अजनबी हमसफर

अजनबी हमसफर

रात भर सफ़र कर के थके हुए तीनों दोस्त जल्दी-जल्दी कमरे में पहुंचकर आराम करना चाहते थे और इसी हड़बड़ी और जल्द बाजी में उनके कदम जल्दी-जल्दी होटल के रिसेप्शन की तरफ बढ़ रहे थे ।
तभी न जाने कहां से एक लड़की भागती हुई आई और जोर से सार्थक से टकराई सार्थक गिरते गिरते बचा।
उठ करके उसने जोर से उस लड़की को घूरा और बोला देख के चलिए मैडम अभी में गिर जाता
मुझे माफ कर दीजिए मैंने ध्यान नहीं दिया मेरा ध्यान कहीं और था आई एम सो सॉरी वह लड़की इस तरह सार्थक से टकराने पर झेप गई थी और शर्मिन्दगी से बोली
सार्थक ने कहा कोई बात नहीं अभी आप भी गिर सकती थी थोड़ा ध्यान से चलिए यह कहते हुए उसका उसकी नजर उस लड़की के चेहरे पर पडी
लगभग 25 साल की वह लड़की गेहूंआ रंग था लेकिन नैन नक्श बहुत ही तीखे थे बड़ी बड़ी आंखें जिसमें शर्मिंदगी और डर के मिले-जुले लक्षण तैर रहे थे। पतले पतले ओठ जो न जाने क्यों इस समय सूखे पड़े थे चेहरे पर घबराहट और जल्दबाजी थी ,उसका कद लगभग 5 फुट 8 इंच रहा होगा और उसके बदन पर एक कुर्ती और जीन्स थी बालो को उसने पलट कर ऊपर ले जाकर फ़सा रखा था ।
सार्थक को गौर से अपनी तरफ देखते हुए वह लड़की और भी ज्यादा घबरा गई और जल्दी से एक तरफ लपकी
अबे अब चलेगा भी कि यही मूर्ति बन कर खड़ा रहेगा सार्थक का एक दोस्त बोला
सार्थक का ध्यान वापस से अपने दोस्तों की तरफ गया और वे फिर से होटल के रिसेप्सन की तरफ चल पड़े ।
रिसेप्सन पर एक खूबसूरत सी लड़की बैठी थी
मैंम मेरे नाम पर एक रूम बुक होगा
क्या नाम है सर रिसेप्सनिस्ट ने पूछा
लक्ष्य सार्थक के दोस्त ने कहा
लड़की ने अपने कंप्यूटर पर ना जाने क्या देखा और फिर दराज खोल कर एक चाभी निकली और बोली
सर आईडी प्रूफ दे दीजिए
लक्ष्य ने अपना पर्स खोला और अपनी आई डी निकाल कर उस लड़की को थमाया
उसने उसमे से देख कर कुछ लिखा और वापस से चाभी के साथ दे दिया। आपका रूम नंबर 69 है सर , सीधे जाकर लेफ्ट में ।
थैंकयु मैंम तीनो ने एक साथ कहा
हैब ए गुड डे सर लड़की के चेहरे पर एक प्रोफेसनल मुस्कान आयी और फिर लुफ्त हो गयी
तीनो कमरे में पहुचे और अपने अपने बैग रखकर बिस्तर पर फैल गए मानो लंबी रेस लगा कर आये हो और थक गए हो
भाई हाथ मुह तो धुल लो इतने लंबे सफर के बाद आये हो सार्थक ने कहा
लड़की से तू टकराया था ,तू जा के धुल हम लोग साफ सुथरे है
शशांक बोला
ये क्या लॉजिक है ,सार्थक हैरानी से बोला तुम लोगो की जैसी मर्जी तुमसे तो बात करना बेकार है सार्थक खीजते हुए बोला और फिर बाथरूम में घुस गया
सार्थक इंग्लिश कमोड है पैर उपर करके मत बैठना लक्ष्य चिल्लाया और फिर दोनों खिलखिला कर हंस पड़े
जब सार्थक बाहर निकला तो फिर लक्ष्य और शशांक जाने को तैयार थे
लक्ष्य शशांक और सार्थक तीनो बचपन के दोस्त थे ,तीनो एक साथ स्कूल एक साथ कॉलेज में थे तीनो एक दूसरे के हमराज और सबसे अच्छे दोस्त थे,
सार्थक का दिमाग बहुत ही तेज था ,बहुत ही नरम दिल कम बोलने वाला और सिन्सियर से था । वह किसी भी प्रोब्लम को जरूर से जरूर सोल्ब कर देता था वो भी अपने दिमाग
की बदौलत ,इन तीनो दोस्तो में उसकी पारिवारिक स्थिति सबसे खराब थी उसके पापा एक प्राइवेट कंपन्नी में काम करते थे ,और थोड़े से खेत भी थे जिसकी बदौलत घर का खर्चा चलता था
लक्ष्य इन सब मे सबसे सुंदर था गोरा चेहरा नीली आंखे और उसका स्टाइल सबसे लाजबाब था वह बहुत ही रंगीन मिजाज और फ़्लर्ट था ,और किसी से भी बात करने में हिचकिचाता नही था
शशांक इन तीनो में सबसे अधिक सम्पन्न था उसके घर मे पैसे की कोई कमी नही थी ,और वह बहुत निडर था लड़ाई झगड़े मारने मारने में सबसे आगे बिना कुछ सोचे समझे किसी से भी भिड़ जाता था ।उसे अपने दिमाग से ज्यादा अपनी ताकत पर भरोसा था और हो भी क्यो न रोज जिम जाकर उसने सिक्स पैक एब्स और मसल्स इसी लिए तो बनाये थे ,
सार्थक ने जिला स्तरीय एक क्वीज जीता था जिसमे 7 डेज गोवा की ट्रिप थी ,चार लोगो के साथ और 1 लाख रुपया भी था तो सार्थक के साथ कोई जाने वाला तो था नही इसीलिए वह अपने बेस्ट फ्रेडस के साथ आया था
लक्ष्य अपनी गर्लफ्रेंड प्रियंका को लाने के लिए बोल रहा था लेकिन सार्थक और शशांक ने मना कर दिया
थोड़ी देर बाद सार्थक फ्रेश होकर के बाथरूम से बाहर
निकला
हा भाई हो आया हल्का ,अब हम जाए कि तुझे दुबारा जाना है लक्ष्य ने कहा
सार्थक मुस्कुरा कर रह गया ,
साले दांत मत फाड् अच्छा खासा मैं प्रियंका को अपने साथ लाने के लिए बोल रहा था लेकिन तेरी वजह से नही ला पाया और गोवा में तुम कमीनो के साथ रहना पड़ रहा है कितना मजा आता अगर वो आती । लक्ष्य ने कहा
पूरा दिन तू उसी के साथ चिपका रहता तो हम कब इंजॉय करते अच्छा किया नही लाने दिया कम से कम तेरे साथ इंजॉय तो करेंगे। शशांक ने कहा
अच्छा बोल क्या प्रोग्राम है आगे का लक्ष्य बोला
भाई मेरा तो आराम करने का प्रोग्राम है अभी मैं थक गया हूँ। सार्थक बोला
साले जब सोना ही था तुझे, तो आया ही क्यों घर पर ही रहता सोने के लिए गोवा आया है क्या चल बीच पर चलते हैं वहां पर एक से एक न्यू न्यू मॉडल देखने को मिलेगा ।लक्ष्य ने कहा
वो भाई तू थोड़ा कंट्रोल में रह ले कहीं ऐसा ना हो कि तेरी वजह से सर पर जूते पड़ जाए शशांक तो एक बार को सह भी जाएगा मेरे बस की नहीं है। सार्थक ने गुस्से से कहा
अभी आराम करेंगे शाम को जहां चलना होगा चलेंगे अभी तो मैं बुरी तरीके से थक गया हूं सार्थक ने कहा
चल ठीक है मैं फ्रेश होकर आता हूं लक्ष्य ने कहा और बाथरूम में घुस गया
शाम को तीनों दोस्त पार्टी हाल में बैठे हुए थे डिस्को पर एक बहुत मधुर संगीत बज रहा था और तीनो एंजॉय कर रहे थे और थिरकने वाले जोड़ों को बहुत ही ध्यान से देख रहे थे सार्थक के लिए यह सब नया था वह कभी बाहर तो जाता नहीं था या यूं कहिए कि उसे बाहर जाने का कोई मौका कभी मिला ही नहीं तो उसे यह माहौल बहुत पसंद आ रहा था
भाई ऐसे खाली खाली बैठकर के देखने में मजा नहीं आ रहा है जा कुछ बियर बगैरा लेकर आएगा ।शशांक ने कहा
हां यार सार्थक जा बियर लेकर आ लक्ष्य भी शशांक के हां में हां मिलाया
ठीक है तुम लोग बैठो मैं लेकर आता हूं सार्थक ने कहा और बीयर लेने के लिए चला गया
तीन बोतल बीयर लेकर के वह लौट रहा था अचानक से भागती हुई एक लड़की आई और सार्थक से जोर से टकराई
सार्थक के हाथ से सारी बीयर की बोतल गिरे और गिर कर चकनाचूर हो गई
सार्थक ने गुस्से से उस लड़की को देखा और चिल्ला कर कहा दिखता नहीं है क्या ?
सार्थक ने की नजर उस लड़की पर पडते ही वह बुरी तरीके
से चौक गया वह वही लड़की थी जो सुबह उस से टकराई थी वह अब भी बुरी तरीके से घबराई थी और उसके चेहरे पर बारह बजे थे।
आई एम सो सो सॉरी मैं थोड़ा जल्दी में थी इसी वजह से मैंने ध्यान नहीं दिया मुझे माफ कर दीजिए प्लीज आपका जो भी नुकसान हुआ है मैं उस को मैं पे कर कर देती हूं वह लड़की सार्थक के गुस्सा होने पर झेप कर बोली
क्या सॉरी ,आप ऐसे जल्दी बाजी में ही रहती है सुबह भी मुझ से टकरा गई इस समय भी टकरा गई इतनी भी क्या जल्दी रहती है आपको कि लड़ते गिरते चलती रहती हैं सार्थक अभी भी गुस्से से उस लड़की को देख रहा था और चिल्ला कर ही बोल रहा था
मुझे माफ कर दीजिए प्लीज वह लड़की रूवासी हो गई उसे ऐसा लगा जैसे अभी रो देगी वह चोर नजरों से इधर-उधर हर किसी को देख रही थी इस तरह सार्थक के गुस्से से बोलने पर सब उस लड़की को देख रहे थे और वह लड़की इस वजह से और घबरा सी गई थी मानो अपनी पहचान वह किसी को बताना नहीं चाह रही हो
प्लीज आप धीरे बोलिए सब मुझे देख रहे हैं मैं आपके आगे हाथ जोड़ रही हूं मुझसे गलती हो गई मैंने आपको आते हुए नहीं देखा वह लड़की बहुत ही बेबसी महसूस हो रही थी और उसकी चेहरे पर घबराहट परेसानी देखकर नजाने क्यो सार्थक का गुस्सा झाग की तरह बैठता चला गया।
ठीक है कोई बात नहीं जाइए आप लेकिन संभाल के चलिए आपको भी चोट लग सकती है। सार्थक ने प्यार से कहा
जी आगे ध्यान रखूंगी बहुत-बहुत धन्यवाद आप का उस लड़की ने कहां और जैसे उसका बहुत बड़ी मुसीबत से पीछा छूटा हो वह जल्दी से लंबे लंबे कदमों से एक तरफ निकल गई जैसे अगर एक पल की देर करती तो वापस से सार्थक उस पर गुस्सा करने लगता
सार्थक ने उसे इस तरह जल्दबाजी में जाते हुए देखा और फिर वापस से बीयर लेने के लिए काउंटर की तरफ घूम गया
थोड़ी देर बाद जव वह वापस बियर लेकर लौटा तो लक्ष्य ने कहा
अबे साले कितनी देर लगा दी ,बियर को बनाने लगा था क्या ? यहां हम कब से बैठकर तेरा इंतजार कर रहे हैं इतना देर कहां रह गया था
यार क्या बताऊं मैं लेकर लौट रहा था तभी मुझे सुबह जो लड़की टकराई थी वहीं आ कर के फिर से टकरा गई और सारी बीयर की बोतल हाथ से छूट गई और जमीन पर फैल गया । सार्थक ने मायूस होकर के कहा
फिर तूने उसे कुछ कहा क्यो नहीं लड़ते भिड़ते ही चलती है क्या कहीं ऐसा तो नहीं है उसे देखकर फिसल गया हो और खुद जाकर के उसे तूने टक्कर मार दिया हो । है तो ठीक ठाक ही लक्ष्य ने मुस्कुराते हुए कहा
मैं तेरे जितना कमीना नहीं हूं और ना ही मैं उस से टकराया
था जल्दी-जल्दी में कहीं जा रही थी उसने मुझसे नहीं देखा और आकर के टकरा गई लेकिन यार एक बात समझ में नहीं आ रही है कि वह बहुत ज्यादा घबराई हुई थी ऐसा लग रहा है जैसे जल्दबाजी में कहीं जाना चाह रही हो सार्थक ने कुछ सोचते हुए कहा
अबे छोड़ ना क्या पता उसका बॉयफ्रेंड उसका इंतजार कर रहा हूं और इसी जल्दबाजी में हो हो हम क्यों उसके पीछे अपना दिमाग चला रहे हैं चल बोतल खोल इंजॉय करते हैं । शशांक ने कहा
सार्थक शशांक और लक्ष्य तीनों बीयर पीने लगे और डिश्को के गानों का इंजॉय करने लगे लेकिन न जाने क्यों सार्थक का दिमाग बार-बार उस लड़की की तरफ चला जाता था उसकी नजरों के सामने उसका वह घबराया हुआ चेहरा बार-बार आता था और वह चाह कर भी उसे भूल नहीं पा रहा था बड़ी मुश्किल से उसने अपने दिमाग को झटका दिया और डिस्को का आनंद लेने लगा।
शाम को तीनों कैब बुक कर के बीच पर गए वहां उन्होंने खूब सारी मस्ती करी सार्थक को बहुत मजा आया और लक्ष्य बीच पर पड़ी हुई लड़कियों को देख देख कर के ही निहाल हो रहा था उसके लिए तो गोवा का यह बीच किसी स्वर्ग से कम नहीं लग रहा था ।
देर हो रही थी सार्थक बार-बार चलने के लिए कह रहा था लेकिन लक्ष्य था कि उठने का नाम नहीं ले रहा था उसकी तो नजरें वहीं पर जमी हुई थीभाई अगर चलना है तो चल नहीं तो मैं अकेले जा रहा हूं सार्थक ने कहा वह बोल बोल कर थक गया था और खीजने लगा था
लक्ष्य बहुत देर हो गई है अब होटल चलते हैं कल फिर आ जाना अभी एक हफ्ते तक रहना है। शशांक ने लक्ष्य को कहा
लक्ष्य के पास अब कोई चारा नहीं बचा था वह मन मसोसकर उठा और दोनों के साथ वापस लौटने की तैयारी करने लगा
तीनों गाड़ी बुक कर के वापस अपने होटल लौट रहे थे रास्ते में एक जगह उसे एक लड़की दिखी जो उसकी गाड़ी को हाथ दे रही थी
ड्राइवर साहब जरा देखना कौन है और क्यों हाथ दे रही है l लक्ष्य ने कहा
अबे जाने दे ना लड़की दिखी नही की तू शुरू हो जाता है । शशांक ने कहा
नही यार शशांक क्या पता किसी मुसीबत में हो सार्थक ने भी कहा
जी सर अभी रोकता हूँ ड्राइवर ने कहा और उस लड़की के पास ले जाकर गाड़ी रोक दी
गाड़ी रुकते ही वह लड़की भाग कर गाड़ी के पास आई और उसे देखते ही सार्थक चौक गया
तुम ?? ओह्ह गॉड हम जब से गोवा आए हैं तब से तुम आ कर के हमारे सर पर तांडव कर रही हो । सार्थक ने कहा
सर प्लीज मेरी हेल्प कर दीजिए मैं बहुत मुसीबत में हूं प्लीज प्लीज सर लड़की ने हाथ जोड़कर सार्थक से रिक्वेस्ट किया वह सच में बहुत ही घबराई हुई थी
क्या हुआ तुम इतना परेशान क्यों हो सार्थक ने दोबारा पूछा
सर अभी मुझे होटल तक छोड़ दीजिए जहां पर आप मेरे ख्याल से रुके हुए हैं मैं आपको सब बता दूंगी लेकिन प्लीज जल्दी से मुझे यहां से निकाल दीजिए उस लड़की ने घबराकर कहा
ठीक है आगे बैठ जाओ सार्थक ने कहा
ड्राइवर ने आगे वाला गेट खोल दिया और लड़की तुरंत ही अंदर समा गई ड्राइवर ने गाड़ी आगे बढ़ा दे
सार्थक ने पानी की बोतल निकाली और उस लड़की को देते हुए कहा यह लो पानी पी लो और आराम से बैठो
लड़की ने बोतल पकड़ी और आधे से ज्यादा बोतल पानी पी गई जैसे जाने कबसे प्यासी थी और फिर अपने वापस से बोतल सार्थक को दिया और थैंक्यू कहा उसकी आंखों में सार्थक के लिए धन्यवाद के भाव थे ।
अब बताओ इतना घबराई हुई क्यों हो और क्या नाम है जब भी तुम मिलती हो तब घबराई हुई सी रहती हो इतनी जल्दबाजी में क्यों रहती हो ?कौन हो ?कहां से आई हो ?और क्या नाम है? सार्थक ने पूछा
लड़की ने पलटकर सार्थक को देखा जैसे वह सोच रही हो कि सारी बातें सार्थक को बताना ठीक है कि नहीं
तुम घबराओ मत जो कुछ है साफ-साफ बताओ हम तुम्हारी कुछ मदद कर सकते हैं क्या तुम किसी परेशानी में हो लक्ष्य ने कहां
मैं अभी होटल पहुंच कर आपको सब कुछ बता दूंगी प्लीज अभी नहीं लड़की ने कहा
ठीक है कोई बात नहीं लेकिन नाम तो बता ही सकती हो क्या नाम है तुम्हारा ? सार्थक ने पूछा
लावण्या मेरा नाम लावण्या है लड़की ने कहा थोड़ी देर बाद चारों के चारों होटल पहुंच चुके थे सबके दिमाग में उस लड़की की परेशानी जान लेने की उत्सुकता थी । वह लड़की भी हद तक शांत हो चुकी थी और घबराहट से बाहर आ चुकी थी होटल के सामने उतर कर के सार्थक में गाड़ी के ड्राइवर को पैसे दिए और वह चला गया
लावण्या जल्द से जल्द अपने कमरे में जाना चाहती थी लेकिन सार्थक को उसकी परेशानी जान लेने की बहुत जल्दी थी जैसे ही वह अपने कमरे में जाने लगी सार्थक ने उसे रोका
लावण्या आपने कुछ कहा था। सार्थक बोला
तुम किसी परेशानी किसी मुसीबत का जिक्र कर रही थी क्या बात है बताओगी नहीं तुमने बोला था होटल पहुंचकर सब बताऊंगी। लक्ष्य ने भी कहा
लावण्या ने ठंडी सांस ली और उसके कदम रुक गए
आप लोग अपना रूम नंबर बता दीजिए मैं अभी थोड़ी देर में आपके पास आती हूं लावण्या ने कहा
रूम नंबर 69 सार्थक ने तपाक से बोला
ठीक है मैं अभी आती हूं हैं यह कह कर लावण्या लंबे लंबे कदमो से अपने कमरे की तरफ चली गई
तीनो के तीनो अपने कमरे में पहुंचे उन सबके दिमाग में लावण्या की घबराहट और परेशानी गूज रही थी हालांकि रात हो गई थी लेकिन किसी को भी नींद नहीं आ रही
करीब 1 घंटे बाद दरवाजे पर दस्तक हुई सब के सब जैसे इसी दस्तक का इंतजार कर रहे थे सब के सब चौक गए लक्ष्य ने के जल्दी से जाकर के दरवाजा खुला
लावण्या ने अपना कपड़ा बदल लिया था और हाथ पैर धुल करके उसका चेहरा थोड़ा सा फ्रेश लग रहा था
वह अंदर आ गई उसने एक नजर पूरे कमरे पर मारी और फिर हल्के हल्के कदमों से आगे बढ़कर के पड़े हुए सोफे पर बैठ गई तीनो के तीनो उसके सामने बेड पर बैठे हुए थे और गौर से लावण्या को देख रहे थे मानो उसी की बोलने का इंतजार कर रहे हो।
क्या बात है लावण्या तुम इतनी घबराई और परेशान क्यों हो जब भी मिलती हो तब भी घबराहट और परेशानी से तुम्हारा बुरा हाल रहता है ऐसा लगता है कि कोई तुम्हारे पीछे पड़ा हूं और वह कौन था जिसके डर से तुम गाड़ी में हम लिफ्ट ले रही थी क्या कहानी है । सार्थक ने पूछा
आप लोगों के नाम क्या है? लावण्या ने उल्टा सवाल किया
हाय मेरा नाम लक्ष्य है लक्ष्य ने तपाक से अपना नाम बताया और अपना हाथ आगे कर दिया लेकिन लावण्या ने हाथ नही
मिलाया मेरा सार्थक और यह शशांक हम तीनों गोवा घूमने आए हैं सार्थक ने बात पूरी की ।
सार्थक मैं आप पर भरोसा करके आपको एक बहुत बड़ी बात बताने जा रही हूं प्लीज मेरी भरोसे को टूटने मत देना क्योंकि मुझे लग रहा है कि आप लोग बहुत ही अच्छे लोग हैं और मेरी हेल्प करेंगे मुझे किसी ना किसी के हेल्प की बहुत सख्त जरूरत है ।लावण्या ने कहा
कैसी हेल्प और क्या हुआ बताओ तो सही। सार्थक ने कहा
मैंने अपना नाम तो तुम लोगों को बता ही दिया है मैं उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से हूं मैं अपने किसी काम के सिलसिले में गोवा आई हुई थी यहां मैं किसी को जानती नहीं हूं और आज के पहले मैं अपने शहर से कहीं बाहर नहीं निकली हूं इसी वजह से मुझे कुछ भी नहीं पता है जब मैं वापस लौट रही थी । तभी दो लड़कों ने मेरा पीछा करना शुरू कर दिया जिससे मैं घबरा गई और किसी गाड़ी का इन्तेजार कर रही थी,वो लड़के बिल्कुल पास आ गए थे इतने में आप लोग दिख गए और मैने आपको हाथ दे दिया हालांकि मुझे नही पता था कि उस गाड़ी में आप लोग होंगें ।लावण्या ने कहा
अगर आपको गोवा की बारे में कुछ भी नहीं मालूम था तो आने की क्या जरूरत थी हम भी तो पहली बार आए हैं लेकिन हमारे साथ दो और दोस्त हैं आप भी अपने किसी दोस्त के साथ आ जाती वह तो शुक्र है हम लोग मिल गए थे
अगर हम नहीं मिलते या हमारी जगह कोई और होता तो आप क्या करती या फिर कोई अपनी गाड़ी में बैठा कर तुम्हारे साथ कुछ हरकत कर देता तो क्या आपको इतना दिमाग नहीं है अकेले घर से नहीं निकलना चाहिए वह भी उस जगह जहां पर आप पहले कभी नहीं गए हो और उसकी जानकारी नहीं है । सार्थक ने लावण्या को बुरी तरीके से डांटना शुरू कर दिया
मैं बहुत ही मजबूरी में यहां पर आई हूं मेरा आना बहुत जरूरी था मुझे अकेले आने के सिवाय कोई और रास्ता नजर नहीं आ रहा था। लावण्या ने नजरो को झुका कर कहा
ऐसी भी क्या मजबूरी थी कि बिना जान पहचान और बिना किसी के साथ के आप अकेले ही निकल पड़ी , किसी खजाने की खोज में निकली थी क्या ? सार्थक ने कहा
लावण्या ने कुछ नहीं कहा उसने अपनी नजरें झुका रखी थी और उसकी जुबान खामोश थी
अब बोलिए ,बोल क्यों नहीं रही है । सार्थक ने कहा
क्या कोई बॉयफ्रेंड का चक्कर है क्या किसी से मिलने आई हो लक्ष्य ने लावण्या से पूछा
नहीं ऐसी कोई बात नहीं है लावण्या ने झट से लक्ष्य को जवाब दिया
सार्थक ,लक्ष्य क्यों इनके पीछे अपना दिमाग खराब कर रहे हो होगा कोई काम ,क्या तुमने ठेका ले रखा है सबका क्या? ठीक है आप जाएं अब आप सही सलामत है अपना ध्यान
रखिएगा शशांक ने लावण्या को टरकाने के लिए कहा
लावण्या उठी और हल्के हल्के कदमों से बाहर की तरफ जाने लगी उसकी चाल से ऐसा लग रहा था जैसे वह कुछ सोच रही हो
अचानक से वह पीछे घूमी और वापस आ गई
अब क्या हुआ सार्थक ने उत्सुकता से पूछा
सार्थक हम आपसे कुछ शेयर करना चाहते हैं आप तीनों का स्वभाव मुझे बहुत अच्छा लगा आप लोगों को देख कर लग रहा है कि आप लोग बहुत ही शरीफ लोग है और हमारी मदद कर सकते हैं क्या मैं अपनी परेशानी आपको बोल सकती हूं
हमारी मदद की जरूरत ? अभी अभी तो तुम हमसे मिली और अब हमारी मदद की भी जरूरत पड़ गई है हम आपकी क्या मदद कर सकते हैं । सार्थक ने कहा
सार्थक मैं यहां एक बहुत ही जरूरी काम से आई हूं मेरी एक बड़ी बहन है रजनी वह एक लड़के से प्यार करती थी लेकिन पापा उसकी शादी उस लड़के से कराने के लिए तैयार नहीं थे और इसी वजह से वह बिना किसी को बताए घर से भाग गई
तीनों के चेहरे आश्चर्य से फैल गए
हमारा घर बिजनौर जिले के एक छोटे से कस्बे में है जिसका नाम नगीना है मैं नहीं जानती कि आपका शहर कितना बड़ा है लेकिन आज भी गांव में कस्बे में किसी लड़की का किसी
लड़के के साथ भाग जाना किसी गुनाह से कम नहीं है गांव भर के सामने पापा जी की बहुत बदनामी हुई और वह इस बेज्जती को बर्दाश्त नहीं कर पाए उन्होंने बाहर निकलना बिल्कुल बंद कर दिया और उनकी तबीयत खराब हो गई
जैसी भी थी रजनी दीदी उनकी बेटी थी मैं और रजनी दीदी ही उनकी दो आंखें थी अब रजनी दीदी को ना देख करके उनकी चिंता में वह बहुत परेशान रहते हैं दिन रात वह दीदी को याद करते हैं और उन्हीं के ख्यालों में खोए रहते हैं मुझसे पापा का यह दुख देखा नहीं गया और मैंने निश्चय किया कि मैं दीदी को कहीं से भी खोज कर लाऊंगी
जब मैं दीदी का पता लगाने लगी तो मुझे पता चला उस लड़के ने दीदी के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है दीदी शर्म के मारे गांव भी नहीं जा रही हैं और वह लड़का भी दीदी को छोड़कर कहीं चला गया दीदी ने गोवा में आकर के कहीं पर कोई नौकरी कर लिया और मैं उन्हीं को ढूंढने के लिए यहां आई हूं लेकिन अभी तक कुछ भी पता करने में असफल रही हूं
पापा इसी उम्मीद में है कि मैं कहीं ना कहीं से दीदी को ढूंढ लाऊंगी लेकिन 3 दिन हो गए अभी तक दीदी का कुछ भी पता नहीं चल पाया है मैं खाली हाथ घर नहीं जाना चाहती क्योंकि मुझे खाली हाथ आया हुआ देख कर के पापा को बहुत बड़ा सदमा लगेगा और वह मर जाएंगे अब समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं और किससे कहूं किस की
मदद लू यहां पर मैं किसी को जानती नहीं हूं और कोई मुझे नहीं जानता है।लावण्या ने सारी बात बताई
इसमें हम तुम्हारी क्या मदद कर सकते हैं हमें भी तो नहीं मालूम है यहां के बारे में कुछ हम भी तो पहली बार ही आए हैं। शशांक ने कहा
देखिए लावण्या जी हमें आपकी स्टोरी सुनकर के वाकई में बहुत तकलीफ हुई और हम बहुत-बहुत माफी चाहते हैं कि हमने आपको बिना जाने समझे इतना कुछ सुना दिया लेकिन हम आपकी मदद नहीं कर पाएंगे हम यहां पर घूमने आए हैं । हमें 6 दिन बाद घर वापस आना है हम किसी मुसीबत में नहीं पड़ना चाहते हैं मैं प्रार्थना करूंगा कि आपकी बहन जल्द से जल्द आपको मिल जाए और उन्हें आप वापस ले जा पाएं बस इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कर सकते। सार्थक ने साफ शब्दों में लावण्या को मना कर दियासार्थक जी हम आपको फोर्स नहीं कर सकते हैं मेरा कोई अधिकार नहीं है कि आपसे हम जबरदस्ती करें न जाने क्यों आपकी बातें सुनकर के और आप लोगों का व्यवहार देख करके मुझे अपनेपन का एहसास हुआ इसलिए हमने अपनी सारी परेशानी आपको बता दी अगर आपको बुरा लगा हो तो हम माफी चाहते हैं आप लोग इंजॉय कीजिए अपनी ट्रिप का मैं अब आपको डिस्टर्ब नहीं करूंगी लावण्या ने मायूसी से कहा
लावण्या उठ कर खड़ी हो गई और तेज कदमों से बाहर
निकल गई उसके जाने के बाद तीनों सोच विचार में डूब गए कमरे में पिन ड्रॉप साइलेंस फैल गया था
कितनी मायूस होकर के गई है तुम लोगों का दिल पत्थर का है कितनी मासूम सी लग रही थी लेकिन फिर भी तुम लोगों का दिल नहीं पसीजा कितने निष्ठुर हो तुम लोग लक्ष्य ने कहा
अपना मुंह बंद कर ले साले लड़की देखी नहीं की तुरंत फिसल जाता है हम यहां घूमने आए हैं किसी की हेल्प करने और फिर पता नहीं उसकी बहन को ढूंढने में कितने पापड़ बेलने पड़ेंगे हमारा पूरा ट्रिप स्पॉइल हो जाएगा हमें चक्कर में नहीं पड़ना है शशांक ने कहा
भाई तू तो जानता ही है मुझसे किसी लड़की का दुख देखा नहीं जाता मैं इतना नरम दिल जो हूँ और फिर उसे साथ ले लेने में कोई बुराई भी नहीं थी हमारा यह ट्रिप और भी मजेदार हो जाता क्यों सार्थक सही कह रहा हूं कि नहीं लक्ष्य ने सार्थक से हामी भरवाई
सार्थक न जाने किन ख्यालों में खोया था जैसे उसने शशांक और लक्ष्य की बातें सुनी ही नहीं
अबे वो देवदास पारो चली गई अब किसके ख्यालों में खोया है तेरे लिए चंद्रमुखी को बुलाऊं क्या ? यहां मैं पागलों की तरह बोले जा रहे हैं और तू किसी साधु महात्मा की तरह ध्यान मग्न है लक्ष्य ने कहा
लक्ष्य की बातें सुनकर के सार्थक जैसे नींद से जागा हो
क्या सोच रहा था बे कहीं फिर से टकराने का इरादा तो नहीं
है लक्ष्य ने केफिर से सार्थक से कहा
यार लक्ष्य हमने उस लड़की के साथ ठीक नहीं किया वो गोवा शहर में अकेली है अनजान है आज तो उसे हम ने बचा लिया क्या पता कल को किसी गलत आदमी के साथ फस जाय और फिर उसके साथ कोई हादसा हो जाए ,कितनी उम्मीद के साथ उसने हमसे हेल्प मागी थी ।सार्थक ने बहुत ही गंभीरता से कहा
तो तू क्या चाहता है हम उसे साथ ले लेकर घूमे ओ भाई हम घूमने आए हैं उसकी प्रॉब्लम है वह निपटे हम क्यो उसमें अपना दिमाग खराब करें ज्यादा हीरो मत बन समझा । शशांक ने कहा

यार शशांक किसी की हेल्प कर देना अच्छी बात होती है तू ही सोच अगर हमारी जगह कोई और लड़का होता और उसे गाड़ी में बैठा करके उसने उस लड़की के साथ कुछ हरकत की होती तो उसके बाप पर क्या बीती जिसकी एक बेटी पहले ही भाग चुकी है और दूसरी की यह दुर्दशा देख कर के तो वह मैं ही मर जाता मुझे लगता है कि हमें इस की हेल्प करनी चाहिए । सार्थक ने कहा
हम कर क्या सकते हैं भाई मेरे हिसाब से हमें अपने ट्रिप पूरा करके जल्द से जल्द अपने घर पहुंच जाना चाहिए और किसी नई मुसीबत में नहीं पहुंचना चाहिए अब पता नहीं उसकी बहन को ढूढने में कितना समय लगेगा वह मिलेगी कि
नहीं मिलेगी तब तक उसे भी साथ साथ ढोना पड़ेगा । शशांक ने कहा
तू क्या कहता है लक्ष्य हमें लावण्या की हेल्प करनी चाहिए कि नहीं
भाई हेल्प करनी चाहिए कि नहीं करनी चाहिए यह तो मुझे नहीं पता है मैं तो एक ही बात जानता हूं कि अगर लावण्या हम लोगों के साथ रहेगी तो हमारा यह छह दिन कैसे बीत गया हमें पता भी नहीं चलेगा और 6 दिन बीतते ही मिले चाहे ना मिले लावण्या अपने रास्ते और हम अपने रास्ते क्या पता इन 6 दिनों में वह सेट हो जाए लक्ष्य अलग ही मूड में था
तेरे से तो बात करना बेकार है तेरे को तो कुछ और दिखता ही नहीं ।सार्थक ने खींझ कर कहा
हा तो गलत आदमी से गलत बात करेगा तो गलत जवाब मिलेगा ना इस साले आशिक के बच्चे से पूछ रहा है इसको तो काली कलूटी लंगड़ी लूली भैंगी गूँगी टेढ़ी कैसी भी दे दो सब चलेगी बस वह लड़की होनी चाहिए । शशांक ने गुस्से से कहा
दोनो खिलखिला कर हंसने लगे
हंस लो सालों तुम लोग जिंदगी भर सिंगल ही रहोगे कभी कोई हसीना तुम्हारी बाहों में नसीब नहीं होगी तुम लोग सालो मुझसे जलते हो इसीलिए ऐसी बातें कर रहे हो तुम क्या जानो कि मोहब्बत करने में क्या मजा मिलता है जिंदगी में कभी किसी ने तुम दोनों को घास तो डाला ही नहीं तभी तुम्हें
एहसास ही नहीं है कि लड़की क्या चीज होती है लक्ष्य जल भूनकर बोला
सार्थक छोड़ इसको अभी , हम लोग सोच लेंगे कि क्या करना है अभी तो यार पेट में चूहे कूद रहे हैं चल कुछ खाकर आते हैं सुबह देखते हैं कि क्या करना है अभी से अपना दिमाग मत खराब कर। शशांक ने कहा
तीनों उठकर हॉल में जाने लगे जहां पर डिनर का इंतजाम था
लावण्या अपने कमरे में आ गई वह बहुत परेशान थी क्योंकि उसे गोवा के बारे में कुछ भी नहीं मालूम था सार्थक शशांक और लक्ष्य तीनों को देख कर के उसे हल्की सी उम्मीद जगी थी कि वो तीनों इसकी हेल्प करेंगे क्योंकि उन तीनों का व्यवहार उससे अच्छा लगा था लेकिन उन्होंने उसे साफ साफ मना कर दिया था अब उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि वह कैसे अपनी बहन रजनी को ढूढे और कहां ढूंढे आज जिस तरह से उस वह लड़के उसका पीछा कर रहे थे यह देखकर लावण्या बहुत बुरी तरीके से डर गई थी आज तो जैसे-तैसे वापस आ गई लेकिन कब तक बिना किसी सहारे को अगर उसने ढूंढने की कोशिश की और कल को उसके साथ कोई अनहोनी घटना घट गई यही सोचकर के लावण्या सिहर उठी
उसे भी भूख लगी थी उसने फोन उठाया और बैटर को खाना अपने कमरे में पहुंचाने के लिए कहा।
अभी खाना खा कर के वह हटी थी की उसकी मम्मी का फोन
आ गया
हेलो लावण्या । लावण्या की मम्मी ने कहा
जी मम्मी जी पापा कैसे हैं ठीक तो है ना उन्हें टाइम पर दवाई देते रहना। लावण्या ने कहा
दवाई तो दे दूंगी बेटे पापा ठीक है तू घबरा मत तू बता तू कैसी है और रजनी का कुछ पता चला तेरे पापा बार-बार रजनी को पूछ रहे हैं मैंने उन्हें कहा है कि लावण्या को पता चल गया है कहां है और वह उसे लेने के लिए गई है जल्द से जल्द वह लेकर के आ जाएगी और इसी उम्मीद में आजकल खुश रहते हैं कि तू उन्हें लेकर आएगी।
क्या हुआ बेटे रजनी का कुछ पता चला कि नहीं? लावण्या की मम्मी नेपूछा
मम्मी मैं पूरी कोशिश कर रही हूं लेकिन अभी तक दीदी का कुछ भी नहीं पता चला है गोवा छोटा शहर थोड़े ना है बहुत बड़ा है ढूढने में वक्त लग रहा है लेकिन आप मुझ पर भरोसा रखिए मैं दीदी को साथ ले कर के ही आऊंगी । आप बस पापा का और अपना ख्याल रखिए । लावण्या ने कहा
और तू भी अपना ख्याल रखना बेटा अनजान शहर है अनजान लोग हैं मैं एक बेटी को तो पहले ही खो चुकी हूं अब तू ही मेरा आखरी सहारा है तुझे कुछ हो गया तो हम दोनों जिंदा नहीं रह पाएंगे अपना ध्यान रखना बेटा। लावण्या की मम्मी ने कहा
आप घबराइए मत मम्मी जी मुझे कुछ नहीं होगा मैं जल्द से
जल्द दीदी को ले करके वापस आ जाऊंगी लावण्या ने कहा
और फोन रख दिया
वह अपने बिस्तर में घुस गई लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी वह कल क्या करना है इसी के बारे में सोचने लगी लेकिन उसको सारे के सारे रास्ते बंद दिखाई दे रहे थे
अगले दिन जैसे ही तीनो दोस्त तैयार होकर के बाहर निकलने वाले थे तभी उन्हें सामने से आती हुई लावण्या दिख गयी ।
उसको देखकर सार्थक के ओठो पर एक मुस्कुराहट फैल गई
इस तरह से सार्थक को मुस्कुराता हुआ देखकर लावण्या के भी होठों पर एक हल्की सी मुस्कुराहट आ गई।
वह पास आ करके बोली हाय हाउ आर यू
ठीक है सब । आप कही जा रही हैं । सार्थक ने पूछा
जी हाँ जा रहे हैं देखेंगे क्या पता कहीं से दीदी का कोई सुराग मिल जाए । जो काम हाथ में लिया है उसे तो पूरा करना ही है लावण्या के चेहरे पर एक फीकी और दुखी सी हंसी आई
सार्थक ने एक पल सोचा और फिर बोला
लावण्या एक बात बताओ तुम्हें कैसे पता चला कि तुम्हारी दीदी यहां गोवा में है।
दीदी ने अपने फ्रेंड को फोन किया था और कह रही थी मुझे पैसों की जरूरत है इसीलिए उन्होंने फोन करके पैसे मांगे थे
। लावण्या ने कहा
और क्या बातें हुई । मेरे हिसाब से तुम एक काम करो जिसने तुम्हें तुम्हारी दीदी की इंफॉर्मेशन दी है उससे संपर्क करो और उससे बात करो क्या पता वो कोई ऐसी बात तुम्हें बता दें जिससे तुम्हें अपनी दीदी को ढूंढने में आसानी हो और हां जिस नंबर से फोन आया था उस नंबर पर जाकर पता कर सकती हो कि किसने फोन किया था क्या पता दुकानदार को कुछ मालूम हो। क्योकि ऐसे सड़कों पर भटकने से कुछ भी पता नहीं चलेगा , तुम और भी मुसीबत में फंस जाओगी । सार्थक ने कहा
जी थैंक यू मैं देखती हूं क्या हो सकता है आप लोग इंजॉय कीजिए । लावण्या ने कहा और एक तरफ जाने लगी
सार्थक ने उसे जाता हुआ देखा और फिर बाहर आगया
बाहर निकल कर के तीनो ने घूमने का प्रोग्राम बनाया और अपने लिए कैब बुक कर लिया ।
बाहर ही खड़े होकर कैब के आने का इंतजार कर रहे थे । तभी लावण्या भागती हुई आई
सॉरी गाइस फिर से मैं आप सब को डिस्टर्ब करने आ गई लेकिन बहुत इंपॉर्टेंट काम था इसी वजह से आई हूं। क्या तुममें से किसी को पता है कि टीटो नाइट क्लब कहां पर है। लावण्या ने पूछा
नहीं हमें नहीं पता है तुम्हें चलना है क्या नाइट क्लब में अगर
तुम चाहोगी तो मैं तुम्हारे साथ चलने के लिए तैयार हूं वहां पर हम खूब मस्ती करेंगे । लक्ष्य ने तपाक से कहा
नहीं मुझे नाइट क्लब नहीं जाना है नाइट क्लब के पास ही एक शॉप है यह नंबर वही का है जिस नंबर से दीदी ने फोन किया था वहां जाने के बाद क्या पता किसी को कोई इंफॉर्मेशन मिल जाए। लावण्या ने कहा
लावण्या हमें पता तो नहीं है लेकिन अभी हम पता करके बता सकते हैं।
लक्ष्य जा यार किसी से पूछ कर आ जा की यह टीटो नाइट क्लब किधर पड़ता है । सार्थक ने कहा
थोड़ी देर बाद लक्ष्य वापस लौट कर आया और उसने टीटो नाइट क्लब की पूरी लोकेसन बताना शुरू कर दिया
अरे यह तो हमारे रास्ते में ही पड़ता है वेरी गुड यह तो और भी अच्छा हुआ लावण्या हमने कैब बुक कर रखी है हम तुम्हें वहां पर ड्रॉप कर देंगे उसके बाद निकल जाएंगे तुम अपनी इंफॉर्मेशन कलेक्ट कर लेना और फिर जैसे भी हो हमें बता देना अगर तुम किसी प्रॉब्लम में पडो तो हमें कॉल कर लेना। सार्थक ने कहा
लेकिन कॉल कैसे करूंगी मेरे पास तो आप लोगों का नंबर ही नहीं है । लावण्या ने कहा
तुम अपना नंबर दो मैं सेव कर लेता हूं ।लक्ष्य ने तुरंत ही कहा
अबे 2 मिनट चुप रहेगा तू। सार्थक ने लक्ष्य को डांटा और फिर अपनी जेब से उसने एक छोटी सी डायरी निकाली जिस पर अपना नंबर लिख करके उसने लावण्या को पकड़ा दिया
यह रहा मेरा नंबर अगर तुम किसी परेशानी या मुश्किल में पडो या कुछ दिक्कत हो तो हमें कॉल कर लेना क्योंकि हम आपसे थोड़े आगे ही रहेंगे तो हम आपकी हेल्प करने के लिए आ जाएंगे। सार्थक ने कहा
थैंक यू सो मच सार्थक थैंक्स आप लोगों ने मुझे इतना सहारा दिया । मेरे अंदर आप लोगों का साथ पाकर के कॉन्फिडेंस डबल हो गया है अब मैं अपने मकसद में जरूर से जरूर कामयाब हो जाऊंगी आप लोग जाओ इंजॉय करो मैं आप लोगो का और टाइम नही खराब करूँगी ।लावण्या पहली बार सच में खुश होते हुए बोली
तभी कैब आती हुई दिखी और चारों के चारों कैब में सवार हो गए
लावण्या को नाइट क्लब के पास छोड़कर वह लोग आगे चले गए
लावण्या ने पास के एक आदमी से टीटो नाइट क्लब के बारे में पूछा
उसने लावण्या को बताया और फिर लावण्या उसके बताये हुए जगह पर पहुच गयी ।
उसने अपने मोबाइल से उस नंबर पर फोन किया जिस नंबर
से उसकी बहन ने अपनी सहेली को फोन किया था।
दो तीन बेल बजने के बाद किसी ने फोन उठाया
लावण्या ने उसका पता पूछ करके उसने फोन रख दिया थोड़ी देर बाद वाह उस दुकान में थी जहां से उसने बात किया था
हेलो सर दुकानदार से लावण्या ने कहा।
वह एक कॉस्मेटिक की दुकान थी और जनरल स्टोर भी था।
बताइए क्या चाहिए आपको । दुकानदार ने पूछा
सर मुझे कुछ चाहिए नहीं मैं यहां पर एक इंफॉर्मेशन के लिए आई हूं अगर आप मेरी हेल्प कर देंगे तो आपकी बड़ी मेहरबानी होगी । लावण्या ने बहुत ही संजीदगी से कहा
कैसी हेल्प और कैसी इंफॉर्मेशन चाहिए थी आपको दुकानदार ने उत्सुकता बस पूछा
सर 5 दिन पहले यहां से एक लड़की ने फ़ोन किया था उसी के बारे में जानकारी चाहिए थी
मैंम 5 दिन पहले की बातें कहां से याद होगी वैसे दिन भर में पता नहीं कितने लोग आते-जाते रहते हैं किस किस को याद करूं सॉरी मैं आपकी कोई मदद नहीं कर पाऊंगा दुकानदार ने बेमन से कहा
भैया मैं बहुत मुसीबत में हूं मेरा जानना बहुत जरूरी है प्लीज
थोड़ा दिमाग पर जोर डालिए ।लावण्या ने रिक्वेस्ट किया
मैंम ऐसे कैसे बता दूं कि किसने फोन किया है आप उनके बारे में कुछ बताएं तभी मैं बता सकता हूं । दुकानदार ने कहा
लावण्या ने अपनी बहन का हुलिया बताया
सॉरी मैडम ऐसे कुछ समझ मे नही आरहा न ही कुछ याद आरहा है मुझे माफ कर दो मुझे कुछ नहीं पता । दुकानदार को कुछ समझ में नहीं आया उसने लावण्या से पीछा छुड़ाते हुए कहा
अचानक से जैसे लावण्या को कुछ याद आया हो उसकी जल्दी से अपना फोन निकाला और उसमें कुछ ढूढना शुरू कर दिया थोड़ी देर बाद रजनी के साथ उसकी मुस्कुराती हुई एक तस्बीर उसने दुकानदार को दिखाया
सर ये है मेरी बहन आप अच्छे से देख ले शायद याद आजाये प्लीज लावण्या ने रिक्वेस्ट किया
दुकानदार ने अनमने भाव से लावण्या का मोबाइल हाथ में लिया और फोटो देखने लगा अचानक से वह चौक पड़ा
अरे हां यह लड़की तो मेरे दुकान पर आई थी और अक्सर आती रहती है।
कहां रहती है सर क्या आपको पता है लावण्या की आंखें खुशी से चमक गई
नहीं यह तो नहीं मालूम है कि कहां रहती हैं लेकिन मेरे दुकान पर अक्सर सामान खरीदने के लिए आती है अभी तीन-चार दिन पहले ही आई थी और कुछ सामान लेकर की गई थी ।
दुकानदार ने कहा
सर मेरा इनसे मिलना बहुत जरूरी है ये मेरी दीदी है । प्लीज आपको जो भी इनके बारे में पता हो बता दीजिए मुझे ,मेरे पापा की तबीयत बहुत खराब है और बार-बार दीदी को याद कर रहे हैं सर प्लीज मेरी हेल्प कर दीजिए । लावण्या ने हाथ जोड़कर दुकानदार से प्रार्थना कियामैंम मैं क्या कर सकता हूं मुझे नहीं मालूम है कि यह कहां रहती है जहां तक मुझे अंदाजा है कि बगल वाले क्लब में ही कुछ जॉब करती है आप एक बार जाकर के क्लब में पता कर लीजिए क्या पता कुछ सुराग मिल जाए अगर अगली बार आएंगी तो मैं जरूर उनको आपका संदेश पहुंचा दूंगा दुकानदार ने कहा उसको सच मे रजनी के बारे में कुछ नही पता था ।
नहीं सर उनको कुछ मत बोलिएगा मैं आपको अपना नंबर देती हूं अगर वह आएगी तो फिर आप मुझे इन्फॉर्म कर दीजिएगा प्लीज मुझे इनसे मिलना है। लावण्या ने कहा
ठीक है आप मुझे अपना नंबर दे दीजिए जैसे ही वो दुबारा आएंगी मैं आपको बता दूंगा। दुकानदार ने कहा
लावण्या ने दुकानदार को अपना नंबर लिख कर दे दिया और दुकान से बाहर निकल गई उसको अपनी बहन को ढूंढने में थोडी सी सफलता मिला
अचानक उसके दिमाग में आया कि नाइट क्लब में जाकर के किसी से पूछ ले क्या पता कुछ जानकारी मिल जाए इसीलिए
वहां नाइटक्लब में जाने लगी जैसे ही वह नाइट क्लब में जाने की कोशिश करने लगी तभी गार्ड ने रोक लिया सॉरी आप अकेले अंदर नहीं जा सकती
लेकिन क्यों मुझे कुछ जानकारी चाहिए थी इसलिए मुझे अंदर जाना है । लावण्या ने कहा
सॉरी मैंम नाइट क्लब में वही लोग जा सकते हैं जो इसके मेम्बर है क्या आपने मेंबरशिप ले रखी है अगर ले रखी हो तो मुझे कार्ड दिखा दीजिए और दूसरी सर्त कि अकेले जाना अलाउड नही है सिर्फ कपल एंट्री अलाउड है सिंगल नही आप इसमें नहीं जा सकती हैं गार्ड ने लावण्या को रोकने का कारण बताया
ओके सॉरी मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी बट क्या आप मेरी एक छोटी सी हेल्प कर सकते हैं एक्चुअली मुझे अपनी बहन को मिलना है जो शायद यही जॉब करती है इसलिए मैं आई हूं क्या आप बता सकते मेरी बहन यहां पर आती है कि नहीं यह उनका फोटो है आप अच्छी से देख लीजिए लावण्या ने मोबाइल से फोटो निकाल कर के गार्ड को दिखाया
गार्ड फोटो देख कर चौक गया लेकिन फिर सम्हालते हुए बोला
नहीं इनको मैंने नहीं देखा है
लावण्या को साफ-साफ लगा कि गार्ड झूठ बोल रहा है
भैया प्लीज मेरा इनसे मिलना बहुत जरूरी है अगर आप उनके बारे में कुछ भी जानते हो तो मुझे बता दीजिए मेरी बहन है ।लावण्या ने गार्ड से रिक्वेस्ट किया
मैडम हम अपनी क्लब की कोई भी इंफॉर्मेशन किसी अनजान को नहीं दे सकते इसलिए आई एम सॉरी मैं आपको कुछ भी नहीं बता सकता वैसे आपको इनसे क्यों मिलना है गार्ड ने पूछा
भैया मेरे पापा की तबीयत खराब है और उनको इंफॉर्मेशन देनी है इसीलिए दीदी से बात करना बहुत जरूरी है यह नाराज हैं इस वजह से चली आई अब पापा बार-बार इनको पूछ रहे हैं इसलिए मेरा इनसे मिलना बहुत जरूरी है । लावण्या ने कहा
सॉरी मैम मैं आपकी कोई भी हेल्प नहीं कर सकता मुझे किसी भी क्लब के सदस्य की इंफॉर्मेशन किसी तीसरे आदमी के पास पहुंचाने की परमिशन नहीं है इसलिए मैं कुछ भी नहीं बता सकता आप खुद जा करके पता कर लीजिए लेकिन उसके लिए आपको किसी के साथ की जरूरत होगी क्योकि इस क्लब में सिंगल एंट्री अलाउड नहीं है तो आप अपने किसी जानने वाले को साथ लेकर के क्लब में आ जाइए आप को उनके बारे में इंफॉर्मेशन मिल जाएगी और प्लीज यह बात अंदर किसी से मत कहना कि यह बात मैंने आपको बताई है इससे ज्यादा मैं आपकी कोई हेल्प नहीं कर सकता गार्ड ने कहा
ठीक है थैंक यू सो मच इतनी हेल्प करने के लिए
बाहर निकल कर के लावण्या सोच में पड़ गई आखिर में किस को लेकर के वह क्लब में जाए कौन उसकी हेल्प करेगा गोवा में वह किसी को जानती नहीं थी।
अचानक से एक बार फिर से उसे उन तीन लड़कों का ख्याल आया
शशांक लावण्या ने सोचा , नहीं शशांक तो उसे देखते ही भड़कता है और वो बहुत रूडली बात करता है वह नहीं सही रहेगा
फिर लक्ष्य ,लावण्या के नजरो के सामने लक्ष्य का चेहरा घूम गया वह जल्दी तैयार हो जाएगा आने के लिए लावण्या ने सोचा
वह कह भी रहा था क्लब में लेकर चलने के लिए तो लक्ष्य से बात करूं ।लावण्या ने मन ही मन में बात की
लेकिन उसका बिहैवियर बहुत अजीब सा है वह लड़कियों से अजीब नजरिये से बात करता है कहीं ऐसा ना हो कि उसकी साथ आकर किसी बड़े मुसीबत में फंस जाऊ लावण्या के दिल से आवाज आई
सार्थक , सार्थक सही रहेगा वह इन तीनो में सबसे ज्यादा डिसेंट और सिंसियरर है लेकिन क्या वह आने को तैयार होगा उसने तो कल मुझे मना कर दिया
एक बार कह के देखती हूँ क्या पता आने की लिए तैयार हो जाय वह अच्छा लड़का है वह जरूर मेरी हेल्प करेगा
लावण्या ने सोचा
तभी उसे याद आया कि सार्थक ने अपना नंबर उसको दे रखा था उसने झटपट अपना पर्स खोला और सार्थक का नंबर निकाला और उसे अपने मोबाइल पर डायल किया
लाइन मिलते ही लावण्या ने सकुचाते हुए कहा हेलो
हेलो ,जी कौन ? सार्थक ने पूछा
मैं लावण्या बोल रही हूं सार्थक जी । लावण्या ने कहा
जी बताइए क्या हुआ कुछ प्रॉब्लम है क्या ? सार्थक ने पूछा
नहीं वैसे तो कोई प्रॉब्लम नहीं है
आपके दीदी का कुछ पता चला ? सार्थक ने कहा
जी हां थोड़ी बहुत जानकारी मिली है लेकिन एक मुसीबत आ गई है हमें एक जगह से उनकी ज्यादा जानकारी मिल सकती है लेकिन यहां की मेंबरशिप लेनी पड़ेगी और अकेले जाना अलाउड नहीं है बस यही समस्या है इसलिए मैंने आपके पास फोन किया है । लावण्या ने बताया
ऐसी कौन सी जगह है जहां पर अकेले नहीं जा सकते है ।सार्थक के लिए भी यह नई बात थी
एक नाइट क्लब है वहां के गार्ड से मैंने पूछा तो उसने तो ना कहा लेकिन उसके चेहरे और हाव-भाव से लग रहा है कि वह दीदी को अच्छी तरीके से जानता है जब मैंने अंदर जाने की कोशिश की तो फिर उसने मुझे रोक दिया और बताया कि यहां पर अकेले एंट्री नहीं हो सकती है अब मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं कैसे दीदी के बारे में इंफॉर्मेशन
कलेक्ट करूं । लावण्या ने पूरी बात बताई
आप इस समय कहां पर हैं? सार्थक ने पूछा
जहां पर आप ने मुझे छोड़ा था उसके थोड़ी दूर पर ही हूं लावण्या ने अपनी लोकेशन सार्थक को बताई
ठीक है आप घबराइए मत मैं अभी आपके पास 15 मिनट में पहुंच रहा हूं देखेंगे क्या करना है अब तक आप इंतजार कीजिये । सार्थक ने कहा
जी ठीक है।लावण्या को तसल्ली हुई
सार्थक ने एक जरूरी काम का बोल करके अपने दोनों दोस्तों से किनारा किया और लावण्या के बताए हुए पते पर पहुंचा
लावण्या बेसब्री के साथ सार्थक का इंतजार कर रही थी सार्थक को देखते ही उसके चेहरे पर हल्की सी खुशी फैल गई
आपको धन्यवाद सार्थक जी आप मेरी हेल्प करने के लिए यहां तक आए हो
कोई बात नहीं परदेस में एक दूसरे की हेल्प करनी चाहिए इस समय आप मुसीबत में है तो मेरी मेरा यह फर्ज है कि आपकी मदद करूं अब बताइए क्या बात है। सार्थक ने मुस्कुराते हुए कहा
जी मैंने जाकर के टेलीफोन वाले भैया से पता किया तो उन्होंने मुझे बताया कि तीन-चार दिन पहले एक लड़की ने यहां से फोन किया था उनको मैंने दीदी की फोटो दिखाई तो उन्होंने कहा कि आस पास के ही कहीं से वह लड़की आती है
और मेरी दुकान पर कई बार आ चुकी है उन्होंने कहा की शायद नाइट क्लब में जॉब करती है ।
तो फिर मैंने पास के ही एक नाइट क्लब में जाने का प्रयास किया क्योंकि दुकानदार ने बताया था कि शायद वहीं पर कोई जॉब करती है जब मैं अंदर जाने लगी तो गार्ड ने मुझे रोक दिया मैंने अपनी सारी परेशानी बताई और उसे दीदी का फोटो दिखाया वह दीदी की फोटो देखकर के बुरी तरह से चौक गया लेकिन उसने मुझे दीदी के बारे में कुछ भी नहीं बताया । हो ना हो इस नाइट क्लब में ही दीदी के बारे में कोई इंफॉर्मेशन जरूर से जरूर मिलेगी ऐसा मेरा दिल कह रहा है लेकिन मुसीबत यह है कि उसमें मैं अकेली नहीं जा सकती हूं किसी लड़के के साथ ही जाना पड़ेगा क्योंकि अकेले जाना मना है ।लावण्या ने पूरी बात सार्थक को बताइ
अच्छा ठीक है अब घबराइए मत चलिए मैं आपके साथ चलता हूं। सार्थक ने कहा
थोड़ी देर बाद सार्थक और लावण्या दोनों कपल बनके नाइट क्लब में थे
लावण्या सार्थक दोनों क्लब के अंदर पहुंचे
वैसे तो अंदर अभी भीड़भाड़ कम थी लेकिन बहुत सारे लड़के और लड़कियां अभी भी क्लब के अंदर मौजूद थे
एक खूबसूरत और बड़ा सा डांसिंग फ्लोर लगा था और उस पर रंग बिरंगी रोशनी पड रही थी जो अभी एक ही जगह ठहरी हुई थी ।
जब रात अपने सबाब पर होती होगी तो शायद वह फ्लोर थिरकने वाले जोड़ो से भरी रहती होगी और रंगीन रोशनी से सराबोर होती होगी उसी के सामने एक बहुत बड़े हाल नुमा जगह पर गोलमेज और कुर्सियां रखी हुई थी जिस पर बैठ कर के ही शायद आने वाले लोग खाने और पीने का लुफ्त उठाते थे ।
पूरे हाल में बड़े बड़े स्पीकर लगे थे जिससे अभी भी म्यूजिक गूंज रही थी कुछ टेबल भरे हुए थे जिस पर लोग अपने कपल के साथ बैठ कर के ड्रिंक कर रहे थे एक कोने में बड़ा सा बार काउंटर था जहां पर दो तीन लड़कियां जो बहुत ही कम
कपड़ों में खड़ी थी वह आने वाले कस्टमरो के इच्छा के अनुसार ड्रिंक बनाकर उन्हें सर्ब कर रही थी दूसरी तरफ एक छोटा सा टेबल था जहां पर एक कंप्यूटर के साथ लड़की बैठी हुई थी जो कि पैसे का हिसाब किताब देख रही थी। उसी के पास दो तगड़े तगड़े से आदमी खड़े थे जो शायद बाउंसर थे और क्लब की शांति व्यवस्था बनाए के लिए तैनात किए गए थे टेबल पर बैठे हुए लोगों को वर्दी पहने बेटर स्नेक्स और बर्फ वगैरा सर्ब कर रहे थे ।
अभी तो क्लब का माहौल हद तक शांत था लेकिन इस पूरे क्लब को देखकर लग रहा था कि रात को यह जब अपने पूरे शबाब पर होता है तो इसकी रौनक कुछ और ही होती होगी ।
सार्थक और लावण्या दोनों के लिए यह माहौल बिल्कुल नया सा था जो लोग बैठे हुए थे वह अपने-अपने कपल के साथ हाथों में हाथ डालकर बैठे हुए थे लेकिन सार्थक और लावण्या ही ऐसे थे जो अपेक्षाकृत थोड़े से दूर दूर थे । दोनों के लिए माहौल में अर्जेस्ट होना थोड़ा मुश्किल लग रहा था उन दोनों के चेहरों पर एक अजब सी झिझक थी।
लावण्या हम अंदर तो आ गए हैं लेकिन अब किससे पूछें तुम्हारी बहन के बारे में ? सार्थक ने कहा
सार्थक मैं खुद यहां पर ऐसे माहौल में पहली बार आई हूं इसके पहले मुझे ऐसी किसी जगह पर जाने का कोई अनुभव नहीं है इसीलिए मुझे तो कुछ मालूम नहीं है । लावण्या ने मायूसी से कहा
अच्छा रुको मैं किसी बारटेंडर से पूछता हूं तुम यहां पर बैठो। सार्थक ने खाली पड़े हुए एक टेबल पर लावण्या को बैठने का इशारा किया
लावण्या बिना कुछ कहे चुपचाप बैठ गई
सार्थक सीधा उस जगह पर पहुंचे जहां पर बारटेंडर उन लोगों को उनका ड्रिंक सप्लाई कर रही थी
लावण्या उसे एकटक देख रही थी ।
सार्थक ने एक लड़की को कुछ कहा और थोड़ी देर न जाने क्या क्या उससे बात पर करता है फिर लावण्या के पास आने लगा लावण्या सावधान हो करके बैठ गई
सार्थक के पास आ जाने पर लावण्या ने उससे पूछा.
क्या कहा उसने ? कुछ पता चला क्या दीदी का? लावण्या ने उत्सुकता से पूछा
ऐसे हुलिया बताने पर और नाम से कुछ भी नहीं पता चल रहा है तुम एक काम करो , चलो मेरे साथ उसके पास अपनी बहन की फोटो दिखा करके उससे पूछो क्या पता कुछ पता चल जाए ऐसे तो मना कर रही है। सार्थक ने कहा
लावण्या उठ गई और सार्थक के साथ जाने लगीलावण्या ने अपनी बहन की फोटो दिखाते हुए उन लड़कियों में से एक लड़की से जिससे साथ सार्थक बात कर रहा था पूछा
मैंम यह है मेरी बहन की फोटो अगर आपको उसके बारे में कुछ भी जानकारी हो तो प्लीज मुझे बता दीजिए मुझे इनके
बारे में जानना बहुत जरूरी है। लावण्या ने पूछा
उस लड़की ने गौर से लावण्या का मोबाइल देखा उसकी आंखें भी चौक गई जिसे लावण्या ने साफ साफ महसूस किया उसने घूम कर अपने संग खड़ी हुई दो तीन लड़कियों को देखा मानो आंखों ही आंखों में और इशारों ही इशारों में कुछ बातचीत कर रही हो उन दोनों ने भी फोटो पर नजर मारी और उनका भी उस लड़की के जैसा ही रिएक्शन था सब के सब चौक गई
ये आपकी कौन है उन लड़कियों में से एक लड़की ने पूछा
मैम यह मेरी बहन है लावण्या ने शराफत से कहा
देखिये आप जो भी हो आप मुझे शरीफ लग रही हैं आप प्लीज यहां से चले जाइए वरना आप बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाएंगे हम आपको कुछ भी नहीं बता सकते हैं इस क्लब का रूल है कि यहां से किसी की कोई भी इंफॉर्मेशन किसी थर्ड पर्सन को नहीं दी जाती है। उस बारटेंडर लड़की ने समझाने वाले लहजे में लावण्या से कहा
मैम बहुत इंपॉर्टेंट है अगर आप हेल्प कर देंगे तो बहुत मेहरबानी होगी। सार्थक ने भी रिक्वेस्ट किया
इतने में एक बाउंसर उनकी बात सुनकर के उनके पास आया और बोला
हेलो मिस्टर क्या प्रॉब्लम है आपको क्यों परेशान कर रहे हैं इनको
नहीं परेशान नहीं कर रहे हैं बस हम बात कर रहे हैं । सार्थक
ने कहा
क्या जासूसी कर रहे हो यहां पर? और किसके बारे में पूछताछ कर रहे हो, तुम्हें पता नहीं है यह सब यहां पर अलाउड नहीं है बाउंसर ने सार्थक को धमकाते हुए कहा
अरे सर हम कुछ भी नहीं कर रहे हैं आप चाहे तो मैडम से पूछ लीजिए हम तो जस्ट ऐसे ही पूछ रहे हैं सार्थक सहमते हुए बोला
पहली बार आए हो क्या ? क्लब की मेंबरशिप ले रखी है क्या? ऐसे ही घुस आए हो दूसरे बाउंसर ने सार्थक को हल्का सा धक्का देते हुए कहा
देखिये भाई साहब आप हाथ मत लगाइए हम ऐसा कुछ भी नहीं कर रहे हैं । आप चाहे तो मैंम से पूछ सकते हैं लावण्या घबराकर बोली
बाउंसरो का व्यवहार और हाव भाव देखकर के दोनों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई थी
उन दोनों की रस्साकशी देख करके एक आदमी आया और कड़क कर बोला क्या हुआ इतना हल्ला क्यो मच रहा है ।
वह शायद वहां का मैनेजर या कोई बड़ा अधिकारी था
उसको देख कर के वह बारटेंडर लड़कियां भी घबरा गई है और उनके चेहरे उतर गए थे
सर यह दोनों किसी के बारे में पूछताछ कर रहे हैं पता नहीं मुझे तो लग रहा है कि पुलिस के आदमी है बाउंसर ने उस आए हुए शख्स से कहा

नहीं सर हम कोई पुलिस वाले नहीं हैं बस हम तो ऐसे ही पूछ रहे थे । सार्थक उन लोगों का व्यवहार देखकर घबरा गया
उस शख्श ने सार्थक और लावण्या को ऊपर से नीचे तक घूरा और फिर बोला
विक्रम मुझे इन लोगों से बात करनी है मेरे पास लेकर आओ और फिर तेज कदमों से एक तरफ चला गया
चलिए सर बुला रहे हैं उसमें से एक बाउंसर उन दोनों को लगभग धक्का देते हुए बोला
सर दोनों शरीफ है यह ऐसा कुछ नहीं कह रहे थे आप उनको जाने दीजिए ।उन्ही बारटेंडर लड़कियों में से एक लड़की को शायद उन दोनों की स्थिति पर दया आ गई और उसने उन दोनों का साथ देने की कोशिश की
आप अपना काम कीजिए मैंने आपसे नहीं पूछा। सर का आर्डर है इन लोगों से बात करनी है तो दोनो को सर के पास चलना ही पड़ेगा ।बाउंसर ने उस लड़की से गुर्रा कर कहा
चलिए आप लोग सर बुला रहे हैं चलिए बाउंसर ने कड़क कर कर कहा
सार्थक ने लावण्या को और लावण्या ने सार्थक को देखा मानो एक दूसरे से पूछ रहे हो कि यह किस मुसीबत में फंस गये उन दोनों के चेहरे पर घबराहट साफ साफ देखी जा सकती थी
चलो भी यहां खड़े खड़े क्या सोच रहे हैं चलो उसने थोड़ा ऊंची आवाज में डॉट कर कहा
आगे आगे बाउंसर बीच में लावण्या और सार्थक उसके पीछे एक दूसरा बाउंसर उन दोनों को घेर करके उस शख्स के कमरे तक पहुंचा दिया
एक बड़ा सा ऑफिस सा बना हुआ था जिसमें एक टेबल रखा हुआ था और उसी के पीछे चेयर था सामने कोई कुर्सी नहीं थी दोनों आ कर के सामने खड़े हो गए बाउन्सरों ने उन दोनों को कमरे में पहुंचा दिया और वापस अपनी अपनी जगह पर ज्वाइन कर लिया
उस व्यक्ति ने सार्थक और लावण्या को ऊपर से नीचे तक देखा उसकी आंखें जैसे उन दोनों के बदन को अच्छी तरह से मुवायना किया ।ना जाने उन आंखों में ऐसा क्या था कि दोनों अंदर तक कांप गए
अब बताओ तुम दोनों कौन हो ? और क्यों पूछताछ कर रहे हो? क्या पुलिस के आदमी हो? या कोई जासूस हो ? सच बताओ कौन हो तुम दोनों ? और क्यों आए हो यहां पर? अगर झूठ बोला तो बहुत ही बुरा अंजाम होगा
सर हमारा विश्वास कीजिए हम ना तो पुलिस के आदमी है और ना ही कोई जासूस है एक्चुअली इनकी बहन यहां पर शायद जॉब करती है इसी वजह से हम दोनों पता करने आए थे क्योंकि इनके पापा की तबीयत खराब है और उनको यही इंफॉर्मेशन देनी थी बस इतनी सी बात है वहीं इनकी बहन का फोटो दिखा कर के हम पूछताछ कर रहे थे कि तब तक दोनो भाई साहब ने हमारे ऊपर गुस्सा करना शुरू कर दिया सार्थक
ने सारी बातें साफ साफ बता दे वह अंदर ही अंदर घबराया हुआ था और लावण्या का उससे भी ज्यादा बुरा हाल था वह तो बुरी तरीके से डरी हुई थी और हद तक सार्थक से चिपक कर खड़ी थी उसके पैर कांप रहे थे
कौन है तुम्हारी बहन दिखाओ फोटो उस शक्स ने कड़क कर लावण्या को कहा
लावण्या ने अपना मोबाइल निकाला और वही फोटो निकाल कर के उस शख्स को दिखाया
उसने लावण्या का मोबाइल लेकर के गौर से देखा उसका चेहरा और सख्त हो गया
कौन है यह? तुम्हारी बहन है ,उसकी सर्द सी आवाज गूंजी
जी सर इनका नाम रजनी है यह मेरी बहन है पापा की तबीयत खराब है इसीलिए मुझे उनके तबीयत की जानकारी अपनी बहन को देनी थी । लावण्या ने कहा
उस आदमी ने थोड़ी देर सोचा और बोला
नहीं यह लड़की यहां पर काम नहीं करती है और ना ही इसे मैंने कभी देखा है आज तो मैं तुम दोनों को छोड़ दे रहा हूं लेकिन आइंदा अगर किसी के भी बारे में पूछताछ करते हुए देख लिया यह सुन भी लिया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा अब आप लोग तुरंत के तुरंत इस क्लब से चले जाओ और दोबारा फिर कभी इस क्लब में पूछताछ के इरादे से आने की कोशिश मत करना अगर आना तो सिर्फ और सिर्फ इंजॉय करने के लिए बस अगर मैंने तुम लोगों को किसी से भी
पूछताछ करते हुए देख लिया या सुन लिया तो फिर समझ लेना । उसने सीधी सीधी धमकी सार्थक और लावण्या को दिया
ठीक है सर हम नहीं आएंगे लावण्या ने कहा वह बुरी तरीके से घबराई हुई थी
सार्थक ने घूम कर लावण्या को देखा मानो समझने की कोशिश कर रहा हूं कि यह लावण्या क्या बोल रही है उसे साफ साफ लग रहा है कि रजनी के बारे में लोगों को जरूर से जरूर कुछ ना कुछ पता है लेकिन कोई कुछ बता नहीं रहा
जाओ निकलो उस आदमी ने फिर से गुर्रा कर कहा
लावण्या ने सार्थक का हाथ पकड़ा और बाहर जाने लगी वह घबराहट में चल रही थी मानो कहीं फिर से वह आदमी उन दोनों को वापस ना बुला ले हालांकि घबराया हुआ सार्थक भी था लेकिन फिर भी उसने अपने आप को संभाल रखा था दोनों के चेहरे पर एक मायूसी की और दिल में तूफान कहीं ना कहीं उन्हें लग रहा था कि इन क्लब वालों को जरूर से जरूर रजनी के बारे में कुछ ना कुछ पता है
जैसे ही वह दोनों बार काउंटर के पास पहुंचे तभी वहां पर खड़ी हुई एक लड़की ने सार्थक को बुलाया
सर आपका ड्रिंक तो ले लीजिए जिसके पैसे आपने दे दिए है ।
सार्थक चौक गया उसकी समझ में नहीं आया की वह लड़की ऐसा क्यो कर रही है क्योंकि उसने तो किसी ड्रिंक का
कोई आर्डर ही नहीं दिया था ।
उसने उस लड़की को देखा सार्थक को लगा कि वह लड़की उसे आंखों के इशारों से बुला रही है उसे समझते देर नहीं लगी कि ड्रिंक तो एक बहाना है वह लड़की उसे अपने पास बुलाने के लिए ही यह सब कर रही है उसने ऐसे सो किया जैसे वह ड्रिंक लेना भूल गया हो
लावण्या को वहीं बैठा करके उस लड़की के पास पहुंचा लड़की ने एक गिलास में कोल्ड ड्रिंक डाला और फिर सार्थक को देते हुए चुपके से कहा
सर अगर इस लड़की के बारे में जानना चाहते हो तो 9:00 बजे के बाद आ जाना यह यहीं पर दिख जाएगी लेकिन प्लीज यह बात किसी को कहना मत उसने यह बात फुसफुसा कर इस तरह से बोला कि सिर्फ सार्थक ही सुन पाए और पास खड़े बाउंसर या उसके साथ खड़ी हुई तीनों लड़कियां भी ना सुन पाए सार्थक के कान खड़े हो गए उसने धीरे से गिलास लिया और थैंक्यू बोला और फिर आकर के टेबल पर बैठ गया और धीरे-धीरे कोल्ड ड्रिंक पीने लगा उसने उस लड़की की कही हुई सारी बात लावण्या को बताई
कोल्ड्रिंक खत्म करके सार्थक और लावण्या क्लब से बाहर निकल आए क्योंकि क्लब में रुकने का अब कोई फायदा नहीं था बाहर निकलते ही सार्थक का फोन बजा
अबे साले कहां है तू जरूरी काम बोल करके गायब हो गया हम कब से तेरा इंतजार कर रहे हैं ऐसा क्या जरूरी काम आ
गया है तुझे की तू यह भी भूल गया कि तू गोवा में है और अपने दोस्तों के साथ घूमने आया है। शशांक ने कहा
यार मैं कहीं फस गया था, एक काम करो तुम दोनों वहीं पर आ जाओ जहां पर लावण्या को हमने ड्रॉप किया था तुम दोनों आओ फिर मैं तुम्हें सारी बातें बताता हूं मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं ।सार्थक ने उदास हो करके कहा
क्या हुआ तू ठीक तो है शशांक ने कहा ऐसे क्यों बोल रहा है जैसे किसी ने तेरी इज्जत लूट ली हो
यार प्लीज मजाक मत कर जल्दी से आ फिर मैं तुम्हें सारी बातें बताता हूं सार्थक ने गंभीरता से कहा
ठीक है तू घबरा मत हम अभी आते हैं । शशांक ने कहा
लावण्या अभी भी हल्के हल्के कॉप रही थी उसके चेहरे से लग रहा था कि वह अभी भी उस नाइटक्लब में सार्थक और उसके साथ किए गए ब्यवहार से अभी भी घबराई हुई थी
उसने सार्थक के हाथ को कसकर पकड़ रखा था
लावण्या अपने आप को संभालो घबराओ मत अब हम लोग ठीक हैं, मुझे ऐसा लग रहा है जैसे यह लोग कोई बहुत बड़ा राज छुपाना चाहते हैं और इन लोगों को जरूर से जरूर तुम्हारी बहन के बारे में कुछ ना कुछ पता है। सार्थक ने कहा
सार्थक मुझे बहुत डर लग रहा है कहीं ऐसा ना हो कि लोगों ने मेरी बहन के साथ कोई साजिश कर दी हो मैं क्या करूं वह लोग जैसे आप से बात कर रहे थे उस हिसाब से लग रहा था कि वह लोग अच्छे लोग नहीं हैं कहीं मेरी बहन किसी गलत
हाथों में तो नहीं फंस गई है ।लावण्या रूवासी हो गई थी ।
सार्थक को लग रहा था कि लावण्या अभी रो देगी
घबराओ मत लावण्या ऐसा कुछ नहीं होगा , मैं हूं ना मुझ पर भरोसा रखो और बिल्कुल भी चिंता मत करो मैं कुछ दिमाग लगाता हूं जिससे तुम्हारी बहन का कुछ सुराग लग जाए यह तुमने सही कहा है कि यह अच्छे लोग नहीं हैं लेकिन तुम घबराओ मत एक रास्ता बंद होता है तो दो रास्ते खुल जाते हैं तुम्हारी बहन तुम्हें जरूर से जरूर मिल जाएगी सार्थक ने लावण्या को दिलासा दी हालांकि खुद उसकी आवाज में वह कॉन्फिडेंस नजर नहीं आ रहा था जो होना चाहिए आज के घटना से वह भी काफी हद तक विचलित हो गया था
थोड़ी देर बाद उसके दोनों दोस्त आ गए और लावण्या के साथ सार्थक को देख कर जल भून कर राख हो गए
अच्छा तो यह है तेरा जरूरी काम साले हम दोनों को अकेले छोड़कर यहां तू गुलछर्रे उड़ा रहा है तभी तो मैं कहूं गोवा में तेरा ऐसा कौन सा जरूरी काम आ गया कि तुझे हम दोनों को साथ छोड़ कर आना पड़ा मैं भूल ही गया था वैसे दिखने में तो तू कितना भोला भाला लगता है और कितना शरीफ बनता है लेकिन अंदर से कितना शातिर और कमीना है तू – शशांक ने सार्थक को सुनाना शुरू कर दिया

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