata tha jab vah apni ma aur bahan ki painty sunghta to use aisa lagata tha ki vah apni ma aur didi dono ki chut ko ek sath sungh raha hai aur painty sunghte sunghte apni ma aur bahan ki mast phuli hui chut ki kalpna karke pagal ho jata tha aur phir muth mar kar mast ho jata tha.
Idhar rajesh kam se thaka hara aata tha aur hamesha kha pee kar so jata tha, kabhi geeta ke kahne par hi uska chodne ka mood hota tha lekin vah chudai bhi 5-7 minute ki hoti thi jab ki yeh koi nahi janta tha ki geeta kitni chudasi hai jaise jaise uski umar badh rahi thi vaise vaise vah aur chudasi hoti ja rahi thi use ek mote tagde land se chudwane ki bahut tamnna hoti thi lekin apni umar ka lihaj kar ke man mar kar rah jati thi. Aur apne hath se apni chut ragad kar so jati thi.
Sabhi log taiyar hokar shoping karne chal diye dinbhar shoping karne ke bad ghar lote to geeta boli mai to bahut thak gai hu mere to pairo me dard aur sujan mehsus ho raha hai, rashmi se bolte huye dekh to beti panv me sujan aa gai hai kya rashmi ma me nahane ja rahi hu ajay se bolkar tel se malish karwa lo aaram milega. Ajay ma ke bagal me bed par let kar ma ke mote doodh se chipakta huya… kya hua ma thak gai kya. Ma ha beta lagta hai pure pairo me sujan aa gaya hai. Ajay dikhao jara aur jhat se ma ke pairo ki taraph jakar sadi ghutno tak kar deta hai aur ma ki gori pindliyo par hath pherte huye jhuthe hi bola ha ma bahut jyada sujan lag rahi hai apke pairo me geeta pade pade ha beta jara pair daba de. Ajay ..are ma dabane se sujan nahi jayega me aap ke pair me tel lagake malish kar deta hu aur tel lene ke liye almari ki taraph jata hai. Aur man hi man khush hota hai ki aaj ma ki moti jangho ko khub maslega. Ajay phataphat tel lekar bister par chadh gaya aur ma ki nangi tango ko apni jhangh par rakh kar bola ma me tail laga rahu hu tum pair seedhe rakhna nahi to kapde kharab ho jayege geeta theek hai beta achchi malish karde bahut dard ho raha hai.ajay man hi mansochta hua ma aaj teri aisi malish karunga ki teri chut se pani bahne lagega aur apne hatho me tel lekar apni ma ke pair ke panjo se tel lagana shuru kiya, panjo par tel lagate lagate dhire dhire apni ma ki gori gori pindlio par tel lagakar teji se malish karne laga phir dhire dhire hath upar badha kar ghutno ke upar tak malish karne laga aur pairo ko thoda mod diya jisse geeta ki lal color ki panty najar aane lagi, ab ajay ka land khada hone laga ajay ne thoda sadi ko dhire se aur upar kiya to geeta ki chikni aur moti gudaj jhange chamakne lagi aisi mast jhango ko sahlane se ajay ka land phanphanane laga aur vah ma ki moti gadrai jangho ko dono hatho se dabochne laga geeta ne apni aankhe band kar li aur dhire dhire karahne lagi ajay ma kaisa lag raha hai, geeta bahut achcha lag raha hai beta aise hi malish karte raho, ajay ne ma ki moti jhango ko neeche se hath dal kar kas kar dabocha, geeta aah.. aah.. beta aise hi aah.. bahut aaram mil raha hai. Ajay ne dusre pair ko bhi mod diya jisse geeta ki sadi panty ki jhad tak sarak gai geeta ne jhat se sadi ko upar chadhane ka prayas kiya ajay ma tum leti raho me thik kar deta hu nahi to tel lag jayega aur ma ko dikhane ke liye thoda sadi ko upar ghutno tak kar diya lekin ma ki dono pairo ko thoda phaila diya jisse geeta ka pair ajay ke khade land par laga aur geeta ko achanak ahsas ho gaya ki ajay ka land khada hai aur usne dhire se aankhe khol kar ajay ke pajame ki aur dekha to kaphi bada tambu bana huya tha aur ajay ka land kaphi bada mehsus ho raha tha geeta yeh dekhkar sihar gai aur usne chupke se ajay ki taraph dekha to vah badi gor se ma ki jangho ki malish karte huye uski dono jangho ki jado ko bahut vasna bhari najro se dekh raha tha aur malish ke nam par uski moti gudaj jangho ko sahla raha tha geeta samaj gai ki uska beta uski madmast phuli hui kachori si bur ko painty ke upar se bilkul kha jane wali najro se dekh raha hai, geeta ne socha uska beta apni ma ki hi nangi jawani ko bade pyar se dekh aur sahla raha hai, in sab se geeta ki chut bhi phulne lagi aur use apne bête ko apna madmast yovan dikhane ka man karne laga aur uski phuli hui cht me keede rengne lage aur vah na chah kar bhi sochne lagi ki mere bête ka land kitna bada najar aa raha hai agar ye mujhe nangi kar ke mere chut me apna land pele to kaisa lagega yah sochte hi uski chut se pani risna shuru ho gaya uski soi bhavna jag chuki thi aur use apna beta ek jawan mard lagne laga tha vah apni moti gudaj jangho par apne bête ke hath ke sparsh se mastane lagi aur apni aankh band kar ke apne bête ke mote land ki kalpna karne lagi aur uska man apne bête ko apni jawani dikhane ka hone laga aur usne janbhuj kar apni janghe aur chodi kar li jisse ajay ka apni ma ki panty me kasi hui mast phuli chut ka ubhar dekh kar land jhatke marne laga aur uska man hua ki abhi apna muh ma ki dono jangho ke bhich ghusa kar daboch le lekin vah aisa nahi kar sakta tha uska land jhatke mar raha tha geeta ne dhire se apne bête ki aur dekha to vah apna land pajame me masalta hua aankhe phad phad ke ma ki chut dekh raha tha aur jangho ko sahla raha tha tabhi bahar se kisi ki aahat sunai di ajay samajh gaya didi nahakar idhar hi aa rahi hai usne jhat se ma ki sadi ghutne ke neeche pindalio tak kar di aur ma ki pindlio ke neeche malish karne laga. Rashmi are ma so gai kya nahi beta jag rahi hu ajay beta ab rahne de teri malish se bada aaram mila hai chal ab bas kar beta ajay achcha ma .
Ajay ma ke room se bahar aa kar jaldi se bathroom me gaya aur apni bahan ki utari hui panty ko hath me lekar sunghne laga aur madhosh ho gaya aur painty dekh kar sochne laga kaise ye panty didi ki moti jangho aur chut par kasi hoti hogi vah kabhi ma ki phuli hui chut kabhi bahan ki chut ki kalpna kar ke muth marne laga aur bahut hi mast tarike se jhada. Rashmi ne nahane ke bad choti si t-shairt aur skart dal ke bahr aa gai ajay sophe par baitha TV dekh raha tha rashmi ajay se sat kar baith gai aur vah bhi TV dekhne lagi udhar geeta pade pade sochne lagi kya ajay sachmuch mujhe chodne ki najar se dekhta hai kya vah mere nam ki muth bhi marta hoga, vah beete dino ko sochne lagi kaise ajay usse aakar chipak jata tha uske mote mote doodh me apna muh daba kar usse lipat jata tha kabhi kabhi ma ma kahkar peeche se uski moti gand se apna land chipka kar lipat jata tha, to kya ajay mujhe chodna chahta hai, kya apni ma ko nangi dekhna aur usko chodna chahta hai yeh sab soch kar vah bahut jyada paniya gai aur uski chut apne bête ke land ki kalpna se puri chikni ho gai aur usne apni chut me ungli dal kar aankhe band karke bête ke mote land se chudne ki kalpna karne lagi aur uski pyas badhne lagi. Tabhi phone ki ghanti baji rashmi ne daud kar phone uthaya dusri aur se vijay ki aawaj aai are rashmi kaisi hai tu… rashmi me thik hu bhaiya aap kab aa rahe ho aaj hamne shoping bhi kar li hai..vijay mera kam ho chukka hai aaj rat tak aa jaunga. Achcha ma aur papa kaise hai aur ajay kaha hai .. rashmi sab thik hai bhaiya ,, vijay chal thik hai rakhta hu ok bhaiya. Tab tak geeta bhi uth kar bahar aa chuki thi .. geeta kya kah raha tha vijay .. rashmi ma vo aaj rat tak aa jayenge.
Ma achcha chal me chai bana lati hu ajay didi chalo bhaiya ki engagement ki tasveere dekhte hai rashmi chal thik hai aur dono bahi bahan photo album dekhne lage. Jaise hi aarti ka photo dikha …rashmi dekh ajay bhabhi kitni sundar hai ajay lalchai najro se aarti ke gulabi hoth aur gal dekhne laga aur sochne laga kya mast pataka hai meri honewali bhabhi. Darasal aarti bhi 24 sal ki ek gadrai hui bahut hi kamuk ladki thi uski gand aur chuchiya rashmi se thode bhari lekin geeta se kam the lekin thi vah bilkul rashmi aur geeta jaisi gadrai aur bhare badan ki malkin halaki vah khubshurti me geeta aur rashmi se thoda jyada sundar thi lekin gand ke mamle me geeta rashmi aur aarti dono ko mat deti thi agar geeta ki nangi gand dekh le to kisi ka phi pani chuth sakta tha. Ajay man hi man sochne laga ye tino geeta, rashmi aur aarti ek sath nangi ho jaye to yahi jannat najar aa jayegi.
Rat ko vijay bhi ghar aa chukka tha. Agle din se shadi ki bhi taiyariya shuru ho gai phir vah din bhi aa gaya jab ajay aarti ko byah kar ghar le aaya rashmi aur ajay barat me khub nache, shadi ke mahol ke bahane ajay ne bhi apni didi ko khub dabocha lekin rashmi ne koi dhyan nahi diya kyo ki ajay se uska chipakna aur ek dusre ko chuna normal tha yaha tak ki kai bar to dono apne ghar par ek dusre se chipak kar bhi so jate the tab ajay apni bahan ke mote doodh ko apni chati se kai bar daba chukka tha aur uske mote mote chutdo par bhi hath pher chukka tha. Rat ko sabhi vijay ki suhagrat ki taiyari kar ke vijay ko uske kamre me bhej diya. Geeta rajesh ke sath palng par padi hui. Rajesh aaj vijay ki suhagrat hai tumhe apni suhagrat yad hai rajesh ha janeman vah me kaise bhul sakta hu. To chalo ham bhi aaj phir se suhagrat mana lete hai rajesh are darling aaj to shadi ki kaphi thakavat hai hum kal apni suhagrat mana lenge lekin geeta ki chut bahut din se na chudne ke karan jal rahi thi vah nahi mani aur rajesh ka land nikal kar chusne lagi rajesh bhi geeta ke doodh dabane laga phir geeta ne jaldi se sare kapde utar diye rajesh bhi alsata hua geeta ke upar aa gaya aur use chodne laga lekin jab geeta ne apni mast chut se uske land ko dabochna shuru kiya to rajesh jyada nahi thahar saka aur jharne laga. Geeta kas kas ke land chah rahi thi lekin rajesh ka land sikud chukka tha aur rajesh ek taraph hokar let gaya geeta kuch na boli lekin uski chut bahut phadak rahi thi vah chup chap padi rahi aur rajesh so chukka tha.
Rashmi apne kamre me padi padi bor hone lagi to usne socha ki chalo ajay se bate karege aur vah ajay ke kamre ki taraph jane lagi tabhi usne socha dhire se dekhti hu ajay kya kar raha hai jab usne khidki dekha to dang rah gai ajay uski pink color ki aur uski mummy ki red color ki painty apne hath me lekar bister par pada pada buri tarah se chum raha tha aur bari bari se dono ki painty ko sungh raha tha rashmi ka dimag yeh dekh kar chakra gaya tabhi ajay ne apna pajama nikala aur pura nanga ho gaya uska land 8 inch lamba aur 2.5 inch mota bilkul mote dande ki tarah tan kar khada tha rashmi apne chote bhai ka itna mota land dekh kar chakit rah gai aur uski chut me sursurahat hone lagi usne pahli bar ajay ka land dekha tha use yakin nahi aa raha tha ki ajay ka land itna tagda aur mota hoga vah yeh soch kar sihar gai ki agar yah land mujhe chode to mast kar dega usne apni chut me hath phairna shuru kar diya idhar ajay ne dono painty ko hath me lekar sunghte huye land muthiyana shuru kar diya.
Geeta bistar par padi padi soch rahi thi ki vijay aaj bahu ki chut mar raha hoga tabhi use ajay ke us din ke tamboo bane land ka khyal aa gaya aur vah sochne lagi ki ajay ka land bhi kaphi bada dikhai de raha tha aur me to use bachcha hi samajh rahi thi vah to pura mard ban chukka hai , kitna mota land lag raha tha uska. Geeta ki chut paniya chuki thi usse raha nahi ja raha tha usne socha chalo bathroom me ja kar thoda chut ragad le to thodi shanti milegi yah soch kar vah dhire se bahr aai tabhi uski najar rashmi par ajay kie kamre ki khidki se andar jhakte huye padi aur uske kadam vahi ruk gaye aur vah chup kar dekhne lagi, rashmi ajay ka mota land dekh kar pani pani ho chuki thi uske pair kanpne lage the usse abs aha nahi ja raha tha use aisa lag raha tha jaise uska apna bhai uski painty nahi uski chut sungh sungh kar apna land hila raha hai apne bhai ka land apni chut me lene ki kalpna se vah sihar uthi aur uski chut ne dher sara ras chod diya, ab usse khada nahi raha jar aha tha aur vah chupchap lot kar apne kamre me aa gai aur darwaja band karke puri nangi ho gai aur mutne ke andaj me baith kar apni chut me teji se ungli dalne lagi aur apne bhai ke land se chudne ki kalpna kar ke jhadne lagi.
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