Adultery बड़े घरों की बहू बेटियों की करतूत – Family Sex

कड़ी_22 नेहा आज राज के पास आने से मुंह नहीं फेट रही थी। राज नेहा के खूबसूरत चेहरे के करीब जाकर एक बार उसे निहारता है। उस जैसे गंदे बूदे के नीचे इस घर की खूबसूरत बहू लेटी हुई थी। और मजे की बात तो ये भी को वही बहू इस गंदे बूढ़े को मना भी नहीं कर रही थी अभी। राज नेहा को देखकर अपनी कमीनी स्माइल । करता है। जिसे देखकर नेहा आज पहली बार मुश्कुराती है। पता नहीं उसको आज क्या हो गया था? शायद मीरा से जलन का नतीजा हो या फिर नेहा की अपनी मर्जी। राज नेहा की स्माइल देखकर खुश हो जाता है और वो झट से अपने काले गंदे होंठ नेहा को गुलाबी होठों पर लगा देता है।
दोनों के तरसते होंठ आपस में भिड़ रहे थे। हालांकी राज नेहा को किस कर रहा था। मतलब वो डामिनेट कर रहा था। लेकिन नेहा भी अब धीरे-धीरे उसका साथ दे रही थी। वो आज अलग ही मई में भी। कुछ था जिससे वो
गरम हो गई भी। राज नेहा के गुलाबी होंठों बड़े बेददों से चूसने लगता है। नेहा के नीचे होने की वजह से उसको अच्छा आंगल मिल रहा था नेहा को डामाइनेंटली किस करने को। नेहा फूटा साथ तो नहीं लेकिन कुछ हद तक दे रहो औ। वहीं काफी भा राज के लिए ये जानने के लिए की नेहा अब धीरे-धीरे उसकी हो रही है। वो जो नेहा को बार-बार अपनी गर्लफ्रेंड बोलता रहता है शायद जल्द ही वो उसकी हो जाये। बस टाइम ही बताएगा क्या होता है आगे।
ऐसे ही 5 मिनट किस करने के बाद राज किस तोड़ता है। नेहा की साँसें फूली हई औ। राज नेहा के खूबसरत चेहरे पर मैं सांस के फूलने का अहसास देखकर ही खुश हो जाता है। उस जैसे बूढ़े को इतनी खूबसूरत औरत के सब कछ करने को मिल रहा था। सांस फूलने की वजह से नेहा की बड़ी-बड़ी चचियां ब्लाउज़ से ऊपर-नीचे हो रही औं। नेहा की नंगी कमर थर-थर कान रही थी। राज जानता था नेहा अब गरम हो रही है। नेहा अपनी साँसों पर काबू पाने की कोशिश कर रही भी।
तभी राज नेहा का हाथ पकड़कर बेड में बिठा लेता है। बेड पर दोनों आमने सामने बैठे हुए थे। दोनों के चेहरे आमने सामने थे। नेहा को नहीं पता था की राज आगे क्या करने वाला है। राज अब अपने दोनों हाथ पीछे लेजाकर उसके दलाउज़ की डोरी निकालता है। जिसका अहसास करके नेहा शर्मा जाती है।
राज- हाय मेरी जान शर्मा गई?
नेहा- चुप रहो।
राज- चुप रहगा तो यही बात कैसे आगे बढ़ेगी मेरी जान?नेहा शर्मा जाती है। होरी निकालकर राज नेहा के और करीब जाता है, और उसके गले को चूमने लगता है।
नेहा- “अहह… अहह… अहह..”
नेहा के खूबसूरत चेहरे म अब आनंद का अहसास नजर आ रहा था। वो धीरे-धीरे राज की हरकतें एंजाय कर रही थी। राज नेहा के गले को चूमते-चूमते अब उसका ब्लाउज़ निकाल फेंकता है। नेहा अब एक डिजाइनर आ में थी।
राज- बहुत महंगी लग रही है मेरी जान। कितने में ली?
नेहा- तुम्हें क्यों जानना है?
राज- मेरी गर्लफ्रेंड के लिए लेना है मुझे।
नेहा अपनी आँखें झुका कर शर्मा जाती है, और शर्माते हुए कहती हैं- “कौन है तुम्हारी गर्लफ्रेंड?”
राज है कोई।
नेहा राज की बात सुनकर उसकी तरफ देखने लगती है- “कौन मीरा?” और अब थोड़ा सीरियस लग रही थी।
राज को पता था की नेहा मीरा का नाम सुनकर सीरियस हो गई है। वो मीरा से जलती है। वो नहीं चाहती की राज मीरा के पास भी जाए। राज का प्लान बखूबी काम कर रहा था। राज कहता है- “अभी तुझे नहीं बता सकता मेरी जान..”
नेहा राज की बात सुनकर थोड़ा गुस्स होती हैं- “ता नहीं सकते तो चले जाओ यहां से…”
राज- “मेरी गर्लफ्रेंड को लेकर तू क्यों इतना भड़क रही है क्यों?”
नेहा को पता था वो जल्दबाजी में कुछ ज्यादा ही बोल गई है- “मैं नहीं भड़क रही है। मुझे क्या करना है तुम्हारी गर्लफ्रेंड का नाम जानकर?” ऐसे बोलकर वो बेड से उत्तर कर एक तरफ मुँह करके खड़ी हो जाती हैं। वो इस वक्त ब्रा और पेटीकोट में खड़ी थी।
राज को मजा आ रहा था नेहा की सिचुयेशन देखकर। राज भी बेड से उतरकर उसके पास जाता है। नेहा को इसका अहसास होता है।
नेहा- दूर रहो मुझसे। जाओ ना अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ये सब करो।
राज- “अरे मेरी जान… मेरी गर्लफ्रेंड त भी तो है?”
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ऐमा बोलकर वो नेहा की कमर में हाथ डालकर अपनी तरफ खींच लेता है। नेहा राज से चिपक जाती है। नेहा को राज का नंगा काला लण्ड अपनी गाण्ड पर चुभ रहा था पेटीकोट के ऊपर से।
नेहा- “हाय करीम्म छोड़ो…”
.
राज. मेरी जान तुझे छोड़ने के लिए नहीं चोदने के लिए पकड़ा है..” बोलकर वो पीछे से एक धक्का लगाता है।
नेहा- “अहह…’ करती है, और एक बार के लिए तो नेहा को लगता है की राज का लण्ड अंदर ही चला जाएगा पेटीकोट से होते हुए।
राज पीछे से स्माइल कर रहा था। राज अब पीछे से ब्रा का हक भी निकाल देता है। ब्रा दीली होते ही नेहा उसे संभालने लगती है। लेकिन राज ब्रा खींच देता है। नेहा फिर भी अपनी चूचियां छुपाती है। राज अब नेहा
की कमर में हाथ डालकर उसके गले को चमने लगता है।
नेहा- “अहह… उम्म्म
.”
राज चूमते हुए नेहा की कमर को सहला रहा था। जिससे नेहा गरम हुई जा रही थी। ऊपर से राज का बड़ा काला लण्ड उसकी गाण्ड को तंग कर रहा था। नेहा को कंट्रोल करना मश्किल हो रहा था। अब राज अपने हाथ नीचे ले जाने लगता है। उसके हाथ पेटीकोट के ऊपर से नेहा की चूत पर पहुंच जाते हैं। नेहा की जिम में बिजली सी दौड़ जाती है। अब राज चूत को ऊपर से मसलने लगता है। नेहा लगातार सिसकारियां कर रही थी।
थोड़ी देर ऐसे करने के बाद राज नेहा को पीछे लेते हुए बेड पर धकेल देता है।
नेहा राज को देखने लगती हैं। उसको पता था अब क्या हो सकता है? राज अपनी शर्ट निकाल फेंकता है। अब वो पूरा नंगा आ। उसको नंगा देखकर नेहा नजरें नीचे कर लेती है।
राज- हाय मेरी जान… क्या शर्मा रही है? अब चुदना है तो शर्म छोड़ना पड़ेगा मेरी बुलबुल।
नेहा शर्म से पानी-पानी हो जाती है। राज अब खड़े-खड़े अपना काला मोटा लण्ड हिलाने लगता है। उसका गंदा झांटों से भरा हुआ लण्ड, जब वो हिला रहा था तो उसकी जिल्द लण्ड के टोपे से ऊपर-नीचे हो रही थी। अनकट लण्ड था उसका। मुस्लिम होने के बावजूद भी उसने खतना नहीं करवाया था। राज नेहा को देखते हुए अपना लण्ड हिलाए जा रहा था। उसके चेहया पर एक कमीनी स्माइल थी।
नेहा का शर्म से बुरा हाल था। क्योंकी उसके खुद के कमरे में उसके खुद के बेड पर वो आधी नंगी लेटी हुई है,
और एक काला गंदा बूदा ड्राइवर उसे देखकर अपना गंदा सा मोटा लण्ड हिला रहा था।
थोड़ी देर ऐसा करने के बाद राज बेड पर चढ़ जाता है और नेहा का पेटीकोट निकालने लगता है। नेहा एक बार के लिए उसे रोकती है, लेकिन राज उसका हाथ हटाता है और पेटीकोट निकाल देता है। अब नेहा एक डिजाइनर पेंटी में थी। नेहा को शर्म आ रही थी, इसलिए वो अपना हाथ पैंटी पर रख देती है।राज- “मेरी बुलबुल अब ये सब करने का का कुछ फायदा नहीं है..” बोलकर वो उसका हाथ हटा देता है और खुद पटी के नज़दीक जाकर उसकी खुश्बू संघने लगता है- “अहह.. मेरी जान क्या मस्त खुश्बू आ रही थी तेरी चड्डी से?”
नेहा सहम जाती हैं। अब राज नेहा की पैंटी एक साइड करता है। जिससे नेहा की गुलाबी चूत सामने आ जाती है। राज टाइम वेस्ट ना करते हुए अपना मुह रख देता है उसकी चूत पर।
नेहा- “अहह… करीम्म…
नेहा को काफी दिनों बाद अपनी चूत पर राज की जबान का अहसास मिला था। इसलिए उसे अजीब सा मजा आ रहा था अब। राज नेहा की चूत की फौंक एक-एक करके चाटने लगता है। नेहा मस्ती में मचल रही थी। उसकी गुलाबी चूत को एक काला गंदा बढ़ा जो चाट रहा था। मस्ती में नेहा के हाथ अचानक राज के सिर तक
पहुँच जाते हैं और वो सिर को सहलाने लगती है।
राज को भी मज़ा आ रहा था यूं नेहा को मज़ा लेते देखकर।
नेहा- आह्ह.. उम्म्म .. उम्म्म्म
… आअहह..” और नेहा के चेहरा पर मस्ती छाई हुई थी। तभी नेहा झड़ जाती है।
राज उसका पानी काफी हद तक चस लेता है। अब राज नेहा को पकड़कर बेड पर बिठा देता है फिर खुद बेड के किनारे पर आ जाता है- “अब तेरी चत के तो मजे हो गये। अब मेरे लौड़े को त मजा दे…”
नेहा राज की बात नहीं समझती। नेहा के चेहरे पर सवाल थे।
राज- अरे मेरी बुलबुल मेरा लौड़ा चूस।
लण्ड चूसने की बात नेहा को गंदी लगती हैं। भला लण्ड जिससे पेशाब करते हैं, उसे इतने बड़े घर की खूबसूरत बहू मुँह में कैसे ले सकती है।
नेहा- मैं नहीं कर सकती ये।
राज- अरे वाह अपने मज़े कर लिए। अब मेटी बारी आई तो ऐसा बोल रही है। चल शुरू हो जा जल्दी से।
नेहा वैसे ही बैठी रहती है।
राज को गुस्सा आ रहा था लेकिन वो चाहता था की नेहा अपनी मर्जी से सब कुछ करें। वो उसे फोर्स नहीं
करना चाहता था- “चल मेरी जान शुरू हो जा। मैं तुझसे जबरदस्ती नहीं करना चाहता। अब कर भी दे…”
नेहा एक बार के लिए राज के बड़े काले लण्ड को देखती है।

नेहा मन में- “छी…. कितना गंदा है इसका, और कितना बड़ा भी। मैं इसे कैसे मुँह में लेंगी?” और नेहा फिर से चुप हो जाती है।
राज- “चस मेरा लौड़ा मेरी जान..”
नेहा- नहीं।
राज. ऐसा क्यों कर रही है, कर देना?
नेहा- नहीं ओला जा।
राज- “देख अब बहुत हो गया। चूस मेरा लण्ड वरना?”
नेहा इतना सुबनते ही राज को देखने लगती है। उसे अचानक ही किसी तरह का गुस्सा आ गया था। नेहा कहती हैं- “काजा क्या हौ?” और वो राज को गुस्से से देखने लगती है।
राज भी हैरान था नेहा के गुस्से से। वो नेहा को बड़ी ही हैरत भरी नजर से देख रहा था। नेहा अब बेड से उत्तरती है और अपना ब्लाउज़ उठाने लगती है। तभी राज उसका हाथ पकड़कर दीवार से सटा देता है, और उसके दोनों हाथ दीवार से सटाकर उसका खूबसूरत चेहरा देखने लगता है। नेहा के चेहरे पर गुस्से का भाव उसे
मजा दे रहा था।
राज- “क्या हो गया मेरी जान को अचानक इतना गुस्सा?”
नेहा- “छोड़ो मुझे.” और वो राज की पकड़ से निकलने की कोशिश कर रही थी।
लेकिन राज उसे पकड़े हए रखता है। राज अपने काले होंठ उसकी तरफ बढ़ता है। नेहा गुस्सा देखते हए अपना मुँह दूसरी तरफ कर लेती हैं।
राज. मेरी जान के चेहरे पर गुस्सा कितना अच्छा लगता है।
राज मटा नंगा था और नेहा सिर्फ पैंटी में। इस पोजीशन में एक मस्त हाट रश्य बन रहा था। राज अब थोड़ा झाक कर उसकी एक चची मुँह में लेकर चसने लगता है। राज के हाथ उसे काटोल किए हए । नेहा अब ओडा दीली पड़ने लगती है, क्योंकी राज उसके निपल मुँह में लेकर चूस रहा था। ऐसे ही वो दूसरी चूची भी मुँह में लेकर चूसता है। थोड़ी देर बाद वो रुक जाता है। वो ऊपर नेहा के चेहरे पर देखता है की वो अपनी आँखें बंद किए हुए है। राज अब अपनी भूक अपने काले मोटे लण्ड पर लगाता है और फिर थोड़ी थूक नेहा की गुलाबी
चूत फा। नेहा की चूत उसके झड़ने की वजह से पहले ही गोली थी।
नेहा राज की उंगली अपनी चूत पर लगते ही राज की तरफ देखने लगती है।

राज तभी अपना लौड़ा उसकी चूत पर सेट करता हैं। लण्ड का अहसास नेहा की जिम में बिजली दौड़ा देता है। नेहा राज को देख रही थी। उसका गुस्सा अब न जाने कहां गायब हो गया था।

राज अब उसकी चूत के फांकों पर अपना लौड़ा रगड़ने लगता है। राज का काला मोटा गंदा लौड़ा नेहा की मासूम नरम गुलाबी चूत को तंग कर रहा था। नेहा की गोली चूत का रस राज के काले लौड़े से चिपक रहा
था, जो राज को पागल बना रहा था। नेहा भी राज के लण्ड के अहसास से मदहोश हो रही थी। उसकी आँखें जैसे नशीली होने लगी थी।
राज- मेरी जान अब बोल आगे क्या करना है?
नेहा कुछ जवाब नहीं देती। वो बस अपनी मदहोशी में राज को देखे जा रही थी।
राज- “बोल मेरी जान… ऐसे कहते हुए वो नेहा की चूत को अपने लण्ड से सहलाए जा रहा था।
नेहा- “अहह..” की उसकी सिसकारी जरूर निकल रही थी लेकिन वो खुलकर बोल नहीं रही थी।
लेकिन राज को पता था की नेहा मना नहीं करेगी। लेकिन वो नेहा के मुँह से सब कुछ सुनना चाहता था। वो ऐसे लण्ड घिसते रहता है। नेहा गरम हो चकी औ, और शायद लण्ड लेने के लिए भी तड़प रही थी। राज को तभी एक आइडिया आता है। राज अपना लण्ड उसकी चूत से हटाता है।
नेहा की अधखुली आँखें फूटी तरह से खुल जाती है और वो राज को देखने लगती हैं।
राज अब पीछे हटने लगता है। तभी न जाने नेहा को क्या हो जाता है की नेहा राज का हाथ पकड़ लेती हैं। राज खश हो जाता है। उसे पता था नेहा शायद अब खद इजहार कर दे। नेहा के उसका हाथ ।
में देखने लगता है। बो साफ देख सकता था की नेहा को चुदाई की जररत है। नेहा के हाथ पकड़ने से वो ये तो जान गया था की नेहा तैयार है।

राज अब बिना देरी किए नेहा की कमर में हाथ डालकर उसे अपनी तरफ खींचता है। दोनों आगे से आपस में जुड़ जाते हैं। राज अपने काले होठ नेहा के गुलाबी होठों से जोड़ देता है और उसको बेड लिटाते ए बेदर्दी से किस करने लगता है। नेहा की गोरी चूचियां राज की बालों भरी छाती से दबी हुई औं, और उसका काला लण्ड
नेहा की पटी पर सटा हुआ था। राज उसको कामुकता से किस कर रहा था।
नेहा के हाथ अब राज के सिर के पीछे चले जाते हैं और वो उसको अपनी तरफ खींचने लगती हैं। वो भी अब राज का साथ देने लगती है। अब राज को मजा आ रहा था। नेहा के सस्त निपल कटीम को अपनी छाती में चुभ रहे थे। उसको इस तरह नेहा के साथ देने से अलग ही मजा आ रहा था। दो मिनट ऐसे ही किस करने के बाद राज ही किस तोड़ता है। वरना तो नेहा रुकने का नाम नहीं ले रही थी। रुकने के बाद राज नेहा को एक बार देखता है।नेहा की साँसें फूली हुई थी। होंठ उसके थर-थर कांप रहे थे। चूचियां ऊपर-नीचे हो रही थे और उसके खूबसूरत चेहरे पर मदहोशी का अहसास था।
राज की यह सब अब पागल बना रहा औ। अब राज देशी ला करते हुए नेहा की पैटी निकालकर फेंक देता है। दोनों अब बिलकुल नंगे थे। अब राज नेहा की टांगों के बीच में आ जाता है और अपना काला लौड़ा उसकी गुलाबी चूत पर सेट करता है।
नेहा- “अह…”
राज इस बार नेहा की टाँगें अपने कंधे पर रखकर उसके ऊपर झुक जाता है, और उसके शरीर का पूरा दबब लण्ड से नेहा की चूत पर जा रहा था। नेहा की चूत पहले ही गोली भी। अब राज लण्ड घुसने लगता है।
नेहा- अहह… करीम्म धीरे।
राज- “धीरे हो तो कर रहा है मेरी जान। वरना तू धीरे चोदने की चीज नहीं है.” नेहा राज की बात से शर्मा जाती है। राज अब एक धक्का लगता है हल्का सा।
नेहा- “अहह… मर गई…” और राज का लण्ड उसकी चत में आधे से ज्यादा जा चका था।
राज अब फिर से धक्का लगाता है। इस बार का धक्का थोड़ा तेज आ।
नेहा- “अहह… करीम्म मा हाल्लोगे क्या? अहह… दर्द हो रहा है.”
राज का पूरा लण्ड अंदर जा चुका था। चत के बाहर सिर्फ राज की झांटें और बाल्म अटके हुए दिख रहे थे।
नेहा- मर गई… अब और अंदर मत डालना।
राज- हाहाहा… मेरी जान्न फूटा जा चुका है अंदर…’
नेहा हैरान थी की इतना बड़ा लण्ड परा उसकी चूत में कैसे चला गया- “क्या?” और नेहा नीचे देखती है तो चकित हो जाती है। सच में उसका पूरा लौड़ा अंदर था- “ओहह.. नहाँ…”
राज ोड़ी देर रुकने के बाद धीरे-धीरे धक्के लगाने लगता है। नेहा को दर्द हो रहा था, क्योंकी राज का बड़ा लण्ड नया अंदर-बाहर हो रहा था। नेहा ने बेडशीट कसकर पकड़ी हुई थी। राज का काला लौड़ा नेहा की चूत की अच्छी तरह से हिलिंग कर रहा था।
नेहा- “अहह… अहह… हाय धीरे अहह…”
राज- ज्यादा चिल्ला मत करना तेरे घर वाले यहाँ आ जाएंगे और देखेंगे की कैसे इस घर की बहू एक हाइवर से चुद रही है।
नेहा- “चुप रहो बेशर्म… तुम क्यों इतना तेज कर रहे हो। कितना दर्द होता हैं मालूम?”

राज- मेरी जान अब तक मैंने तेज शुरू भी नहीं किया।
नेहा- “अहह… अहह.. आह्ह.. मुझआहह … उहह्ह..” और राज के धक्कों के साथ नेहा अब थोड़ा शांत हो रही थी।
लेकिन राज का खेल तो अभी शुरू हुआ था। वो अब नेहा की तरफ झुक जाता है। नेहा जानती थी राज क्या चाहता है? नेहा अपनी आँखें बंद करके अपना मह खोल देती है। राज उसको किस करने लगता है, और नीचे से तेज-तेज धक्के लगाने लगता है। नेहा ऐसा उम्मीद नहीं कर रही थी। उसकी कीम के तेज धककों में दर्द हो रहा था, लेकिन वो अब चिल्ला भी नहीं सकती थी।
नेहा की मुँह से बम- “उम्म्म्म
… उम्म्म … उम्म्म्म
..” की आवाजें निकल रहीं भी।
राज ना सिर्फ तेज धक्के लगा रहा था, कल्की उसका लण्ड फूटा अंदर-बाहर हो रहा था। नेहा की जैसे जान जा रही थी। लेकिन उसे भी पता था की ये जंगली हा ये सब तो करेगा ही। इससे तो प्यार से कुछ भी करने की उम्मीद करना बेकार ही हैं। राज नेहा को किस भी आड़ा अजीब तरीके से कर रहा था। इतने तेज धक्के लगाकर उसे भी अब अकाल होने लगी औ।
राज थोड़ी देर बाद किस तोड़कर धक्के लगाना बंद करता है। वो नेहा के ऊपर वैसे ही पड़ा रहता है। नेहा निटाल पड़ी हुई थी। उसके जिस्म में तो जैसे जान ही नहीं बची थी। दोनों के जिस्म आपस में जुड़े हुए थे, मशीने से लथपथ। राज का सिर नेहा की चूचियों पर था। उसका लण्ड अभी भी नेहा की चूत में था। दोनों जिदाल पड़े हर ही थे की बेड के साइड के टेबल पर नेहा के मोबाइल पर किसी की काल आती है।
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कड़ी_23 – Family Sex

नेहा थकी हुई थी वो थोड़ी देर वैसे ही पड़ी रहती हैं राज के नीचे। लेकिन बार-बार काल की रिंग होने से वो होश में आती हैं। लेकिन उसके ऊपर जो ये बदसूरत गंदा बढ़ा पड़ा हुआ आ, उठने का नाम ही नहीं ले रहा था। नेहा उसे अपने ऊपर से हटाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन वो हट नहीं रहा था।
नेहा- हटो मेरी ऊपर से।
राज नेहा की बात को अनसुना कर के लेटा रहता है।
नेहा. प्लीज़्ज़… उठो।
राज- बजने देला फोज।

नेहा- नहीं तुम उठो।
राज- अच्छा ठीक है। एक पप्पी दे मेरे गाल पर फिर चली जा।
नेहा जानती थी की में बड़ा बहुत जिद्दी है, और काल शायद उसके पति का भी हो सकता है। अगर वो काल नहीं उठाएगी तो उसको शक हो सकता था। नेहा जल्दी से एक किस उसके गाल पर कर देती हैं। राज फिर हट जाता है। नेहा जल्दी से जाकर काल उठा लेती है। काल उसके पति विशाल की ही भी। एक बार के लिए तो वो दूर जाती है की वो क्या बात करे? वो वहीं नंगी खड़ी रहकर बात करने लगती है।
नेहा- “हेलो विशाल बोलो… नेहा थोड़ा थकी हुई हालत में बोली।
विशाल- क्या बात हैं नेहा थकी हुई लग रही हो। क्या हुआ?
नेहा घबरा जाती है, और कहती हैं- “वो… वो… विशाल मैं सोई हुई थी ना इसलिए आवाज थोड़ा अजीब लग रही
विशाल. “अच्छा। लेकिन इस बात क्यों सो रही हो तुम? खाना खा लिया क्या?”
नेहा- नहीं खा लेंगी बाद में। आप कहां पर हो अभी?
विशाल- आफिस में हैं। थोड़ा लेट हो जायगा।
राज इधर बेड पर बैठकर नेहा की बातें सुन रहा था। उससे नेहा की नंगी गाण्ड देखकर रहा नहीं जा रहा था। इसलिए वो अब बेड से उतरकर नेहा के पास चला जाता है। नेहा के पीछे जाकर वो उससे चिपक जाता हैं। दोनों के नंगे जिम आपस में जुड़ जाते हैं। राज सटकर उसकी गर्दन को चूमने लगता है। नेहा इस तरह राज के करने से थोड़ा परेशानी महसूस करती हैं, क्योंकी बो इस वक्त उसके पति से बात कर रही थी। नेहा उसे पीछे धकेलने की कोशिश करती हैं। लेकिन वो वैसे ही उसकी गर्दन को चूमता रहता है। उसका काला लण्ड नेहा की गाण्ड के छेन्द्र को छू रहा था। जिससे नेहा डर रही थी।
नेहा- “आहह…” और नेहा अपना मुँह पकड़ लेती है क्योंकी उसे पता था की उसके पति ने वो आवाज जरूर सुन ली होगी।
विशाल- क्या हुआ नेहा?
राज अपना काम करे जा रहा था। विशाल को क्या पता की उसकी बीवी यहीं उसी के बेडरूम में क्या कर रही है। उसे क्या पता की उसकी बीवी को ये बड़ा हाइवर मस्त होकर चोद रहा था। उसकी जवानी को लट रहा है। उसको अपनी बना रहा है।
नेहा झझकते हुए- “वो कुछ नहीं बस…”

तभी राज अपना लौड़ा नेहा की चूत पर पीछे से घिसने लगता है। नेहा किसी तरह कंट्रोल कर रही थी क्योंकी उसका पति भा फोन पर। तभी राज लण्ड अंदर घुसा देता है। नेहा चीखने ही वाली थी की वो अपने मुह पर
एक हाथ रख लेती है।
नेहा- “मुह…
विशाल- नेहा क्या हुआ, क्या कर रही हो तुम?
नेहा- “वो कुछ नहीं विशाल्ल… बस थोड़ा चल रही थी. और नेहा अब झठ बोल रही थी। ताकी उसके पति को शक ना हो।
राज उसकी चूत में धक्के लगाते रहता है। रूम में अब टप-टप-टप की आवाजें आने लगती हैं।
नेहा किसी तरह से अपनी चौखें कंट्रोल कर रही थी। लेकिन उसको बहुत मुश्किल हो रही थी। राज का काला बड़ा लण्ड जो उसकी चूत में अंदर-बाहर हो रहा था। राज अब नेहा की गोरी चूचियां भी दबाने लगता है। इस घर की खूबसूरत बह इस घर के काले बढे ड्राइवर से चुद रही थी, वो भी उसके पति के साथ फोन पर बात करते हुए। तभी राज के धक्के तेज हो जाते हैं।
नेहा- “विशाल, बाद में काल करना..” और नेहा काल खतुम कर देती है। उसे पता था की वो राज के धक्कों को
और संभाल नहीं पाएगी अपने पति के सामने। नेहा थोड़ा गुस्सा होकर- “बेशर्म कहीं के… क्यों मुझे मरवाने पर तुले हुए हो?”
राज- “ऐसे नहीं होगा मेरी जान…. बोलकर वो नेहा को तेज-तेज चोदने लगता है।
नेहा- अहह.. उम्म्म्म
..ओनम्म्म
अहह… ओमम्म्म
अहह… ओम्म…”
नेहा के हाथ से मोबाइल भी गिर जाता है। राज के धक्कों में वो भूल गई थी। उसकी बड़ी-बड़ी चचियां धक्कों के साथ हिल रही औं।
नेहा- “हा
आई आह्ह… आह्ह… आहह..’
राज के धककों की वजह से नेहा पूरी तरह से हिल रही भी। राज का लण्ड नेहा की चूत में अंदर तक जा रहा था। ऐसे ही थोड़ी देर चोदने के बाद राज रूक जाता है। नेहा इसी बीच दो बार झड़ चुकी थी। राज लण्ड बाहर निकाल लेता है। वो अभी तक झड़ा नहीं था। राज अब नेहा को अपनी तरफ घुमाता हैं और उसके खूबसूरत
चेहरे को पकड़ता है। उसके चेहरे पर बिखरे हुए कुछ बालों को साइड में करता है। नेहा के मासूम चेहरे पर संतुष्टी झलक रही थी। जिसे देखकर राज खुश होता है। दोनों एक दूसरे को देखने लगते हैं। दोनों की आँखें एकदूसरे को देख रही थी।

तभी राज नेहा के होठों पर अपने काले होंठ रख देता है। उसका किस इस बार घोड़ा इलटेन्स लग रहा था। नेहा भी धीरे-धीरे उसका साथ दे रही थी। नेहा के हाथ राज के कंधों पर थे। नेहा की चूचियां राज की छाती से दबी हुई थी। राज के हाथ नेहा की कमर पर थे। राज का लण्ड नेहा की चूत को छू रहा था। ऐसे ही 3 मिनट किस करने के बाद राज किस तोड़ता है।
राज- मजा आया मेरी जान?
नेहा शर्माकर नीचे देखने लगती है।
राज- बता जा?
नेहा- मुझे नहीं पता।
राज- तो एक और बार हो जाये?
नेहा कुछ नहीं बोलती। राज फिर से उसका चेहरा पकड़ लेता है। नेहा उसकी तरफ देख रही भी। हालांकी उसकी साँसे अभी तक फूली हुई थी। लेकिन आज पता नहीं क्यों इस युद्ध का साथ दे रही थी| राज अपने होंठ फिर से उसके होंठों के पास बनाता है। इस बार नेहा भी अपने होंठ आगे बढ़ाती है। तभी राज रुक जाता है और उसे देखने लगता है। नेहा अपनी हरकत से शर्म से लाल हो जाती है। वो एक गंदे बदसूरत बूढ़े को खद किस करने
को बेताब हो रही थी।
राज- मेरी जान। त चुम्मा दे ला मुझे।
नेहा शर्म के मारे मरी जा रही थी। नेहा ने ये उम्मीद नहीं किया था राज से। नेहा ना में गर्दन हिलती है।
राज- तो मैं कर दं?
नेहा कुछ नहीं बोलती।
तभी राज उसको किस करने लगता हैं। किस करते हुए राज नेहा की चूचियां दबा रहा था।
नेहा- “मुवाहह..”
राज को बहुत मजा आ रहा था इतने बड़े घर की खूबसूरत बहू को उसका साथ देते देखकर। उसने सपने में भी नहीं सोचा था की उसको नेहा जैसी औरत को चोदने मिलेगा। किस करते हुए अब वो नेहा को उठा लेता है अपनी कमर पर। नेहा एक बार के लिए इस्ती है लोकन राज के भरोसे वो उसके किस का जवाब देती रहती है। राज अब किस करते हुए ही नीचे से अपना लण्ड नेहा की चूत पर सेट करता है। नेहा कीम के लण्ड के
अहसास से उसके होंठ खुद भी चूसने लगती हैं।

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